Monday 18 September 2023

देश की उन्नति का आधार जब देश के अंतिम व्यक्ति का उसमें सहयोग नही होगा तो उसे विश्व को कोई शक्ति भी नही ढहा सकती है

 कृपया पढ़े …, मंथन करें…!!! 



देश की उन्नति का आधार जब देश के अंतिम व्यक्ति का उसमें सहयोग नही होगा तो उसे विश्व को कोई शक्ति भी नही ढहा सकती है 


वही यह विकास कृत्रिम विदेशी हाथों से होगी तो विदेशी इशारों से दुनिया के देशों की अर्थव्यवस्था डूबती है 



देश के अंतिम व्यक्ति जो शोषण जातिवाद भुखमरी से मरता है जिसे / यदि उसे देश की मुख्य धारा में न लाकर जो शासन मुफ़्त के राशन से देश के शीर्ष माफिया लूट के खेल से झूठी आबादी के गुणा भाग का आधार बताकर , राशन के खेल से अपने प्रशासन पर अपनी पकड़ मज़बूत कर देश को पंगु बनाने का यह खेल ७७ सालों से बदस्तूर खेल रहें है 


इसका उदाहरण


देश के अंतिम व्यक्ति की शक्ति V/s चींटी की तुलना 


१ - चींटी अपने वजन से तीन गुना वजन उठातीं है व उनके जाती में कार्य प्रबन्धन व दिशा ज्ञान से भटकने से भी अपने गंतव्य स्थान पर पहुँचना व अन्न का श्रोत पता चलने से अपने अनन्य मज़दूर साथियों की सेना को एक माला / Chain प्रबंधन से अपने बिलों तक पहुँचाना व मिट्टी के टीलों में शिल्पकारी से अपने भवन व भंडार गृह के रचना से अपने राजा रानी के साज सज्जा से अपने संपूर्ण समूह की खाद्य सुरक्षा से निर्स्वार्थ भावना से जीवन यापन करते है 


यदि विश्व के देश इनका अनुसरण करें तो यह हड़प्पा मोहनजोदड़ो का मिलन दिखता है व इसमें “ वसुधैव कुटुंबकम “ का संदेश समाहित है 


दोस्तों बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है देश  का अन्न दाता आत्महत्या कर रहा है व फसल व्यापारी . भ्रष्टाचार की लम्बीं पारी से व माफ़ियागिरी से देश को डुबोने का घिनौना कार्य कर रहें हैं 


अंत में मोदीजी को धन्यवाद जिन्होंने अपने जन्म दिवस को विश्वकर्मा दिवस से १५ हज़ार करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान से ग़रीबों के सुध लेने के लिए राष्ट्र कृतज्ञ है


प्रयत्न व साभार 

www.meradeshdoooba.com

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मोदी का जन्म दिवस , विश्व का कर्म दिवस


मोदीजी आपके जन्मदिवस से “विश्वकर्मा वर्ग” को उन्नत बनाने के प्रोत्साहन लिए कृतज्ञ है.


हमारी क़ौमे जो ७७ सालों से उपेक्षित थी , अब हमारे अति कार्य कुशल कर्म पथ से “विश्व कर्मा” की सिद्धी का आधुनिक विज्ञान भी लोहा मानेगा

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Modi's Birthday, World's Karma Day


Modiji is grateful to you for your encouragement to upgrade the “Vishwakarma class” on your birthday.


Our community, which was neglected for 77 years, will now be able to achieve the accomplishment of “Vishwa Karma” through our highly efficient path of work, even modern science will accept.

Friday 8 September 2023

“Vasudhaiva Kutumbakam”. According to the ideology of 'Our entire universe is one family' That's why we turn to the sun, the moon, the stars without any discrimination. providing continuous service


please must read 


वसुधैव कुटुम्बकम

जियो और जीने दो 

अतिथि देव भव:

बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय


ये सब सनातनी नारे व चाँद , सूरज व अन्य ग्रहों की गणना व उनका पृथ्वी पर प्रभाव की खोज लाखों - लाखों साल पहिले हो चुकी थी व आज का आधुनिक कहने वाला विज्ञान अब भी शैशव काल में है , जितनी आधुनिक खोज करता है वह सब वेद पुराणों में पाकर चकित हो जाता है …!!!



ये सब श्लोगन महा उपनिषद के प्राचीन आबाद भाषा के संस्कृत पाठ से लिया गया है, अनिवार्य रूप से, यह विषय सभी प्रकार के जीवन मूल्यों - मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीव - और पृथ्वी एवं व्यापक ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंधों की पुष्टि करता है.


हमारे सनातनी विज्ञान को मोदी द्वारा विश्व में प्रचार प्रसार से यूरोप एशिया व विश्व के पाँचों महाद्वीपों ने हमारे सनातन धर्म से उत्पन्न हिदुत्व ही विश्व का बंधुत्व है  जिसने विस्तारवाद के लिए दुनिया मैं तलवार के दम से कभी भी धर्म परिवर्तन व ग़ुलाम बनाने व क्रूरता का उदाहरण कहीं नही है 


हमारी समाज की व्यवस्था “हड़प्पा मोहनेजोदाड़ो” से विश्व चकित है ..


