Monday 11 September 2017

बापू :नए नोट में मेरे चित्र आने से मेरी घुटन और बढ़ती ही जा रही है..., कोई मोदी सरकार को कहे व समझाए की नोटों में मेरे चित्र की जगह में अशोक स्तम्भ के चित्र से देश में एक राष्ट्रवादी भावना से देश सूजलाम सुफलाम से देश में हरित से श्वेत कराती क्रांती से देश की भुखमरी का निदान हो


चेतो मोदी सरकार .., संवाद.., देशद्रोही (Twitter Account : Deshdrohi urf pagal @meradeshdoooba.com) M.B.B.S. (महान भारत भ्रष्टतम सेवा)

रघुराम राजन: बापू, तुम जियो हजारों साल, देश के लिए रोते रहो सुबह शाम , रघुपति राघव राजाराम ...

बापू: बेटा नौकरी छोड़ने के एक साल बाद तू हिन्दुस्तान लौटा है .., मैं तो आज भी व्यथित अवस्था में हूँ , सिर्फ नए नोटों में मेरा रंग बदला है.., नोटों की साइज़ छोटी कर, मेरा कद छोटा कर...!!!, मोदीजी के साथ वित्त मंत्री कह रहें हैं ...,अब भ्रष्टाचार छोटा होकर कम हो रहा है..

रघुराम राजन: बापू,यह तो जनता को ही भान हैं , माफिया अब भी बेलगाम हैं..

बापू: अच्छे दिनआ रहे हैं के इन्तजार में साढ़े तीन साल गुजर गएँ है..., अब जनता की साढ़े साती ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है. अब मेरी ऊपरी नग्नता के आवरण की १५०वीं जयन्ती के रूप में २०१९ में एक महान जलसे से जनता को भरमाने की योजनाएं हैं.

रघुराम राजन: रिजर्व बैंक गवर्नर का पद छोड़ने से पहले मैंने सार्वजनिक तौर पर अपने आखिरी संबोधन में एक ऐसे मजबूत और स्वतंत्र रिजर्व बैंक की वकालत की जो कि वृहदआर्थिक स्थिरता की खातिर सरकार के शीर्ष स्तर पर बैठे लोगों को '' कह सके.
"केंद्रीय बैंक को स्वतंत्र होना चाहिए और उसे आकषर्क दिखने वाले प्रस्तावों को '' कहने में सक्षम होना चाहिए." मैंने रिजर्व बैंक गर्वनर के रूप में अपने कार्यकाल के बारे में भुगतान और बैंकिंग प्रणाली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किये गये. मौद्रिक नीति संचालन, नकदी प्रबंधन, वित्तीय बाजारों, परेशानियों के निदान और खुद रिजर्व बैंक में बदलाव लाने के क्षेत्र में कई काम किए गए.

मैंने रिजर्व बैंक गवर्नर के तौर पर यह उनका अंतिम सार्वजनिक भाषण में कहा, "केवल समय ही बताएगा कि ये सुधार कितने सफल रहे लेकिन मैंने बिना किसी डर और पक्षपात के अपनी तरफ से हर संभव बेहतर काम करने की कोशिश की है."

बापू: लेकिन बेटा तू RBI का महत्वपूर्ण पद छोड़ कर क्यों चला गया...

रघुराम राजन: बापू... आपने देखा था ..., तब के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बैंकों के बहीखातों की साफ-सफाई और उनके 100 अरब डॉलर से अधिक के फंसे कर्ज की स्थिति में सुधार लाने के मेरे द्वारा उठाए गए तमाम कदमों की सराहना की थी .
निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक के शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति ने कहा, 'आपने अक्सर बैंकिंग प्रणाली की गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के बारे में सुना होगा, यह चिंता का विषय है. रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से हाल ही में रिटायर हुए रघुराम राजन ने इस व्यवस्था को सही दिशा में ले जाने के लिए कई उपयुक्त कदम उठाए.'

