दोस्तो, बापू को.. भारत निर्माण की भनक लग चुकी है... गाँधी को महात्मा बनाकर,, आज भी उनको 66 सालो से भटकती आत्मा बनाकर, देशी बापू को तो, स्वदेशीकरण को विकासीकरण से विलासीकरण के नाम से विदेशे बैकों मे कैद कर रखा है...???? वे अब... बापू , जागकर... देश के रूपये को सठिययाने वाले... असली पुतले को लताड रहे है...
उत्तराखंड का विकास तो बह गया है... भ्रष्टाचार की सुनामी से... जागो,... देश्वाशियो..., डूबते देश के साथ-साथ, बापू को भी विदेशी बैकों से भी मुक्त करा कर देश को बचाओ...
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