२६ नवम्बर १९४९ को देश का संविधान
दिवस माना गया है .., वहीं २६ नवम्बर २००८ ..., देश के इतिहास में सत्ता के
गद्धीदारों की गद्दारी के रूप में जाना
जाएगा ..
मुंबई आतंकी हमले के समय देश के
सहायक पुलिस इंस्पेक्टर तुकाराम ओंबले
ने..., आतंकवादी घटनाओं को राजनैतिक रंगा सियार से
सत्ता में अपना प्रभुत्व ज़माने के राजनैतिक खेल को ख़त्म कर , राजनेताओं को उनकी अवकाद अपने रगों में दौड़ते खून में राष्ट्रवादी उबाल
से दिखा दी थी , जब अजमल कसाब के AK -47 से दनदनाती फव्वारे की गोलियों की परवाह न
करते हुए बन्दूक की नाल का जमीन की तरफ मोड़ते
हुए अपनी जान गंवाकर इस आतंकवादी को ज़िंदा पकड़ वाने में मदद की ..., लेकिन राजनेता
अपना श्रेय लेने की होड़ में..., इस महानायक
का नाम धूल में मिटा दिया था लेकिन अंततः राष्ट्रवादी ताकतों के दवाब से तुकाराम ओंबले
अशोक चक्र से नवाजे गए.
जागो देशवासिओं..,
फ़्रांस से हमें सिखना होगा.., अब
राजनीती नहीं.., राष्ट्रनीती का वक्त आ गया है...
कसाब का हिसाब V/s फ्रांस के पेरिस पुलिस का पौरूष
२६/११ के कसाब का हिसाब ..जय हो.., राष्ट्रवादी मच्छर, सच में तुम तो हो ज्ञान के सागर ...
१. हमने मुम्बई
आतंकी हमले का ७२ घंटों को घाव बनता दिखाकर दुनिया को जीवंत प्रसारण दिखाकर.., सहानूभूति की गुहार लगाते रहे .., जबकि फ़्रांस ने
त्वरित कारवाई कर इसे ५ घंटे में ख़त्म कर दिया.
२. हमारी सुरक्षा
एजेंसी दिल्ले से मुम्बई हवाई जहाज से पहुँची लेकिन २४ घंटे तक ताज व ट्रिडेंट होटल में आतकवादियों से
लड़ने की अनुमति नहीं मिली .
३. वहीं नरीमन हाउस
पर हमले पर इजराईल ने हमें बुजदिल कौम करारते हुए कहा यदि तुममें हौसला नहीं है तो
हमारी सुरक्षा एजेंसी इसका त्वरित निदान करेगी
४. हमारे सत्ताखोरों
ने इस प्रसारण से आतंकवादियों के आकाओं को सुलभ मार्ग दर्शन से लोगों को चुन चुन
कर मारने का आदेश मिला जबकि फ़्रांस की सरकार ने इस कार्य को पूरा न होने तक इसकी
सूचनाएं गुप्त रखी
५. फ़्रांस के फूटबाल
मैच के दौरान बाहर निकलकर राष्ट्रपति स्टेडियम के कंट्रोल रूम से जानकारी लेकर आगे
की कारवाई का मार्गदर्शन करते रहें.., जबकि
मुम्बई के कंट्रोल रूम से मुख्य मंत्री से राजनीती के संतरी ने आने की जरूरत नहीं
समझी.., जबकि महाराष्ट्र के पुलिस कमिश्नर हसन गफूर ..,
जिन्हें कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी दी थी .., इस
भयावता देखकर मार्ग दर्शन देने की बजाय वहां से रफू चक्कर हो गए.
६. हमने मौत के आंकड़े
जोर शोरों से प्रचार कर..,मीडिया भी TRP
से मालामाल हो गई वहीं फ्रांस इसे अपनी
अस्मिता पर भयावह हमला मानकर दुनिया को मौत के सही आंकड़े न बताकर इसे
अपनी खिल्ली मानकर, इसके प्रतिशोध की तैयारी कर रहा है.
