Saturday 4 April 2015

साइमन पेरिओट, कुसुमजीत सिद्धू जिन्होंने अपने कार्यकाल में ५० के लगभग तबादले झेलने के बाद भी, राष्ट्रीय गर्व से अपना दिल ५६ इंच का बनाया है ..,

 बापू के तीन बंदर, अब बन गये है मस्त कलन्दर http___meradeshdoooba.com

बोलू: अरे देखू , आज के ताजा हाल-चाल क्या देख रहा है... कुछ तो बता
देखू: हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर अब सत्ता बचाने के लिए कट्टर बन गएँ है..
बोलू: क्या हिंदुत्व के, कट्टरवाद के, कट्टे से खट्टर.., अपनी कुर्सी चमकाने का खेल , खेल रहा है...
देखू: नहीं, बोलू ., तू गलत कह रहा है.., एक आई.ए.एस.अधिकारी अशोक खेमका, जिन्होंने अपने नाम स्वरुप.., अपने जीवन में, देश के अशोक स्तभ का खम्भा बरकरार रखने के लिए, राजनेताओं के भ्रष्टाचार के खेमे को ध्वस्त कर ,राष्ट्र को स्वस्थ बनाने के लिए अपने पद को कुर्बान बना रखा है.., भले वह २२ सालों से, ४६ बार तबादले का दंड भुगत चुका है.., अब खट्टर को तो उसे, अपने मुख्यमंत्री पद के गुमान से खट्टा बना दिया है  ...अब खट्टर को अपना खूंटा उखड़ने का भय हो गया है .., इसलिए अब उनका तबादला म्यूजियम में तबादला कर , खेमका को.., देश की धरोहर बताकर, जनता को..,भरमा कर “अच्छे दिनों” की इनकी हुंकार , अभी भी कम नहीं हुई है    
सूनू: जनता भी कह रही है.., ये रोग तो सत्ता परिवर्तन के बाद से ही गोरे अंग्रेजों के नक़्शे कदम चलकर अब,  ये, काले अंग्रेज बनकर ६८ साल से माफिया-मीडिया-कॉर्पोरेट-नौकरशाही-कुर्सीखोर लोगों के गठबंधन से.., भ्रष्टाचार से.., विदेशी कर्ज से.., देश को डूबोकर.., महंगाई के बंधन से हम पर फंदा डाल दिया है...
देखू: यही फंडा ..., मैं भी बापू के राज से आज तक देख रहा हूं ..!!!
बोलू: हाँ , खेमका ने अपने  जज्बे से उन्होंने 100 से ज्यादा भ्रष्टाचारियों की पैंट उतारी है ..., उनका तो यही सिद्धांत है कि देश की सेवा, भ्रष्ट धन पचाकर नही, स्वस्थ मन से ही , भ्रष्टाचारियों को पिचकाकर, और अपना सीना तान कर ही भारतमाता की शान बढ़ाई जा सकती है 
देखू: मैं देखता हूं कि देश के भ्रष्ट सत्ताखोर नेताओं को तो सार्वजनिक सभाओं में तो शाल पहनाकर, इनकी भ्रष्टाचार  के मस्ती की पाठशाला में गर्वीत किया जाता है,और देशवासियों को  देश का मसीहा बताकर, देश का भट्टा बिठाया जा रहा है..., और तो और शहरों के चौक पर पुतले से मुहल्ले, नगर तक का नामानकरण कर अमर कर दिया जाता है  
बोलू: हाँ , खेमका ने मल खंभ से, देश के राष्ट्रीय दामाद.., रोबर्ट (ROBERT WADRA = ROBBERY + EXPERT)  वाड्रा (WIDE + ERA = विशाल धरती) जो हरियाणा,  में  विशाल भूमि कौड़ी के भाव ले कर, सत्ताधारियों  की छावं से आमाद हो गया था.., धन से आबाद हो कर, भ्रष्टाचार के शबाब का खवाब पूरा हो गया था, लेकिन अशोक खेमका को  उसके मंसूबों को उस मट्टी में दफ़न करने की सजा के तौर पर... पुरातत्व विभाग के सचिव पद पर तबादला कर दिया था
सूनू: हाँ मैं  भी सून रहा था कि प्रधानमंत्री ने खेमका को कांग्रेस के दाग को चमकाने के लिए पुन: नियुक्त कर “न तो मे खाता हूं , न खाने देता हूं...” के “खता” को खेमका ने भी “यथार्थ” करने का प्रण कर  लिया था, अपने प्राण दांव पर लगाकर, डम्पर, भू-माफियाओं, परिवहन विभाग के भ्रष्टाचार के मैल  को निकालने के लिए जब सत्ताखोरों के पिल्लुओं की गरदन दबोचने लगा तो उसे आभाष हो गया कि यह मैल तो रोबर्ट वाड्रा से भी भयानक कीचड़पना से भी ज्यादा   गंदा है.., हरियाणा प्रशासन से मुख्यमंत्री ने भी अपनी सत्ता पर प्रश्न लगने के पहिले.., कहीं  यह चिंगारी, शोले से.., देश में एक अग्नी मशाल के रूप में प्रज्ज्वलित न हो जाए..., इसे रफा-दफा करने के लिए खेमका को संग्रहालय/म्यूजियम में रफा कर दिया था... , कांग्रेस के नक्शे कदम पर चलकर..,अब भाजपा ने भी ‘भ्रष्टाचार की चाल’  बदल ली है..
