Thursday 30 October 2014



भारतीय क़ानून.., चोर बनाया इंडिया (C.B.I.) के बलबूते मिला, क्वात्रोची का जूता ..., क्वात्रोची बना QUESTION की अर्थी ..., अब बड़े आराम से कब्र में इस घोटाले के पैसे से ऐश कर रहा है...

६४ करोड़ का घोटाला.., क्वात्रोची को पकड़ने व स्विस बैंक में काला धन खोजने में ४०० करोड़ से ज्यादा खर्च ..., यह है C.B.I. का मनी मून पैकेज , दोनों हाथों में खाने की थाली होने से, इंटरपोल द्वारा क्वात्रोची को पकड़ने के बावजूद, उन्हें दिखने की भी फुर्सत नहीं थी..,

जब अदालत में क्वात्रोची के मुक़दमे को बंद करने की जिरह चल रही थी.. तब जज साहब ने अपना माथा पकड़ते हुए भावुकता से कहा...,इस ६४ करोड़ के चक्कर में, देश के ४०० करोड़ से ज्यादा रूपये लूट चुके है.., अब और कितना लुटाओगे..., देश में इतनी गरीबी है कि ७५% लोग तो २० रूपये भी नहीं कमातें है..., भूखमरी से हिन्दुस्तान बर्बाद हो गया है ..

याद रहे बोफोर्स घोटाले की रकम ३० दिनों में खोज कर लाने के दावे के झांसे से.., वी.पी. सिंग प्रधानमंत्री बनें , जो पहले, कांग्रेस के एक अति वफादार सिपाही थे , वे कांग्रेस के गद्दार निकले..., प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शव चिता की आग की ज्वाला, के समय, जब सब कांग्रेसी नारा लगा रहें थे “ जब तक सूरज चाँद रहेगा..., इंदिरा तेरा नाम रहेगा” तब वी.पी. सिंग ने चिल्लाते हुए कांग्रेसियों को कहा यह नारा गलत है .., और नए नारे का आव्हान दिया “जब तक इंदिरा तेरा नाम रहेगा..., तब तक सूरज चाँद रहेगा...,”

वी.पी. सिंग के प्रधानमंत्री बनते ही बोफोर्स मुद्दे को फ़ोर्स के साथ कूड़े दान में डाल दिया, व अपनी सत्ता १०० सालों तक सुरक्षित रखने के लिए ..., दलित व आरक्षण का कार्ड ख़ेल कर , सैकड़ों युवकों को आत्मदाह के लिए मजबूर किया ..., याद रहे.., यह आत्मदाह आन्दोलन आज तक दुनिया के इतिहास में कभी नहीं हुआ है...

मोदीजी ने भी चुनाव के समय बड़ी हुंकार भरी थी , मैं देश की तिजोरी को लूटने वालों व काला धन, विदेशों में जमा करने वालों की एक-एक पाई वापस लाऊंगा ...,
अब उनके पास तिजोरी की चाबी आ गई है..., तो, अब वे, किस डर से वे तिजोरी खोलने में हिचक रहे, हैं...,

क्या..??, पूर्व घटनाओं की तरह.., यह भी सी.बी.आई. व S.I.T, के लिए बोफोर्स का “मनी मून” पैकेज साबित होगा ...!!!!

अभी से ही स्विस बैंक में हडकंप मचा हुआ है और वे, भारतीय खाताधारकों को संकेत दे रहें हैं कि, ३१ दिसंबर के पहले अपने पैसे निकालों..., ताकि नामों का खुलासा नहीं हो सके....

क्या चीन की तरह..., मोदी..????..., विदेशी देशों को धमकाकर यह कदम उठा नहीं सकते है..., इसके पहिले अमेरिका द्वारा धमकाने पर उसका पूरा काला धन स्विस व अन्य बैंकों ने लौटाया था...

यह Oct 21, 2014, 10:07AM ISTकी खबर है ===, भारत में कालेधन की वापसी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। लेकिन चीन अपना कालाधन और उसे ले जाने वालों को ऑस्ट्रेलिया से पकड़ मंगवाने में सफल होता दिख रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने घोषणा की है कि वह चीन के भ्रष्ट अफसरों को पकड़ेगा। उन्हें उनके काले धन के साथ चीन को सौंप देगा। चीन के कई भ्रष्ट अफसर मौत की सजा के डर से रकम समेत कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका भाग गए हैं।

चीन का अनुमान है कि ये अफसर 2005 से 2011 के बीच करीब 184 लाख करोड़ रुपए का कालाधन लेकर भागे हैं। ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने इसके लिए अभियान भी शुरू कर दिया है। इसे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

ऑस्ट्रेलियाई अखबार संडे मॉर्निंग हैराल्ड के अनुसार, भ्रष्ट अफसरों की संपत्ति जब्त करने का अभियान शुरू हो गया है। इस धरपकड़ अभियान की कमान कमांडर ब्रूस हिल के पास है। सभी आरोपियों के बैंक खाते सील किए जाने लगे हैं। एक हफ्ते में उन्हें चीन भेजने का काम शुरू हो जाएगा।

चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच है करार
चीन ने देश से कालाधन लेकर फरार अफसरों के खिलाफ जुलाई में ऑपरेशन फॉक्स हंट शुरू किया था। चीन ने ऑस्ट्रेलिया के साथ समझौता भी किया है। इसमें भगोड़े चीनी अधिकारियों को देश को सौंपने और उनके खाते सील करने के प्रावधान हैं। 

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