Monday 29 September 2014



४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया (२४ सितम्बर की Deshdoooba Community के फेस बुक का लेख सार्थक हो गया है...) अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...
मोदी के गर्वीता से अमेरिका में अब होगी गरबा की धूम.. अमेरिका व अन्य देशों के ४० हजार से ज्यादा नागरिक लेंगें चूम ..., एक राजनैतिक रैली का इतिहास बनाने की राह पर मोदी, अन्तराष्ट्रीय स्तर के सुपर स्टार को देखने लोटरी सिस्टम से प्रवेश को बेताब...,

ताकत का सुपर विश्वगुरु अमेरिका ..., “सुपर राष्ट्रवादी, हिंदुत्व गुरू”, के सामने झुक गया .., मोदीजी के दौरे के पहले इतना उफान है ..., लोगों में आतुरता से ६० हजार का टिकट खरीदकर , दौरे में होगा, क्या-क्या फरमान..., इसके लिए अमेरिकी हिंदुस्थानी से लेकर विश्व के नागरिक सुनने के लिए आतुर हैं कि अब मोदीजी चतुर अमेरिका के चरितार्थ को कैसे उजागर करतें हैं..., जो धन-बल-चल से दुनिया को दबोचकर रख रहा है...
एक २१ के सदी के चाणक्य को सुनने में विश्व कायल..., विदेशी शक्तियां अब घायल....

भांड मीडिया ने विदेशी पैसों के इशारे से भाड़े के टट्टू बनकर , विश्व में मोदीजी की छवि खराबकर , यूरोपीय देशों में, मोदी के वीसा प्रतिबन्ध कर, अन्तराष्ट्रीय कोर्ट में तैयारीकी थी, लगाने की गुहार.., अब हो गये लाचार, अब खुल गया उनका भांडा .., अब अमेरिका में अब मोदी की झलक के साथ एक नई अलख है..

मोदी के गर्वीता से अमेरिका में अब होगी गरबा की धूम.. अमेरिका व अन्य देशों के ४० हजार से ज्यादा नागरिक लेंगें चूम ..., एक राजनैतिक रैली का इतिहास बनाने की राह पर मोदी, अन्तराष्ट्रीय स्तर के सुपर स्टार को देखने लोटरी सिस्टम से प्रवेश को बेताब...,

अमेरिका का विदेश विभाग के कर्मचारी के छूटे पसीना .. अन्य देशो के नागरिकों को वीसा देने के बोझ से कर रहे हैं, ओवरटाइम.., मोदी की तरह १८ घंटे काम...

दोस्तों जाने मीडिया की करतूत..., जो अपने को मान रही है लोकतंत्र का कारतूस.....
जिन्होंने ही भ्रष्टाचार को ही उन्नता पर पहुंचाकर , इतनी ताकतवर बन गई थी की इनके इशारों पर ब्लैक मेल कर, कौन किस विभाग का मंत्री को घोटालों का अधिकार मिलेगा

मनमोहन सरकार के अंतिम कार्यकाल में खबर आयी थी आईबीएन18 नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ राजदीप सरदेसाई ने प्रधानमंत्री आवास के पास ५० करोड़ का बंगला खरीदा और अपने मीडिया हाउस के ढेर सारे कर्मचारियों को बिना सूचना से बर्खास्त कर दिया,
आज तक चैनल के प्रभु चावल ने सीधी बात से सीधा, काला धन कमाया, व बरखा दत्त ने पैसे की काली बरखा से, पद्म सिंघवी ने मीडिया के पद्म से ,कोयला घोटालों से दूर संचार के विभागों को ऊंगली पर नचाकर, नीरा राडिया के नृत्य से रतन टाटा को पागाल कर..., एक बूढ़ापे की दहलीज पर खड़े रतन टाटा को नीरा राडिया ने जवानी का नीरा (पानी) पिलाकर.., जोश भरकर..., पारसी समुदाय को कलंकित कर दिया,
अपने व नीरा के वार्तालाप के टेप सार्वजनिक न हो, इस बारे में रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाकर, इसमें रोक लगवाई...

गुजरात दंगे तो इंडियन मीडिया को एक नया शक्तिवर्धक बदाम मिला था..., मोदी को बदनाम करने का , शुक्र है फरीद जकारिया ने अपनी गलती मानकर, अब प्रायश्चित कर रहें है..., लेकिन ४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...

मौनमोहन के कार्यकाल में,बड़बोले पन से मोदी विरोधी कर करोडपति किंग की तस्वीर अमेरिकी जनता ने अब बिगाड़ दी, वहीं स्टेडियम में मोदी की एक तस्वीर, चित्रकार बड़े जोश में बना रहा है..

Wednesday 24 September 2014



४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...

ताकत का सुपर विश्वगुरु अमेरिका ..., “सुपर राष्ट्रवादी, हिंदुत्व गुरू”, के सामने झुक गया .., मोदीजी के दौरे के पहले इतना उफान है ..., लोगों में आतुरता से ६० हजार का टिकट खरीदकर , दौरे में होगा, क्या-क्या फरमान..., इसके लिए अमेरिकी हिंदुस्थानी से लेकर विश्व के नागरिक सुनने के लिए आतुर हैं कि अब मोदीजी चतुर अमेरिका के चरितार्थ को कैसे उजागर करतें हैं..., जो धन-बल-चल से दुनिया को दबोचकर रख रहा है...
एक २१ के सदी के चाणक्य को सुनने में विश्व कायल..., विदेशी शक्तियां अब घायल....

