Monday 30 September 2013





एक पुतले ने…??? दूसरे पुतले को माला डाली…??????????? – दूसरा पुतला जागा और पहला पुतला, उल्टे पाँव, सरपट दौडा… ???


मेरे देश वासियों, देश की हर योजनाओ पर ध्यान रखना… , आगे योजनाओ के पाठयक्रम से क्या-क्या नये घोटालो का उदघाटन होगा…??? भ्रष्टाचार से योजनाए, शिलान्यास से सत्यानास की ओर जा रही है, हजारो योजनाए धूल चाट रही है..?? छोटी योजनाए कागज पर कब आयी .. कब गयी.. जनता को पता भी नही चलता है..???, योजनाओ के नाम से, यह सिर्फ भ्रष्टाचार का पाठयक्रम बन गया है..?? इसमे अच्छे नम्बर पाने वालो के लिए, राजनिती की उँची मंजिल की एक नई सीढी अपने आप तैयार होती है…???

आज, गाँधी शब्द और इमानदार पुतले (मुन्ना मोहन), की आड मे बैइमान व विदेशी बैंक, धनवान बन रहे हैं..???

राजीव गाँधी कहते थे गरीबों की योजनाओ का पैसा 15% तक, जनता तक पहुँचता है, राहुल गाँधी कहते है.. 5% तक ..???

अभी हाल मे सुप्रीम कोर्ट ने ताल ठोक कर कहा कहा है कि गरीब लोगों के नाम से बनी योजनाओ सिर्फ 1% गरीबों तक पहुँचती है..???

क्या मेरा देश…?? भ्रष्टाचार से लूटा…. या मेरा देश डूबा…???

Sunday 29 September 2013


IAS ऑफिसर, शशी... बनी भ्रष्टाचार की शीशी... , भ्रष्टाचार के कमाल से, “आम आदमी के हाथके खून को चूसकर.... बनाया, अपने हाथ को पंजा , कोर्ट ने अब कसा शिकंजा ......... क्या मजाक है, इन देश के जौकोंके लिए .... ३४ करोड़ के घोटाले में... ५० लाख की वसूली का..जवाब दो जजशाही..?? क्या... यह, बच्चों के चोर - पुलिस का खेल है ...या देश के साथ खिलवाड़ है
इस देश की अमीर इंडिया…? और गरीब हिन्दुस्तान के हालात की मार्मिक तस्वीर यह है.,

गये साल अखबार मे समाचार था, मध्य प्रदेश के टीनू जोशी दपति (I.A.S.- आफिसर) के घर 500 करोड की काली सम्पति…? बरामद हुई है, अभी और लाँकर खुलने बाकी है, उसी के बगल के समाचार कालम मे सटकर यह खबर भी थी, मध्य प्रदेश मे एक परिवार के 4 सदस्यो ने गरीबी से आत्महत्या की ?. हाँ, एक घर मे ..काले धन वाला चमकदार इंडियन रहता है, और दुसरे झोपडें मे बिना बिजली के मेहनत और ईमानदारी से रोजी रोटे कमाने वाला हिन्दुस्थानी, जो सिर्फ और सिर्फ विकास के नाम पर, वोट बैक के शोषण का मोहरा है. आज गरीबों का वोट बैक, सत्ताधारियों का इनते नाम पर योजनाये निकालकर धन बैंक के लूट का चेहरा है.

दोस्तों.... आम जनता के लिए गंभीर कानून , सत्ताखोरों के लिये, जजशाही भी कान में, ऊन डालकर नौकरशाहों को गदादेदार उन के गलीचे बिछाकर, स्वागत कर.... उनकी राह आसान करत्ती है, यदि कोई ... आम, देशवासी आयकर व चुंगी इत्यादी मामलों में पकड़ा जाता है, तो... उससे १५ गुना रकम वसूल करते है,

पिछले २० सालों में विदेशी बैकों में जमा धन का, हम लोग, जो, आँकलन कर रहे हैं , उससे कहीं ज्यादा घोटाले देश के भीतर हुए है.. , आज तक १% से भी, कम की, रकम वसूली गई है .... काँमन वेल्थके लोगो की कमाई को हाई वेल्थवाले अय्याशी से उड़ा रहे है... हर मुहल्ले, शहर से देश में “A राजासे “Z++ राजातक, घात लगाकर बैठें है..???, दोस्तों, यही डूबते देश की बर्बादी की कहानी है... जागो देशवासियों अब भी देर नहीं हुई है...???? with Ajeet Singh NarwatDeva Shanker DevendraBinod Kr Mishra and 40 others.

