Sunday 23 October 2022

धनतेरस…, कुबेर का देश, सोने की चिड़िया , विश्व का गुरु जिसने संदेश दिया कि हिंदुत्व ही विश्व का बंधुत्व है....,

 


धनतेरस…, कुबेर का देश, सोने की चिड़िया , विश्व का गुरु जिसने संदेश दिया कि हिंदुत्व ही विश्व का बंधुत्व है....,

 



ईस्ट इंडिया कंपनी ने वर्ष 1818 में ही जान लिया था कि हिंदुत्व की धार , जीवन की धारा है ...उसका प्रमाण ये १८१८ के सिक्के है...,



 आज तक हिंदुत्व

ने गर्दन पर, तलवार रखकर, दुनिया के किसी भी देश

का धर्म परिवर्तन नहीं किया है .....

 

हिंदू यह शब्द बाहरी नही, प्राकृतिक है, हमारा ही है, यह

समझाने वाले पहले विद्वान परमवीर सावरकर ही थे ,

उन्होने प्रमाण सहित सिद्ध किया कि हिदू यह शब्द

मोहम्मद पैगंबर के हजारों साल पूर्वौपयोग मे

लाया गया, पारसिक आर्याओ की अवस्था मे हमारे

राष्ट्र को – ‘हप्तहिंदव’ - ऐसे कहा जाता था , हिंदू, यह

शब्द राष्ट्र का वाचक है, वो किसी धर्मग्रंथ, अवतार व

देवता के नाम से निकला हुआ नही है, यह कहने वाले एक

मात्र वीर सावरकर थे ...

 

मार्च १९९५ में महाराष्ट्र में शिवसेना - भारतीय

जनता पार्टी ने हिंदुत्व के मुद्दे से अपनी सरकार बनाई

तो, जो विरोधी दल धर्मनिरपेक्ष का डंका बजा रहे थे ,

उन्होंने, सुप्रीम कोर्ट में, हिंदुत्व शब्द

को साम्प्रदयिकता का वाचक कह कर चुनौती दी, और

कहा.. महाराष्ट्र सरकार साम्प्रदायिक व असंवैधानिक

है.. इसे तुरंत बर्खास्त किया जाय. तब सुप्रीम कोर्ट

को हिंदुत्व शब्द की व्याख्या को स्वीकारना पड़ा है ,

सावरकर के उदगार को सही ठहराया , और विपक्षी दल

भी खाली हाथ मलते आये.....

 

इसका निचोड़ यही है कि हिंदुत्वशब्द देश की माटी से

जन्मा व जुड़ा है.

क्या आपको मालूम है..?? ""सारे ज़हा से

अच्छा हिन्दोस्ता हमारा..., जो गीत, हम बड़े जोश के

साथ गाते है, इसके कवि इकबाल भी पाकिस्तान बनाने

के पक्ष मे थे...???, जो एक गद्दार साबित हुआ ..???

जिसकी मृत्यु 1943 मे हुई....,

 

राष्ट्रवादी शब्द को सार्थिक करने वाले...., मुहम्मद

करीम छागला जिनके शब्दों व प्रयासों का अतुल्यनीय

जोड़ है., जब वे जनता पार्टी के शासन काल (१९७७) मे,

मानव संसाधन मंत्री थे, तब उन्होने अलीगढ मुस्लिम

युनीवर्सीटी मे हिंन्दु कुलपति व बनारस हिन्दु

युनीवर्सीटी मे मुस्लिम कुलपति नियुक्त किया था,

 

है..???, है...????????, आज कोइ माई का लाल ...., आज

की राजनिती में इस तरह का साहस करने वाला ...???, ,

जो आज धर्मनिरपेक्षता का नगाड़ा बजाकर,

सत्ता हथिया कर , आज इस प्रपंच से अलगाववाद,

भाषावाद, जातिवाद व विदेशी घुसपैठीयों से, अपने वोट

बैंक से, देश को तोड़ने की साजिस कर रहें हैं...????

