Tuesday 4 February 2014



सेना के पास पैसे की कमी...!!!!...???, सत्ता के दलालों के दल में, सुरक्षा सौदों की दलाली से मुंह पर लाली ..., प्रधानमंत्री सेना के अधिकारियों को पैसे हिसाब से खर्च करने की सलाह दे रहें हैं, और अपने लूटेरों को विदेशी हाथ से लूटने बुला रहे हैं 
प्रणव मुखर्जी ने वित्तमंत्री रहते, देशी विदेशी माफियाओं का बचाव करते हुए, अपने मंत्रियों से मैत्री कर, Augusta Westland deal को (ALL+GUEST+AA-आ ) बनाकर, एकहवा-हवाई की योजना से सैर करने के बहाने ३६०० करोड़ की दलाली से महाभ्रष्ट योजना से महा महीन (महीन- उत्कृष्ट, सुंदर) वित्तमंत्री..., जो जनता को बार-बार हड़काते हुए कह रहे थे , मेरे पास कोई, जादुई छड़ी नहीं है...जो महंगाई दूर कर सकें ..!!!!!!, लेकिन वे जनता को, अपनी जादुई छड़ी से, महंगाई का चाबुक बनाकर / मारकर..., सत्ताखोरों की वाह वाही लूटते हुए महामहीम (General through ordinary) राष्ट्रपति बनकर अब सेना के तीनों अंगों की कमान संभाले हैं...
अब इटली की अदालत में प्रधानमंत्री के साथ देश के महामहीम राष्ट्रपति , भ्रष्टाचार की “महा उत्कृष्ट” परतों से घिर कर सच में कांग्रेस के नारे “मेरा भारत महान” को “मेरे महान भारत का, भ्रष्टाचारी भी महामहीम” से देश की आँख का तारा बनें हैं
Posted in WEBSITE on 15 August 2013. राष्ट्रपतिजी ने, बचपन मे, अपने अगले जन्म मे, राष्ट्रपति भवन का घोडा बनने की कामना की। आज उनही घोड़ो की शह से वे राष्ट्रपति बने। याद रहे वित्तमंत्री रहते हुए, विदेश व बैंको मे, छिपे काले धन के बारे मे जादू की छड़ी के नाम से, बार-बार कहते रहे, कि विदेशी देशो से हम अपनी संधि तोड़ नहीं सकते…?,
2 साल पहिले, माँरिसस से इस मुद्दे पर वार्ता चल रही थी, तब शेयर बाजार 700 अंक तक लुड़क गया था, तब वित्तमंत्री ने शेयर बाजार को आवाहन किया, चिंता की कोई बात नही है…, अरे, ये तो सिर्फ वार्ता है… इसको लागू होने मे एक साल से ज्यादा समय का वक़्त लगेगा तब शेयर बाजार भरपाई कर 200 अंक नीचे बंद हुआ।, अभी हाल ही मे, माँरिसस ने भारत सरकार से कहा है विदेशी धन का मुद्दा कूड़ेदान मे डाल दो…????, आप हमारे तीन टापू मुफ्त मे ले लों, क्या… यह देश की अस्मिता व लूट का सवाल नहीं है? ऐसे वित्तमंत्री को राष्ट्रपति पद देकर, महाभियोग की छूट से लाभ पहुचाना…, क्या… ??? देश के साथ खिलवाड़ नही है। 

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