IAS ऑफिसर, शशी... बनी भ्रष्टाचार की शीशी... , भ्रष्टाचार के कमाल से, “आम आदमी के हाथके खून को चूसकर.... बनाया, अपने हाथ को पंजा , कोर्ट ने अब कसा शिकंजा ......... क्या मजाक है, इन देश के जौकोंके लिए .... ३४ करोड़ के घोटाले में... ५० लाख की वसूली का..जवाब दो जजशाही..?? क्या... यह, बच्चों के चोर - पुलिस का खेल है ...या देश के साथ खिलवाड़ है
इस देश की अमीर इंडिया…? और गरीब हिन्दुस्तान के हालात की मार्मिक तस्वीर यह है.,

गये साल अखबार मे समाचार था, मध्य प्रदेश के टीनू जोशी दपति (I.A.S.- आफिसर) के घर 500 करोड की काली सम्पति…? बरामद हुई है, अभी और लाँकर खुलने बाकी है, उसी के बगल के समाचार कालम मे सटकर यह खबर भी थी, मध्य प्रदेश मे एक परिवार के 4 सदस्यो ने गरीबी से आत्महत्या की ?. हाँ, एक घर मे ..काले धन वाला चमकदार इंडियन रहता है, और दुसरे झोपडें मे बिना बिजली के मेहनत और ईमानदारी से रोजी रोटे कमाने वाला हिन्दुस्थानी, जो सिर्फ और सिर्फ विकास के नाम पर, वोट बैक के शोषण का मोहरा है. आज गरीबों का वोट बैक, सत्ताधारियों का इनते नाम पर योजनाये निकालकर धन बैंक के लूट का चेहरा है.

दोस्तों.... आम जनता के लिए गंभीर कानून , सत्ताखोरों के लिये, जजशाही भी कान में, ऊन डालकर नौकरशाहों को गदादेदार उन के गलीचे बिछाकर, स्वागत कर.... उनकी राह आसान करत्ती है, यदि कोई ... आम, देशवासी आयकर व चुंगी इत्यादी मामलों में पकड़ा जाता है, तो... उससे १५ गुना रकम वसूल करते है,

पिछले २० सालों में विदेशी बैकों में जमा धन का, हम लोग, जो, आँकलन कर रहे हैं , उससे कहीं ज्यादा घोटाले देश के भीतर हुए है.. , आज तक १% से भी, कम की, रकम वसूली गई है .... काँमन वेल्थके लोगो की कमाई को हाई वेल्थवाले अय्याशी से उड़ा रहे है... हर मुहल्ले, शहर से देश में “A राजासे “Z++ राजातक, घात लगाकर बैठें है..???, दोस्तों, यही डूबते देश की बर्बादी की कहानी है... जागो देशवासियों अब भी देर नहीं हुई है...????

Friday 27 September 2013



यह, मेरे द्वारा बनाया गया .... रेखा चित्र... शहीद भगत सिग, के जन्म दिन को समर्पित है, उनके गुरु परमवीर सावरकर व सावरकर के गुरू लोकमान्य तिलक व लाल- बाल- पाल के देश के अतुल्य योगदान के लिए , निस्वार्थ सेवा .... इन राष्ट्रवाद के प्रेरकों को, कोटि कोटी प्रणाम .... जिन्हें आज देश के इतिहास में, दफ़न कर दिया है , और दिग्भ्रमित इतिहास पढ़ा कर , गाँधी के गंदी राजनीतिक की तुष्टीकरण से, राष्ट्र के टुकड़े करने के ....और सत्ता के हस्तांतरण (TRANSFER OF POWER) से, देशवासियों को आजादी का झाँसा देकर, उनके विचारों की प्रशंसा, की आड़ में, असंवेधानिक रूप से , महात्मा और राष्ट्रपिता से अलंकृत कर, जनता को बरगलाया गया है....?????, हद तो तब हो गई..... जब १९९० के दशक में नोटों पर, उनका चित्र छापकर (जो कि , हिन्दुस्तान के संविधान की अवहेलना है ), आज भारतीय रिजर्व बैंक (R.B.I.) को देखकर, गांधी भी... भ्रष्टाचार की आँधी से, रोता बापू ऑफ इंडिया (R.B.I.) बनकर , अपने सिद्धांतो का प्रायश्चित करना चाह रहे है...,, कहना चाह रहे है ..... मेरी मार्केटिग (MARKRTING = MAR+KAT+KING) कर, जनता की भ्रष्टाचार से मार काट कर, देश के किंग (राजा) मत बनों 

