Monday 1 December 2014

मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो..., नवाब शरीफ का आतंकवादियों से शार्क का गुरूर, मोदी ने कर दिया चूर, अब हो गए हाथ मिलाने को मजबूर ..., आतंकवादियों के सम्मान से अपनी सत्ता चलाने का भ्रम अब उनका हुआ दूर...

मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो..., नवाब शरीफ का आतंकवादियों से शार्क का गुरूर, मोदी ने कर दिया चूर, अब हो गए हाथ मिलाने को मजबूर ..., आतंकवादियों के सम्मान से अपनी सत्ता चलाने का भ्रम अब उनका हुआ दूर...


दोस्तों.., लाल बहादुर शास्त्री के बाद में देश को एक शक्तिशाली प्रधान मंत्री मिला , जब मोदीजी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो एक विदेशी पत्रकार के इंटरव्यू में मोदीजी ने कहा “मैं हिन्दू राष्ट्रवादी हूं,,,”

अपने प्रखर राष्ट्रवाद से.., राष्ट्र की प्रबलता की झलक दिखाकर...., एक खल-खलता से बनें ,दुनिया की अलख

इन शब्दों से हमारे देश का विश्व के शोषण करने वाले, विदेशी देश, दुश्मन, देशी विदेशी माफिया वर्ग में..., “हिन्दू’’ और “राष्ट्रवादी”, ये मोदी के दो शब्दों से तहलका मच गया ..., व सत्ता पक्ष से देशी विदेशी माफिया शक्तियाँ, मोदी को प्रधानमंत्री पद में रोकने के लिए एकजुट हो गया..,

मोदीफोबिया से, मोदी को वीजा न देने वाले अमेरिका ने मोदी के चुनाव प्रचार के शुरूवात में, भारत में अपने राजदूत श्रीमती पावेल को इसलिए बर्खास्त कर दिया कि उसने मोदी के व्यक्तित्व , जूनून, प्रतिभा को गुजरात के चुनाव में मोदी की मुख्यमंत्री की चौथी ताजपोशी के बावजूद, मोदी लहर को भांपने में असफल रही...

मोदी के गुजरात दंगों में बेदाग़ छूटने के बावजूद .. देशी विदेशी मीडिया द्वारा मोदी के काल्पनिक बयान द्वारा अपने कार से एक कुत्ते के कुचलने को, अल्पसंख्यक वर्ग से जोड़कर, TRP से धनबल कमाकर, मोदीजी को सांप्रदायिक कह कुचलने के ख्वाब में खुद ही कुचल गई ...

अकेले दम पर “रेंगती भाजपा” को अपने दम व एक ही दंभ से.., “मिशन २७२+” का लक्ष्य प्राप्त कर देश व दुनिया को अचंभित कर दिया

“वसुधैव कुटुम्बकम” के नारे को “सबका साथ.., सबका विकास...” में परिवर्त्तित कर..., अमेरिका की आतंकवाद की नीती को UNO में लताड़ते हुए कहा .., अपनी कमी छुपाने के लिए GOOD तालेबान कहने पर दो टूक कहा.., आतंकवाद कभी GOOD नहीं होता है..., यही अमेरिका की दुगल्ली नीती, विश्व को अमेरिका की आतंकवादियों के चेहरों पर लाली है...

अमेरिका यात्रा में लोकप्रियता में राष्ट्रपति बराक ओबामा को पिछाड़ कर '' ना मैं खाता हूँ और ना ही खाने देता हूँ '' लालच देने वालों से अपना उपवास नहीं तोड़ता हूँ, क्योंकि मैं हिंदु राष्ट्रवादी हूँ..
यह उक्ति सही ठहराकर.., नवरात्रियों में उपवास रख सार्थक किया

ब्राजील में BRICS सम्मलेन में, चीन की ताकत को ठेंगा दिखाते हुए.. की BRICK (ईटें) तोड़कर, अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया

चीन की दुश्मनी को दोस्ती का पांसा फेककर, चीन फंसा अपने ही जाल में...

जापान का सम्मान कर, सम्मान पाकर देश की अर्थव्यस्था को मजबूत करने का उठाया कदम...

भूटान, अमेरिका, श्रीलंका, बर्मा, बांग्ला देश का चीनी झुकाव मोड़ कर ..., प्यार से कर दिया, अपने पाले में...

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी माना चमत्कार.., मोदी के राष्ट्रवाद के तेजस्वी व्यक्तित्व ने, मेरी लोकप्रियता का, हर लिया तेज

इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री ने भी मोदीजी का माना लोहा..., अब विश्व के देशों का , हिन्दुस्तान को लूटना... बना लोहे के चने चबाना...

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