उन्होंने कहा कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उनके सकल ऋण के मुकाबले मार्च 2015 में 10.90 प्रतिशत थीं जो कि मार्च 2016 में बढ़कर 11.40 प्रतिशत हो गईं. एनपीए के लिए कुल प्रावधान 73,887 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,70,630 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

इसी तरह बैंकों का शुद्ध लाभ मार्च 2015 में जहां 79,465 करोड़ रुपये पर था, वह घटकर मार्च 2016 में 32,285 करोड़ रुपये पर आ गया. उन्होंने कहा कि एनपीए का बढ़ना 'अच्छी स्थिति' नहीं है. यह राशि जो कि कर्ज में फंसी है उसे भी वाणिज्यिक तौर पर वितरण के लिए उपलब्ध होना चाहिए. रिजर्व बैंक गवर्नर के पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद राजन 4 सितंबर, 2016 को रिटायर हो गए.
बापू: लेकिन मोदी के नोट बंदी से माफियाओं के नसबंदी के सवाल पर ..., क्या ..., हे राजन आप सहमत थे...!!!!,


रघुराम राजन: बापू मैं इसके घोर विरोध में था , क्योकि कालाधन जमा करने के लिए लोग निकाल लेंगे जुगाड़, और यही हुआ .., मैं चाहता था कि उद्योगपतियों का डूबा कर्ज (N.P.A.) उनका नाड़ा खोलकर ही वसूल किया जा सकता है अप्रत्याशित नोट बंदी से अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव देखने को मिल सकता है. और नाटकीय रूप से अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल सकती है. मैंने सरकार को स्पष्ट रूप से बता दिया था कि मैं दूसरा कार्यकाल चाहता था लेकिन सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. बल्कि केंद्र के मंत्रियों ने मुझ पर देश के प्रति गद्धारी का आरोप मढ़ कर उर्जित पटेल के प्रति वफादारी से मुकेश अम्बानी समूह के पूर्व अधिकारी की पैरवी कर..., इस ओहादे पर बिठा दिया.., व उद्योगपतियों के चेहरों में मुस्कान ला दी.

बापू : लेकिन उर्जित पटेल तो देश का  पहला  गवर्नर है जो में मुकेश अम्बानी के  ग्रुप  के छेत्र समूह में कार्य कर चुका था.., मोदी की नोट बंदी की जिद की सूचना मुकेश व पार्टी के  अन्य लोगों को पूर्व में मिल चुकने से इन्हें काले धन को ठिकाने लगाने का अवसर मिल गया ..

रघुराम राजन: मैं तो इस माफिया तंत्र को तोड़ने के लिए मुझे कम से कम २ साल का समय चाहता था .., लकिन मुझे जलील किया और  “देश द्रोही “ की उपमा से, मुझे हटाने के लिए  एक मजबूत लॉबी का समूह था


बापू :नए नोट में मेरे चित्र आने से मेरी घुटन और बढ़ती ही जा रही है..., कोई मोदी सरकार को कहे व समझाए की नोटों में मेरे चित्र की जगह में अशोक स्तम्भ के चित्र से देश में एक राष्ट्रवादी भावना से देश सूजलाम सुफलाम   से देश में हरित से श्वेत कराती क्रांती से देश की भुखमरी का निदान हो 

Monday 4 September 2017

भूटान के डोकलांग में हिन्दुस्तान के दिवार की ब्रिक ( ईट ) देखकर चीन को हिन्दुस्तान की माटी की ताकत से अपने को पस्त मानकर .., भाग गया ... भूटान को हिन्दुस्तान के भारतीय सैन्य और राजनयिक सहयोग की ताकत से दोस्ती की गहराई का अब चीन को आभाष हो गया...


भूटान के डोकलांग में हिन्दुस्तान के दिवार की ब्रिक ( ईट ) देखकर चीन को हिन्दुस्तान की माटी की ताकत से अपने को पस्त मानकर .., भाग गया ... भूटान को हिन्दुस्तान के भारतीय सैन्य और राजनयिक सहयोग की ताकत से दोस्ती की गहराई का अब चीन को आभाष हो गया...,
१९६२ के दिन लद गयें हैं ..., २०१७ में हिन्दुस्तानी सेना के दुश्मनों से लड़ने का नया जज्बा से एक विद्युत शक्ति से हमले की तरंग, सेना में पैदा हो गयी है ...