Thursday 26 September 2013



दोस्तों.... असली हीरा तो, कोयले की खान से मिलता है, लेकिन कांग्रेस का “हीरा” देश के “कोयले की खान के साथ, कोयले की फाईल ” भी खा गया....

१९४७ से अब तक का इतिहास देखे तो विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा बेतहासा लूट के बावजूद , १९४७ में हमारा एक रूपया , एक डौलर के बराबर था , इसमें १९४७ से ही भष्टाचार की झालर (बल्बों की लड़ी ) में जातिवाद , भाषावाद, अलगाववाद, आरक्षण, घुसपैठ व प्रांतवाद की रौशनी से, आज रूपये को सठिया कर माफियाओं को सेठीया बना दिया है.., और हम आज, ऐसी कर्ज की शताब्दी में है.... जहां, हिन्दुस्थान अपने १० हजार साल से ज्यादा के इतिहास में भी नही था ...

१९९१ में कंगाली के ईलाज के लिए प्रधानमंत्री नरसिंहाराव ने एक डॉक्टर मनमोहन सिंग की, कांग्रेस ने इस “हीरे” की खोज की, जिसने वित्त मंत्री बनते ही देश की मुद्रा का २०% अवमूल्यन कर , विदेशी निवेशकों ( यूं कहे आक्रमणकारियों) को भरमाकर , देशी व विदेशी माफियाओं की मिली भगत से रूपये को सठिया कर , “कर्ज के कोढ़” से देश को कंगाल कर दिया है.. अब इस “कर्ज के कोढ़” को भारत निर्माण के नारे से देशवासियों को भरमाया जा रहा है


असली हीरा तो कोयले की खान से मिलता है, लेकिन कांग्रेस का “हीरा” देश का “कोयले की खान के साथ कोयले की फाईल ” भी खा गया


प्रधानमंत्री ने “भ्रष्टाचारियों” की “परतंत्रता के मंत्र” से..., “कोयले’ से देश को फूँका
कांग्रेस “कोयल” की आवाज में... हो रहा “भारत निर्माण” का गाना गा रही है ....
“भारत निर्माण” के नारे से...., हो रहा है, “भ्रष्टाचारियों का कल्याण”


जवाहर लाल नेहरू ने भारत की खोज की किताब लिखाकर, अय्याशी में शांती का मक्खन लगाकर , देश के टुकडे कर नोबल पुरूस्कार के आकांक्षा से सेना को नो बल कर , जवानों के हौसले पस्त कर दिए ...
गरीबी हटाओ के नारे से देश में आतंक बढाओ और सत्ता सुरक्षित रखो के सिद्धांत से , इंदिरा गांधी की मौत पर पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने बेबाक कहा “इंदिरा गांधी अपने कर्मों से मारी गई है’
वहीं..., राजीव गांधी ने “मेरा भारत महान” के नारे से देश को २१ वी शताब्दी में ले जाने के झांसे से, देश का खजाना लुटा कर , तमिल आतंकवादियों के पंगे से मौत का, अपनी माँ, इंदिरा गांधी का इतिहास दुहराया...., 


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Tuesday 24 September 2013



क्या आप जानते है ? गुलामी के प्रतीक ! जन गण मन की कहानी …???? यह है हमारी गुलामी की अब तक की सच्चाईजन गण-मन से देश से लूटने का खेल, कैसे लूटने की जड़ मजबूत हो रही है…?? 

