Saturday, 27 February 2016

वीर सावरकर का लोहा विश्व के क्रांतिकारियों से अग्रेजों ने भी उनके राष्ट्रवाद को सराहा, ब्रिटेन के लेबर पार्टी ने यहाँ तक कहा इंग्लैंड के सभी शत्रुओं में जो सर्वश्रेष्ठ हैं वे एकमात्र वीर सावरकर हैं इंग्लैंड एक भाग्यवान राष्ट्र है जिसे सावरकर जैसे चारित्र्य संपन्न प्रखर राष्ट्रभक्त और कमाल का बुद्धिमान शत्रु मिला


दोस्तों बड़े दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है ,जिस अप्रतिम महान क्रांतीकारी वीर वीर ही  नहीं परमवीर महान सावरकर को ५० साल की सजा सुनाने व २६ फरवरी २०१६ को  उनकी ५० वी पूण्य तिथी पर देश में कोई सुर्खियाँ नहीं रही ..,क्योकि देश का राष्ट्रवाद सूख गया है...

१.देश की सूखी लकड़िया बनकर JNU राष्ट्र को जलाने में लगा हैं .., वहीं मीडिया से print मीडिया उन्हें देशद्रोही न मान देशप्रेमी की अभिव्यक्ति की आजादी का बखान  कर TRP से धनवान बनकर अपने बंगलों में रत्न जडित कर रहा है.
देश की  विण्डवना है कि आज हर सरकारों ने वीर सावरकर को देशद्रोहियों की प्रथम कतार में रखा.., जबकि वे देशभक्तों की प्रथम कतार में हैं   

२. वीर सावरकर का लोहा विश्व के क्रांतिकारियों से अग्रेजों ने भी उनके राष्ट्रवाद को सराहा, ब्रिटेन के लेबर पार्टी ने यहाँ तक कहा इंग्लैंड के सभी शत्रुओं में जो सर्वश्रेष्ठ हैं वे एकमात्र वीर सावरकर हैं इंग्लैंड एक भाग्यवान राष्ट्र है जिसे सावरकर जैसे चारित्र्य संपन्न प्रखर राष्ट्रभक्त और कमाल का बुद्धिमान शत्रु मिला

३. इस कोहीनूर हीरे के चमक से कही गुना ज्यादा..., ५६ गुणों से ज्यादा.., परमवीर सावरकर, जिन्होंने राष्ट्रवाद की बलि देंने से इनकार कर, अंग्रेजों के तलवे चाटने के खेल को ठुकराकर सत्ता के ५६ भोग को नकार दिया था ...

४.  इस कोहिनूर हीरे की चमक से विश्व के क्रांतीकारियों को एक ऊर्जा मिली थी..,सावरकर ने सिद्ध किया था ...,हिंदुत्व जीवन जीने की कला है..., इसके वैज्ञानिक तथ्य ही जीवन का सार है.., जिसे अंततः सुप्रीम कोर्ट को भी 100 वर्ष बाद वीर सावरकर के इस तथ्य के आगे नतमस्तक होकर..., उनकी इस उक्ती की सही माना

५. महान वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेकट रमण को वर्ष 1930 मे जब नोबल पुरस्कार मिला. जब, वे मंच पर पुरस्कार ग्रहण करने पर गये तो, तो उन्होने कहा मुझे बढा दु:ख है कि यह पुरस्कार एक गुलाम देश के नागरिक को मिल रहा है, मुझे गर्व होता यदि मै आजाद देश का नागरिक होता. उनके विचार सुनकर चन्द्रशेखर वेकट रमण जब वीर सावरकर को बैगलोर में मिले , तब चन्द्रशेखर वेकट रमण से 3-4 घंटे  राष्ट्रवाद के बारे मे विस्तार से चर्चा कि तो उन्होने वीर सावरकर के बारे मे कहा यह देश का अनमोल हिरा जिसके राष्ट्रवाद के चमक से  कोहिनूर हीरा भी फीका है?”. 

