Thursday 25 April 2019

आतंकवादियों को अब हो रही फिकर. काफिर अब करें फिकर, सोनिया को अब लगे सत्ता एक जहर, महबूबा से फारूक , उमर अब्दुल्ला को लग चुका है.., धारा ३७० अब हो जायेगी बेअसर, “आप पार्टी” का कश्मीरी मुर्गा का “कूक्डू शोर” का नौटंकी शो. अब कूड़ा में जाकर.. अब हो गया है, बेअसर .... वोट बैंक से तुष्टीकरण करने वालों , मृग मारीचिकाओं का , अब देश से होगा हरण.. वहीं .., नौटंकीवाल , अन्ना को गन्ना से चूसकर... , लोकसभा चुनावों में कांग्रेस से बैसाखी मांगने की याचना में पस्त हो कर अब अपने आप की दिल्ली में शाख बचाने की लड़ाई लड़ रहा है व जनता को और भ्रमित कर रहें है.. वहीं समाजवादी ... अब समाज से देश को तोड़ों के बयानों से इस छ्क्केबाजी (नपुंसक) बयान तो सीमा पार पाकिस्तान तक पहुंचा कर अब तक के सबसे सफल बल्लेबाज से कांग्रेस भी पीठ थपथपा रही है... दुश्मन भी सोच रहें है ... गेद हमारें पालें में आ गई है... अब इस मुद्दे के गेंद से अब हम इससे ऊंचा दाँव खेलेंगे मायावती तो.., अपने हाथी के मूर्तियों के बोझ से दबी हुई है... दलित भी इसे देखकर अपने को ठगा महसूस कर रहा है.... राष्ट्रवादी पार्टी भी अपने अंतिम प्रयास में जो कृषी मंत्री के भेष में किसानों से आत्महत्या करवा रहा था.., अपने अंतिम चरण में अस्तित्व बचाने में लगा है माफिया भी इस चुनाव में अपने काले रंग के निकलने के डर से ... देश के राष्ट्रवादियों को दबाने के लिए, अपने धन के अलावा..., फोर्ड फाउंडेशन भी इस खेल में शामिल हो चुका था ..., इसके देश में पुरुस्कृत / विजेता भी अपने अंतिम दिन गिन रहें है



राष्ट्रवादी मोदी शेर है.., बाकी सब ढेर है.., इस देश में.., मोदी ही एक शक्ती है जो इस सत्ता की MUSICAL CHAIR को... मोदी.., (MUSICAL = MODI+KAL = मोदी कल, से) कल के मोदी से देश को संभालने की अद्भुत ताकत से..., राष्ट्रवादी धार से देश को सतत्त स्वाभिमानी बना रहें है...

देश के इस अश्वमेघ घोड़े के पकड़ने में .. विपक्ष इसे दौड़ से पकड़ने की बजाय भद्दी बयानबाजी की रेस में कीचड़ बनकर... कमल को खिलाने की होड़ में है.. ,
मोदी के विकास से.., शेर के राष्ट्रवाद से दहाड़त्व की गर्जना से...,

भ्रष्टाचार के जंगलों में हाहाकार मच गया है, अब जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद, अलगाववाद का मांस से मुस्टंडे बने जानवरों को भुखमरी से मरने का खौफ छाया है ...
देश में मोदी लहर , विदेशी ताकतें.., अब बेअसर ,

आतकवादियों को अब हो रही फिकर. काफिर अब करें फिकर, सोनिया को अब लगे सत्ता एक जहर, महबूबा से फारूक , उमर अब्दुल्ला को लग चुका है.., धारा ३७० अब हो जायेगी बेअसर, “आप पार्टीका कश्मीरी मुर्गा का कूक्डू शोरका नौटंकी शो. अब कूड़ा में जाकर.. अब हो गया है, बेअसर .... वोट बैंक से तुष्टीकरण करने वालों , मृग मारीचिकाओं का , अब देश से होगा हरण.. 

वहीं .., नौटंकीवाल , अन्ना को गन्ना से चूसकर... , लोकसभा चुनावों में कांग्रेस से बैसाखी मांगने की याचना में पस्त हो कर अब अपने आप की दिल्ली में शाख बचाने की लड़ाई लड़ रहा है व जनता को और भ्रमित  कर रहें है..
वहीं समाजवादी ... अब समाज से देश को तोड़ों के बयानों से इस छ्क्केबाजी (नपुंसक) बयान तो सीमा पार पाकिस्तान तक पहुंचा कर अब तक के सबसे सफल बल्लेबाज से कांग्रेस भी पीठ थपथपा रही है...

दुश्मन भी सोच रहें है ... गेद हमारें पालें में आ गई है... अब इस मुद्दे के गेंद से अब हम इससे ऊंचा दाँव खेलेंगे
मायावती तो.., अपने हाथी के मूर्तियों के बोझ से दबी हुई है... दलित भी इसे देखकर अपने को ठगा महसूस कर रहा है....

राष्ट्रवादी पार्टी भी अपने अंतिम प्रयास में जो  कृषी मंत्री के भेष में किसानों से आत्महत्या करवा रहा था.., अपने अंतिम चरण में अस्तित्व बचाने में लगा है  

माफिया भी इस चुनाव में अपने काले रंग के निकलने के डर से ... देश के राष्ट्रवादियों को दबाने के लिए, अपने धन के अलावा..., फोर्ड फाउंडेशन भी इस खेल में शामिल हो चुका था ..., इसके देश में पुरुस्कृत / विजेता भी अपने अंतिम दिन गिन रहें है

 दोस्तों...., देश का दलित/पिछड़ी जाती भी हाथी की तरह बलशाली है..., लेकिन उसे आरक्षण के साथ जातिवाद के बैशाखी से चलाकर सत्ता के सियारी कलाकार मलाई खा रहें है...उनका जज्बा खत्म कर दिया है..., इसका ज्वलंत उदाहरण है..,नरेन्द्र मोदी ने पिछड़ी जाती के होने के बावजूद अपने को पुछल्ला नहीं समझा
सियार सोच रहें है.., कैसे बुद्धीमान हाथी का चालाकी से भक्षण करें ...

यह कह सकते है, सियारी नेता बलशाली जनता को अलग थलग कर..., सियारी चालों..., जातीवाद , धर्मवाद , अलगाववादी चालों से विदेशी घुसपैठीयों सियारों से तालमेल के वोट बैंक का दल बनाकर , देश के बुद्धीमान जनता के बाहुबल को परास्त कर , अपने भ्रष्टाचार के दांतों से ...,किसान आत्महत्या व जवान ह्त्या व जनता को भूखमरी के खूनी खेल से भक्षण कर रहें है...अब तो. ये.., सत्ता के बाहुबल से देश के टुकड़े करने में भी.., उन्हें गुरेज नहीं है.... 

जागो देशवासियों राष्ट्रवाद की धारा मे आओ और डूबते देश को बचाओं॥ सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो..

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