जाने सच्चाई जन गण मन की यह जनता को बरगला कर , भ्रष्टाचार से गुणा कर, सत्ता धारियों ने अपने मन (काले धन व वोट बैंक की राजनीति के तेल से , घुसपैठीयों सेसत्ता की मालिश कराकरअपने जिन्दगी को पालिश/चमकाकर ) को सत्ता का, मोहरा मानकर , अंग्रेजों की गुलामी से कई गुना ज्यादा लूट कर , अपना ऐसा काला रंग दिखा दिया है, कि … , जनता को भी ऐसा लग रहा है कियह तो एक कोयला है , हम कितने भी आन्दोलन से…. इसे धोयेंगे, तो भी… “सत्ताखोरों के मन से नहीं निकलेगा
जब तक इस देश का राष्ट्रीय गीतराष्ट्रवाद के भावना जागृत करना / कहना एक बेईमानी है....


१. जाने जन गण मन का शाब्दिक अर्थ...
इस राष्ट्रगान का अर्थ कुछ इस तरह से होता है भारत के नागरिक, भारत की जनता अपने मन से आपको भारत का भाग्य विधाता समझती है और मानती है। हे अधिनायक (Superhero) तुम्ही भारत के भाग्य विधाता हो। तुम्हारी जय हो ! जय हो ! जय हो ! तुम्हारे भारत आने से सभी प्रान्त पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा मतलब महारास्त्र, द्रविड़ मतलब दक्षिण भारत,
उत्कल मतलब उड़ीसा, बंगाल आदि और जितनी भी नदिया जैसे यमुना और गंगा ये सभी हर्षित है, खुश है, प्रसन्न है , तुम्हारा नाम लेकर ही हम जागते है और तुम्हारे नाम का आशीर्वाद चाहते है। तुम्हारी ही हम गाथा गाते है। हे भारत के भाग्य विधाता (सुपर हीरो ) तुम्हारी जय हो जय हो जय हो।
जोर्ज पंचम भारत आया 1911 में और उसके स्वागत में ये गीत गाया गया।


२. और वन्देमातरम का शाब्दिक अर्थ...
(वन्दे मातरम का हिन्दी-काव्यानुवाद)
जलवायु अन्न सुमधुर, फल फूल दायिनी माँ!, गौरव प्रदायिनी माँ!!
शत-शत नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!
अति शुभ्र ज्योत्स्ना से, पुलकित सुयामिनी है। द्रुमदल लतादि कुसुमित, शोभा सुहावनी है।।


यह छवि स्वमन धरें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!


हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!
कसकर कमर खड़े हैं, हम कोटि सुत तिहारे। क्या है मजाल कोई, दुश्मन तुझे निहारे।।


अरि-दल दमन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!


हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!
तू ही हमारी विद्या, तू ही परम धरम है। तू ही हमारा मन है, तू ही वचन करम है।।
तेरा भजन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!
हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!


तेरा मुकुट हिमालय, उर-माल यमुना-गंगा। तेरे चरण पखारे, उच्छल जलधि तरंगा।।


अर्पित सु-मन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!


हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!
बैठा रखी है हमने, तेरी सु-मूर्ति मन में। फैला के हम रहेंगे, तेरा सु-यश भुवन में।।


गुंजित गगन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!


हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!
पूजा या पन्थ कुछ हो, मानव हर-एक नर है। हैं भारतीय हम सब, भारत हमारा घर है।।
ऐसा मनन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!


हे मातृभूमि भारत! हे पितृभूमि भारत!!


जब तक देश की धरती के सम्मान की पूजा नहीं होगी..वन्देमातरम को राष्ट्रगान नहीं बनाया जाए... तब तक देश में राष्ट्रवाद की भावना लाना एक बेईमानी होगी. राष्ट्रवाद ज़िंदा नहीं रहेगा..., और देशवासी गरीबी से सत्ताखोरों, माफियाओं के शोषण के हथियार से मर-मर के जीने के जीवन से ही घुट-घुट कर जीकर, एक शोषण की गुलामी से ही जियेगा ...,
जागो देशवासियों राष्ट्रवाद की दीवानगी से से ही राष्ट्र की जिंदगानी है..., और दुनिया के देशवासी के खुशहाली की यही कहानी है...

