दोस्तों, वंशवाद के दंशवाद के खेल से देश तो डूब चुका है..., लेकिन मनमोहन की सरकार ने..., देश को सरका कर...,
पिछले १० सालों में , एक ऐसा, निराला खेल खेला है..., प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कंधे पर, वंशवादी बन्दूक रखकर , देश का गोला बारूद (देश के संसाधन) को माफियाओं द्वारा लूट लिया गया है..,
देश के A जी, ओ जी, से Z जी के घोटाले के माफिया , Z++ की सुरक्षा के साथ मालामाल हो गयें है..., विदेशी बैंक, इनसे , कैसे लबालब हो गया इसकी भनक जनता को भी नहीं लगी ...
+”मेरा भारत महान” से तो भ्रष्टाचारी बलवान , लेकिन “हो रहा है, भारत निर्माण” के अफीमी नारों से बने माफिया स्फूर्तीवान ...,
१०० पीढी बनी धनवान, जनता महंगाई व भूखमरी से परेशान,
क्योकि सत्ताधारियों के पास है...,
जातिवाद,भाषावाद,अलगाववादी,
तो क्यों न रौदें जनता को, अपने द्रुतगति रथों से.., जब सत्ता का इन्हें हैं, अभिमान
जागों देशवासीयों...., राष्ट्रवादी धारा, से किसी को हमारे वतन की माटी बेचने नहीं देंगे ..., भारतमाता के गौरव से देश को भव्य शाली बनाए...
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