Thursday, 26 June 2025

ईरान बनाम इजराइल युद्ध मैंने दोस्ती कराकर , सुलह करा दी , फिर भी दोनों एक दूसरे पर आग उगल रहें हैं





 



ईरान द्वारा कतर में अमेरिका हवाई बेस में नए हमले से ट्रंप के गाल में तमाचा , अब शांति का नोबल पुरस्कार मिलने की आस धूमिल ..!!


ईरान - इसराइल में घमसान युद्ध , अशांति से एक दूसरे में प्रहार से शक्ति प्रदर्शन 

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ईरान बनाम इजराइल युद्ध

मैंने दोस्ती कराकर , सुलह करा दी ,  फिर भी दोनों एक दूसरे पर आग उगल रहें हैं


I made them friends and reconciled, but still both of them are spewing venom at each other


Monday, 23 June 2025

जरुर पढ़े ...., 23 अक्टूबर बलिदान दिवस -डॉक्टर श्यामा प्रसाद का


 

दो अचूक ...,सार्थक ब्भाविश्यवानियाँ भविष्यवानियां !!!,

श्यामारास्द श्यामा प्रसादजी ,आपकी देश की   बहुत जरुरत है.., आप कश्मीर मत जाओं ..., आप जिन्दा नहीं  लौटेंगे ..,


गांधी की “गंदी राजनीती” व जवाहर के “जहर” से हमें खंडित भारत के साथ छितरा– व भीतरा, राजे –रजवाड़ों का देश मिला .,  देश “वीर सावरकर की विचारधारा” से ही विश्वगुरू बनेगा.



काश इन दो नेताओं ने “वीर सावरकर” की बात मानी होती तो..!!!,  ये दो “युग पुरूष” देश की सूरत – सीरत बदल कर, आज विश्व, “हिन्दुस्तान” की तरफ ताकता ..., देश में वोट बैंक, जातिवाद , भाषावाद , अलगाव वाद , घुसपैठीयों के रंग से, आज भारतमाता बदरंग नहीं होत्ती.., देश, भीतरी सत्ताखोरों – माफियाओं  गठबंधन व  विदेशी लुटेरों के हाथ,साथ,विचार, संस्कार की वैसाखी से आज पंगु न होता..

आज भी हमारे प्रधानमंत्री.., “काले धन का क़ानून बनाने” के बहाने.., “अच्छे दिनों” के १३३  महिने बर्बाद कर, काले माफियों को अपरोक्ष रूप ढाल/प्रोत्साहन के ताल से, भ्रष्टाचारी मछलियों के तालाब को तलब करने के बजाय उसे लाबा-लब कर रहें है. भ्रष्टाचारियों के लैब (LAB) नए-नए व्यापक घोटालों की व्यापमता को देखकर.., मौन मोहन सिंग की कार्बन कॉपी से देशवासी.., अब अच्छे दिनों से अचंभित है ,
प्रधानमंत्री अब,  विदेश में कटोरा लेकर BEGGER – BUSINESS से BUSY रहकर.., BIG INDIA बनाने के लिए अब भी “राष्ट्रवाद” के देशवासियों की प्रतिभा पहिचानने की भूल कर रहें हैं.., जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान” के मंत्र से ही, स्वदेशी विचारों से श्यामाप्रसाद मुखर्जी व लाल बहादुर शास्त्री के अधूरे सपने पूरे होंगें

वीर सावरकर की,  !!!!  दो अचूक..सार्थक भविश्यवाणीयाँ  !!!!

१. श्यामा प्रसादजी आपकी देश को बहुत जरूरत है. आप कश्मीर मत जाओं ..आप जिन्दा नहीं लौटेंगें 
२. ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकर ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओयदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे.. और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..

