अल्लाह के चरणों में जन्नत है लेकिन अल्लाह के घर (मस्जिद) में ख़ूनी हथियार रखकर आतंकी देशवासियों को भरमा रहें की छद्म जेहाद से तुम्हें ७२ हूरों वाली कुंवारी हूरें जन्नत में मिलेंगी..,
इसराइल जैसा देश जानता है की इस खिलवाड़ में नवजवान गुमराह हो रहें है इसलिए वह इस खेल में भारी बमबारी से मस्जिद ध्वस्थ कर , “न रहेगा बाँस , न बजेगी बाँसुरी “ का सिद्धांत है
सभी धर्मो का एक ही “ध्येय” है “मानवता”
जिसका श्लोगन है “बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय “ व इसका निचोड़ है “वसुधैव कुटुम्बकम”
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इसराइल जैसा देश जानता है की इस खिलवाड़ में नवजवान गुमराह हो रहें है इसलिए वह इस खेल में भारी बमबारी से मस्जिद ध्वस्थ कर , “न रहेगा बाँस , न बजेगी बाँसुरी “ का सिद्धांत है
सभी धर्मो का एक ही “ध्येय” है “मानवता”
जिसका श्लोगन है “बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय “ व इसका निचोड़ है “वसुधैव कुटुम्बकम”
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अल्लाह के घर में मौत का सामान रखने वाले व ७२ हूरों का दावा करने वाले आतंकवादियों को घर में घुसकर चुन - चुन कर मारूँगा
I will enter the houses of terrorists who keep the tools of death in Allah's house and claim to have 72 virgins and kill them one by one
I will enter the houses of terrorists who keep the tools of death in Allah's house and claim to have 72 virgins and kill them one by one