मुहम्मद करीम छागला जो जिन्ना का दायाँ हाथ हुआ

करते थे , जब जिन्ना द्वारा अलग पाकिस्तान की मांग

की, तो ...इसके विरोध में, वे जिन्ना के दुश्मन बन गये,

मुहम्मद करीम छागला हमेशा मुस्लिमो से कहते थे..., तुम

पहले हिन्दुस्तानी हो, बाद मे मुसलबान, हिन्दुओ का खुन,

आप मे है, इसलिए सभी धर्मो से भाई चारा रखो...,

राजनेताओ की कठपुतली मत बनों...??

 

उन्होने बोम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रहते हुए, हर

धर्म के लोगों को समान निर्णय दिया, येहा  तक

की जवाहरलाल नेहरू की भी भ्रष्टाचार के जांच में

उनका पायजामा खोल दिया था , बिना राजनैतिक

दबाव से....

जय हिंद....वन्देमातरम.. राष्ट्रवाद जयते ..

 

साभार www.meradeshdoooba.com    

Saturday 15 October 2022

३० लाख हिंदुस्तानियों का हत्यारा व नारी यौन शोषण वाले “ ईश्वर अल्लाह तेरो नाम” vs “राम रहीम “ में गंभीर अपराधी कौन..???- Who is the real offender, “Ram Rahim” or “Ishwar Allah Tero Naam”…? The one who killed 30 lakhs Indians and Sexually exploited women.....??

 वाह रे कानून तेरा खेल..., गुनाहों को पुतले से..., इसे  गुनाहों का  देवता को “महात्मा” बनाकर..., PRAISE ROLE- स्तुति भूमिका से...,

 

(३० लाख हिंदुस्तानियों का हत्यारा व नारी यौन शोषण वाले ईश्वर अल्लाह तेरो नाम” vs “राम रहीम में गंभीर अपराधी कौन..???- Who is the real offender, “Ram Rahim” or “Ishwar Allah Tero Naam”…? The one who killed 30 lakhs Indians and Sexually exploited women.....??)

  देश के अपराधी नेता इस पुतले को उथल - पुथल से पूरा चक्कर लगा कर अपने गुनाहों को चमका कर देश का मसीहा  कहने के छद्म खेल का खामियाना 

से देश पिछले 75 सालों से यह धोखा झेल रहा है व देश को डुबाने का खेल बदस्तूर जारी है 


 “राम रहीम” के रचयिता को इस कृत्य के लिए 20  साल की जेल व आज से 40 दिनों का पैरोल ( Parole

)  की गिनती शुरू....

नथूराम गोड़से ने गांधी की ह्त्या करने के बाद , भरी अदालत में  इस मकसद के १५० से अधिक कारण बताये थे यदि इन सब सजाओं की संविधान से व्याख्या करें तो यह सजा 300 सालों से भी ज्यादा होगी

“ईश्वर अल्लाह तेरो नाम” (PRAISE ROLE- स्तुति भूमिका)  के नंगे पन मे शोषण की चादर से..., अब तो देश की बेगुनाह हत्याओं की आत्मा से, बापू देश से  अपनी सजा का प्रायश्चित कर निश्चिंत  होकर मोक्ष पाना चाहते है लेकिन नए नए शासकों द्वारा इसे मोहरा बनाकर नए संसद भवन में स्थापित करने से बापू भी कह रहें हैं…, बस अब मेरे हिसा को खेला बनाकर नई पीढ़ी को गुमराह मत करो


भाग -२ 

हे राम V/s राम रहीम”, यह इस युग में गांधी की ब्रह्मचर्य व्रत के पीछे छुपी नारी शोषण के प्रयोग की बाबा राम रहीम बाबा की पुनरावृति है.

गांधी को तो मीडिया अमर कर गयी ,  बाबा को TRP के चक्कर में मीडिया निगल गई...