६. याद रहें, महान भौतिकशास्त्री वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेकट रमण को 1954 मे भारत रत्न मिला था
सावरकर जो वीर ही नही परमवीर थे, इस धरती पर चाणक्य के बाद दुरदर्शी क्रातिकारी वीर सावरकर ही थे ,जिनकी दहाड् से अग्रजो का साम्राज्य हिल उठता था, मै तो उन्हे देश के क्रांति का चाणक्य मानता हूँ,? उनकी भूमिका अग्रेजो के समय वीर शिवाजी महाराज व सत्ता परिवर्तने के बाद वीर महाराणा प्रताप की थी, आज तक हमारे देश्वासियो को यह पता नही है, सुभाष चन्द्र बोस, चद्रशेखर आजाद व सरदार भगत सिंग मे क्राति का जन्म वीर सावरकर द्वारा हुआ.

७. यह वीर सावरकर की ही देन है कि अमृतसर व कलकत्ता पकिस्तान में जाने से बच गया जो सिद्धपुरूष हुए, भविष्य दर्शन सिद्दी उनमे थी , जो सावरकर द्वारा कही है 40 से अधिक भविष्यवाणी आज सार्थक हुई है देश में राष्ट्रवाद की बर्बादी को देखकर उन्होंने नेहरू को चुनौती देते हुए कहा ... मैं सत्तालोलुप नहीं हूं, मुझे दो साल का शासन दो, मैं हिन्दुस्थान को गौरवशाली बनाऊंगा ..
www.meradeshdoooba.com (a mirror of india)  स्थापना २६ दिसम्बर २०११
विशुद्ध रूप से वीर सावरकर की प्रवाष्ठियों का फेस बुक पेज

https://www.facebook.com/Veer-Paramveer-Savarkar-Shining-Star-of-Nationalism-wwwmeradeshdooobacom-941778989210314/

Tuesday, 23 February 2016

यदि JNU का नाम VEER SAVARKAR UNIVERSITYरख दिया जाय तो.., राष्ट्रवाद से देश में क्रांती आकर देश ३ सालों में ही विश्वगुरू बन जायेगा..


यदि JNU का नाम  VEER SAVARKAR UNIVERSITYरख दिया जाय तो.., राष्ट्रवाद से देश में क्रांती आकर देश ३ सालों में ही विश्वगुरू बन जायेगा.. (२६ फरवरी को वीर सावरकर की ५० वीं पूण्य तिथी पर विशेष )
JNU V/S VEER SAVARKAR UNIVESAL CITY- VICINITY
दुनिया के जिन देशों ने वीर सावरकर की विचारधारा को अपनाया आज वें विश्व के उन्नत देशों की कतार में हैं .., स्कूल में सेना के प्रशिक्षण के माध्यम से देश का सैनिकिकरण ..व शक्ति ही “शक्ती का सम्मान करती है” सावरकर के उदगार को पुस्तक बनाकर महान वैज्ञानिक व भारत रत्न,पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए.पी.जे अब्दुल कलाम की कलम भी सावरकर की  कायल थे   
इजराईल इसका बड़ा उदाहरण व विश्व में ५-१०  करोड़ से कम आबादी वाले देश उन्नतता की कतार में है.
हमारे अय्याश सत्ताखोरों ने १९४७ से ही हमारे देश को खंडित कर ..., इस खेल को पश्चिमी विचारों की शिक्षा व दक्षिण पंथी पार्टियों के साथ कांग्रेस भी कदम ताल कर रही है
. जवाहर लाल नेहरू  V/s  सावरकर के विचार

१, सावरकर बचपन से हे कुशाग्र बुद्ध व वीर थे  .., गाँव के स्कूल में प्राथमिक शिक्षा से ही भारतमाता की बेड़ियां तोड़ने के लिए बाल्यकाल से अपने गाँव के बच्चों की सेना बनाकर १० वर्ष की आयु में अख़बारों  में कविता लिखने वाले, जबकि   जवाहरलाल नेहरू अपने काल में स्कूल नहीं गए.