७. दोस्तों बाटला हाउस
के आतकवादियों के मुठभेड़ में देश के लिए
अपनी जिंदगी कुर्बान करने वाले अपनी नौकरी में सात बार वीरता पुरस्कार पाने वाले जांबाज शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा द्वारा २ आतंकवादियों को
ढेर करने पर.., इसे फर्जी मुठभेड़ की संज्ञा देकर कोर्ट
द्वारा फटकार मिली , वही हरीश रावत द्वारा ५० लाख की नकद राशि
विधवा शर्मा के घर जाकर देने पर विधवा ने फटकारते हुए यह नकद राशी लेने से इनकार
करते हुए कहा मेरी पति की शहादत पर राजनीती का शहद मत
खाओं.
८. वहीं, इशरत जहां को भी फर्जी मुठभेड़ कहने पर अमेरिका
.
के जासूस
हेडली द्वारा अल कायदा का एजेंट करार देने व सुप्रीम कोर्ट द्वारा लताड़ मिलने पर
देश के राजनेताओं से बुध्हिजीवियो बुद्धीजीवियों की जबान बंद हुई
भाग -२
जाने.., आतंकी
कसाब को “कोहिनूर हीरा” बना कर सत्ता
चमकाने का खेल.....
१. एक आतंकवादी को “अति विशेष अतिथी” बनाकर १०० करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च.....
२. इंग्लैण्ड के कोहिनूर हिरे की रखवाली से जादा सुरक्षा .......
३. उम्र जानने के लिए दांतों की जांच.......
४. छीक आने पर नशेड़ी नेताओं को बुखार.......
५. गाली देने पर विशेष चिकन बिरयानी.......
६. तबियत व सुविधा की कमी जानने के लिए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आ. ,पाटिल व भा.ज.पा के विपक्षी नेता एकनाथ खडसे की सद्भावना मुलाक़ात.......
७. मुम्बई के सरकारी... जे.जे अस्पताल में लाखों रूपये खर्च कर विशेष अतिथी के रूप में, ईलाज के लिए अलग कमरे का निर्माण , लेकिन कसाब का वहाँ नही हुआ पदार्पण.......
८. कसाब को कोहिनूर हीरा मानकर , अमेरिका को बाप मानकर लगाई बड़ी गुहार , पाकिस्तान द्वारा अपने देश का नागरिक न होने की कहकर... , हिन्दुस्तान को दी दुत्कार...
९. टी.आर.पी. से प्रिंट व मीडिया बना मालामाल.......
१०. कसाब बना अन्तराष्ट्रीय चमक वाला हीरा.......
११. आर्थर रोड जेल के कैदियों को मलाल , हमारे एक ओराप की नाही है , क़द्र ...???. और ३०० से ज्यादा हत्या करने वाला अपराधी कसाब है.... भद्र ....????????????? .......
१२. पुलिस द्वारा कसाब की शारीरिक क्षमता जांचने पर.... कसाब १० से भी ज्यादा पुलिस वालो.पर पडा भारी... पुलिस बल भी हक्का बक्का....????? .......
१३. सुनवाई में कसाब के लिए विशेष , मीडिया व्यवसायी की, व समाचार वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक जाम , रोड पर चलने वाली जनता परेशान.......
१४. आरोप पत्रों के कागजो का वजन , कसाब से दुगना ... और वकिल जजों , मीडिया की कमाई १०० गुना.......
१५. कसाब के खर्च का हिसाब... राज्य सरकार के दिवालिया होने के बाद में ... केंद्र सरकार द्वारा पैसे देने में आनाकानी.......
१६. इतनी VVVVV.... IIIIII..... PPPPP.... अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा के सुरक्षा से... कसाब के सुरक्षा का कवच भारी.......
१७. करोड़ों के अंडा सेल में उसने देश की कितनी मुर्गी मारी ...इसका कोई हिसाब नहीं है...??????????? .......