देश के तीन तिकड़म बाज...., गांधी , जवाहर व जिन्ना के .. गांधी की गंदी राजनीती, जवाहर के जहर व जिन्ना के जिन्न इन तीन अय्याशी भेडियों ने शेर की खाल का चोला पहनकर सत्ता परिवर्तनसे जनता को आजादीकहकर जातिवाद, भाषावाद की कुल्हाड़ी से देश को खण्डित कर ३० लाख से अधिक नर मुंडों की बलि लेकर,जमाकर अपने को बापू,चाचा व कायदे-आजम की उपाधी लेकर, १९४७ से आज तक इनकी विचारधारा से भारतमाता लहू लूहान है

९४७ तक हमारी शिक्षा दर यदि २५% भी होती तो जनता इनका हिसाब कर देती .., पानी सर से ऊपर बहने से पहिले नथूराम गोड़से ने गांधी की ह्त्या करने के बाद , इस मकसद के १५० से अधिक कारण बताये थे .., और यूं कहें , अंग्रेजों द्वारा थोपी गई तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसे सत्ताखोरों की आजादीकह, कही जनता हमारी आजादी छीन न ले व गुलाम जनता को सच्ची आजादीन मिलने के भय से नथूराम गोड़से के कारणों को अति प्रतिबंधित कर दिया . जिन कारणों से ये तीनों तिकड़म अपने को आज भी हस्तियाँ मानकर , अपने हस्त रेखाओं पर हंस कर कह रही हैं, देखों हम अपने खंडित देशों में ७५ सालों बाद इस रहस्य से नोटों , सिक्कों, गली-मुहल्लों के नाम व पुतलों से विराजमान हैं.

 

३० जनवरी गांधी की पुण्य तिथि नहीं पाप तिथी” , हमें एहसान मानना चाहिए , नाथुराम गोडसेजी  का जो ७२  साल पहिले देश को इस पाप से उतार गए व अदालत में इस पाप के १५० कारण गिनाये.., जिसे सुनते हुए दर्शक दीर्घा में खचाखच बैठे लोगों में नाथूराम गोडसे के प्रति आँखों से आंसू  से अदालत के जमीन में , यों कहें यें आंसू , १९४७ से घायल भारतमाता के अंग भंग कर , खड़ी माता के चरणों में खून के दाग को धो रहे थे  ..

.

नाथुराम गोडसेजी  ने इसे अपराध न मानते हुए भारतमाता के लाल के रूप में की गई सेवा के बावजूद जब अदालत ने मृत्यू दंड के सजा सुनाई तब उच्छ उच्च न्यायलय में अपील तक नहीं कि .., की इस कार्य के लिए मुझे कोई पछतावा हुआ है ,

 

सेवानिर्वती के बाद जज खोसला ने कहा था .., मैं क़ानून के बंधन का गुलाम था .., यदि विवेक से , आत्मा की आवाज से नाथोरान गोडसे ने देश के लिए इस कार्य में, मैं आब भी  निर्दोष मानता हूँ

 

नथूराम ने अदालत में कहा , मैंने गांधी को गोली मारने में इतनी सावधानी से, इतने, पास से गोली मारी ताकि उनके बगल में दो युवतियां, जो हमेशा उनके साथ रहती थी.., उन्हें गोली के छर्रे लगने से, मैं बदनाम न हो जाऊं (याद रहे, गांधी उन युवतियों के साथ नग्न सोकर, ब्रह्मचर्य /सत्य के प्रयोग में इस्तेमाल करते थे)

 

 नथूराम ने कहा, ह्त्या के समय गांधी के मुख से आहकी आवाज निकली, “हे रामशब्द नहीं ...,

जिसे कांग्रेस ने हेराल्ड अखबार के प्रचार से हे रामशब्द से देशवासियों को भरमाया..

 

Gandhi:  Naked Ambition By  Jad Adams  Jinnah: India, Partition  इस लिंक को गूगल सर्च पर टाइप कर देंखें 

 


Sunday 2 October 2022

आज के युग के आधुनिक मीडिया होती तो आज की वेश्या भी गांधी को धिक्कारती की तूने इस मासूम को बाजार बनाकर व्यापार के नाम से अय्याशी की नया नैया से अपना जीवन पार लगा रहे हो...