२ वीर सावरकर ने इंग्लैंड में अध्ययन कर सप्रमाण सिध्ह किया कि किम ह्यूम द्वारा स्थापित कांग्रेस का मंच क्रांतीकारियों की आवाज दबाने का एक सेफ्टी वाल्व है.. जो हिन्दू-मुस्लिम एकता को  तोड़ेगा .., यह एक दगा व दागदार पार्टी है  

२. गुलामी का संविधान अस्वीकार करने पर बैरिस्टर की डिग्री छीने जाने के बावजूद कोई पश्चाताप नहीं किया जबकि मोतीलाल नेहरू द्वारा अंग्रेजो के राज में  राजा-रजवाड़ों की वकालात कर अकूत धन कमाकर.., अय्याशी कर कांग्रेस को अर्थ सहाय करते रहे .., उनके व्यभिचार से काश्मिरी पंडितों ने उन्हें अपने समाज से निकाल डाला था .., १९४७ के बाद नेहरू के प्रधानमंत्री काल में नेहरू की जनता को आय प्रतिदिन १६  आना कहने को चुनौती देकर राम मनोहर लोहिया ने कहा था.., तुम्हारा दिन का खर्च २५ हजार व देश की जनता की आय २ आना से भी कम है .., इसी अय्याशी से कश्मीर के टुकड़े से हम चीन के साथ युद्ध में हार गए,,,

३. नेहरू की वंशवाद की बेल ने देश को घोटालों से देश में भ्रष्टाचार के बरगदी पेड़  से देश पर राज किया .., वहीं सवारकर द्वारा अपना सम्पूर्ण जीवन का हर पल  देश को समर्पीत किया.., अपने बच्चों के लिए भी कोई सम्पती नहीं देकर देश को दान कर  इच्छा मृत्यु को प्राप्त हुए
४. अंग्रेजो द्वारा १९१० में  भिन्गूर का उनका घर जब्त करने के बाद , १९47 में उन्हें नेहरू द्वारा इनकार करने पर सावरकर ने कहा मैंने तो अपना सम्पूर्ण  जीवन भारतमाता की बेड़ियों से मुक्ती के लिए न्योछावर किया .., भले मुझे खंडित भारत मिला लेकिन हिमालय की चोटी .., ऊंचे पर्वत .., नदियों व समुन्दर तो मिला .., इसका मुझे संतोष है.., मेरे जब्त घर के  बारे में गोरे अंग्रेजों से नहीं लड़ा तो काले अंग्रेजों से क्या लड़ना.... 
  
५. याद रहे नेहरू ने अपनी पुस्तक “विश्व इतिहास की झलक” में शिवाजी का कद बौना कर दिया , इसी प्रकार ‘भारत एक खोज’ में महाराणा प्रताप के कार्यों की आलोचना व जयचंद की प्रशंसा की जबकि वीर सावरकर द्वारा १८५७ का गौरवशाली स्वतंत्रता का इतिहास को अंग्रेजों ने वीर सावरकर का लोहा माना.

६. जब तक वीर सावरकर जिन्दा थे देश के १००० सालों का हमारे गौरवशाली अतीत की व्याख्या से लिखने पर,  किसी इतिहासकार में हिम्मत नहीं .., उनकी मृत्यु के बाद कुकुरमुते की तरह इतिहासकारों से मीडिया ने इस सच की इति कर आज कार बंगलों के मालिक बनकर देश को दुर्बल कर रहें हैं




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Saturday, 20 February 2016

JNU के देशद्रोहीयों की आग, MAKE IN INDIA का मंच खाक , अब JAT NATIONAL UNION (JNU) के आरक्षण के प्रत्येक क्षण से रेलवे व सरकारी दफ्तर से देश के संविधान को आग के हवाले से देश में DESTRUCTION IN INDIA का खुला नंगा नाच चल रहा है ...


JNU के  देशद्रोहीयों की आग, MAKE IN INDIA का मंच खाक , अब JAT NATIONAL UNION (JNU) के आरक्षण के प्रत्येक क्षण से  रेलवे व सरकारी दफ्तर से देश के संविधान को आग के हवाले से जहां DESH का CONSTRUCTION होना चाहिए ,

देश में  DESTRUCTION IN INDIA का खुला नंगा नाच चल रहा है ...

जहां जाट सेना में बिना आरक्षण से बहादुरी से देश का सीना उंचा कर रहे हैं, देश को गर्व है .., वहीं सुमृद्धी के समंदर का हरियाणा का जाट.., चन्द नेताओं के मुट्ठियों में कैद हो कर आरक्षण को मोहरा बनाकर प्रदेश को आग के हवाले कर बर्बादी की ओर ले जा रहा है
हरियाणा की सरकार तो EBC –ECONOMY BACKWARD CLASS को १०%  आरक्षण की हिमायत तो कर रही है.., लेकिन राजनेताओं की कठपुतली बनकर संपन्न वर्गे भी इस गंगा में हाथ धोकर .., दिल्ली का (हुक्का) पानी बंद कर दिया है ..

