वीर सावरकर को जिसने नही जाना..?,
उसने हिन्दुस्थान को नही पहचाना? भाग -1
(२८
मई , वीर
सावरकर की जन्म तिथि पर विशेष)
वीर सावरकर को जिसने नही जाना..?,
उसने हिन्दुस्थान को नही पहचाना? भाग -1
(२८
मई , वीर
सावरकर की जन्म तिथि पर विशेष)
Putin, पुतिन …, गमगीन..., चीन से सस्ते का माल खरीदने से देश का हाल खस्ता। पराए देश के धोखे से पराजय का आभास, अहसास , अटक गई सांस,
इस नाटों के युद्ध से चीन हो रहा मालामाल
व रूस की क्षीण हो रही शक्ति से अब अपने को समझ रहा बलवान व नाटों सेना को धमकी दे कर कह रहा है की “तुम्हारा यह यूरोपिया नाटक
चीन एशिया में बर्दाश्त नही करेगा व इसका मुंहतोड़ जवाब देगा”
पुतिन ने भले ही यूक्रैन को जकड़ा...
लेकिन पुतिन का मंसूबा अटका.., लगेगा, अब दो महिला प्रधानमंत्रियों द्वारा बड़ा झटका
...,
फ़िनलैंड की साना मेरीन व स्वीडन की मेगदालेना एंडरसन - दो
महिला प्रधानमंत्री अब अपने देश की जनता से समर्थन लेकर पुतिन को टक्कर देने नाटो
सेना में शामिल होगी
अब , तीसरी नारी ताइवान की बलवान प्रथम महिला
राष्ट्रपति साई इंग वेन ने चीन के शी जिन
पिंग को चेताते हुये कहा है “लोकतन्त्र व आजादी कोई अपराध नही है व देशवासियों में विस्तारवादी चीन की
परछाई से बाहर निकलने की ताकत है, ताइवान दवाब के आगे नही झुकेगा”
(नारी शक्ति.., अब हम हैं साम्राज्यवादियों पर भारी
Women
power now we are heavy on the imperialists)
पुतिन ने यूक्रैन को जकड़ा...
लेकिन पुतिन का मंसूबा अटका.., लगेगा, अब दो महिला प्रधानमंत्रियों द्वारा बड़ा झटका
...,
फ़िनलैंड की साना मेरीन व स्वीडन की मेगदालेना
एंडरसन - दो महिला प्रधानमंत्री
अब अपने देश की जनता से समर्थन लेकर पुतिन को टक्कर देने नाटो सेना में शामिल होगी
अब नाटो सेना होगी रूस के सीमा के पास व बाल्टिक सागर के द्वार, अब
आँख में मिलाकर होगी युद्ध की तैयारी व ताकत
को तोलने की बारी
क्या...!!!, यह परमाणु
युद्ध बनकर बरबादी की दास्तां लिखेगा या सिर्फ घाव के निशान छोड़कर लड़ने वालों देशों
को कराहता दर्द देकर सदियों तक सबक देता रहेगा
(Instead
of dying of Putin's venom, we have to put an end to Russia by contributing to
the power of the wings of NATO under the American eagle vision.
हमें, पुतिन के जहर से मरने के बजाय अमेरिकी गरूड़ दृष्टि के तहत
नाटो के पंखों की शक्ति में शामिल होकर योगदान कर रूस का ख़ात्मा करना होगा)
क्या..., 80 दिनों
की पुतिन की जंग..., रंग लायेगी...,
PUNCHING
– BAG बनी काँटेदार राह…
खारकीव का जीता हुआ भाग छोड़कर भागी रूसी सेना...
कांटेदार चेहरे को नष्ट करने के लिए पुतिन अपने हाथों से खून निकलने के बावजूद…,
मैं अपने पाँवों में खून से सने छाप से बदला लूँगा की कसम खाई है, में सफल होंगे ...!!!! या युद्ध का
खुमार से अब बीमार पुतिन
का तख्तापलट हो जाएगा