कृपया चिंतन व मंथन करें...., भाग 1

 

आजादी के 75 वें हीरक व अमृत वर्ष में जनता के आँखों में  धूल झोकने वाला 2 ओक्टोबर का गांधी जन्म का वीभत्स दिवस...  

_”हे राम - ईश्वर अल्लाह तेरो नाम”  V/s राम रहीम”, यह इस युग में गांधी की ब्रह्मचर्य व्रत के पीछे छुपी नारी शोषण के प्रयोग की बाबा राम रहीम बाबा की पुनरावृति है.

आज के युग के आधुनिक मीडिया होती तो आज की वेश्या भी गांधी को धिक्कारती की तूने इस मासूम को बाजार बनाकर व्यापार के नाम से अय्याशी की नया नैया से अपना जीवन पार लगा रहे हो...  

गांधी को तो मीडिया अमर कर गयी , बाबा को TRP के चक्कर में मीडिया निगल गई.



दोनों का एक ही नारा “ईश्वर अल्लाह तेरो नाम” और राम – रहीम” के हराम खाना से नारी शोषण का खेल का छूपा खेल था ....

फर्क इतना था की गांधी ने परदे के पीछे  अंग्रेज़ो का  सेफ़्टी वाल (सुरक्षा छिद्र)की मुखबिरी कर अहिंसा की आड़ में 50 लाख हिंदुस्तानियों को समुन्द्र मे डालकर उसे लाल रंग का बनाकर नारी शोषण से अपने मृत्यु  पर्यंत रंग रेलिया मनाता रहा

व राम रहीम ने ताल  ठोक कर अपने भक्तों के  समूह को फिल्मी  हीरो बांजकर बनकर राज्य सरकार को अपने ताकत का प्रदर्शन किया तो  20 साल की जेल की सजा सुनाकर अनुशासन  में रहने की हिदायत दी  

दोस्तों.., उस समय...,  सीमा पर हमारे सेना के ८ जवानों के शहीदी की कोई खबर नहीं दिखाई गई , क्योंकि इस खबर में TRP की शहद नहीं थी .मीडिया ने बाबा राम रहीम के भक्तों से, धार्मिक उन्माद की खबर को जंगल की आग से भी तेजी से भड़काई



 

इस यू ट्यूब लिंक की यात्रा जरूर कर मुझे बताए की देश में जितनी भी वेश्यालयों के नाम MG ROAD (महा गंदे मार्ग ) के  नामकरण अलंकृत होना चाहिए  व वर्तमान में  देश भर में  ७५ सालों से लाखों मार्ग MG ROAD से कलंकित है उसे हटाकर देश के शहीद क्रांतिकारियों के नाम पर कर देश का शूद्धिकरण से देश के बालक से बूढ़े के खूनों में एक नए दौर का रक्त दौड़कर नए शक्तिशाली भारत का निर्माण हो




MG GANDHI ROAD /VEER SAWARKAR

देश ही नही विश्व का युग पूरूष व महान क्रांतिकारी वीर सावरकर जो मोहनदास गांधी से राष्ट्रभक्ति  में हज़ारों गुना आगे...,  कुलीन आश्रम व्यवस्था को जीवन या उम्र के चार हिस्सों में जो पहला विद्यार्थी जीवन, दूसरा दांपत्य या गृहस्थ जीवन, तीसरा शिक्षात्मक या आचार्य का जीवन और चौथा संन्यासी का जीवन उक्त चार को नाम दिया गया ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास चारों से चार पुरुषार्थ को साधा जाता है उस अग्नि ने भी लोहा माना की वीर सावरकर के सामने  उनकी शक्ति श्रीण है

जीवन में कभी दाग नाही लगा उनका एक ही नारा था “गुलामी देश के नागरिकों पर कलंक है...”

 

https://youtu.be/Gw81Rqh8V4M