आज ही हरियाणा में जिंद के २३ वर्ष के कप्तान पवन कुमार ने सेना में मात्र तीन वर्ष के कार्यकाल में २ कामयाब ऑपरेशन के बाद पम्पोर  में  आतंकवादियों  से लड़ते हुए शहीद होने से पहले फेस बुक पर लिखा था " किसी को चाहिए रिजर्वेशन ,किसी को आजादी, भाई हमें कुछ नहीं चाहिए , हमें चाहिए अपनी रजाई.." 

अभी इस आन्दोलन के बाद गुजरात का पटेल आरक्षण व राजस्थान के गुजर आन्दोलन को संजीवनी मिलने वाली है...,

और पूरा देश इसकी चपेट में आ सकता है

देश के २० करोड़ सरकारी कर्मचारी में अधिकतर कर्मचारियों जो घोघा चाल से के कवच से काम कर सर्विस समझकर .., पेंशन से नो टेंशन की जिन्दगी जी रहें हैं .

सरकारी कम्पनियाँ बीमार .., छुट्टियों से जीवन में बहार, नवरत्न कम्पनियां कौड़ी के भाव बिक रही है .., 


अब सरकार द्वारा ७ वें वेतन आयोग से २ लाख करोड़ का अतिरिक्त भार ..

आज की ताजा खबर .., ऊपर से ६% महंगाई भट्टी भत्ते का ऐलान कर , सरकारी नौकरी शाद शहद से बनी मधुमक्खी का छत्ता
वहीं सरकारी बैंकों द्वारा लुटेरे उद्योगपतियों को २० लाख करोड़ का कर्ज देकर, देश की कमर तोड़ दी है ..
  

वेबस्थल व फेस बुक  June 1, 2015 की पुरानी post  

१. गुजर आन्दोलन..., आरक्षण से राष्ट्र का भक्षण..,यह राष्ट्र का विकास दिवस नहीं ...,पतन दिवस बनते जा रहा है...,

२. रेलवे, छाती पीट रही थी.., हमें हुआ १५० करोड़ से अधिक का नुकसान.., 326 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.., गुजर दिखा रहें थे अपनी शान..,

३. आज देश के रेल के टिकट, २ महीने पहिले.., आरक्षित किये यात्रियों के टिकट.तो आरक्षण की तलवारसे बलि हो गए..,

४. दलालों से गर्दुल्लो ने on –line से, यात्रियों से ५०० - १५०० रूपये डकार लिए.., रेलवे स्टेशन पर यात्री पहुँचने पर अपने को ठगा महसूस कर, घर से किराये द्वारा स्टेशन में अपना भारी बोझ से आने जाने का, किराया देकर,,, इस आन्दोलन से अपना माथा पीटने लगा.., कुछ लोगों ने आशंकित होकर २ दिन पहिले, टिकट रद्द करवाये ताकि अपने २ महीने की मेहनत पर कहीं सरकार, टिकट की २५% रकम से उनकी जेब न काट लें .

५. जब राजस्था्न हाई कोर्ट ने राज्ये के मुख्य सचिव और डीजीपी को कड़ी फटकार लगाई और आम लोगों को होने वाली परेशानी का उल्लेकख कर इन्हें खदेड़ने का आदेश दिया.., किया. तो उल्ट सरकार ने इस आरक्षण को मान्यता देकर.., देश के प्रतिभाओं को अँधेरे में डालकर .., एक भयावह भविष्य में ढकेल दिया

६. दोस्तों रेल्वे का तो १५० करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ.., लेकिन देशवासियों के समय की हानी के मुआवजे का लेखा -जोखा देखा जाय तो यह, १५०० करोड़ से अधिक का है.., इसके लिए सरकार ने कोई हामी नहीं भरी..,

७. लोगों के यात्राओं से हताशा व नए बजट के सर्विस टैक्स व दलालों के, पुन: भोज के जोश, से, यात्री हताश व अपने भाग्य पर रो रहा है.. मेरे उमंग की तरंग, देश की पटरी के शासकों के पंटरों की बलि चढ़ गई है...

