Thursday 15 May 2014



भाजपा के बहुत ज्यादा प्रधानमंत्री के पंचक, जिन्होनें, विपक्ष में.., भ्रष्टाचार की अनदेखी कर , WE- पक्षी (हम सब पक्षी एक डाल के) बनकर अप्रत्यक्ष रूप से सत्तापक्ष के हाथ से, भ्रष्टाचार के खूनी पंजे के रक्त से, बहती भ्रष्टाचार की गंगा से अपनी सेहत बनाई थी और कमल दल-दल में घुस रहा था 
एक राष्ट्रवादी शेर की दहाड़ ने सूर्य मानी शक्ती से , देश भर में अपने प्रकाश से कमल को खिला दिया 
लोकतंत्र के गर्भ (चुनाव) से सत्ता की कुर्सी निकलने के पहले ..., सत्ता पाने के लिए ये पंचक ,सरपंच, महापाचक बनकर ..., अब अपने पंजे से कमल की पंखुड़िया उखाड़ने में लगे है...,
इन सरपंचो ने सत्ता पक्ष के भ्रष्ट्राचार के खेल में अप्रत्यक्ष भागीदारी से मूक दर्शक बनकर,जनता इनके पंचनामों की सूची से ..., जनता तो क्रोध से लाल पीली थी .., और इन्हें ही अपनी ही कुर्सी बचाने के लाले पड़ते ...,
यह तो नरेन्द्र मोदी का ही व्यक्तित्व है ... जिन्होंने अपना राष्ट्रवादी सुर्यरूपी तेज का प्रकाश से ..., कमल को अपने बाहुबल से खिलाया ..., युवकों,में देश के प्रति जोश की एक बयार/लहर बहा दी ..., -कैलाश तिवारी
जागो देशवासियों हम राष्ट्रवाद की धारा मे आकर.., डूबते देश को बचायें ॥ सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो...

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