भांड मीडिया ने विदेशी पैसों के इशारे से भाड़े के टट्टू बनकर , विश्व में मोदीजी की छवि खराबकर , यूरोपीय देशों में, मोदी के वीसा प्रतिबन्ध कर, अन्तराष्ट्रीय कोर्ट में तैयारीकी थी, लगाने की गुहार.., अब हो गये लाचार, अब खुल गया उनका भांडा .., अब अमेरिका में अब मोदी की झलक के साथ एक नई अलख है..

मोदी के गर्वीता से अमेरिका में अब होगी गरबा की धूम.. अमेरिका व अन्य देशों के ४० हजार से ज्यादा नागरिक लेंगें चूम ..., एक राजनैतिक रैली का इतिहास बनाने की राह पर मोदी, अन्तराष्ट्रीय स्तर के सुपर स्टार को देखने लोटरी सिस्टम से प्रवेश को बेताब...,

अमेरिका का विदेश विभाग के कर्मचारी के छूटे पसीना .. अन्य देशो के नागरिकों को वीसा देने के बोझ से कर रहे हैं, ओवरटाइम.., मोदी की तरह १८ घंटे काम...

दोस्तों जाने मीडिया की करतूत..., जो अपने को मान रही है लोकतंत्र का कारतूस.....
जिन्होंने ही भ्रष्टाचार को ही उन्नता पर पहुंचाकर , इतनी ताकतवर बन गई थी की इनके इशारों पर ब्लैक मेल कर, कौन किस विभाग का मंत्री को घोटालों का अधिकार मिलेगा

मनमोहन सरकार के अंतिम कार्यकाल में खबर आयी थी आईबीएन18 नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ राजदीप सरदेसाई ने प्रधानमंत्री आवास के पास ५० करोड़ का बंगला खरीदा और अपने मीडिया हाउस के ढेर सारे कर्मचारियों को बिना सूचना से बर्खास्त कर दिया,
आज तक चैनल के प्रभु चावल ने सीधी बात से सीधा, काला धन कमाया, व बरखा दत्त ने पैसे की काली बरखा से, पद्म सिंघवी ने मीडिया के पद्म से ,कोयला घोटालों से दूर संचार के विभागों को ऊंगली पर नचाकर, नीरा राडिया के नृत्य से रतन टाटा को पागाल कर..., एक बूढ़ापे की दहलीज पर खड़े रतन टाटा को नीरा राडिया ने जवानी का नीरा (पानी) पिलाकर.., जोश भरकर..., पारसी समुदाय को कलंकित कर दिया,
अपने व नीरा के वार्तालाप के टेप सार्वजनिक न हो, इस बारे में रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाकर, इसमें रोक लगवाई...

गुजरात दंगे तो इंडियन मीडिया को एक नया शक्तिवर्धक बदाम मिला था..., मोदी को बदनाम करने का , शुक्र है फरीद जकारिया ने अपनी गलती मानकर, अब प्रायश्चित कर रहें है..., लेकिन ४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...

Tuesday 23 September 2014


मोदी के गर्वीता से अमेरिका में अब होगी गरबा की धूम.. अमेरिका व अन्य देशों के ४० हजार से ज्यादा नागरिक लेंगें चूम ..., एक राजनैतिक रैली का इतिहास बनाने की राह पर मोदी, अन्तराष्ट्रीय स्तर के सुपर स्टार को देखने लोटरी सिस्टम से प्रवेश को बेताब...,

अमेरिका का विदेश विभाग के कर्मचारी के छूटे पसीना .. अन्य देशो के नागरिकों को वीसा देने के बोझ से कर रहे हैं, ओवरटाइम.., मोदी की तरह १८ घंटे काम...

दोस्तों जाने मीडिया की करतूत..., जो अपने को मान रही है लोकतंत्र का कारतूस.....
जिन्होंने ही भ्रष्टाचार को ही उन्नता पर पहुंचाकर , इतनी ताकतवर बन गई थी की इनके इशारों पर ब्लैक मेल कर, कौन किस विभाग का मंत्री को घोटालों का अधिकार मिलेगा

मनमोहन सरकार के अंतिम कार्यकाल में खबर आयी थी आईबीएन18 नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ राजदीप सरदेसाई ने प्रधानमंत्री आवास के पास ५० करोड़ का बंगला खरीदा और अपने मीडिया हाउस के ढेर सारे कर्मचारियों को बिना सूचना से बर्खास्त कर दिया,
आज तक चैनल के प्रभु चावल ने सीधी बात से सीधा, काला धन कमाया, व बरखा दत्त ने पैसे की काली बरखा से, पद्म सिंघवी ने मीडिया के पद्म से ,कोयला घोटालों से दूर संचार के विभागों को ऊंगली पर नचाकर, नीरा राडिया के नृत्य से रतन टाटा को पागाल कर..., एक बूढ़ापे की दहलीज पर खड़े रतन टाटा को नीरा राडिया ने जवानी का नीरा (पानी) पिलाकर.., जोश भरकर..., पारसी समुदाय को कलंकित कर दिया,
अपने व नीरा के वार्तालाप के टेप सार्वजनिक न हो, इस बारे में रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाकर, इसमें रोक लगवाई...

गुजरात दंगे तो इंडियन मीडिया को एक नया शक्तिवर्धक बदाम मिला था..., मोदी को बदनाम करने का , शुक्र है फरीद जकारिया ने अपनी गलती मानकर, अब प्रायश्चित कर रहें है..., लेकिन ४२० वां अभी भी गुमान में है की कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...

Monday 22 September 2014


मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., अकेले दम पर “रेंगती भाजपा” को अपने दम व एक ही दंभ से मिशन २७२+ का लक्ष्य प्राप्त कर देश व दुनिया को अचंभित कर दिया 
देशी विदेशी मीडिया, जो पिछले १२ सालों से गुजरात दंगों को भांग बनाकर, जनता को साम्प्रयवाद का नशा देकर ...,अब उनकी भोंपू की आवाज नेपथ्य में चली गई ...