दोस्तों यह सब देखकर, “अति विशेष अतिथी” फांसी की कतार में रहकर ....आजीवन मुर्गीया न खाता रहे ... तब...., एक राष्ट्रवादी मछर को बहुत गुस्सा आ रहा था , वह देश की मुर्गीयों (खजानों) को ही न खाली कर रहे है ... व इसके आड़ में, सत्ताधारी सत्ता के नशे की शराब से, देश के बड़े घोटालों व सीमा पर जवानों की सुरक्षा व अन्य समस्याओं को वे मीडिया चैनलों के कोट से ढक रहे है.
१८ इसी की आड़ में बुलेट प्रूफ से हत्यारों की खरीद में घोटाला , ऐक-४७ के ४७ से.., ज्यादा बार खरीद के नाम से योजनायें बनाना...
१९, केद्र सकार द्वारा, हत्यार देने की बात पर राज्य सरकारों का इनकार करना, विदेशी प्रशिक्षको द्वारा कमांडों ट्रेनिग से पुलिस दल का, ट्रेनिग से भागना , शेष मिले हत्यारों, स्पीड बोटों व अन्य का जंग से खराब होना...
२० महाराष्ट्र के गृहमंत्री का स्काटलैंड पुलिस से शहर की सुरक्षा के नाम से विदेशी दौरा कर , सी.सी.टी.वी.लगाने की कीमत बार बार बढाए जाने पर भी . कैमरे की योजना से जनता को बहक्लाना...
२१ कसाब के स्वागत की प्रेरणा से आतंकवादियों द्वारा, धमाके से अपना कर्म के चुपचाप निकल जाना...
२२. हेमत करकरे व अन्य की मौत पर , आतंकवादी से ज्यादा आरोप... पार्टीयो के अंदरूनी आरोपों से सत्ता हांक रहे थे...
तब एक राष्ट्रवादी मच्छर , गुस्से से लाल पीला होकर, देश के महाडॉन का रक्त चूसकर , डेंगू के बीज का महादान कर, अपने जज्बे से कसाब का हिसाब कर, उसे हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया ...
जय हो.... मच्छरों के महाबली , आपने तो अपने डंक से.... अंडा सेल को भेदकर (जिसे सता के नशेड़ी..अभेद, बुलेट प्रूफ , बम प्रूफ कहते थे)... सच में आपके बहादुरी के सामने , भारत को रत्न समझक्र लूटने वाले नेताओं का नशा उतारने की एक मशाल हो....युवाओं को प्रेरणा की एक मिशाल हो... मच्छरों में बेमिसाल हो.... देश आपका ऋण कभी नहीं चुका सकता है....तुम्हे कोटि –कोटि प्रणाम ....क्योकि इसकी भनक तो प्रधानमंत्री मौन मोहन सिंग को भी नहीं लगी....????
२६/११
के हमले के ९ साल, विदेशी कसाब बना था, सत्ताखोरों की देशी
शराब, दुनिया का एक मात्र कैदी जो जीते जी जन्नत की जिंदगी
जी कर, एक राष्ट्रवादी मच्छर ने, जो
सत्ताखोरों के खेल में, गुस्स्से से लाल-पीला हो गया था ,
तब उसने प्रतिशोध में डेंगू के विषाणु से, इस
सत्ता के दुलारे कसाब को, अल्ला को प्यारा किया..., सत्ताखोर इस मच्छर के खेल से भौंचके रह गए... सत्ता चमकाने के लिए,
यह श्रेय अपने नाम करने के लिए, इसे, अपना धेय्य कहकर..., आनन् –फानन
में कसाब के फांसी की घोषणा कर दी गई...
इसी आड़ में आज १०० करोड़ के खर्च व १०० करोड़ से ज्यादा के सुरक्षा के नाम से खरीदी गई स्पीड बोट आज कबाड़ में पड़े है... क्योंकि इसमें डीजल के खर्च व पुलिस कर्मचारियों को ट्रेंनिंग के खर्च का बजट ख़त्म हो गया है...CC TV बंद होकर धुल फांक रहें हैं...
२६/११ के कसाब का हिसाब ..जय हो.., राष्ट्रवादी मच्छर, सच में तुम तो हो ज्ञान के सागर ...