मित्रों वेबस्थल व फेस बुक की १६ अक्टूबर २९१६ की पुरानी पोस्ट 

मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., BRICS नही विश्व के आतकवादियों की BRICKS को तोड़ना जरूरी है.., २०१४ से आपकी नीती काम आई, समय के साथ राजनीती से कूटनीती से विश्व को कैसे पांवों तले रौदा जा सकता है ..,
सुपरपावर को समय से पावर से पावडर बनाकर.., उन्हें ही उनके पावडर लगाकर एक कृत्रिम चहरे को चमकार , उनके सत्कार से देश की रक्षा का चमत्कार हो सकता है .., भले भी चीन आज आपकी आतंकवाद विरोधी नीती से गर्दन झुकाकर सहमती न देकर अपना दाँव खेल रहा है.., लेकिन वह दिन दूर नहीं.., जब आपके ५ साल के शासनकाल में घुटने टेकते हुए मिलेगा...

July 19, 2014 की पुरानी सार्थक पोस्ट
जरूर पढ़े..,मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., भले ही फ़ुटबाल में हमारा नम्बर १५० देशों के बाद है.., पिछले १० सालों में हम आतंकवाद को रोकने में फिसड्डी देशों में शामिल हों.., आतंकवादी हमारे यहाँ कबड्डी के कबाड़े का खेल खेलकर, वापस चलें जाते है..
लेकिन नयें नवेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्राजील के ब्रिक देशों के समूह में गोल मारकर, अपने स्वाभिमानी गर्जना से सात समुंदरी देशों के सुप्रीमों से विश्व के देशों में हमारी ताकत की झलक दिखा कर, दुनिया में हलचल मचाकर, महाबली देशों के, लूट के खेल बंद होने की आहट से आहत होने से खलबली मची है...
भले ही मानसूनी बादलों की देश भर में गर्जना नहीं हुई है...,लेकिन मोदीजी की गर्जना से विदेशी ताकतों की पेंट पैंट गीली हो गयी है..,अभी दो दिन पहले लद्दाख में हमने चीनी सेना की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है...
पिछले १० सालों में हमारे प्रधानमंत्री से राजनयिकों ने, जो वार्ता के बहाने पिकनिक- पर्यटन (PICNIC) मनाने गए थे..., और देशवासियों में (PANIC) दहशत से आतंकवादियों को सत्कार से चिकन बिरयानी खिलाकर मीडिया व विदेशी ताकतों से वाहवाही पाते रहे...
देशवासियों के अच्छे दिन तो आने वाले हैं लेकिन विदेशी ताकतों के बुरे दिन आ गए हैं...

Deshdoooba Community
February 5, 2014 की पोस्ट के अंश ...

देश के, चीन से हाल ही के गुप्त समझौते से...????, चीन से लौटे विदेश मंत्री विकलांग खुर्शीद सलमानजो देश के विकलांगो की लूट मे छूट की वीरता से विदेश मंत्री बनाने देश की अस्मिता को ताक में रखकर चीन की भव्यता को देखकर , चीनी सरकार को अपना बाप मानकर बयान दिया …., “...यदि मुझे चीन की नागरिकता मिले तो, मैं चीन में ही रहना पसंद करूंगा मैं चीन के विकास से बहुत ही प्रभावित हुआ हूँ ....
अब सोनिया गांधी को भारतमाता कहकर …, अब , “खुशी का आलमबनकर, जवानों को घटिया खाने के घोटाले बनें..., भ्रष्टाचारियों के मयखाने से...., विदेशीयों के लिए तोहफे खानों का उपहार से अब, ये कर रहा है दुश्मनों का उपकार ..!!!

जागो देशवासियों , डूबते देश को बचाओ... वह दिन दूर नहीं... कहीं हम दूसरी बेड़ी में न जकड़ जाएँ....?????, दोस्तों क्या ये भ्रष्टाचार के विकास के नाम पर भारत निर्माणके नारे से आम आदमी का विनाश…??? यामेरा देश डूबा..???.
फेस बुक व वेबस्थल की १, दिसंबर २०१४ की पुरानी पोस्ट

मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो..., नवाब शरीफ का आतंकवादियों से शार्क का गुरूर, मोदी ने कर दिया चूर, अब हो गए हाथ मिलाने को मजबूर ..., आतंकवादियों के सम्मान से अपनी सत्ता चलाने का भ्रम अब उनका हुआ दूर...

