Friday 13 May 2016

विकीलीक्स के असान्जे ने खुलासा किया कि मुस्लिम वोट बैंक सुरक्षित कर, अपनी बपौती बनाने के खेल में सोनिया की कांग्रेस ने अमेरिका को भी उकसाया ताकि वे विश्व में इसका डंका फहराया जाये ..


कांग्रेस के भगवा  आतंकवाद के ढोल से, कान फाडू शोर के बाद पोल खुलने के बाद , देशवासियों ने भगा दिया.., अब तो कांग्रेस को अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ रही है....
विकीलीक्स के असान्जे ने खुलासा किया कि मुस्लिम वोट बैंक सुरक्षित कर, अपनी बपौती बनाने के खेल में सोनिया की कांग्रेस ने अमेरिका को भी उकसाया ताकि वे विश्व में इसका डंका फहराया जाये ..
इसी आड़ में मालेगांव के बमस्फोट.., में साध्वी प्रज्ञा सिंग का LIE – DETECTOR से नार्को टेस्ट में सफलता न मिलने से , दुबारा – तिबारा यह प्रकिया दुहराई गई .., और तो और  सरकारी इलाज में ढील कर , साध्वी प्रज्ञा सिंग को कैंसर की बीमारी में सहायता  न देने व अजमल कसाब को विशिष्ट अतिथी का सम्मान देकर , कांग्रेस ने अपनी राजनीती कर, इस परदे के पीछे घोटालों का खेल कर .., भ्रष्टाचार कर जनता में  देश की लूट में छूट का नंगा खेल खेला.., कोयले की कालिख से धरती,आसमान , हवा पानी से पाताल के घोटालों से देश को डूबा दिया.
  
June 7, 2014 की फेस बुक व वेबस्थल की पुरानी पोस्ट

वाह रे सुपर कोर्ट का सुप्रीम आदेश यह दोगल्ला व्यहवहार, एक के गले में हार , दूसरे से अत्याचार ..

आज जजशाही, नौकरशाही व सत्ताशाही के स्याही से ही देश लूट रहा है..., ऊपर से माफियावाद, आतंकवाद, भ्रष्टाचार के गढ़बंधन से पिछली सरकार १० साल का अटूट बंधन से लूट का आबंटन का खेल चल रहा था..., इसमें विपक्षी पार्टीयाँ भी इस बंदरबांट का लाभ ले रही थी ...

सुप्रीम कोर्ट का सहारा के संस्थापक को कड़ी सजा व २० हजार करोड़ का भुगतान करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के जज भी सीना तानकर सुब्रतो राय को कह रहें है..., पहले निवेशकों के पैसे लौटाओ फिर जमानत के बाद जेल के बह बाहर जमीन पर कदम रखने का बहार मिलेंगा ... बेशक यह एक सुप्रीम कोर्ट का सराहनीय कदम है... लेकिन हमारे देश की राजनीति के महा-भ्रष्टाचारी जिन्होंने १०० लाख करोड़ रूपये का धन , विदेशी बैंकों ने रखा है..., वे बाहर आजाद घूम कर देश का पैसा अभी भी चूस रहें है... आज तक उनसे मुआवजे की कोइ रकम नहीं मांगी गई है....!!!!!!!!!!!,

वही आतंकवाद के वोट बैंक की राजनीती में भी अदालतों की दोगल्ली नीती तो गली की तरह ,एक को कड़ी (विशेष भोजन) व दूसरे को कोड़े ....!!!!! 

याद रहे सुब्रतो राय जो देशभक्ती व राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत हैं... ने देश के लिए कई सराहनीय कार्य किये हैं..., क्रिकेट की I.C.C. जो एक दिवालिया,मरणासन्न व काली सूची की संस्था थी, तब के के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने I.C.C. में जान फूकने के लिए क्रिकेट की मार्केटिग का जिम्मा एक विदेशी कंपनी को देने का ऐलान किया तो सहारा के संस्थापक सुब्रतो राय ने १०% अधिक रकम देकर विज्ञापन व अधिकार खरीद कर देश की अरबों डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत की ..., आज भी अन्य राष्ट्रीय सेवा में सहारा समूह ने सराहनीय योगदान दिया है...,
यह वही सविधान है..?????,

जब कलमाडी को, तिहाड जेल (सफेद जेल- सफेद पानी) मे सजा होने पर तिहाड जेल के जेलर ने अपने कार्यालय मे कलमाडी को, हलवा पूरी, व सफेद पानी (मिनरल पानी) खिलाते-पिलाते पकडे जाने पर , जेलर (सफेद पानी) का तबादला, देश की राजधानी से, अंडमान जेल (काला पानी) मे कर दिया...
सावरकर को जेल में यातना देने की खबर जब ब्रिटिश साम्राज्य को मिली तो जेलर बारी का तबादला काला पानी से अपने देश आयरलैंड होते –होते बचा

याद रहे, जेलर बारी ने अंग्रेज प्रशासकों को बताया था कि वीर सावरकर को प्रताडना व कडी सजा के बावजूद वे टस से मस होने वालो मे से नही है, वह फौलादी दिल वाला इंसान है और उनके {वीर सावरकर} जेल के कार्यकालमे 90% से ज्यादा कैदी साक्षर हो गये हैं, – इनमे से 60% से ज्यादा मुसलिम कैदी थे.

यह वही संविधान है..?????, जब कलमाडी को, तिहाड जेल (सफेद जेल- सफेद पानी) मे सजा होने पर तिहाड जेल के जेलर ने अपने कार्यालय मे कलमाडी को, हलवा पूरी, व सफेद पानी (मिनरल पानी) खिलाते-पिलाते पकडे जाने पर , जेलर (सफेद पानी) का तबादला, देश की राजधानी से, अंडमान जेल (काला पानी) मे कर दिया.
अंडमान जेल में कडी ठंड मे , वीर सावरकर को कंबल नही दिया जाता था ताकि ठंड से वे ठिठुर ठिठुर कर मर जाये, इस दंड का भी तोड, वीर सावरकर ने निकाल लिया, वे रात भर शरीर गर्म रखने के लिये दंड-बैठक करते थे, और इसके बाद, उन्हें और उनके जेल के साथियों को,सवेरे से शाम तक कोल्हू के बैल की तरह से तेल निकालना पडता था. जबकि आज तिहाड जेल के सफेद पोश नकाब वाले राजनैतिकों व माफियाओं को, हीटर व वेटर, स्वेटर, पख़े अखबार इत्यादि की एशों-आराम की सुविधा है....!!!!!!!.

वीर सावरकर को अंडमान जेल की यातना देने/सहन करने के बाद उनके चेले सुभाष चन्द्र बोस ने कहा , वीर सावरकरजी आप गाँधी जी के कांग्रेस मे शामिल हो जाओ, मै देश की क्राति की बागडोर सभाँलूगा, वीर सावरकर ने उन्हे लताडते हुए कहा मेरे सिद्दांत को त्यागकर मै गाँधी के  जातीय वाद व तुष्टीकरण की नीती से अग्रेजो के सेफ्टी वाल्व बनकर , उनके  पीछे की चाटता तो मै गांधी से से बहुत आगे होता.

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