Friday 20 September 2013



अशोक स्तंभ बना... 90% देशवासियों के लिए शोक स्तंभ, 9% भार-रत तलुवे चाटुओं, अंग्रेजी संस्कृति को माननेवालों के लिए बना शौक स्तंभ, , 1% लोग, जो अपने को अंग्रेजों की औलादें समझने वालों के लिये बना , लूट भ्रष्टाचार के माफियाओं के शौक के साथ मौज मस्ती का आलम का स्तंभ..., जो आज की मीडिया को, अपनी जुठी रोटी देकर, पेट भरी मीडिया बनाकर, अपना प्रचार कर, अपने को देश का कर्णधार कहलवा रही हैं , और देश की खान, खदान, इमान, सत्ताधारियों की आड मे बेचकर , खरबपति से कही ज्यादा अमीर बनकर अपने को अर्थव्यवस्था का स्तंभ कहकर.... देश मे दंभ भर रहे है…..?????

देश की संस्कृति के साथ, भाषा का लोप , इन भ्रष्टाचारी माफियाओं के लिए लूट का आगे का सरल लोभ है, ताकि देशवासियों अग्रेजी भाषा से अपनी गुलामी को सलाम करें ... आज 110 करोड जनता भी, 66 सालों से सत्ताधारियो के आस मे बैठी है कि उनके विकास द्वारा ही, देश का कल्याण होगा, देशवासियों अब यहा भ्रम छोडो ... राष्ट्रवाद की धारा मे आकर ही. हम 5 सालों मे 50 साल आगे बढेंगे... .
विदेशी कर्ज से, देश के मर्ज को दूर करने का झॉसा देकर, इन सत्ताधारियो ने, देश मे महंगाई से गरीबी का कैंसर फैला दिया है.

हेनरी क्लिग्टन ने अपने विदेश मंत्री के कार्यकाल मे कहा था……, हम इलेक्ट्रोनिक व अन्य वस्तुये , चीन, ताईवान, कोरिया से खरीदते है, लेकिन हम दिमाग हिंदुस्थानियोंका खरीदतें है... , हमारा ज्ञान, विज्ञान, विश्व के अमीर देशों मे पलायन कर, विदेशियों को उन्न्त बना रहा है क्योकि, देश मे हमारी प्रतिभाओं को सम्मान नही मिलता है..?? , नोबल पुरूस्कार विजेता चंद्रशेखर वेंकट रमन ने कहा था, कि विदेशी वस्तुओं का आयात मतलब, हम अपनी मुर्खता खरीदतें है” , इसी का चीन ने अनुसरण कर विदेशी आयातित सामानों को और उन्न्त बनाकर, विदेशों मे बेचकर वह भारी सख्या मे विदेशी मुद्रा भंडार से लबालब है, ( ध्यान रहे... चीन हमारे से भारी मात्रा मे कच्चा लोहा आयात करता है ,व हमारे देश मे कुशल करीगरों द्वारा बनायी जाने वाली, वस्तुओं का, आधी किमत मे निर्यात कर, बेरोजगारी फैला रहा है)
1947 मे सता परिवर्तनको आजादी का झॉसा देकर”, सभी, नये सत्ताधारियों ने, आज तक हमें, अलगाववाद, जातिवाद, भाषावाद की जंजीरों से बांधकर...., अफीमी नारों के चादर से, हमें सुला रखा है... आओ कसम खाये..., हम देश की माटी (खान खदान, इमान) बिकने नही देंगे....
नेताओं की आस से, आज देशवासी हताश है , आओं... देश के कैसर शब्द को सेंसर कर (प्रतिबंधित कर) 100 करोड से ज्यादा लोगों के मुठठी बल से, 24 घंटे योगदान कर... हम सब सनातनी खून से (जो, हर धर्म का जो खून है), देश के दहाड्ते शेर बनकर, एक सुनहरा हिंदुस्थान बनाये, वंदेमातरम (मातृभूमि की सेवा) व राष्ट्रवाद (पितृसेवा - मेहनत) से, एक वैभवशाली , गौरवतम, भव्य महानतम देश बनाये...

Thursday 19 September 2013



याद रहे.., अमिताभ बच्चन ने मुलायम सिंग के मुख्यमंत्री कार्यकाल मे कहा था, “यू.पी. मे है दम , यहाँ अपराध हैं, कम...और विज्ञापनों मे भी करोडों रूपये खर्च कर अपना दम दिखा रहे थे... जब अमिताभ बच्चन ने यू.पी. जाकर, “कचौरीखाई तो उनका दम निकल गया , एक कचौरी ने भी अपना दम दिखाया और वे मुम्बई के लीलावती अस्पताल सघन कक्ष मे अपने जीवन व कचौरी से जब संघर्ष कर रहे थे तो बेहोशी की हालत मे, कांग्रेस के इशारे पर , आयकर विभाग ने नोटिस देते हुए कहा तुम मरों या जियो ... पहले हमारा, कर के कर्ज का फर्ज पूरा करो


दोस्तों यह राजनीति नही , जनता को मोहरा बनाकर , जातिवाद, धर्मवाद, अलगाववाद और घुसपैठीयों के तड्के से भ्रष्टाचार के लूट का, एक हथियार है ...जागो और सत्ताधारियों द्वारा डूबाते देश को, बचाओ....

Wednesday 18 September 2013



आओ..., राष्ट्रवाद को जीवन की धारा बनाये..... , और हम सब ...नदियों के रूप मे मिलकर, देश को, सुख - संपन्न्ता व वैभव का एक महासागर बनायें .... 

राष्ट्रवाद.... सत्य का बडा भाई है... जो नागरिक राष्ट्रवादी है, वो देशवासियों को अपना परिवार मानता है, देश को पिता और भारत माता (जन्म भूमि) को अपनी माता. इसी कारण वह, लूटवाद, जातिवाद, भाषावाद, अलगाववाद को अपना दुश्मन व वोट बैंक को... , देश के चोट बैंक का पत्थर मानता है, वह भ्रष्ट नेताओं के अफीमी नारो से....., देश को डूबाने से वारे-न्यारे की भनक लगाकर उसका मुकाबला कर उसका निदान करता है.
सत्य मेव जयते…., अब बना , सत्ता मेवा जयते ....????, सत्ता एक मेवा है, इसकी जय है (जो, मेरे वेबस्थल का स्लोगन है...), और , इसी की आड मे सत्यम शिवम सुंदरम.... सत्ता एक मेवा है (सत्यम), जो भ्रष्टाचार के त्रिशूल से (शिवम है), और भारत निर्माणके मेक अप से देश की सुंदरता के बखान से (सुंदरम है ),
एक ओटो रिक्शा के पीछे लिखा था सत्य परेशान होता है... लेकिन पराजित नही होता..??. आज के माहौल मे सत्य इतना परेशान होता है कि असत्य के हमले से आत्महत्या कर लेता है., (किसान आत्महत्या/ भूखमरी योजनाओं को, सत्ताखोरों के डकारने से, गरीबी से मौत )....

(आज के कानून की परिभाषा = कान+ऊन = कान मे ऊन = गरीबों के न्याय मे, कानून बहरा है, और भ्रष्ट अमीरों व माफियाओं के लिए कानून ... सेहरा बनकर, उनके गलत कृत्यों को सरताज कहकर, उन्हे, एक एक , नये - नये ताज पहना रहा है….????) यही, आज का कानून, जो... गरीबों की गुहार सुनने के बजाय, कान मे ऊन डाल कर, तारीख पर तारीख देकर उसे प्रताडित करते रह्ता है. भ्रष्ट सत्ताखोरो, नौकरशाहों व माफियाओ के डर से जजशाही भी, कही अपना निवाला ना छिन जाये, इसलिए इनके चरण दास बन कर..... सत्य की परेशानी को और बढावा दे रही है. मेरे वेब स्थल का दूसरा स्लोगन है मेरा संविधान महान.... यहा हर माफिया पहलवान.... क्योंकि.... कानून से ज्यादा, आज पैसा है, बलवान... तो, क्यों ना डूबे हिंदुस्थान... 

भ्रष्टाचारी बने राजा... तो, क्यों ना बजे देश का बैंड बाजा....? और हर योजनायें, भोजनाये बन के खाजा , तो भी नही होगा बाल बॉका ...