५ साल पुरानी वेबस्थल व फेस बुक की पोस्ट https://www.facebook.com/BapuKeTinaBandaraAbaBanaGayeHaiMastaKalandara/
बापू
के तीन बंदर, अब बन गये है मस्त कलन्दर http://meradeshdoooba.com
बोलू
: अरे देखू ,तु क्या देख रहा है ?
देखू : तुझे मालुम नही है, ये देश डूब रहा है, देश मे गोल माल हो रहा है
बोलू : देश डूब रहा है, अरे ये तु क्या कह रहा है?
देखू : हा, भ्रष्टाचार की भयकर बाढ आई है , सुनामी भी इसके सामने कुछ नहीं है,
सीमाओ पर दुश्मनो की लाल बत्ती लगी हुई है, और देश के सत्ताधारी लाल बत्ती गाडी के लिये आपस मे लड रहे है.
बोलू : और आगे , तू क्या देख रहा है?
देखू : देश भूखमरी के मार से मर रहा है महगाई से आम जनता त्राहि- त्राहि मचा रही है
बोलू :और क्या क्या देख रहा है?
देखू : इस जनता के त्राहि- त्राहि के पीछे, दूर एक राष्ट्रवाद का लंगूर दिख रहा है
बोलू :तो हम तीनो को देश छोड कर भागना पडेगा, तुझे तो मालुम है जब संसद भवन परिसर मे हमारे वंशज बन्दर, संसद की लूट मारी देखने के लिये जमा होती है तो हमारे सत्ताधारी, भ्रष्टाचारवाद का लंगूर किराये पर लेकर,हमारे बन्दरो को भगातें है.
देखू ,अब मुझे डर लगता है कही वह राष्ट्रवाद का लंगूर न आ जाये?
देखू : नही बोलू , वह राष्ट्रवाद का लंगूर है और बेहद भुखा है, उसका शरीर अस्ति-पिजर का ढाचा है , उसे 65 साल से उसे खाना नही मिला है. वह मरणासन्न स्थिती मे है, यदि देश की जनता उसका सम्मान करे तो वह लंगूर हमे नही भगायेगा ,वह लंगूर बेहद इमानदार है, वह लंगूर “बहुजन हिताय - बहुजन सुखाय” के सिद्धांत का पालक है, उसके आने से देश मे खुशहाली आ जायेगी, यही नही संसद व देश के लूटेरे भी उसको देखते ही भाग जायेगे
बोलू : तो उस लंगूर को हमारे देशवाशी ठीक क्यो नही हो रहा है?
देखू : बोलू तुझे पता नही इसके पीछे बडा केमिकल लोचा है, इसमे हमारे बापू के नाम को घसीट कर, इस लंगूर को और कमजोर बनाया जा रहा है
बोलू : अरे...??? वह कैसे ...?? कैसे ....,.???
देखू : हमारे भ्रष्टाचारी नेता जनता को अलगाववाद जातीवाद, भषावाद ,धर्मवाद की शराब पीलाकर, जनता से कहते है कि तुम्हारे पालनहार केवल हम और हम ही है, और उपर से अपने को गाधी के अहिंसा के सिद्दांत की औलाद कहते है
बोलू : भ्रष्टाचार.... ??? तो क्या यह राष्ट्रवाद का लंगूर मर जायेगा ?
देखू : नही बोलू यह जनता पर निर्भर करता है, यदि जनता दो-तीन् सालो मे इस की सेहत ठीक नही करती है तो देश या तो टूट सकता है या देश की जनता, एक मुसीबत मोल ले सकती है या एक नई गुलामी के बन्धन मे , नई गुलामी के जंजीर मे फँस सकती है
बोलू :ठीक है जब तक राष्ट्रवाद का लंगूर नही जागता है, तब तक, तु मुझे देश का हाल दिखा?
भाग -2
बोलू :अब तू क्या देख रहा है ?
देखू : सींघम अभी-सेक्स कर रहा है.
बोलू :अरे, तूने तो दिल्ली की तरफ दूर्बीन लगा रखी है वहाँ सिंघम कैसे सेक्स कर सकता है? वहा कोइ जंगल भी नही है?
देखू : हाँ, सिघम कोर्ट रूम मे सेक्स कर रहा है.
