२९ जनवरी.. देश का सबसे बड़ा शराब के घर में संचय से राजस्व दिवस का उत्सव से
देश मालामाल … क्यों कि 30 जनवरी है गांधी की हत्या से शराब बंदी का सूखा दिवस
व ३० जनवरी को तुष्टिकरण व छद्म अहिंसा का ढकोसला करनेवाले गाँधी की गंदी
राजनीति पर पर प्रहार से
देश का नया जन्म हुआ
इस दिन नाथूराम GOD-se (गोड से - देव तुल्य ) के साहसिक करम से बापू को अमर कर ..
फेल / असफल होती कांग्रेस को ग्रेस मार्क्स से धर्मनिपेक्षता का बिगुल बजाकर
जवाहर देश का ज़हर से “आराम हराम है” के नारे से अपने अय्याशी कुकर्मों पर बापू ब्राण्ड का
कुर्सी में लेप लगाकर स्वंय भारत रत्न का तमग़ा लेकर मरणोपर्यन्त देश को खंडित कर चिपके रहे
“आप” के केजरीवाल ने भी गाँधीवादी शक्तिशाली अन्ना हज़ारे के सिद्धांतों का गन्ना
चूसकर उन्हें इतना श्रीण कर अब सभी दलों
की नज़र में अपाहिज की श्रेणी से उनका क़द समाप्त कर दिया है
अब दारू को बारूद व अलगाववाद को देश का बदलाववाद से रोहिंग्या शरणार्थीयों को
विशेष वोट बैंक मानकर केजरीवाल दिल्ली से
शेष भारत में मुफ़्त बिजली से देश में विष घोलने का कार्य कर अपने को विश्व विजेता
का तमग़ा दे रहें हैं
अब गाँधी को भी लग रहा हैं की अमृत वर्ष में इस राहु को शराब को अमृत कहकर
नवजवानों को गले के नीचे उतारने के पहिले
अब अहिंसा नहीं कटार के धार से शराब की धार को काटने से ही इस देश के नवजवानों में
ही राष्ट्रवाद की लहर से नशे के भँवर से
मुक्त हो कर देश को दिव्यमान बनाकर .. विश्व को मार्गदर्शन कर देश विश्व गुरु बन
सकता है …