बोलू:   हाँ ..ये सब  सत्ता के म्यूजिशियन है..., कैसे भ्रष्टाचार के संगीत की धुन के शोर से.., I.A.S. / I.P.S.  का तबादला कर, जनता की आँखों में धुल झोंककर..., जनता को कब लूट लिया है , इस खेल का जनता को ही पता नहीं चलता है..
देखू: हाँ मे भी देख रहा हूँ.., कड़ी मेहनत के बाद I.A.S. / I.P.S.  परीक्षा पास करने के बाद वह अधिकारी करने के बाद, राजनेताओं की गुलामी का शिकार हो जाता है..., वह अपनी जीवन की सफलता.., सत्ताखोरों द्व्रारा माफिया गठबंधन से देश को लूटने वालों.., लोमड़ीराज के विरोध में अपने पद  को देश के लिए कुर्बानी देने से बेहतर उनके तलुवे चाटकर अपने व परिवार के उन्नत भरण पोषण से अपना कार्यकाल पूरा करने में ही अपनी भलाई समझता है..
सूनू: हाँ.., अब तो देश में व्यापम घोटालों से लोक सेवा आयोग व अन्य परीक्षाओं में भारी घोटालों से, लूटेरों की एक नई फौज का निर्माण हो रहा है.., क्या ऐसे में देश के “अच्छे दिन’ आने वालें है..???..!!!.
बोलू: हाँ.., देश में कुछ I.A.S. / I.P.S.  अधिकारी जैसे दुर्गा नागपाल ने प्रसाशन के दांत खट्टे किए थे .., व  साइमन पेरिओट, कुसुमजीत सिद्धू जिन्होंने अपने कार्यकाल में ५० के लगभग तबादले झेलने के बाद भी, राष्ट्रीय गर्व से अपने अपना दिल ५६ इंच का बनाया है .., उतारू प्रदेश में मंजुनाथ, मध्य प्रदेश में नरेन्द्र सिंग व महाराष्ट्र में सोनावणे ने तेल व खनन माफियाओं की सत्ताखोरों की मिलीभगत के संगठन को ख़त्म करने की ठान लेने की प्रतिज्ञा / प्रण से अपने प्राण दे दिए है... और उनका नाम नेपथ्य में चला गया है..., देश की जनता भी इन राष्ट्र वीरों को भूल चुकी है     
सूनू: हाँ , मे भी सुन रहा था, नौटंकी वाल से, भा.जा.पा से देश की अन्य पार्टियों के नेताओं ने इसे चुनावी नारा देकर, सत्ता हासिल की 100 दिनों  में काले धन पर कार्यवाही से जन लोकपाल व अन्य वादों की बरसाती  मुद्दों की आड़ में काले अंग्रेजों की औलादों को आबाद कर , देश को बर्बादी पर पहुंचाने का घिनौने खेल का अध्यापक बनकर, एक नए अध्याय का आधुनिक भविष्य के सुनहरे सपने दिखाने का खेल अब भी बदस्तूर खेला जा रहा  है...
देखू: आजकल  बंगलुरू में भाजपा के गुरुओं की बैठक चल रही है.., वे भी अपनी सदस्यता अभिमान के गुमान/मद  से जनता को भ्रमित कर रहें है.., इनके खेमे में खेमका के तबादले का मुद्दा गायब है.., नरेन्द्र मोदी को भी जैसे सांप सूंघ गया है...
बोलू: असल में तबादला तो भ्रष्टाचारियों के तबेले में किसी भी ईमानदार अधिकारी द्वारा छापा मारने पर, भ्रष्टाचारियों के खेल को रफा-दफा करने के लिए होता है. ..देखू , अब देश का क्या होगा..???,  मैं तो, इस भयंकरता  से  चिंतीत हूं  
देखू:   मैं देख रहा हूं ,जब तक भ्रष्ट सत्ताखोर, लोमड़ी बनकर.., देश के नौकरशाहों को पंगु बनाते रहेंगे.., देश डूबते रहेगा, इसका एक ही पर्याय है .., जनता राष्ट्रवादी बनकर , इन शेरो में अपना खून कर  देश के लिए दहाड़ कर.., देश व विदेश के दुश्मनों के लिए  पहाड़ बनकर एक मजबूत बुलंदी से  देश के तिरंगे को बदरंगा करने वालो को सबक सिखा सकते है....    

No comments:

Post a Comment