बोलू : सिघम और सेक्स???? कोर्ट रूम,,??? लेकिन कोर्ट रूम मे सिहनी कैसे पहुची
देखू : अरे बोलू तुझे पता नही है , देश के जंगलो से ज्यादा जंगल राज तो दिल्ली मे है
और वह जज बनने के चक्कर मे फंस गइ है.
बोलू : तो इसका मतलब यही है क्या? सभी देश की महिला जज अपने प्रदेशो के सिंघम का शिकार हुई है.
देखू : देश की महिला जज की सच्चाइ मेरे दूर्बीन से तो पता नही चलेगी? हाँ, डी.एन.ए
टेस्ट सच्चाइ जरूर उगलेगा,
बोलू : लेकिन दिल्ली के सिंघम ने देश के संविधान की धज्जिया उडा दी है क्या संविधान उसे दंड देगा ?
देखू :इस देश मे जो संविधान का रक्षक होता है वह दंड का अधिकारी नही बल्कि वह संविधान का संरक्षित सदस्य होता है.
देखू : तुझे मालुम नही है, ये देश डूब रहा है, देश मे गोल माल हो रहा है
बोलू : देश डूब रहा है, अरे ये तु क्या कह रहा है?
देखू : हा, भ्रष्टाचार की भयकर बाढ आई है , सुनामी भी इसके सामने कुछ नहीं है,
सीमाओ पर दुश्मनो की लाल बत्ती लगी हुई है, और देश के सत्ताधारी लाल बत्ती गाडी के लिये आपस मे लड रहे है.
बोलू : और आगे , तू क्या देख रहा है?
देखू : देश भूखमरी के मार से मर रहा है महगाई से आम जनता त्राहि- त्राहि मचा रही है
बोलू :और क्या क्या देख रहा है?
देखू : इस जनता के त्राहि- त्राहि के पीछे, दूर एक राष्ट्रवाद का लंगूर दिख रहा है
बोलू :तो हम तीनो को देश छोड कर भागना पडेगा, तुझे तो मालुम है जब संसद भवन परिसर मे हमारे वंशज बन्दर, संसद की लूट मारी देखने के लिये जमा होती है तो हमारे सत्ताधारी, भ्रष्टाचारवाद का लंगूर किराये पर लेकर,हमारे बन्दरो को भगातें है.
देखू ,अब मुझे डर लगता है कही वह राष्ट्रवाद का लंगूर न आ जाये?
देखू : नही बोलू , वह राष्ट्रवाद का लंगूर है और बेहद भुखा है, उसका शरीर अस्ति-पिजर का ढाचा है , उसे 65 साल से उसे खाना नही मिला है. वह मरणासन्न स्थिती मे है, यदि देश की जनता उसका सम्मान करे तो वह लंगूर हमे नही भगायेगा ,वह लंगूर बेहद इमानदार है, वह लंगूर “बहुजन हिताय - बहुजन सुखाय” के सिद्धांत का पालक है, उसके आने से देश मे खुशहाली आ जायेगी, यही नही संसद व देश के लूटेरे भी उसको देखते ही भाग जायेगे
बोलू : तो उस लंगूर को हमारे देशवाशी ठीक क्यो नही हो रहा है?
देखू : बोलू तुझे पता नही इसके पीछे बडा केमिकल लोचा है, इसमे हमारे बापू के नाम को घसीट कर, इस लंगूर को और कमजोर बनाया जा रहा है
बोलू : अरे...??? वह कैसे ...?? कैसे ....,.???
देखू : हमारे भ्रष्टाचारी नेता जनता को अलगाववाद जातीवाद, भषावाद ,धर्मवाद की शराब पीलाकर, जनता से कहते है कि तुम्हारे पालनहार केवल हम और हम ही है, और उपर से अपने को गाधी के अहिंसा के सिद्दांत की औलाद कहते है
बोलू : भ्रष्टाचार.... ??? तो क्या यह राष्ट्रवाद का लंगूर मर जायेगा ?