८. याद रहें २०१० में, इस आन्दोलन ने ४ महीने के विकराल रूप ले ..., देश की अर्थव्यस्था को चूर करने में अहम् भूमिका निभाई थी.., जब उत्तरी भाग के बिजली संयंत्रो को, रेलवे ढुलाई से कोयला न मिलने से, बंद होने की कगार से, देश को २५ हजार करोड़ से कई गुना ज्यादा नुकसान हुआ...,और देसवासियो के ४ महीने से ज्यादा तक महरूम रहे

९. यह राष्ट्र का विकास दिवस नहीं ...,पतन दिवस बनते जा रहा है...,
कहीं शिक्षा घोटाला, -अभी का ताजा शिक्षा व्यापार का मध्य प्रदेश सरकार के संस्कार से व्यापम घोटाला, जो धनाढ्य व मंत्री , नौकरशाही वर्ग के पास मुन्ना भाई M.B.B.S. (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) का लाईसेंस ( LIE –SENSE –झूठ का यंत्र ) व शहरी दलितों के दल-हित के वोट बैंक के नाम से क्रीमी लेयर से , सत्ता की माखन हांडी में अधिकार..., व देश के सुदूर इलाकों के गरीबों /दलितों का बहिष्कार

१०. यह राष्ट्र का शर्म है कि मध्य प्रदेश सरकार के कार्यकाल में व्यापम घोटालामें शामिल राज्यपाल जो संविधान के मसीहा बने हैं. इस घोटाले ने राज्यपाल के पुत्र की आत्महत्या व ४० से ज्यादा लोगों की ह्त्या होने के बाद भी मध्य प्रदेश सरकार के GOVERNOR , आज भी गर्व-कर देश के संविधान को सुशोभित कर रहें हैं..

११. आज इसी आड़ में ...???, देश का हर दिन ..., प्रतिभा का भक्षक दिवस है , आरक्षण से राष्ट्र का भक्षण हो रहा है, कंहा गई... गुरुकुल की परंपरा, जब गुरु की शिक्षा से, विधार्थी के कुल परिवार का उद्धार होता था ...??? , आज का शिक्षण, घर बार बेचकर , बेरोजगारी से एक उधार करण की नीति है....

१२. आज शिक्षा व्यवस्था मे सुपर 30 वाले, गुरु कहां गायब हो गए है...????, बिहार के आनन्द कुमार, जो दिन मे पढ़ते थे, और घर चलाने के लिए, शाम को माँ के बनाए पापड़ बेचते थे... यह राजनेताओ को एक झापड़ /थप्पड़ है और सिद्ध कर दिया कि, दलित के नाम पर वोट बैक के नाम पर दल-हित से ज्यादा नेताओ का स्वहित ज्यादा है ...

१३. आनन्द कुमार, जिन्होने ने हर धर्म जाती की प्रत्तिभा को निखार कर दुनिया मे हलचल कर दी है, आज जापान जैसा देश उनके पढ़ाने की कला से प्रभावित हो कर, एक पुस्तक प्रकाशित कर , उनका अनुसरण कर रहा है, आनंद ने कहा है आज के छात्र , शिक्षा को खरीद कर, पैसे की चमक मे..., मृगतृष्णा की तरह भाग रहे है... आज 1000 छात्रो मे 5 छात्र ही शिक्षक बनते है. , जिसके वजह से अकुशल शिक्षकों के, आधा अधूरा ज्ञान से , बैलगाड़ी की तरह, देश की प्रतिभा चल रही है.

१४. और ऊपर से आरक्षण का तड़का , इस झांसे मे देश भटका ...याद रहे संविधान मे पहली बार दलित व पिछड़े जाती को 22.5% आरक्षण... 10 सालो के लिए उपलब्ध कराया गया था , बाद मे 33% और आज तो इसे दल-हित (दलित) मानकर , और आज यह 49% तक पहूंच गया है.