विश्व हैरान व परेशान..., कैसे मिला मोदी को राष्ट्रवाद से लोकतंत्र का वरदान..., कैसे साफ़ हुआ कांग्रेस का खानदान.., अब कोई नहीं है इस खेल का समाधान .... ,
तोड़ों और राज करो के जगह अब मान लो, सबका हाथ – सबका विकास का नारा ..., नहीं तो बजेंगें अपने बारा
मोदीजी ,अब विश्व को आपने अपने शर्तों से झुका दिया है ........

लेकिन ..., आपके पुच्छले नेता जो आज १२ घंटे काम करने पर हांफने लगते है... और आपकी जीत के श्रेय को , “कुर्सी”, एक ध्येय बनाकर , अभी भी खुमारी में हैं ..., जो इनकी पुरानी बीमारी है..

अब जनता ने भी .., उपचुनाव में वोट की छड़ी मारकर , स्पष्ट आदेश दे दिया है..., हमें, अब मत भारमाओं , अब हम लोकतंत्र के शोषित नागरिक नहीं ..., सुशोभित लोग है..,

Thursday 18 September 2014

आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, 
सभी दल सीट बंटवारे को लेकर एक दूसरे का द्रोपदी चीर हरण करने, धौंस देने से लेकर,खुद की गोटी फिट करने की कोशीश में जुटे हुए हैं, जिसमे आम आदमी की लहूलुहान चींखों को सुनने वाला कही नजर नहीं आ रहा है, जबकि सत्ता के महा भोज में खद्दरपोश गिद्धों का रोटी बोटी युद्ध देखकर, जनता न सिर्फ हैरान है बल्कि बदहवास भी है क्योंको आम आदमी के दुखों की जलती चिता की आंच पर उसके रहनुमा , अपने-अपने हिस्से की रोटी सकने में लगा है ..
मेरे वेबस्थल का स्लोगन है...,सत्ता मेवा है, उसकी जय है, सत्य आत्महत्या कर रहा है .., अब इन गिद्धों की लड़ाई में शिवसेना, भाजपा को कमलाबाई बनाती है या भाजपा, शिवसेना को गमला राम बनाता है
कोई भी पार्टी ,देश व तुम्हारे रक्षक नहीं है..., देश को उन्नत बनाना है तो चलों राष्ट्रवाद की ओर
फेस बुक में About लिंक की पोस्ट:
Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.
Description
आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खाद” से भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं, 

Monday 15 September 2014



भीष्म पितामह का यह छक्का , चुनाव आयोग भौचक्का , सुप्रीम कोर्ट अभी चौंका , सूना दिया फरमान ..., इस छ्केड़े नेता के नशेड़ी बयान की गेंद ढूंढो..
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे शरद पवार ने नवी मुंबई में माथाडी कामगारों की एक सभा की थी . यहां एपीएमसी मार्केट के कामगारों को संबोधित करते हुए कहा, 'इस बार सतारा और मुंबई में अलग-अलग दिन मतदान हो रहा है, तो आप सब पहले सतारा में वोट करो फिर 24 तारीख को मुंबई में आकर वोट करो. लेकिन ये करते वक्तब हाथ पर लगी स्यागही पोछना मत भूलना. पिछली बार वोटिंग एक ही दिन हुई थी तो कम वोटिंग हुई. इस बार अलग अलग दिन वोटिंग है

वही चुनाव आयोग ने चेतावानी देते हुए छोड़ दिया है.. चुनाव आयोग की चेतावानी नेताओं को चेतने की छावनी बना कर अगले बयान की दहाड़ का इन्तजार रहता है...ताकि वह चेते और अगले नए विवादास्पद बयान की तैयारी करे
याद रहें ... २००९ के लोकसभा चुनाव के दौरान नई मुम्बई के धाकड़ नेता व शरद पवार के दांये हाथ गणेश नाईक जिन्होंने पिछले नगरपालिका चुनाव में राज ठाकरे के इंजन का कोयला ख़त्म कर अपने दम पर सत्ता काबिज कर.., महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का भाषावाद का जोश खत्म कर दिया था...,
इन्ही गणेश नाईक के वाइट हाउस कार्यालय में चुनाव के दौरान ५० हजार बोगस राशन कार्ड के जखीरें मिले थे.., जिसमे उनके पुत्र संजय नाईक की विजय हुई थी , पुलिस द्वारा छापा मारने के बाद, मनमोहन सरकार के कार्यकाल में भीष्म पितामह के वर्चस्व से यह मामला दबा दिया गया व चुनाव आयोग ने भी संज्ञान नहीं लिया,
इसी फ़ॉर्मूले के तहत चुनाव के दौरान मुम्बई में भाजपा के धाकड़ नेता किरीट सोमैया ६ लाख की वोटिंग में मात्र २५० वोटों से शरद पवार के उम्मीदवार संजय पाटिल से हार गए थे
भीष्म पितामह जो अपने जीवन में बेदाग़ ही साबित हुए है..,चाहे वो २ लाख करोड़ के आदिवासीयों से छीनी गयी जमीन से, भू-माफिआयों के गठ जोड़ से लवासा जैसे शहर की बंदरबाट, किसानों की आत्महत्या, कृषी घोटाला व अपनी बेटी को सिंगापुर की दोहरी नागरिकता का मामला हो...
इसे कहतें है राजनीती.., जो संविधान ऐसे भीष्म पितामह को पैदा करता है और आगे भी पैदा करता रहेगा..,
अब देखना होगा.., अक्टूबर के महाराष्त्रके विधानसभा चुनाव में ये क्या गुल खिलाते हैं...,
क्या मोदी व अन्य विरोधियों की गेंद को समा पार ठिकाने लगा पातें हैं या अपने क्लीन बोल्ड होने का ठीकरा किसी और पर फोड़ते है.. 