दोस्तो... जिस देश मे राष्ट्रवाद नही है, वहां, कर्ज की महामारी है, सत्ता खोरो मे लूट की खुमारी है, जनता के शोषण से राष्ट्र को बीमारी है... यही डूबते देश की कहानी है, राष्ट्रवाद की पुकार से ही.. हो , राष्ट्र की ललकार...???? हर दहाड , दुश्मनों के लिए बने पहाड ...

Tuesday 17 September 2013



यह है....??? आज के, मेरा भारत महान का हाल...., तभी तो है.... राष्ट्रवाद बेहाल , आम हिंदुस्तानी है, कंगाल..... ????,
धन से सत्ता मिलती है, लेकिन जनता का प्यार नहीं
धन से वोट बैंक के नाम से, देश की लूट मिलती है लेकिन राष्ट्रवाद नहीं
धन से किराये की कोख मिलती है, लेकिन , संस्कार नहीं
धन से जाली डिग्री मिलती है लेकिन जीवन की नींव नहीं

धन से लूट्वाद की खादी खरीदी जाती है, लेकिन राष्ट्र की वादी नही ..

Thursday 12 September 2013


..जाती पाती छोड़ो.... धार्मिकता को राष्ट्रवाद के पहिये से, देश को सुस्वर्ग बनाओ... जागो, हिंदुस्तानियों देश की माटी की खुश्बूपहचानों... किसी को भी, देश की माटी से खिलवाड़ मत करने दो ....?????, देश के शिखंडीनेताओं के वजह से , सीमापार दुश्मन, मुस्टंडे होकर, आंखे दिखाकर , वे चाहते है कि.....???, हम आपस मे लड़कर कमजोर हो जाए, ताकि हमारे घरेलू दुश्मनों की मिली भगत से, वे अपनी जीत आसानी से, प्राप्त कर सकें.... जागों... जागों... जागों.......खान, खादन , सीमा, जवान, किसान व देश का ईमान भी खतरे मे है...

Tuesday 10 September 2013

राष्ट्र... ह्त्या की ओर – भाषा हत्या, किसान हत्या, जवान हत्या, गरीबी से आम नागरिकों की आत्महत्या (हत्या), नवजात शीशुओ की इलाज न होने से हत्या , संस्कारो की ह्त्या.....???????,


.

राष्ट्र... ह्त्या की ओर भाषा हत्या, किसान हत्या, जवान हत्या, गरीबी से आम नागरिकों की आत्महत्या (हत्या), नवजात शीशुओ की इलाज न होने से हत्या , संस्कारो की ह्त्या.....???????, ये सब विदेशी भोगवादी भाषा के तलवारों से, हम बर्बाद हो रहे है... , हिग्लीश को हिरण मानकर , धन तृष्णा से युवक, राष्ट्र की राह भटक गया है, अग्रेज़ी, दुनिया के सिर्फ 11 देशों मे प्रमुखता से बोली जाती है , स्वभाषा से चीन , जापान जर्मनी फ्रांस व अन्य छोटे देश जो नक्शे मे भी दिखाई नही देते है वे शीर्ष देशों मे सुमार है...., विश्व गुरू हिंदुस्थान आज विदेशी संस्कार, विचार, शिक्षा प्रणाली से कठपुतली बनकर विदेशी देशों की अंगलियों पर नाच रहा है , डॉलर , रूपये को डोल रहा है , देशवासियों विदेशी नशा छोड़ो , हिन्दुस्थानियों अपने देश को पहचानों, जागो...जागो...जागो... अभी भी समय है... विदेशी इशारों से डूबते देश को बचाओ ...

Monday 9 September 2013


यह N.D. TIWARI बनाम D.N.A. TIWARI, के लिए बाल दिवस के साथ बाप दिवस है..., सत्ता के हवस से, अपने को गांधी के विचारधारा को प्रबलता देते हुए 
टी.वी. कैमरों के सामने बोले D.N.A TIWARI, हां, हां, हां , रोहित तिवारी मेरा उत्तराधिकारी…. बधाई हो बधाई ... शुभ घड़ी आई, बेटे व बाप की हुई शुभ मिलाई, नारियों का अब नारायण बन गया भाई ...,
देह नारी शोषण अस्सोसिएशन
यहाँ बाप पैदा किये जाते हैं ।