१५. यह तो सुप्रीम कोर्ट का अहसान माने कि उन्होने धर्मो के नाम पर आरक्षण को खारिज कर दिया है , नही तो आज, यह 100% आरक्षण भी कम होता , देश मे आरक्षण के नाम पर हजारों नये विद्धालाय, महाविद्धालाय बनाने पड़ते, दोस्तों...??? यह वोट बैंक के असुरों का, यह राष्ट्र का भक्षण है

१६. आनन्द, आज, आप... और... केवल आप ही ... देश के पतिभाओ के लिए एक सुपर आनन्द हो .... आनन्द कुमार की प्रसिद्धि सुपर-३० की अद्वितीय सफलता के लिए है.
१७. वर्ष २००९ में पूर्व जापानी ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री नोरिका फूजिवारा ने सुपर 30 इंस्टीट्यूट पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई थी. इसी वर्ष नेशनल जियोग्राफिक चैनल द्वारा भी आनंद कुमार के सुपर ३० का सफल संचालन एवं नेतृत्व पर डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई थी.

१८. समाज के गरीब तबके के बच्चों को आईआईटी जेईई की प्रवेश परीक्षा के लिए मुफ्त तैयारी कराने वाले गणितज्ञ आनंद कुमार को प्रसिद्ध यूरोपीय पत्रिका फोकस ने असाधारण लोगों की सूची में शुमार किया है। पत्रिका के आलेख में लिजा दे क्यूकेलियर ने लिखा है कि आनंद असली जुझारू नायक की तरह हैं, जो माफिया की धमकी के बावजूद गरीब बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं। उन्होंने 330 बच्चों को अपने मार्गदर्शन में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाई है। लोकप्रिय विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इतिहास, स्वास्थ्य और सामाजिक विषयों पर रोचक और ज्ञानवर्धक आलेख प्रकाशित करने वाली इतालवी पत्रिका ने अपने एक लेख में आनंद को असाधारण प्रतिभाओं में शुमार किया है.

Tuesday, 16 February 2016

याद रहे.., केरल के पूर्व मुख्यमंत्री नम्बूदरीपाद ने कहा था “कम्युनिस्ट, देश पर कभी राज नहीं कर सकते हैं लेकिन वे देश के दीमक बनकर देश के संविधान को चट कर जायेंगें”



सीमाओं पर देश के जवान चौकन्ने है ..,  संसद में चवन्नी भर का भी  काम नहीं हो रहा है.., संसद में हुडदंग.., सांसद कहें, करों हमारी तन्खावाह दुगनी..
JNU में देश को तोड़ने की खुली चुनौती.., जनता दंग .., विपक्षियों के हौसले बुलंद .., अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर पकिस्तान जिंदाबाद , देश की बर्बादी करने की खुली चुनौती..,
याद रहे.., केरल के पूर्व मुख्यमंत्री नम्बूदरीपाद ने कहा था “कम्युनिस्ट, देश पर कभी राज नहीं कर सकते हैं लेकिन वे देश के दीमक बनकर देश के संविधान को चट कर जायेंगें”

फ्रांस ने तो क़ानून बनाया गया है कि किसी भी धर्म का नागरिक देशद्रोही कार्यवाही में लिप्त पया पाया गया तो उसकी नागरिकता समाप्त कर उसे कठोर  सजा दी जायेगी क्या हमारा संविधान भी इसका अनुसरण करेगा

 इस तरह का खेल JNU में नेहरू की विचारधारा से पिछले १५ सालों से खेला जा रहा है .., मीडिया के प्रबुद्ध वर्गों द्वारा इसे मूक समर्थन भी मिलता रहा ..., इसी की आड़ में देशद्रोहियों की कड़ी और भी मजबूत होती गई...
नेशनल हेराल्ड की सम्पती हड़पने के बाद लेफ्ट पार्टीयों पार्टियों के साथ राहुल गांधी राईट हैण्ड बनकर, JNU के देशद्रोही जुगनूओं को देश का सूरज कहकर  देश की यह बर्बादी करने की दास्तान के दस्ताने का खुला खेल है



Tuesday, 9 February 2016

जागो देशवासिओं.., भारतीय संस्कृति अपना कर ही डूबते देश को बचाया जा सकता है .क्या आप..?, अपनी जिंदगी की बडी हानि (BIG- LOSS) कर रहे है, आज जितने भी रियेल्टी शो हुए है..इन्होने, देश के युवाओ के चरित्र को खा दिया है...???,



क्या आप..?, BIG BOSS से अपनी जिंदगी की बडी हानि (BIG- LOSS) कर रहे है, आज जितने भी रियेल्टी शो हुए है..इन्होने, देश के युवाओ के चरित्र को खा दिया है...???,
आज भी सन्नी लियोंन SHINING LIONEE बनकर युवाओं के NAKED आँखों की तारा बनकर,NUDE से एक BIG-NEWS बनकर नंबर १ पर हैं .
इस कार्टून मे देखे इस रियेल्टी शो मे घर का साधारण टी.वी भी, बिना चष्मे से “3D (त्रिआयामी)की शक्ल मे आ जाता है..
युवा वर्ग भी इस चस्के मे खो जाता है और उसकी भूख प्यास भी मिट जाती है,...यदि वह भोजन खाता भी है तो.. टी.वी की तरफ देख कर खाता है, उसके भोजन चबाने की प्रकृति भी अलग हो जाती है इसी की आड मे टाटा का नमक , जो अपने को देश का नमक कहकर , जो विज्ञापनो मे करोडों रूपये खर्च कर, देश का नमक 25 रूपये किलो, व जागो इंडिया की चाय पत्ती 400 रूपये से ज्यादा मे बेच रहा है.... यू कहे रियेल्टी शो के विज्ञापनो का सार है... जागो इंडिया को विदेशी सस्कृति से सुलाओ इडिया बना रहा है..????????
वही दूसरी तरफ दूरदर्शन...???, सच मे दूर के दर्शन हो गया है, नीरस धारावाहिक व समाचार वाहनियो के वक्ता के चेहरो को देखकर ऐसा लगता है कि उन्हे समय पर तंनख्वाह नेही मिल रही है .. वही नीजो समाचार वाहनिया टी.आर. पी के चक्कर मे बेकिग न्यूज (पकाने वाली खबरे) को ब्रेकिग न्यूज कहकर ऐसे चिल्ल्लाता है, जैसे यह खबर उसके घर की ही है... और उपर से कहता है यह ब्रेकिग न्यूज सिर्फ हमारा चैनल ही दिखा रहा है... इस बीमारी का इसका निदान, मेरे अगले पोस्ट मे कार्टून के साथ देखे.....

देश की हरियाली, पश्चिम देशों की नीली चादर के नग्न फिल्मों से ढक कर , आज की दिशाहीन पीढी के जीवन में धक् धक् से उनके देशी चरित्र को ढक दियादेश के इस तरह के, फिल्मों के फ्लू से युवक – U – WALK दौड़कर सिनेमा हाल में अपनी कमाई उड़ाकर..., निर्माताओं को विदेशी संस्कृति की फूहड़ता से मालामाल कर रहा है...
इसमे एक से एक धुरन्दर लोगों को बुलाकर, जो आगे जाकर बिन्दु दारा सिंग ही साबित हो रहे है, पाश्चातय की, नग्न फोटो खीचाने मे माहिर, महारानी क्लाउडिया सिसला (Claudia Ciesla)…और सन्नी लियोंन को, अब तो देश की lady-लायन से प्रसिद्धी कर देश का चित्र बदलने की प्रक्रिया से देश की संस्कृति के खात्मे के क्रिया कर्म की तैयारी है..., 
अभी इस सीरीयल में नताशा को युवा वर्ग में नशा फैलाकार, हताशा से पैसे कमाने का खेल चल रहा था
इस कार्यक्रम की पहले भी शोभा बढाई..., पाकिस्तानी नागरिका वीणा मलिक जो आज अपने नग्न चित्रो से धन कमाकर, भारतीय सस्कृति पर प्रहार कर रही है. 
सांसद नवजोत सिंग सिद्धु जो जनता के दरबार मे ना जाकर , बिग बाँस मे अपनी शोभा बढाई है, कोकिन व चरसी प्रमोद महाजन के बेटे, राहुल महाजन , और शिल्पा शेट्टी जो आई.पी.एल. मे सट्टा लगाकर विदेशी माफियाओ को सहयोग कर रही है,
अबू सलेम की रखैल पूजा बेदी ... ऐसे सैकडो नाम है...??? इनके चरित्र को उज्जवल बताकर आम नवजवानो.. को इनका प्रेरणास्त्रोत बताकर प्रसारित किया जा रहा है...और दु:ख के साथ लिखना पढ रहा है , देश के नवजवानों मे इसकी खुमारी बढते ही जा रही है...???

जागो देशवासिओं.., भारतीय संस्कृति अपना कर ही  डूबते देश को बचाया जा सकता है .