Thursday 11 September 2014



वीर सावरकर..., देश के दिव्यमान वीर ही नहीं परमवीर शब्द की व्याख्या भी फीकी है..., जिनकी आज तक ४० भविष्यवानी वाणी सार्थक हुई हैं.. जिन्होंने गुलाम भारत के जेल में पहला अनशन किया था..., उनके उदगार १०० साल बाद, भी सार्थक है.. “अनशन, देश की गुलामी की भक्ती है और समय की बर्बादी है”
आज तो रेलवे पटरी में आत्महत्या करने वाला शख्स भी, अपनी जान की परवाह करने के लिए, अपने साथ खाने का डब्बा ले जाता है.., ताकि रेल गाड़ी के समय पर न आने से, उसे भूख लगने पर भोजन करें ..,
अन्ना को “गांधी” बनाकर, अन्ना को चार आना कहकर , अब नौटंकी वाल चारों खाने चित्त हो गए है..,
एक ज्ञानवर्धक कहानी है...जो आपने भी पढ़ी होगी.., एक गरीब के पास उत्तम घोड़ा था , एक डाकू की नजर उसमें पड़ी तो उसने मुंहमांगी कीमत देने को तैयार हुआ तो उसने कहा यह घोड़ा मेरे जीवन का अंग है.., मैं इसे बेच नहीं सकता, तब वह डाकू, सड़क किनारे,भिखारी का वेष बदलकर, कराहते हुए, मदद मांगते हुए उसके घोड़े में बैठकर, उसके घोड़े को लेकर भाग जाते समय, उस गरीब ने डाकू से कहा “मेरा घोड़ा तो तुमने ले लिया है..., लेकिन इसकी चर्चा गाँव वालों से नहीं करना,,नहीं तो गरीबों व भिखारियों से लोगों का विश्वास उठा जाएगा...,
नौटंकीवाल ने तो अपना डाकू का रूप देश व दुनिया को बताकर.. इस घोड़े से जंग जीतने के ख्वाब से ध्वस्त हो गया है...
जब,अन्ना का अनशन रूपी घोड़े से, देश में जनता को एक क्रांती का आगास हो रहा था, जनता भी इस घोड़े के साथ दौड़ लगाने को आतुर होकर उनमे भी आत्मबल जागृत हो रहा था ...
तब अन्ना की मंडली ने इस घोड़े को रोककर , सत्ता के डाकू बनकर, चुरा लिया..., अब यह खबर आम जनता तक पहुँच चुकी है...
अब जनता भी आने वाले अनशन को भी संशयित आँखों से देख रही है...
आज देश में जितने भी अनशन हुए हैं... वे सभी देश के UN-SON साबित हुए हैं..., भारत माता के गद्दार पुत्र, जिन्होंने अपने उद्धार के लिए, भारत माता के अंग काटने में भी संकोच नही किया..., वे गुलामों को भरमाने के लिए अंग्रेजों के सेफ्टी वाल्व बन कर..., आज बापू, महात्मा व चाचा की उपाधी से नवाजे गए हैं.. और तो और १९४७ में छूपी संधि से “सत्ता का हस्तांतरण कर”... “रण” जीतने का जश्न मनाकर, दावा कर, “आजादी” का झांसा देकर, आज भी १८७२ का गुलामों का क़ानून लागू कर..., लाखों मोहल्लों की सडकों से देश के संस्थान अपने नाम कर..., देश को गुमराह कर रहें है...
इस आड़ में अंग्रेजों के सत्ता के भेदियों द्वारा क्रांतीकारियों की आवाज दबाकर , ये भेडियें , १९४७ में देशप्रेमी का चोला पहनकर आज भी देश के मसीहा की सूची में है...
आज गांधी को विश्व का अग्रणी शांती दूत का तमगा देकर.., अनशन के प्रयोग के जन्मदाता के रूप में देश में भरमाया जाता है....
यह शांती का दूत..????, कपूत निकला.., याद रहे, इस अनशन की खाल में बापू ने .., दो विश्व युध्ह में २ लाख हिंदुस्थानी सैनिकों की अकारण बलि देकर, जो कुत्ते की मौत मारे गए थे .. व १९४७ में देश का अंग भंग कर ५ लाख हिन्दुस्थानियो की बलि लेकर..., इस अहिसा के परदे में खूनी खेल खेलकर, आज तक शांती दूत का चेहरा दिखाया है...

