१. गुजर
आन्दोलन..., आरक्षण से राष्ट्र का भक्षण..,यह राष्ट्र का विकास दिवस नहीं ...,पतन दिवस बनते जा रहा है...,
२. रेलवे,
छाती पीट रही थी.., हमें हुआ १५० करोड़ से अधिक का नुकसान.., 326 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा..,
गुजर
दिखा रहें थे अपनी शान..,
३. आज
देश के रेल के टिकट, २ महीने पहिले.., आरक्षित किये यात्रियों के टिकट.तो “आरक्षण की तलवार” से बलि हो गए..,
४. दलालों
से गर्दुल्लो ने on –line से, यात्रियों
से ५०० - १५०० रूपये डकार लिए.., रेलवे
स्टेशन पर यात्री पहुँचने पर अपने को ठगा महसूस कर, घर से किराये द्वारा स्टेशन
में अपना भारी बोझ से आने जाने का, किराया देकर,,, इस आन्दोलन से अपना माथा पीटने
लगा.., कुछ लोगों ने आशंकित होकर २ दिन पहिले, टिकट रद्द करवाये ताकि अपने २ महीने की मेहनत पर कहीं सरकार, टिकट की २५% रकम से उनकी जेब न काट लें .
५. जब
राजस्थान हाई कोर्ट ने राज्य के
मुख्य सचिव और डीजीपी को कड़ी फटकार लगाई और आम लोगों को होने वाली परेशानी का उल्लेख
कर इन्हें खदेड़ने का आदेश दिया.., किया.
तो उल्ट सरकार ने इस आरक्षण को मान्यता देकर.., देश के प्रतिभाओं को अँधेरे में
डालकर .., एक भयावह भविष्य में ढकेल दिया
६. दोस्तों
रेल्वे का तो १५० करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ.., लेकिन देशवासियों के समय की हानी के मुआवजे का लेखा -जोखा देखा जाय तो
यह, १५०० करोड़ से अधिक का है.., इसके लिए
सरकार ने कोई हामी नहीं भरी..,
७. लोगों
के यात्राओं से हताशा व नए बजट के सर्विस टैक्स व दलालों के, पुन: भोज के जोश, से,
यात्री हताश व अपने भाग्य पर रो रहा है.. मेरे उमंग की तरंग, देश की पटरी के शासकों
के पंटरों की बलि चढ़ गई है...
८. याद
रहें २०१० में, इस आन्दोलन ने ४ महीने के विकराल
रूप ले ..., देश की अर्थव्यस्था को चूर करने में अहम् भूमिका निभाई थी.., जब
उत्तरी भाग के बिजली संयंत्रो को, रेलवे
ढुलाई से कोयला न मिलने से, बंद होने की
कगार से, देश को २५ हजार करोड़ से कई गुना
ज्यादा नुकसान हुआ...,और देसवासियो के ४ महीने से ज्यादा तक महरूम रहे
९.
यह राष्ट्र का विकास दिवस नहीं ...,पतन दिवस बनते जा रहा है...,
कहीं शिक्षा घोटाला, -अभी का ताजा शिक्षा व्यापार का मध्य प्रदेश सरकार के संस्कार से व्यापम घोटाला, जो धनाढ्य व मंत्री , नौकरशाही वर्ग के पास मुन्ना भाई M.B.B.S. (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) का लाईसेंस ( LIE –SENSE –झूठ का यंत्र ) व शहरी दलितों के दल-हित के वोट बैंक के नाम से क्रीमी लेयर से , सत्ता की माखन हांडी में अधिकार..., व देश के सुदूर इलाकों के गरीबों /दलितों का बहिष्कार
कहीं शिक्षा घोटाला, -अभी का ताजा शिक्षा व्यापार का मध्य प्रदेश सरकार के संस्कार से व्यापम घोटाला, जो धनाढ्य व मंत्री , नौकरशाही वर्ग के पास मुन्ना भाई M.B.B.S. (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) का लाईसेंस ( LIE –SENSE –झूठ का यंत्र ) व शहरी दलितों के दल-हित के वोट बैंक के नाम से क्रीमी लेयर से , सत्ता की माखन हांडी में अधिकार..., व देश के सुदूर इलाकों के गरीबों /दलितों का बहिष्कार
१०.
