२६/११ हमलो के बाद यह नारा और जोरों से गूंजता रहा - आतंकवाद का कोई धर्म नही होता - कांग्रेस से कम्युनिस्टों की मूक सहमति से देश दहलता रहा
और राहुल गांधी द्वारा विकिलीक्स से दुनिया को संदेश दिया कि “भगवा आतंकवाद सीमा पार के आतंकवादियों से देश को बड़ा ख़तरा है
इसी आड़ से तुष्टिकरण से अल्पसंख्यक वोटबैंक पर अपना अधिकार जताकर कांग्रेस पार्टी ने देश को लूटा ..,
अब हमास “आतंकवाद” से अपने ही देश के धर्म , शिक्षा संस्थानों व चिकित्सालयों को ढाल बनाकर अपने ही देश के नागरिकों की हत्या का पर्दाफ़ाश होने से जो विश्व बिरादरी द्वारा इज़राइल के विरोध का स्वर बुलंद कर रही थी , अब वास्तविकता सामने आने पर बोलती लगभग बंद हो चुकी है
विश्व आज आधुनिक हत्यारों से ज़्यादा आतंकवाद के प्यादा से ग्रसित है और यह बीमारी अब महामारी बनकर दुनिया को ले डूबेगी..
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शिक्षा स्वास्थ्य धर्म पर आतंकवाद के सुरंग में हथियार से मानवता पर कलंक ..,
अब बेंजामिन नेतन्याहू का विध्वंस ..
A stigma on humanity with weapons in the tunnel of terrorism on education, health and religion..,
Now the destruction of Netanhu..