दोस्तों.., लाल बहादुर शास्त्री के बाद में देश को एक शक्तिशाली प्रधान मंत्री मिला , जब मोदीजी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो एक विदेशी पत्रकार के इंटरव्यू में मोदीजी ने कहा “मैं हिन्दू राष्ट्रवादी हूं,,,”

अपने प्रखर राष्ट्रवाद से.., राष्ट्र की प्रबलता की झलक दिखाकर...., एक खल-खलता से बनें ,दुनिया की अलख
इन शब्दों से हमारे देश का विश्व के शोषण करने वाले, विदेशी देश, दुश्मन, देशी विदेशी माफिया वर्ग में..., “हिन्दू’’ और राष्ट्रवादी”, ये मोदी के दो शब्दों से तहलका मच गया ..., व सत्ता पक्ष से देशी विदेशी माफिया शक्तियाँ, मोदी को प्रधानमंत्री पद में रोकने के लिए एकजुट हो गया..,

मोदीफोबिया से, मोदी को वीजा न देने वाले अमेरिका ने मोदी के चुनाव प्रचार के शुरूवात में, भारत में अपने राजदूत श्रीमती पावेल को इसलिए बर्खास्त कर दिया कि उसने मोदी के व्यक्तित्व , जूनून, प्रतिभा को गुजरात के चुनाव में मोदी की मुख्यमंत्री की चौथी ताजपोशी के बावजूद, मोदी लहर को भांपने में असफल रही...
मोदी के गुजरात दंगों में बेदाग़ छूटने के बावजूद .. देशी विदेशी मीडिया द्वारा मोदी के काल्पनिक बयान द्वारा अपने कार से एक कुत्ते के कुचलने को, अल्पसंख्यक वर्ग से जोड़कर, TRP से धनबल कमाकर, मोदीजी को सांप्रदायिक कह कुचलने के ख्वाब में खुद ही कुचल गई ...

अकेले दम पर रेंगती भाजपाको अपने दम व एक ही दंभ से.., “मिशन २७२+का लक्ष्य प्राप्त कर देश व दुनिया को अचंभित कर दिया

वसुधैव कुटुम्बकमके नारे को सबका साथ.., सबका विकास...में परिवर्त्तित कर..., अमेरिका की आतंकवाद की नीती को UNO में लताड़ते हुए कहा .., अपनी कमी छुपाने के लिए GOOD तालेबान कहने पर दो टूक कहा.., आतंकवाद कभी GOOD नहीं होता है..., यही अमेरिका की दुगल्ली नीती, विश्व को अमेरिका की आतंकवादियों के चेहरों पर लाली है...

अमेरिका यात्रा में लोकप्रियता में राष्ट्रपति बराक ओबामा को पिछाड़ कर '' ना मैं खाता हूँ और ना ही खाने देता हूँ '' लालच देने वालों से अपना उपवास नहीं तोड़ता हूँ, क्योंकि मैं हिंदु राष्ट्रवादी हूँ..
यह उक्ति सही ठहराकर.., नवरात्रियों में उपवास रख सार्थक किया
ब्राजील में BRICS सम्मलेन में, चीन की ताकत को ठेंगा दिखाते हुए.. की BRICK (ईटें) तोड़कर, अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया
चीन की दुश्मनी को दोस्ती का पांसा फेककर, चीन फंसा अपने ही जाल में...

जापान का सम्मान कर, सम्मान पाकर देश की अर्थव्यस्था को मजबूत करने का उठाया कदम...

भूटान, अमेरिका, श्रीलंका, बर्मा, बांग्ला देश का चीनी झुकाव मोड़ कर ..., प्यार से कर दिया, अपने पाले में...

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी माना चमत्कार.., मोदी के राष्ट्रवाद के तेजस्वी व्यक्तित्व ने, मेरी लोकप्रियता का, हर लिया तेज
इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री ने भी मोदीजी का माना लोहा..., अब विश्व के देशों का , हिन्दुस्तान को लूटना... बना लोहे के चने चबाना...

फेस बुक व वेबस्थल की १९ अगस्त २०१५ की पुरानी पोस्ट 

१. मोदीजी.., तुस्सी ग्रेटहो.., दुनिया झुकती है.., झुकाने वाला चाहिए.., सीमा पर जवानो में जोश है... देशवासी गर्वित है लेकिन महंगाई से वह द्रवित है 

२. मानसून...”, “राष्ट्रवादी मोदीजी..”, देश के लिए अपना मौन –SOON तोड़ों.., लोकसभा के बल को बढ़ाओ.., संसद की कार्यवाही के बल से ही देश का बल है.