प्रधानमंत्री बनने के बादलाल बहादुर शास्त्री ने श्यामा प्रसाद मुखजी मुखर्जी के आधे कार्य को पूरा कर,  माना कि .., देश की राजनीती से नेहरू की “जहरीली गन्दगी” दूर किए बिना..देश में राष्ट्रवादी धारा का प्रवाह नहीं होगा यह उनका प्रबल मत था..शेख अब्दुल्ला द्वारा द्विराष्ट्रवाद के नेहरू खेल” का उन्हें  अच्छी तरह आभान था..इसलिए,शेख अब्दुल्ला की शेखी को, गद्दी से उतारकर..कांग्रेसी SNAKE नेताओं को  SHAKE कर उन्हें तो तब  नेहरू के इस दुगल्ली राजनीती की अंध भक्ति से  अपनी हड्डियों की श्रंखला के टूटने का भीषण आभाष हो गया था ..आज जो धारा ३७० की आड़ में जो खून का तांडव खेला जा रहा है..उसके निदान के प्रयास के पहिले ही ताशकंद में  लाल बहादुर शास्त्री ह्त्या करदेशी ताकतों ने विदेशी हाथों से मेरे देश के स्वर्णीम युग का स्वप्न छीन लिया
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१. सन
 १९५३ मेंहिन्दु महासभाराम राज्य परिषद् व जनसंघ ने कश्मीर का हिन्दुस्थान में सम्पूर्ण विलय के लिए के लिये संयुक्त सत्याग्रह किया. कश्मीर के मुख्यमंती शेख अब्दुल्ला ने सरकारी अनुमति के बिना ,बाहर के लोगों को प्रदेश में प्रवेश बंदी” लगी थी..तब डॉ श्यामा प्रसाद मुखजी मुख़र्जी ने घोषणा कर की मैं इस प्रवेश बंदी के विरोध के बावजूद कशमीर जाऊंगा – तब वीर सावरकर ने उनसे कहा ..., “श्यामा प्रसादजी आपकी देश को बहुत जरूरत है. आप कश्मीर मत जाओं ..आप जिन्दा नहीं लौटेंगें..
 
२. कश्मीर में प्रवेश करते ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डालह्त्या कर आकस्मिक मौत कह दिया 

३. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की माताजी  ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग व मिलने के अनुरोध को ठुकरा दियाऔर कहा वे बीमारी से मरे थे..आज तक पूर्व से वर्तमान सत्ताधारियों ने इस पर जांच करने की भी सोच नहीं की 
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१. ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकर ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओयदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे.. और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..,.
२. ९ जनवरी १९६६ की रात लालबहादुर शास्त्री ने ताशकंद से अपनी पत्नी ललिता शास्त्री को फोन कर कहा मैं हिन्दुस्तान आना चाहता हूँयहांमुझ पर हस्ताक्षर करने के लिए दवाब डाल रहें है...मुझे यहां घुटन हो रही है...

देश के सत्ता की राजनयिक फौजे बार-बारशास्त्रीजी से कह रही थी...भले हम युद्ध जीत गये हैंयदि आप हस्ताक्षर नहीं करोगे तो आगे अन्तराष्ट्रीय बिरादरी एकजुट होकर देश की आर्थिक स्तिथी बिगाड़ देगी...

३. इसके बाद उनके कड़े मंसूबेहमारे देश के सत्ता की राजनयिक फौजे तोड़ने में कामयाब हो गयी..१० जनवरी १९६६ के शाम ४.३० बजे शास्त्रीजी ने जीती हुई जमीन वापस लौटाने व शांती समझौते पर हस्ताक्षर करने के बादउनके पुत्र अनिल शास्त्री को कहा गया ...वे देश के प्रधानमंत्री हैंउनकी सुरक्षा के लिए उन्हें विशेष आवास में अकेले में सुरक्षित रखना होगा.

४ . प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद समझौते के बाद ८ घंटे के बाद ११ जनवरी तड़के १ बजे,पाकिस्तानी रसोईये द्वारा रात को दूध पीने के बाद उनकी मौत हो गईमौत के समय उनके कमरे मे टेलिफोन नही थाजबकिउनके बगल के कमरे के राजनयिकों के कमरों मे टेलिफोन थाउनकी मौत की पुष्टी होने पर राजनयिकों की फौज दिल्ली मे फोन लगा कर चर्चा कर रहे थे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?

५ . अंत तक ललिता शास्त्री गुहार लगाती रहीमेरे पति की मौत की जाँच होआज तक सभी सरकारों द्वाराकोइ कारवाई नही हुई?, 

६ .  इस रहस्य को जानने के लियेआर.टी.आई. कार्यकर्ता अनुज धर ने एडी चोटी का जोर लगाने के बादसरकार की तरफ से जवाब मिला कि यदि हम इस बात का खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?

७ . दोस्तों अब सवाल है कि लालबहादुर शास्त्री की ह्त्या खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?, लेकिन डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ह्त्या की जांच से क्या देश के नेताओं के आपस आंच में सम्बन्ध खराब होने से,इस  जाँच को चूल्हे की आंच में डाल दिया
 
८ . मानवता के उपासक प्रखर राष्ट्रवादी 
महान शिक्षाविद व भारतीय जनसंघ के संस्थापक
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बलिदान दिवस  पर  व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को 
भावभीनी श्रद्धांजलि....