Tuesday 9 September 2014



नौटंकी वाल .., आम आदमी का धन लूटाकर हो गए मालामाल ..., मीडिया के TRP से बने सुर्खीयो में लाल.., बन गए भगत सिंग के नाम से एक दलाल.., दिल्ली की सत्ता को लात मारकर.. एक बड़ा नशा पाने के लिए बन गए गर्दुल्ला.., काश्मीर को अलग करने की राह में बने पाकिस्तान के अब्दुल्ला...
पाकिस्तान हुआ कायल..., हाफिज सईद ने भी कहा यह है हमारा सजदा और शहजादा 
अन्ना को गांधी बनाकर, इस आंधी से सत्ता के अंधेपन से तुम बह गए.., दो कौड़ी बनकर, इस खेल में झाडू के तिनके मोदी की आंधी से बिखरते गए ...
तुम क्या जानों आम आदमी के वोट की किमत ..., कजरी बाबू ..., अपनी आँखों में काजल लगाकर ..., कजरी नयनों से सत्ता के सुन्दरी को बहकाने का अब भी नहीं हुआ, तुम्हे मलाल
कश्मीर को अलग करने व साम्प्रयवाद के कपडे पहनकर विदेशी बिंदी के हवस से देश को चिंदी बनाने के झांसे में, तुम खुद ही फंसे..., गरीबों के खुदा व बन्ना (दुल्हा) बनने के चक्कर में खुद की कब्र खोद बैठे
धरना के नाम से बड़े घरानों को लोकसभा के टिकट देकर ..., तुम बने नट –खट, पार्टी के गरीब नेताओं मे पैदा कर दी ख़ट-ख़ट ... की खटास
अब तिनके बिखरने के बाद झाडू के तिनके के गठबंधन की गांठ के धागे से.., अब तुम कह रहे हो विरोधी कर रहें हैं सत्ता पाने के लिए सांठ-गांठ...
कजरीजी सत्ता के नाद/नशे में तुमने एक सुनहरा मौक़ा गंवा दिया...,
आज “आप” भी वी.पी सिंग…, की काश्मीर नीती के कायल होकर दोहरे मापदंड की नीती से वोट बैंक पर डाका डालने के लिए “आप” “विशेष वर्ग ” के खेल का मलयुद्ध खेल रहे थे ….
केजरीवालजी…???, इस, नौटंकी से जनता के पेट की टंकी खाली कर , राजनीती की पूरी तल कर , SMS के बहाने जनता को बुलावा देकर भी न आने पर अपने सारथियों के साथ…, ताली बजाने का खाली पीली का खेल कर सत्ता के नशे की बोतल , खा व पीली का झांसा जनता को मत दो….
सस्ती लोकप्रियता से सत्ता की प्रणयता के मिली भगत का खेल बंद करों….. अपने १८ वादों की किताब तो फिर से तो खोलो..., आत्मंथन तो करों.., अन्ना व आम आदमी को कैसे झांसा दिया है..., देश की दुर्गती से आपने गति पाने का कैसा खेल खेला है
और तुम्हारी सभी साथी झाडू के तिनके ले कर क्यों भागे....
अब स्टिंग आपरेशन की ट्रिंग-ट्रिंग के खेल से अपनी कमजोरी मत छुपाओं...,

Sunday 7 September 2014



 क्या अब ओवैसी.., देश के लिए 100 करोड़ हिन्दुओ को खत्म करने के लिए 15 मिनट चाहिए, तो मुंबई के 1 करोड़ हिन्दुओ को खत्म करने के लिए कितने सेकेंड लेने के समय का बयान देगा…..????, मेरे मुंबई आया, असदुद्दीन ओवैसी, हे रामजी .... क्या अब वह, यह बयान देगा ...?? 
अब, रमजान (RAMJAN= RAM +JAN, = राम के जान वाले ) और दिवाली ( DIWALI= DIWAYA + ALI, = अली के दिलवाले) के लड़ाई से देश की बरबादी का खेल शुरू करने की कोशिश की आड़ मे वोट बैंक के कशिश (खिंचाव / आकर्षण शक्ति) की कहानी आगे भयंकर रूप से बढ़ने वाली है...
जागो देशवासियों...तुम तो धर्म के खेल के तो... सिर्फ मोहरे हो...इनके लिए, तुम तो पाँच साल के लिए... रोते हुये चेहरे हो ...???? इसलिय राममनोहर लोहिया की वाणी आज भी सार्थक है , कि, जिंदा कौमे पाँच साल का इंतजार नही करती है....??? इससे मुक्ति चाहिए तो....????, चलो राष्ट्रवाद की ओर ....

धर्म, जातिवाद , अलगाववाद, घुसपैठ इन सत्ता धारियों के लिए तो एक शराब है...? और देश लूटने का ख्वाब है…??? संसद के पिछले कार्यकाल में..., दिन मे संसद की कारवाई हुडदंग से स्थगित करा..., देश को बेबस बनाओ ....दिन मे लूट और रात मे, घुसपैठेयों के लिए सीमाए खोलकर , वोट बैक का जश्न मनाओ का खेल है की रणनीती अपनाई ...????