३. आपकी एक साल तीन महीने की १८ घंटे की मेहनत से विश्व में देश के गरिमा की उपलब्धता से देशवाशी गर्वित है.., सीमा पर जवान स्फूर्तिक है..दुश्मन घायल होकर अपाहिज हो गया है..
४. लेकिने देश के छुटभैय्ये नेता अब भी मदहोश होकर लूट में छूट मना रहें हैं .., देश में प्याज ६० रूपये किलों होकर जनता के आंसूं से ब्याजवसूल रहें हैं.

५. दाल में १५० रूपये के काले से, काले माफिया.., देश के डाल डाल में बैठकर, पेड़ को हिलाकर हरी पत्तियों को (गरीबों) हिलाकर हालाक कर रहें है..
६. किसान बदहाल है.., जनता बेहाल है .., महंगाई चरम सीमा पर होकर, गरीबों का चर्म खीचकर अपना कर्म कर रही है...

७. डॉलर 66रूपये को छूकर .., आपकी उमर पार करने को बेताब है .., गरीबों की मेहनत पर 66 हथौड़े मारकर .., देश के कर्ज का ब्याज वसूल रहा है 

८. देश में व्यापक.., व्यापम .., व्यायाम के आयाम से माफिया पहलवान बन गएँ हैं...

९. इस फेस बुक व वेबस्थल का स्लोगन आज भी सार्थक है .., भ्रष्टाचारियों पर, SLOW GUN से LOVE GUN की बहार से, भ्रष्टाचार की बयार से देश ग्रसित है... मेरा संविधान महान.., यहाँ हर माफिया पहलवान..,” सत्ता मेवा है, इसकी जय है .., सत्य आत्महत्या कर रहा है..” 

१०. आप तो १८ घंटे निष्ठापूर्वक काम करते हो .., यदि आपके मंत्री से संतरी व देश के २५ करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी ८ घंटे इमानदारी से अपना काम करें तो घंटनादसे देश संवरने लगेगा. 

११. चेतो मोदी सरकार....., लाल बहादुर शास्त्री ने तो ५० करोड़ देशवासियों के मुठ्ठी बलसे सिर्फ १८ महीनोंमें जय जवान जय किसानसे, पकिस्तान के पास हमारे से उन्नत हथियार होने के बावजूद,देश को विजयी बनाकर, “उनके ही देश में उन्हें धूल चटा दी थी...”, हमारा देश तो शक्तीशाली यूरोपीय देशों के कतार में शामिल हो रहा था.., और विश्व गुरू बनने के पहिले, “विदेशी हाथोंने देशी हाथोंसे हाथ मिलाकर उनकी ह्त्या कर ..., भ्रष्टाचार की फसल बोकर , आज देश के किसानों की फसल खा दी है

१२.. देश की जय करने के लिये ,आज, गरीब से गरीब जवान किसान, विज्ञान से अपनी प्रतिभा दिखाने को आतुर है .., लेकिन वह,भ्रष्टाचारियों से व्यापकता के बोझ तले दबा है..,

१३ . जनता हैरान.., परेशान है .., ‘अच्छे दिनोंकी आस में अपने १५ महीनेबर्बाद हो गए .., पार्टी के जुमलेअब अच्छे दिनोंकी ६० महीनेविश्व गुरूके ६०० महीनोंकी बात से, जनता भी अब अपने को उपहासी समझ , भ्रमित है कि, क्या...???, “६० सालों की कांग्रेस नीतीके मौनका अध्याय की पुनराव्रिती के मौन व्रतसे सत्ता को धरोहरमानने का नया खेल शुरू हो गया है...

सबका साथ सबका विकास, सबकी उन्नती , यह है.., हमारी नीती ..
भाया.., अब, हमारे बुरे दिनआ गए हैं..
फेस बुक व वेबस्थल की अक्टूबर २० , २०१४ की पुरानी पोस्ट 

देश में हुद हुद का तूफ़ान,
विरोधी करें फरमान ,
मोदी क्यों संभाले हैं.., हमारे लिए तीर कमान,
क्यों नहीं सीमा पर खडें हो रहें..., निशाना तान...
देश के गद्दीदार कहें..,उन्हें गद्दार 
मोदी ने अब कर दिया उनका नशा उतार,
मोदी की दहाड़ .., दुश्मनो को पछाड़ ..,
दुश्मन व विदेशी ताकतें अब गए उड़..