आधुनिक कला व जीवन शैली व सनातन से मानव के जीवन शैली उन्नत थी


आईए अब २०१४ से शुरू मोदी काल की तरफ़…


मंद बुद्धि मनमोहन भी राहुल व सोनिया गांधी द्वारा प्रताड़ित होने के बावजूद तीसरे प्रधान मंत्री पद के लिए लालायित व आश्वस्त थे वे कह रहें थे

“प्रधानमंत्री पद तारों के पार के दुनिया है “ “ इसलिए उन्होंने एक आधिकारिक वक्तव्य दिया “ देश के सभी संसाधनों पर मुस्लिमों का पहला अधिकार है” देश को लज्जित कर व मुसलबानों को बहकाकर यह वोट लेने का जुगाड़ था 


मोदी द्वारा प्रधानमंत्री पद के  समारोह में एशियाईं प्रधानमन्त्रीयों को आमंत्रण देकर एक संदेश दिया की मित्रता ही विकास की सीढ़ी है 


“Bricks” के प्रधानमंत्री पद के पहले कार्यकाल में ब्राज़ील में मोदी ने विश्व को एक संदेश दिया “कोई आतंकवादी अच्छा नहीं होता है “यह कहकर अमेरिका के बराक ओबामा को कड़ा संदेश देकर विश्व पटल में एक दमदार नेतृत्व से छा गए


यह मोदीजी के प्रधानमंत्री पद की मजबूत नींव की देंन है की २०२३ के “Bricks” सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शीजीनपिंग को संदेश दिया कि सीमा पर अतिक्रमण के खेल से से सेना का जमावड़ा हटाने का निर्देश से ही भविष्य में वार्ता होगी 

यही कारण है की चीन ने इस बार अपने प्रधानमंत्री को “G-20” सम्मेलन में भेजा है 


दोस्तों …, “G-20” से देश की चमक व मोदीजी की धमक बढ़ी है 


इस सम्मेलन के संदेश में मोदी ने एक गहन अध्य्यन से सनातन से हिन्दुत्व के बंधुत्व से जीने की जिज्ञासा से विदेशी मेहमान अति उत्सुक है 


सदियों से विश्व में हमें ग़ुलामों  का देश व साँप सपेरों का देश है कहकर उपेक्षित किया जा रहा था ,


हमारे पिछलग्गू नेताओं ने अंग्रेजों द्वारा याचना से सत्ता का हस्तांतरण को आजादी से भ्रमित कर देश का गौरवशाली इतिहास पढ़ाने के बजाय हमें भीरु क़ौम दर्शाकर देश के नौजवानों को अवसाद (Depression) में डालकर स्वदेशी मातृ भाषा व राष्ट्रभाषा की हत्या के ओर से अंग्रेज़ी भाषा की घुट्ठी से राष्ट्रवाद को मिट्टी में मिलाने का खेल २० मई २०१४ तक बदस्तूर जारी रहा 


 मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद में विश्व मंच में मोदी की हिन्दी में हुंकार से देश के “उच्च श्रेणी का वर्ग “ जिसे लज्जित भाषा कहते थे आज विश्व हिन्दी / संस्कृत के विशाल शब्दों , साहित्य व व्याकरण का लोहा मान रहें हैं 


अंत में देश विदेशी अतिथियों से अभिभूत है  व वर्तमान में राहुल गांधी भूत बनकर विदेशी यात्रा से देश की बदनामी कर कोई नये विवादास्पद बयान से सुर्ख़ियों में रहने का चुनावी खेल की रूपरेखा में मशगूल होकर एक टूलकिट की साज़िश रच रहें हैं 


प्रयत्न व साभार 

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www.meradeshdoooba.com

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“वसुधैव  कुटुम्बकम् “ 


के विचार धारा से हमारा पूरा ब्रह्मांड एक परिवार है 


इसलिए हम सूरज , चाँद , तारे बिना भेद भाव किए अन्वर्त 

अनवरत सेवा दे रहें हैं


“Vasudhaiva Kutumbakam”. According to the ideology of 'Our entire universe is one family'


That's why we turn to the sun, the moon, the stars without any discrimination.

providing continuous service

Monday 4 September 2023

देश के तिरंगे को तीन सफलतायें चंद्रयान ३ , नीरज चोपड़ा का भाला चंद्रयान ३ की गति से स्वर्ण पदक पर निशाना .., व सूर्ययान “आदित्य” की सफल उड़ान से देशवासी गर्वित है


 देश के तिरंगे को तीन सफलतायें चंद्रयान ३ , नीरज चोपड़ा का भाला चंद्रयान ३ की गति से स्वर्ण पदक पर निशाना .., व सूर्ययान “आदित्य” की सफल उड़ान से देशवासी गर्वित है 



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अब मेरे भाला ने चंद्रयान -३ की तरह हवा को चीरते हुए स्वर्ण पदक पर निशाना लगाया


Now my javelin shoots through the air like Chandrayaan-3 aiming at the gold medal


प्रयत्न व साभार 

www.meradeshdoooba.com

Friday 1 September 2023

आओ आदित्य मैं अपना साहित्य बताता हूँ…

 देश एक और बुलंदी की और,, , जब तक सूरज चाँद रहेगा , सनातनीं हिंदुस्तान तेरा नाम रहेगा …,




ब्रह्माण के अन्य ग्रह भी टकटकी लगाकर देख रहें है की हिंदुस्तान के यान हमारे मैहमान बनकर कब हमसे मिलने आएँगे




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आओ आदित्य मैं अपना साहित्य बताता हूँ…


Come Aditya, I will tell you my literature