Saturday, 10 May 2025

मेरी उजड़ती सिंदूर व अश्रु की धार से लाल सागर में मेरे साजन की छवि . ., मेरे अधूरे जीवन से मैं छटपटाती रहूँगी





 सिंदूर .., 

विवाहित महिला का नूर , अपने जीवन के चाहत से “पति” के रक्षा की कामना व भविष्य में फलता- फूलता परिवार की यादों का गुलदस्ता.., जो आतंकवादियों ने इस सुंदर बाग को तहश- नहस कर दिया..



अब जीवन आसूंओं की धारा से हरेक उमंग बही जा रही है व जीवन शून्य में बदल गया है 

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The image of my lover in the Red Sea with my fading vermilion and stream of tears… I will keep struggling with my incomplete life

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