याद रहे जब असदुद्दीन ओवैसी को जेल की हवा खानी पड़ी , तो कोर्ट ने भी उन्हे जमानत देते समय कहा था कि... राम का विरोध करते हो...., परंतु, देखो तुम्हें जमानत दिलवा कर जेल से बाहर निकालने के लिए भी एडवोकेट राम आये है... बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है, इसी ताजा घटना के समय, संसद को हंगामाबाजी से स्थगित करने के लिए, संसद मे, असदुद्दीन ओवैसी के बड़े भाई अकबरुद्दीन जो सांसद थे , उन्हे, सोनिया गांधी ने इशारा कर, उकसाने का प्रयत्न किया..कि हुडदंग से संसद की कार्यवाही स्थगित करा दो .??? संसद के समय की बरबादी से ...देश की बरबादी का खेल बदस्तूर जारी था ...।
अब तो असदुद्दीन ओवैसी, खुले आम,अपने को इस्लाम का स्वंभू मसीहा मानकर, फरमान सुना दिया है..कि यदि हिन्दुस्तान , पाकिस्तान का युध्ह होता है तो देश के मुसलबान, पाकिस्तान के तरफ से बाण चलाएंगे , बड़े दुःख के साथ लिखना पड़ रह़ा है कि, हमारा संविधान भी अकबरुद्दीन ओवैसीको “देशप्रेमी” मानकर अब भी चुप है..., मीडिया ने भी इस बयान से पल्ला झाड़कर एक छोटी खबर कहा है.........
पिछली सरकार तो, ऐसी ख़बरों के सम्मान से सत्ता का अभिमान की से माल-माल होकर, खुले आम संविधान को चुनौती देकर लताड़ लगा रहें थी , हम संविधान के ५ साल के रक्षक है..., जनता ने हमें चुना है.., ऐसा कहकर देश को चुना लगा रहें थे.., अब यह रणनीती हमें ले डूबेगी..,
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री व शरद पवार के भतीजे ने एक लाख करोड़ का सिचाई घोटाला कर..., ताल ठोककर, महाराष्ट्र की जनता का उपहास कर कहा.., इस सूखे छेत्र में मेरे पेशाब करने से यदि बाढ़ आती है, तो..., मैं पेशाब करता हूँ .., खाद्यान घोटाले से १० लाख से अधिक से किसान आत्महत्या व इस योजना से धन डकारने की योजना को मीडिया से शरद पवार भी एक सामान्य घटना मान रही है...
पिछले महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में , राज ठाकरे के भाषावाद के युध्ह में मराठी माणूस (आदमी) अपनी ही कुलहाड़ी से अपाहिज हो गया है, इस भाषावाद के जहर से.., कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी केसत्ता पर काब्ज होने के बाद..., सुपर पावर के शरद पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र से देश तक में घोटाले की बौछार हो गयी.., मोहल्ले के नेता तो इस फव्वारे के पानी पीने से मला-माल हो गए.
बाल ठाकरे भी बार-बार पुकार कर रहें थे बेटा आ अब लौट आओ , मेरी बोतल में शराब डालकर, सत्ता का नशा मत करों, नशा उतरने के बाद तुमको अपनी अवकाद मालूम पड़ेगी.., क्योंकि ४० साल पहले मैंने भी यह शराब पी थी, और ३० साल तक मेरी अवकाद नगरपालिका चुनाव जीतने तक ही थी ..., और भतीजे के इस रवैये से मरते समय तक उनकी आत्मा तड़फती रही .., और लोकसभा चुनाव मेंराज ठाकरे को जनता ने इतने जोर से पटका कि अब आनेवाले विधानसभा चुनाव से हाय-तौबा कर ली है...
हे, हुडदंग., हुडदंग.., हुडदंग..., से धर्मवाद के जंग से वोट बैंक के सौदागर दंग और हडकंप , पिछले चुनाव में भाषावाद के जंग से सत्ता का रंग..,
महाराष्ट्र में मोदी के विरोधी नेताओं को, लोकसभा चुनाव में, मोदी के चोट से जो घाव हो गए है..., अब इस घाव में जरूर पढ़े, क्या अब ओवैसी.., देश के लिए 100 करोड़ हिन्दुओ को खत्म करने के लिए 15 मिनट चाहिए, तो मुंबई के 1 करोड़ हिन्दुओ को खत्म करने के लिए कितने सेकेंड लेने के समय का बयान देगा…..????, मेरे मुंबई आया, असदुद्दीन ओवैसी, हे रामजी .... क्या अब वह, यह बयान देगा ...??
अब, रमजान (RAMJAN= RAM +JAN, = राम के जान वाले ) और दिवाली ( DIWALI= DIWAYA + ALI, = अली के दिलवाले) के लड़ाई से देश की बरबादी का खेल शुरू करने की कोशिश की आड़ मे वोट बैंक के कशिश (खिंचाव / आकर्षण शक्ति) की कहानी आगे भयंकर रूप से बढ़ने वाली है...
जागो देशवासियों...तुम तो धर्म के, खेल के ... सिर्फ मोहरे हो...इनके लिए, तुम तो पाँच साल के लिए... रोते हुये चेहरे हो ...???? इसलिय राममनोहर लोहिया की वाणी आज भी सार्थक है , कि, जिंदा कौमे पाँच साल का इंतजार नही करती है....??? इससे मुक्ति चाहिए तो....????, चलो राष्ट्रवाद की ओर ....

धर्म, जातिवाद , अलगाववाद, घुसपैठ इन सत्ता धारियों के लिए तो एक शराब है...? और देश लूटने का ख्वाब है…??? संसद के पिछले कार्यकाल में..., दिन मे संसद की कारवाई हुडदंग से स्थगित करा..., देश को बेबस बनाओ ....दिन मे लूट और रात मे, घुसपैठेयों के लिए सीमाए खोलकर , वोट बैक का जश्न मनाओ का खेल है की रणनीती अपनाई ...????