यह राष्ट्र का शर्म है कि मध्य प्रदेश सरकार के
कार्यकाल में “व्यापम
घोटाला” में शामिल राज्यपाल जो संविधान के मसीहा बने हैं. इस घोटाले ने राज्यपाल
के पुत्र की आत्महत्या व ४० से ज्यादा लोगों की ह्त्या होने के बाद भी मध्य प्रदेश सरकार के GOVERNOR , आज भी गर्व-कर देश
के संविधान को सुशोभित कर रहें हैं..
११.
आज इसी आड़ में ...???, देश का हर दिन ..., प्रतिभा का भक्षक दिवस है ,
आरक्षण से राष्ट्र का भक्षण हो रहा है, कंहा
गई... गुरुकुल की परंपरा, जब गुरु की शिक्षा से, विधार्थी के कुल परिवार का उद्धार होता था ...??? , आज
का शिक्षण, घर बार बेचकर , बेरोजगारी
से एक उधार करण की नीति है....
१२.
आज शिक्षा व्यवस्था मे सुपर 30 वाले, गुरु कहां गायब हो गए है...????, बिहार के आनन्द कुमार, जो दिन मे पढ़ते थे, और घर चलाने के लिए, शाम को माँ के बनाए पापड़ बेचते
थे... यह राजनेताओ को एक झापड़ /थप्पड़ है और सिद्ध कर दिया कि, दलित के नाम पर वोट बैक के नाम पर दल-हित से ज्यादा नेताओ का स्वहित
ज्यादा है ...
१३.
आनन्द कुमार, जिन्होने ने हर धर्म जाती की प्रत्तिभा को निखार कर दुनिया मे हलचल कर दी
है, आज जापान जैसा देश उनके पढ़ाने की कला से प्रभावित हो कर,
एक पुस्तक प्रकाशित कर , उनका अनुसरण कर रहा
है, आनंद ने कहा है आज के छात्र , शिक्षा
को खरीद कर, पैसे की चमक मे..., मृगतृष्णा
की तरह भाग रहे है... आज 1000 छात्रो मे 5 छात्र ही शिक्षक बनते है. , जिसके वजह से अकुशल
शिक्षकों के, आधा अधूरा ज्ञान से , बैलगाड़ी
की तरह, देश की प्रतिभा चल रही है.
१४.
और ऊपर से आरक्षण का तड़का , इस झांसे मे देश भटका ...याद रहे संविधान मे पहली बार दलित व पिछड़े जाती
को 22.5% आरक्षण... 10 सालो के लिए
उपलब्ध कराया गया था , बाद मे 33% और
आज तो इसे दल-हित (दलित) मानकर , और आज यह 49% तक पहूंच गया है.
१५.
यह तो सुप्रीम कोर्ट का अहसान माने कि उन्होने धर्मो के नाम पर आरक्षण को
खारिज कर दिया है , नही तो आज, यह 100%
आरक्षण भी कम होता , देश मे आरक्षण के नाम पर
हजारों नये विद्धालाय, महाविद्धालाय बनाने पड़ते, दोस्तों...??? यह वोट बैंक के असुरों का, यह राष्ट्र का भक्षण है
१६.
आनन्द, आज, आप...
और... केवल आप ही ... देश के पतिभाओ के लिए एक सुपर आनन्द हो .... आनन्द कुमार की
प्रसिद्धि सुपर-३० की अद्वितीय सफलता के लिए है.
१७.
वर्ष
२००९ में पूर्व जापानी ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री नोरिका फूजिवारा ने सुपर 30 इंस्टीट्यूट पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई थी. इसी वर्ष नेशनल
जियोग्राफिक चैनल द्वारा भी आनंद कुमार के सुपर ३० का सफल संचालन एवं नेतृत्व पर
डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई थी.
१८.
समाज के
गरीब तबके के बच्चों को आईआईटी जेईई की प्रवेश परीक्षा के लिए मुफ्त तैयारी कराने
वाले गणितज्ञ आनंद कुमार को प्रसिद्ध यूरोपीय पत्रिका फोकस ने असाधारण लोगों की
सूची में शुमार किया है। पत्रिका के आलेख में लिजा दे क्यूकेलियर ने लिखा है कि
आनंद असली जुझारू नायक की तरह हैं, जो माफिया की धमकी के बावजूद
गरीब बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं। उन्होंने 330 बच्चों को
अपने मार्गदर्शन में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाई है। लोकप्रिय
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इतिहास,
स्वास्थ्य और सामाजिक विषयों पर रोचक और ज्ञानवर्धक आलेख प्रकाशित
करने वाली इतालवी पत्रिका ने अपने एक लेख में आनंद को असाधारण प्रतिभाओं में शुमार
किया है.---------------
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