देखू : नही बोलू यह जनता पर निर्भर करता है, यदि जनता दो-तीन् सालो मे इस की सेहत ठीक नही करती है तो देश या तो टूट सकता है या देश की जनता, एक मुसीबत मोल ले सकती है या एक नई गुलामी के बन्धन मे , नई गुलामी के जंजीर मे फँस सकती है
बोलू :ठीक है जब तक राष्ट्रवाद का लंगूर नही जागता है, तब तक, तु मुझे देश का हाल दिखा?
भाग -2
बोलू :अब तू क्या देख रहा है ?
देखू : सींघम अभी-सेक्स कर रहा है.
बोलू :अरे, तूने तो दिल्ली की तरफ दूर्बीन लगा रखी है वहाँ सिंघम कैसे सेक्स कर सकता है? वहा कोइ जंगल भी नही है?
देखू : हाँ, सिघम कोर्ट रूम मे सेक्स कर रहा है.
बोलू : सिघम और सेक्स???? कोर्ट रूम,,??? लेकिन कोर्ट रूम मे सिहनी कैसे पहुची
देखू : अरे बोलू तुझे पता नही है , देश के जंगलो से ज्यादा जंगल राज तो दिल्ली मे है
और वह जज बनने के चक्कर मे फंस गइ है.
बोलू : तो इसका मतलब यही है क्या? सभी देश की महिला जज अपने प्रदेशो के सिंघम का शिकार हुई है.
देखू : देश की महिला जज की सच्चाइ मेरे दूर्बीन से तो पता नही चलेगी? हाँ, डी.एन.ए
टेस्ट सच्चाइ जरूर उगलेगा,
बोलू : लेकिन दिल्ली के सिंघम ने देश के संविधान की धज्जिया उडा दी है क्या संविधान उसे दंड देगा ?
देखू :इस देश मे जो संविधान का रक्षक होता है वह दंड का अधिकारी नही बल्कि वह संविधान का संरक्षित सदस्य होता है.
बोलू : हाँ, अब मुझे समझ मे आया, एक नारायण जिसकी नारी रामायण बहुत मशहूर है वह भी हैदराबाद के जंगल में सेक्स करते पकडा गया , सबसे बडा ताजुब्ब है कि, उसे दिल्ली के जंगल से, हैदराबाद के जंगल मे, संविधान की रक्षा के लिये भेजा गया था. और संविधान ने उसके इस कृत्य के लिये दंडित करने की तो बात छोडो, उसके सेक्स सीडी पर रोक लगाकर सम्मानित किया गया
देखू : अभी नारी नारायण समाचार वाहिनी मे मै साक्षात्कार दे रहा है । संवाददाता पूछ रहा था की क्या यह सही है?, नारी नारायण समाचार वाहिनी मे बेधडक कह रहा है, आपने जो मेरे चल चित्र देखे है ,मै अपने चाल - चरित्र मे उससे भी कही बहुत आगे हू., पूछो ? आगे और क्या पूछना है ?।
बोलू : उसके कहने का मतलब यही है. कि इस क्रिया के लिए मुझे बापू द्वारा प्रेरणा मिलकर, प्रेरित हुआ हूँ । मतलब वह अपने चाल - चरित्र मे बापू का चाल – चरित्र जोड रहा है?
.
बोलू :अरे सुनू,..... तू क्या क्या सुन रहा है?
सुनू : देश से इतने काँल आते है, कि एक काँल सुनता हू तो चार-पाँच आनेवाली काँले इंतजार मे रहती है
बोलू : अभी तू क्या सून रहा है यह तो बता ?
सुनू : एक जायसवाल नाम का कोइ मंत्री है, उसके मुँह मे कोयले की कालिख लगी है और वह कह रहा है , मुझे तो नई शादी व नई बीबी मे जो जोश आता है , उससे कोइ बडा सुख नही है
बोलू : यह तो नारी नारायण का भी बाप निकला है
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Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold..... www.meradeshdoooba.com (a mirror of india) स्थापना २६ दिसम्बर २०११ कृपया वेबसाइट की ६६० प्रवाष्ठियों की यात्रा करें व E MAIL द्वारा नई पोस्ट के लिए SUBSCRIBE करें - भ्रष्टाचारीयों के महाकुंभ की महान-डायरी
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