Friday, 20 June 2025

- ⁠योग दिवस - विश्व के नेताओं व देशवासियों के “प्रयोग” से जीवन में खुशहाली व शरीर तारुण्यता से रहें “निरोग”






 






⁠योग दिवस - विश्व के नेताओं व देशवासियों के “प्रयोग” से जीवन में खुशहाली व शरीर तारुण्यता से रहें  “निरोग”


Yoga Day - With the "experiment" of world leaders and countrymen, stay "healthy" with happiness in life and youthful body

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लेकिन २०२५ का  - योग दिवस  - विश्व में मार काट दिवस , विश्व युद्ध की ओर से मारकाट का माहौल , प्रतिद्वंदिता से द्वन्द युद्ध , अब यह मानवता पर प्रहार  से संहार की ओर जाने का द्वार बनता जा रहा है , हथियारों का व्यापार से अनाचार है 









Thursday, 19 June 2025

पाकिस्तान में बंकर में छुपे आसिफ़ मुनीर जो एक टाँग में खड़े थे ,


 


पाकिस्तान में बंकर में छुपे आसिफ़ मुनीर जो एक टाँग में खड़े थे , अमेरिका सेना के २५० सालों का जलवा था तब राष्ट्रपति ट्रम्प ने मुनीर को अमेरिका बुलाया 


अब मुनीर को लगा की मुझे इस आयोजन का मुख्य अतिथि घोषित किया है व अपने को दुनिया का शेर समझने लगा 


१८ जून २०२५ को ट्रम्प ने भोजन में बुलाकर मुनीर को लताड़ा की तुम्हारे पास के आण्विक हत्यार ईरान व अन्य देश में गए तो पाकिस्तान का भुर्ता बन जाएगा..


कार्टून में मुनीर की सोच में पाकिस्तान व इंडिया के कुछ पत्रकार का ख्याली पुलाव का चित्रण है 

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मुनीर.., अब चीन का छोड़ों साथ.., पकड़ों मेरे हाथ .., छोड़ों मोदी का डर.., अब मेरे सीज़ फायर में हैं दम.


.Munir.., now leave China.., hold my hand.., leave the fear of Modi.., now only my ceasefire has power.


Wednesday, 18 June 2025

“एयर इंडिया” पुराने निट्ठले कर्मचारियों के वजह से मेरे विमान हवा में नही उड़ पा रहैं है,




भ्रष्टाचार तंत्र के राजनैतिक मंत्र से एयर इंडिया , किंगफिशर से भी ज़्यादा , जीर्ण होकर अस्थि पंजर कर डुबोने वाले देश के “भ्रष्टाचारियों” को जो जेल में होने चाहिए थे , उन्हें देश के प्रधान चौकीदार ने दिल्ली बुलाकर संसद में नियुक्त किया, ये यह दर्शाता है कि अब कोई मजबूरी नही क्यों की ७८ सालों से देश लूट तंत्र से 
भ्रष्टाचार ही सत्ता की धुरी है 
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“एयर इंडिया” पुराने निट्ठले कर्मचारियों के वजह से मेरे विमान हवा में नही उड़ पा रहैं है,
सारी मृत आत्माओं की मुझे यही शिकायत है

“Air India” my planes are not able to fly because of old lazy employees,

This is my complaint about all the dead souls



ईरान बनाम इजराइल युद्ध मैं तेरा नाम दुनिया के नक़्शे से मिटा दूँगा

 भय है तो क्षय है.., दुनिया में आधे से ज़्यादा युद्ध विपक्षी के ताक़त डर से नही होते है , ख़ास कर इस कलयुग का सशक्त विध्वंस “परमाणु हथियार”

खाड़ी देश के चार देश  इराक़, सीरिया, लेबनान ये तो इसराइल के हमले से आज तक घायल हैं अब ईरान व इसराइल के बीच घमासान से दोनों देशों के विदेशी देश अपनी सहायता से इस प्रतिद्वंद्विता से मालामाल होने का खेल खेल रहें हैं 

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विश्व में दल , गोला बारूद से युद्ध में लड़कर अपनी ऊर्जा व धन गंवाकर जनता को गरीबी रेखा से निर्माण से भूखमरी की ओर ले जा रहें है 

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ईरान बनाम इजराइल युद्ध


मैं तेरा नाम दुनिया के नक़्शे से मिटा दूँगा


Iran V/s Israel War


I will erase your name from the world map

Wednesday, 11 June 2025

चिनाब .., अब देश का पूरा होगा हर ख़्वाब


 


दुनिया का सबसे ऊँचा चिनाब पुल, 


ऊँचा पुल, ऊँचा जोश..


The world's tallest Chenab Bridge,


High bridge, high enthusiasm..


चिनाब .., अब देश का पूरा होगा हर ख़्वाब


Chenab.., now every dream of the country will be fulfilled