भाषावाद, जातिवाद, धर्मवाद के राज को ठोकर..,
सत्ता के मुख-मंत्री का उद्भव बनें जोकर,
जो, अभी भी भर रहा दंभ..
मोदी के पाँव उठाने के खेल का मल खंभ ..
==========================
दोस्तों.., यह पिछले ६८ सालों से देश के डूबने की कहानी है...
जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद बनी वोट बैंक की तिजोरी ...
जिससे जनता को लगी भूखमरी से बीमारी ...
जब तक देश के नागरिक जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद के बन्धनों में जकड़े रहेंगें... देश आगे भी सैकड़ों सालों तक विदेशी आक्रमणकारियों के लिए लूट का मोहरा बनता रहेगा ... 

दोस्तो... जिस देश मे राष्ट्रवाद नही है, वहां, कर्ज की महामारी है, सत्ता खोरो मे लूट की खुमारी है, जनता के शोषण से राष्ट्र को बीमारी है... यही डूबते देश की कहानी है, राष्ट्रवाद की पुकार से ही.. हो , राष्ट्र की ललकार...???? हर दहाड़ , दुश्मनों के लिए बने पहाड़...,
Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold

बाबा राम – रहीम के १० -१० सालों से २० वर्षों के सरकारी जवाई से जवां –wine की बदबू से , मुंबई से देश डूबने की घटना .., बाबा राम –रहीम की सजा ने TRP से मालोमाल का शास्त्र को शस्त्र बनाने का छद्म खेल का मीडिया के आरोहण की गाथा की शुरूवात हो गई है..., कश्मीर में देश के ८ सेना के जवानों की शहीदी की खबर इस नेपथ्य से रफा दफा हो गई है....!!!!


जवाब दो मीडिया से सत्ताखोरों...,दोस्तों कल ही मुंबई को. डूबाने की घटना बाल- बाल बची .., २६ जुलाई २००५ की घटना की पुनरावृत्ती होती, जो बाल बाल बची..., २००५ की २००० मौतों की तुलना में २०१७ में सिर्फ १२ लाशों का खेल...,प्रदेश से देश को राहत ले कर आई है...

मुंबई के साथ महा-भ्रष्ट प्रदेश के साथ , राज्य स्तर पर भारी बरसात के साथ एक दिन के सरकारी अवकाश के साथ ... , यह भविश्यवाणी खोटी निकली..., प्रदेश को सरकारी छुट्टी से इससे १० हजार करोड़ का चूना सरकारी तिजोरी से लग चुकी है..,

बाबा राम रहीम के १० -१० सालों से २० वर्षों के सरकारी जवाई से जवां –wine की बदबू से , मुंबई से देश डूबने की घटना .., बाबा राम रहीम की सजा ने TRP से मालोमाल का शास्त्र को शस्त्र बनाने का छद्म खेल का मीडिया के आरोहण की गाथा की शुरूवात हो गई है..., कश्मीर में देश के ८ सेना के जवानों की शहीदी की खबर इस नेपथ्य से रफा दफा हो गई है....!!!! 

देश के प्रदेश का महा घोटाला दूर करने की चुनौती को चुटकी में हल करने के दांवा की दवाई का प्रचार ...!!!, भाजपा के मुख्य मंत्री देवेन्द्र के कहने का उपचार..,
June 20, 2015 • की पुरानी पोस्ट में एक तड़का .., हिन्दुस्तानी अब भी है , राह से भटका ...!!!! ,

दोस्तों.., मुंबई के साथ, महाराष्ट्र प्रदेश के साथ, यह देश को डूबोनें की बड़ी मार्मिक तस्वीर..,


१. महाराष्ट्र ही नहीं देश के घोटालेबाजों के नंगेपने के चित्र दिखने पर वे जनता को खुलेआम कहतें हैं कि यह बदले की कार्यवाही है..,और छाती ठोककर कहतें हैं कि अपने को निर्दोष साबित करेंगें..., हर पार्टी, दूसरी दूसरी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर, देश के समय की बर्बादी कर जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद कर रही है.., और कानून के रक्षकों की लुंज पुंज व मिली भगत नीती से, वे १०-१५ सालों में निर्दोर्ष साबित हो जातें हैं... 

