Sunday, 14 September 2025

हिंदी देश की बिंदी को हिंग्लिश भाषा से हिंदी दिवस मनाया जाता है देश के राष्ट्रवाद के सिंदूर को मिटाने का षड्यंत्र से लूटतंत्र हावी है


 

हिंदी देश की बिंदी को हिंग्लिश भाषा से हिंदी दिवस मनाया जाता देश के राष्ट्रवाद के सिंदूर को मिटाने का षड्यंत्र से लूटतंत्र हावी है 

१९४७ में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टल चर्चिल ने कहा था हमनें सत्ता ब्रिटेन में पढ़े जिनकी रंगों में अंग्रेजों का खून बहता है ऐसे लोगों को दी है ताकि हिंदुस्तान अंग्रेजों के कानून से सदा के लिए गुलाम रहे 

 अंग्रेजी भाषा के  संविधान की प्रस्तावना में शुरू में लिखा है “India i.e. Bharat”


देश को ७८ सालों की से विदेशी भाषा की जकड़ से “ विदेशी हाथ , विदेशी साथ , विदेशी विचार “ से 

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राष्ट्र... ह्त्या की ओर – भाषा हत्या, किसान हत्या, जवान हत्या, गरीबी से आम नागरिकों की आत्महत्या (हत्या), नवजात शीशुओ की इलाज न होने से हत्या , संस्कारो की ह्त्या.....???????, 


UPSC परीक्षाओं में अंग्रेजी क्यों..,

अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक देशों में हिन्दी भाषा के वार्ता से से एक सम्मानित सख्श से जाने गए..., व देश के स्वाभिमान से दुनिया के देशों को सन्देश दिया 


ये सब विदेशी भोगवादी भाषा के तलवारों से, हम बर्बाद हो रहे है... , हिग्लीश को हिरण मानकर , धन तृष्णा से युवक, राष्ट्र की राह भटक गया है, अग्रेज़ी, दुनिया के सिर्फ 11 देशों मे प्रमुखता से बोली जाती है , स्वभाषा से चीन , जापान , जर्मनी फ्रांस व अन्य छोटे देश जो नक्शे मे भी दिखाई नही देते है वे शीर्ष देशों मे सुमार है....,


याद रहें चीन में २०१० के विश्व के भव्यतम ओलंपिक के समापन समारोह के बाद ,चीनी सरकारअंग्रेजी को दूसरी भाषा के रूप में थोपने के प्रयास में चीनी जनता ने सडकों पर उतर कर विरोध किया,तब चीनी सरकार ने एक अध्यादेश लाकर घोषणा कि , चीनी भाषा में कोई अंग्रेजी शब्द उपयोग में नहीं लाया जाएगा, 


आज, हम विश्व गुरू हिंदुस्थान का तमगा लेकर दुनिया में ढोल पीट रहें है.., 


लेकिन आज देश..., विदेशी संस्कार, विचार, शिक्षा प्रणाली से कठपुतली बनकर विदेशी देशों की अंगलियों पर नाच रहा है , डॉलर , रूपये को डोल रहा है , 


देशवासियों विदेशी नशा छोड़ो , हिन्दुस्थानियों अपने देश को पहचानों, जागो...जागो...जागो... अभी भी समय है... विदेशी इशारों से डूबते देश को बचाओ 

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