सत्ता के सेक्स मे लोकसभा व राज्यसभा से लेकर नगर पार्षद तक कितने महारथी शामिल है , यह खुलासा देश के सत्ता के बलत्कारियों का D.N.A. परख (TEST) से साबित होगी…???? D.N.A. TIWARI तो राजकीय खर्च से हैदराबाद के राज्यपाल भवन से रंगरेलिया करते हुए पकडे गये.. …?? वह भी गरीब आन्ध्रवासियो लडकियो के साथ…….?????
क्या हम टैक्स, इनके सत्ता के भोग मे दे रहे है…..,किसान आत्महत्या कर रहा है, जवान, सीमा की रक्षा के बलिदान के बावजूद, उसकी कोई पूँछ नही है…????, देश के जवानों व किसानो का जज्बा खत्म हो रहा है…???????
क्या देश के जवानों व किसानों के जज्बों के बिना देश का विकास संभव है….??????
दोस्तों जवाब दो, मेरा देश अय्याशों नेताओ का या मेरा देश डूबा

... फेस बुक की September 9, 2013 पोस्ट जब, आसाराम बापू (देश के गांधी, बापू से भी बड़ा प्रस्तुत कर ) को. सेक्स बम बनाकर, देश की मीडिया ने टी आर पी के, सबसे बड़े एल्बम से नंबर 1 की कमाई की , आसाराम के आश्रम की हड़पी जमीन को दिखाकर एक तड़का लगाकर राजनेताओ की शाबाशी के साथ, चैनल 1 बनने की होड मे दौड़ रही है, वही चीन हमारे सीमा मे घुस कर, अपना तम्बू गाड़कर 4000 कि मी जमीन हड़प गया , उस खबर को मीडिया ने, रोजमर्रा की घटना बताकर, आसाराम के सेक्स बम को अति खतरनाक माना, आसाराम द्वारा जमीन हड़पने के किस्से राजनैतिक व मीडिया तोता मैना की कहानी के रूप मे प्रस्तुत कर रही है
ध्यान रहे देश भर मे, हिन्दू धर्म के अलावा विभिन्न धर्मो के सैकड़ों संत पकड़े गए है , इसे मीडिया देखते हुए भी, इसे सांप्रदायिकता मानकर, मंगढ़त कहकर अपने टी आर पी की दुकान कही राजनैतिक आका बंद ने कर दे.... इस लकवे के भय से डरी है।
देश के नारी नारायण तिवारी , तीन बारी साबित हुए , तीन नारियो के साथ सेक्स पाल (राज्यपाल) के रूप मे आंध्र प्रदेश के राज भवन को इंद्र भवन बनाकर महात्मा गाँधी की भूमिका मे पकड़े गए,
आज D N A की परिभाषा है - (D) डालो….xxx, (N) निकालो- (बच्चे पैदा करो), (A) आजाद हो जाओ बन गया है... जब मेरे देश का नेता हो... महान.... तो कानून भी बन जाए बेईमान ...
वही हाल अभी सेक्स (अभिषेक), मनमौजी (मनु) संगमवी (सिंघवी) को एक महिला वकील को जज बनाने के लालच के तोहफे मे पकड़े गए याद रहे... वह सांसद हैं. ऐसे-वैसे सांसद नहीं, बल्कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन हैं. वह देश में क़ानून बनाने की प्रक्रिया के एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली केंद्र हैं. लगता है जनलोकपाल बिल मे मनमौजी अभी सेक्स संगमवी बलात्कार को एक सम्मानित्त दर्जा देंगे...??? , यहा वही शख्स है, जिसे बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई थी कि जब-जब कांग्रेस पार्टी और सरकार पर कोई मुसीबत आती थी , तो वही मीडिया के सामने और संसद के अंदर दोनों का बचाव करने आगे आते थे , मीडिया भी इस भेड़िया के मुँह मे हाथ डालने से घबरा कर , इस खबर से दबा दी गई.






जय गणेश देवा , गणेशजी, आपकी शंख ध्वनी से, देशवासियों मे राष्ट्रवाद का मंत्र फूंको... देश के जवान, किसान व विज्ञान , रोज... एक सफलता की , उचाई पर, पहूंच कर... मेरा देश, सुजलाम, सुफलाम से , विश्व का सिरमौर बने...