याद रहे जब असदुद्दीन ओवैसी को जेल की हवा खानी पड़ी , तो कोर्ट ने भी उन्हे जमानत देते समय कहा था कि... राम का विरोध करते हो...., परंतु, देखो तुम्हें जमानत दिलवा कर जेल से बाहर निकालने के लिए भी एडवोकेट राम आये है... बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है, इसी ताजा घटना के समय, संसद को हंगामाबाजी से स्थगित करने के लिए, संसद मे, असदुद्दीन ओवैसी के बड़े भाई अकबरुद्दीन जो सांसद थे , उन्हे, सोनिया गांधी ने इशारा कर, उकसाने का प्रयत्न किया..कि हुडदंग से संसद की कार्यवाही स्थगित करा दो .??? संसद के समय की बरबादी से ...देश की बरबादी का खेल बदस्तूर जारी था ...।
अब तो असदुद्दीन ओवैसी, खुले आम,अपने को इस्लाम का स्वंभू मसीहा मानकर, फरमान सुना दिया है..कि यदि हिन्दुस्तान , पाकिस्तान का युध्ह होता है तो देश के मुसलबान, पाकिस्तान के तरफ से बाण चलाएंगे , बड़े दुःख के साथ लिखना पड़ रह़ा है कि, हमारा संविधान भी अकबरुद्दीन ओवैसीको “देशप्रेमी” मानकर अब भी चुप है..., मीडिया ने भी इस बयान से पल्ला झाड़कर एक छोटी खबर कहा है.........
पिछली सरकार तो, ऐसी ख़बरों के सम्मान से सत्ता का अभिमान की से माल-माल होकर, खुले आम संविधान को चुनौती देकर लताड़ लगा रहें थी , हम संविधान के ५ साल के रक्षक है..., जनता ने हमें चुना है.., ऐसा कहकर देश को चुना लगा रहें थे.., अब यह रणनीती हमें ले डूबेगी..,
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री व शरद पवार के भतीजे ने एक लाख करोड़ का सिचाई घोटाला कर..., ताल ठोककर, महाराष्ट्र की जनता का उपहास कर कहा.., इस सूखे छेत्र में मेरे पेशाब करने से यदि बाढ़ आती है, तो..., मैं पेशाब करता हूँ .., खाद्यान घोटाले से १० लाख से अधिक से किसान आत्महत्या व इस योजना से धन डकारने की योजना को मीडिया से शरद पवार भी एक सामान्य घटना मान रही है...
पिछले महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में , राज ठाकरे के भाषावाद के युध्ह में मराठी माणूस (आदमी) अपनी ही कुलहाड़ी से अपाहिज हो गया है, इस भाषावाद के जहर से.., कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी केसत्ता पर काब्ज होने के बाद..., सुपर पावर के शरद पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र से देश तक में घोटाले की बौछार हो गयी.., मोहल्ले के नेता तो इस फव्वारे के पानी पीने से मला-माल हो गए.
बाल ठाकरे भी बार-बार पुकार कर रहें थे बेटा आ अब लौट आओ , मेरी बोतल में शराब डालकर, सत्ता का नशा मत करों, नशा उतरने के बाद तुमको अपनी अवकाद मालूम पड़ेगी.., क्योंकि ४० साल पहले मैंने भी यह शराब पी थी, और ३० साल तक मेरी अवकाद नगरपालिका चुनाव जीतने तक ही थी ..., और भतीजे के इस रवैये से मरते समय तक उनकी आत्मा तड़फती रही .., और लोकसभा चुनाव मेंराज ठाकरे को जनता ने इतने जोर से पटका कि अब आनेवाले विधानसभा चुनाव से हाय-तौबा कर ली है...
हे, हुडदंग., हुडदंग.., हुडदंग..., से धर्मवाद के जंग से वोट बैंक के सौदागर दंग और हडकंप , पिछले चुनाव में भाषावाद के जंग से सत्ता का रंग..,
महाराष्ट्र में मोदी के विरोधी नेताओं को, लोकसभा चुनाव में, मोदी के चोट से जो घाव हो गए है..., अब इस घाव में असदुद्दीन ओवैसी की हरी मिर्च लगने के हडकंप से सतारूढ़ पार्टी को रोड में आने का खौफ सता रहा है

Friday 5 September 2014



शिक्षक दिवस...!!!!, यह राष्ट्र का विकास दिवस नहीं ...,पतन दिवस बनते जा रहा है...,
कहीं शिक्षा घोटाला, -अभी का ताजा शिक्षा व्यापार का मध्य प्रदेश सरकार के संस्कार से व्यापम घोटाला, जो धनाढ्य व मंत्री , नौकरशाही वर्ग के पास मुन्ना भाई M.B.B.S. (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) का लाईसेंस ( LIE –SENSE –झूठ का यंत्र ) व शहरी दलितों के दल-हित के वोट बैंक के नाम से क्रीमी लेयर से , सत्ता की माखन हांडी में अधिकार..., व देश के सुदूर इलाकों के गरीबों /दलितों का बहिष्कार
आज इसी आड़ में ...???, देश का हर दिन ..., प्रतिभा का भक्षक दिवस है , आरक्षण से राष्ट्र का भक्षण हो रहा है, कंहा गई... गुरुकुल की परंपरा, जब गुरु की शिक्षा से, विधार्थी के कुल परिवार का उद्धार होता था ...??? , आज का शिक्षण, घर बार बेचकर , बेरोजगारी से एक उधार करण की नीति है....
आज शिक्षा व्यवस्था मे सुपर 30 वाले गुरु कहां गायब हो गए है...????, बिहार के आनन्द कुमार, जो दिन मे पढ़ते थे, और घर चलाने के लिए, शाम को माँ के बनाए पापड़ बेचते थे... यह राजनेताओ को एक झापड़ /थप्पड़ है और सिद्ध कर दिया कि, दलित के नाम पर वोट बैक के नाम पर दल-हित से ज्यादा नेताओ का स्वहित ज्यादा है ... आनन्द कुमार, जिन्होने ने हर धर्म जाती की प्रत्तिभा को निखार कर दुनिया मे हलचल कर दी है, आज जापान जैसा देश उनके पढ़ाने की कला से प्रभावित हो कर, एक पुस्तक प्रकाशित कर , उनका अनुसरण कर रहा है, आनंद ने कहा है आज के छात्र , शिक्षा को खरीद कर, पैसे की चमक मे..., मृगतृष्णा की तरह भाग रहे है... आज 1000 छात्रो मे 5 छात्र ही शिक्षक बनते है. , जिसके वजह से अकुशल शिक्षकों के, आधा अधूरा ज्ञान से , बैलगाड़ी की तरह, देश की प्रतिभा चल रही है।
और ऊपर से आरक्षण का तड़का , इस झांसे मे देश भटका ...याद रहे संविधान मे पहली बार दलित व पिछड़े जाती को 22.5% आरक्षण... 10 सालो के लिए उपलब्ध कराया गया था , बाद मे 33% और आज तो इसे दल-हित (दलित) मानकर , और आज यह 49% तक पहूंच गया है, यह तो सुप्रीम कोर्ट का अहसान माने कि उन्होने धर्मो के नाम पर आरक्षण को खारिज कर दिया है , नही तो आज, यह 100% आरक्षण भी कम होता , देश मे आरक्षण के नाम पर हजारों नये विद्धालाय, महाविद्धालाय बनाने पड़ते, दोस्तों...??? यह वोट बैंक के असुरों का, यह राष्ट्र का भक्षण है
आनन्द, आज, आप... और... केवल आप ही ... देश के पतिभाओ के लिए एक सुपर आनन्द हो .... आनन्द कुमार की प्रसिद्धि सुपर-३० की अद्वितीय सफलता के लिए है। वर्ष २००९ में पूर्व जापानी ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री नोरिका फूजिवारा ने सुपर 30 इंस्टीट्यूट पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई थी। इसी वर्ष नेशनल जियोग्राफिक चैनल द्वारा भी आनंद कुमार के सुपर ३० का सफल संचालन एवं नेतृत्व पर डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई थी। समाज के गरीब तबके के बच्चों को आईआईटी जेईई की प्रवेश परीक्षा के लिए मुफ्त तैयारी कराने वाले गणितज्ञ आनंद कुमार को प्रसिद्ध यूरोपीय पत्रिका फोकस ने असाधारण लोगों की सूची में शुमार किया है। पत्रिका के आलेख में लिजा दे क्यूकेलियर ने लिखा है कि आनंद असली जुझारू नायक की तरह हैं, जो माफिया की धमकी के बावजूद गरीब बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं। उन्होंने 330 बच्चों को अपने मार्गदर्शन में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाई है। लोकप्रिय विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इतिहास, स्वास्थ्य और सामाजिक विषयों पर रोचक और ज्ञानवर्धक आलेख प्रकाशित करने वाली इतालवी पत्रिका ने अपने एक लेख में आनंद को असाधारण प्रतिभाओं में शुमार किया है। 

