बिहार के दो बजर बट्टू, बंजर प्रधानमंत्री व
मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार की दौड़ से भागलपुर के सेतु में भागने से ढहाकर , प्रदेश को बंजर बना दिया
…
——————————
भ्रष्टाचार से हाँफता भागता भागलपुर
भ्रष्टाचार से सेतु ढहाकर देश का धन डकारते चलो…
बिहार के दो बजर बट्टू, बंजर प्रधानमंत्री व
मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार की दौड़ से भागलपुर के सेतु में भागने से ढहाकर , प्रदेश को बंजर बना दिया
…
——————————
भ्रष्टाचार से सेतु ढहाकर देश का धन डकारते चलो…
बालासोर में हरी बत्ती से लाल खून से देश भर में शोर.. चर्चा की रेल
का कवच
ग़ायब होने से यह हैरान करने वाला हादसा..
…
इस भीषण दुर्घटना से यूक्रेन के प्रधान मंत्री जेलेस्की ने शोक संदेश
भेजा है व यूरोप से विश्व के देश भी सन्न है
क्या….!!!!, अब भी हमारी कमजोरी व चूक का मंथन कर सबक़ लेंगे या देश के ७५ सालों के
इतिहास की तरह एक कमेटी बनाकर एक commentary कर यह जाँच को ठंडे बस्ते में चले जाएगी...?
My misuse of green led to
red blood game
मेरा दुरुपयोग, हरे रंग से लाल खून
का खेल
Balasore, 0rissa - 3 trains
collesion
बालासोर उड़ीसा - 3
रेलगाड़ियों की टक्कर
नीतीश कुमार बिहार
का नाश करने में तुले है ..
जनता अब गुमराह होने
वाली नही है और प्रण लिया अगले चुनाव में जनता के “प्राण” लेने वाले नीतीश कुमार को
“गुम” कर उनका अस्तित्व मिटाना है
प्रयत्न व साभार
www.meradeshdoooba.com
———————-
ज़हरीली शराब की
फुहार से सत्ताख़ोरों की बिहार में बहार
शराब से नीतीश कुमार
के प्रधानमन्त्री बनने का ख़्वाब
————————
The power
eaters came out in Bihar due to the sprinkling of poisonous liquor.
Nitish Kumar's
dream of becoming prime minister with alcohol
सावरकर का माफ़ीनामा नहीं..!!!,
अंडमान जेल में अंग्रेजों की
क्रूरता का कारनामा विश्व में गूंज मान होने लगा था विदेशी प्रयवेक्षकों की वजह से
जब सावरकर ने हिंदू क़ैदियों को मुस्लिम धर्म
में परिवर्तन होने पर यातना में छूट देने का षड्यंत्र का आंदोलन से पर्दाफ़ाश
किया
इसके बावजूद सावरकर ने जेल
के बिना धर्म के भेदभाव से ९०% क़ैदियों को साक्षर बनाया और जेलर बैरी ने भी माना कि
इनमें से ६०% मुस्लिम है ..
शिक्षण के बाद सावरकर ने इन
क़ैदियों को आवाहन किया की जेल में अब राजनीतिक शास्त्र का अद्धयन ज़रूरी है ताकि आप
लोग जैल से छूटकर जाओं तो अंग्रेज़ों के गुलामी की चाल को काट सको
ब्रिटिश पॉर्लियामेंट में सावरकर
की इस गूँज उठने व जेलर बेरी के तबादले के डर से सावरकर को आनन फ़ानन में माफ़ीनामा
के बहाने सशर्त छोड़ दिया गया
यदि यह कथन ग़लत है तो अन्य
क़ैदियों को सावरकर की तरह क्यों नहीं छोड़ा…
यदि
छोड़ दिया गया होता तो सम्पूर्ण जेल के क़ैदी मुक्त हो कर अंडमान जेल वीरान हो जाता
..
अंत में यदि नरम दल के तलुवा
चाटु नेता भारतीय जेल में हलवापुरी खाने वाले व अंग्रेजों के safety valve / सुरक्षा
छिद्र बनकर स्वतंत्रता सेनानी का तमग़ा लेने
वाले की होड़ से इन नेताओं को सिर्फ़ अंडमान जेल देखने भेजा जाता तो वे आन्दोलन करना
भूल जाते..
राहुल गांधी के दादा परदादा नाना परनाना ने तो यह जेल नही देखा
यदि राहुल गांधी को अंडमान
जेल दिखाए तो वह माफ़ीनामा ही नहीं जज के पांव पर लोटकर बिन पेंदे का लोटा बन जाएगा
इसलिए बेटा इटली की रोटी खाने
वाले मां के आँचल के विंदेशी दूध से भारतमाता के वीर सपूत शिवाजी महाराणा प्रताप व
चाणक्य के अवतार वीर ही नहीं परमवीर सावरकर की आलोचना बंद कर देश की गरिमा मिटाना बंद
करों …, ऐसे भी इटली मानसिकता से ९०% कांग्रेस पार्टी पहिले ही डूब चुकी है अन्यथा
अब औपचारिकता निभाने का समय आ जाएगा
—————
तेरे दादा व परदादा ने माफ़ी
माँगी इसलिए यंहा नही थे . अब तू सोच अपने बारे में..
Your grandfather and
great grandfather apologized, that's why they were not here. now you think
about yourself
—————
हे माँ, तुम्हारे गुलामी की
बेड़ियाँ तोड़ने व वैभव अमर रखने के लिये यह सजा भी मेरे लिये तुच्छ हैं,,,
हे माँ, तुम्हारे गुलामी की
बेड़ियाँ तोड़ने व वैभव अमर रखने के लिये यह सजा भी मेरे लिये तुच्छ हैं
प्रयत्न व साभार
www.meradeshdoooba.com
चेतो मोदी सरकार...
पद्म विभूषण का हक़दार मुल्ला मुलायम जो “हिंदुओं का यम” बनकर गोली चलाने वाले “यम” उर्फ़ घोटालेबाज़ नेताजी नही बल्कि हिंदुओं का कल्याण कर्म से मंदिर की आधार शिला का मार्ग प्रशस्त करने वाले “राम सेवक” बनकर अपनी गद्धी दांव से गवाने वाले स्वर्गीय महापुरुष “कल्याण सिंग” को मिलनीं चाहिए