२. २६ जुलाई २००५, इसी तरह के बाढ़ के विकराल रूप से, मुम्बई में १ हजार से ज्यादा मौतों व सरकार की कुम्भकरणी नीद से मुम्बई को १० हजार करोड़ का नुकसान होने के बावजूद अभी भी प्रशासन भ्रष्टाचार में लिप्त है...

३. सत्ताखोरों के लिए देश में,बाढ़ और सूखा.., भ्रष्टाचार की योजनाओं की सौगात ले आता है.

४. आज सरकार के चपरासी से सुप्रीमों व धनाड्य वर्गों को भी अति- आत्मविश्वास हो चुका हैं कि अग्रेजों के गुलाम काल का संविधान सत्ता के चटखोरों की रक्षा के लिए ही लिए ही बना है..,

५. देश का चपरासी जो अधिकारी का द्वारपाल होता है..., वह भी चप-चप कर करोड़ों की राशी जमा कर रहा है.., तो अधिकारी तो मन- मौजी जीवन से अकूत दौलत की मिल्कीयत बना लेता है..

६. मुम्बई व देश में २० रूपये पानी की बोतल, लेकिन, गरीबी से जीवन यापन करने वालों को दस रूपये की हाथ भट्टी की शराब , जिसमे ५ रूपये से अधिक की सत्ताशाही की दलाली से फ़िलहाल ५५ लोगों ने जान गंवाई है..., यह आकडा 100 से कही ज्यादा जा सकता है..,

७. कहते हैं एक की मौत पर समाज से करोड़ों लोग आंसूं बहाते हैं .., लेकिन, एक गरीब,जो अपने आय के सीमित होने से यह सस्ती शराब पीकर,व अन्य कारणों से मरने वालों के मौत पर कोई आसूं बहाने वाला नहीं होता,उसका जीते जी जीवन कीड़े मकोड़े की तरह होता.., पेट भरने के लिए, वह अपराध में धकेल देने पर, कोड़े के दंड के साथ,कोई सुनवाई न होने से वर्षों तक वह जेल में सड़ते रहता है.

८. बता दें.., इस शराब की हाथ भट्टी के बारे में, स्थानीय निवासियों ने , पुलिस प्रशासन से, शिकायत करने के बावजूद.., माफियाओं की मिलीभगत से,पुलिस एक मोटी कमाई का जरिया बनाकर रिश्वत से मौज मना रही थी.

९. इन पुलिसकर्मीयो पर ह्त्या का मुकदमा दर्ज करने के बजाय, सरकारी विभाग के अधिकारी SUSPEND होकर, कुछ महीने बाद ये पुन: सरकारी पैंट पहनकर अपने पद पर आसीन होकर देश के आस्तीन का सांप बन रहें है..

१०. भ्रष्टाचार से तबादला होने की सरकार की तबेले की चाल से,दूसरे तबेले के अधिकारी आकर वही खेल खेलकर तीसरे तबेले में जाकर .., भ्रष्टाचार के तबले बजाकर..,जनता में हाहाकार मचा रहें हैं.

११. दोस्तों.., १९४७ से आज तक के भ्रष्टाचारियों द्वारा जो रकम वसूली गयी वह उनके खाने के अनुपात से उनके दांतों में फंसे भोजन के बराबर भी नहीं है...

१२. प्रधानमंत्री आज योग के मंत्र से देश व विश्व को गर्वीत कर रहें हैं लेकिन उनके व अन्य पार्टी के चटखोरे तो रोज भ्रष्टाचार के योग (+) से देश का धन डकारकर, क़ानून को ढेंगा दिखाकर अबाध गति से उन्नत जीवन जीकर, देश को खोखला कर..., यूं कहें देशवासी की ऊर्जा को पस्त कर , देश को कर्ज से इतने गहरे डुबोते जा रहें हैं कि देश की जनता अवसाद से अपना देश प्रेम खो दे...,

१३. आज किसी भी पार्टी से आस न करे.., जब तक देशवासियों में राष्ट्रवाद का बल नहीं जागेगा.., तब तक देश में सत्ताखोरों-माफिया-नौकरशाही के गठ जोड़ से देशवासी जकड़ते ही रहेगा और देश में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो जायेंगी की इसे उखाड़ना भी मुश्किल हो जायेगा ... आओं संकल्प लें...

 Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.....