Wednesday 3 September 2014



,एक शेर की दहाड़ है..., दुश्मनों में भगदड़ है..., 
मोदी जाकर अपने दोस्ती के पान से जापान कायल है...
विरोधीयों कोयल ..व कोयला चोरों की आवाज तो वसंत के महीने में भी बंद है...
मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., भले ही फ़ुटबाल में हमारा नम्बर १५० देशों के बाद है.., पिछले १० सालों में हम आतंकवाद को रोकने में फिसड्डी देशों में शामिल हों.., आतंकवादी हमारे यहाँ कबड्डी के कबाड़े का खेल खेलकर, वापस चलें जाते है..
लेकिन नयें नवेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्राजील के ब्रिक देशों के समूह में गोल मारकर, अपने स्वाभिमानी गर्जना से सात समुंदरी देशों के सुप्रीमों से विश्व के देशों में हमारी ताकत की झलक दिखा कर, दुनिया में हलचल मचाकर, महाबली देशों के, लूट के खेल बंद होने की आहट से आहत होने से खलबली मची है...
भले ही मानसूनी बादलों की देश भर में गर्जना नहीं हुई है...,लेकिन मोदीजी की गर्जना से विदेशी ताकतों की पेंट पैंट गीली हो गयी है..,अभी दो दिन पहले लद्दाख में हमने चीनी सेना की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है,,,
पिछले १० सालों में हमारे प्रधानमंत्री से राजनयिकों ने, जो वार्ता के बहाने पिकनिक- पर्यटन (PICNIC) मनाने गए थे..., और देशवासियों में (PANIC) दहशत से आतंकवादियों को सत्कार से चिकन बिरयानी खिलाकर मीडिया व विदेशी ताकतों से वाहवाही पाते रहे...
देशवासियों के अच्छे दिन तो आने वाले हैं लेकिन विदेशी ताकतों के बुरे दिन आ गए हैं...
देश के आतं कवादियों, अलगाववादियों के वादियों का खात्मा के डर से विरोधी खेमों की आत्मा में हडकंप
वाराणसी बनी मोदी के लिए वार के रण के अस्सी विरोधियों की रस्सी , अब विरोधियों को देश के दूध (संसाधनों) को मथ कर (बेचकर) नहीं पीने को मिलेगी लस्सी..., .
देश के दूध से माखन व अन्य उत्पाद , विदेशी माफियाओं के मंथन से सत्ता को चमकाने के साथ सत्ताखोरों की संपती हजारों गुना बढ़ गयी है
देश के मुठ्ठी भर लोग अपने को विश्व के अमीरों में शुमार होकर , भारत एक विश्व शक्ती का दंभ भरकर .. जनता को भरमा रहें हैं
“मेरा भारत महान” से “भारत निर्माण” के नारों से भ्रष्टाचारी ..., एक-एक वस्त्रों (घोटालों) को पहनकर ,देश की खान, खदान, ईमान बेचकर अपनी सुन्दरता का बखान कर रहें है.
दोस्तों ...आज हमने देश की ६७ वर्षों की जवानी , भाषावाद,अलगाववाद, जातिवाद,धर्मवाद से.., सत्ता परिवर्तन को आजादी की भर मानी से.., सत्ताखोरों ने, अपनी अय्याशी व मौजमानी से.., विशेष मेहमान मानी से.., देशवासियों को एक भ्रम से भेड़ नीती से जनता को भेद कर बर्बाद कर दिया है...
ऊपर से धर्मनिरपेक्षता के हमारे संविधान से..., यदि गौर करें तो इस संविधान की आड़ में विशुद्ध रूप से साम्प्रयवाद को सु-प्रियवाद बनाकर बढ़ावा देकर देश पर राज किया है..
बड़े दुःख के साथ लिखना पढ़ रहा है..., आज देश के ८०% से अधिक हिन्दुस्तानी २० रूपये से कम कमाकर .., आज मेरे देश की तस्वीर, भूखा,नंगा हिन्दुस्थान की बनी है,,,
जागो देशवासियों राष्ट्रवाद की धारा मे आओ और डूबते देश को बचाओं॥ सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो..