Monday 31 October 2016

देश का दबा काले धन की दवा किये बिना इस का एक परिहास है.., भले ही देश में मोदी सरकार द्वारा बड़े घोटालों का पर्दाफास नहीं हुआ है ..., लेकिन देश की १३० करोड़ जनता हर पार्टी के सत्ताजोड़ से माफियाओं का हौसला अब भी बुलंद है .


जन्म  दिवस पर आदरणायजली ..,  सरदार पटेल..., पाटीदार समाज  का बिना आरक्षण से असरदार नायक, हिन्दुस्तान की टूटी रियासितों को एक पटल बनाकर देश की  ६६२  रियासतों का विलय कर , राजाओं का काला धन जब्तकर राष्ट के एकीकरण से स्वर्णयुग के और प्रस्थान किया था..

आज देश युद्ध के मुहाने पर खडा है , देश के जवान चौकन्ने हैं.. सरदार पटेल का सपना आगे बढ़ाना  ...,  

देश का दबा काले धन की दवा किये बिना इस का एक परिहास है.., भले ही देश में मोदी सरकार द्वारा बड़े घोटालों का पर्दाफास नहीं हुआ है ..., लेकिन देश की १३० करोड़ जनता हर पार्टी के सत्ताजोड़ से माफियाओं का हौसला अब भी बुलंद है .


आज सत्ता परिवर्तन के ७० सालों बाद ..., हर मोहल्ले से नगर  शहर , प्रदेश से देश के सरपंच से २० हजार से अधिक शासक अपने को इसकी जागीर (रियासत) समझकर, इसे प्रधानमंत्री के सन्देश से गाँव शहर को गोद लेने को बजाय शायरी समझकर  , लूटने का खेल बदस्तूर जारी देश के किसानो के दाल से  अन्य फसलों से माल बनाने से महंगाई को डायन बनाकर अपनी तोंद का DIAMETER बढ़ा रहें हैं .., जबकि बच्चे से बूढों का पेट सिकुड़ता ही जा रहा है.. किसानों को फसल की उचित कीमत न मिलाने से उनका जीवन भी फिसलता जा रहा है.

देश के प्रदेश की हर सरकार व विरोधी मैं  टकराव है ..,  एक दूसरे को पटखनी देने का दांव से दानवी खेल है .., जनता त्रस्त है .., सत्ताखोर मस्त है .., इनकी नंगई के खेल का तमाशा से प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक  मीडिया में TRP के खेल से मालामाल होने का खेल है.

राष्ट्रीय मुद्दे गायब है .., जातिवाद के मुद्दे से वोट बैंक पर काबिज होकर बना रहें हैं एक जादुई ताबीज.., मुल्ला - यम के धिका चौकड़ी से अखिल प्रदेश बन रहा उतारू प्रदेश ..., पंजाब के पंजापना से पनप रहा नशे का व्यापार.., महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण व गुजरात पटेल के पाटीदार आरक्षण के एक नई पार्टी आन्दोलन से त्रस्त व ग्रस्त


  
July 7, 2014  की फेस बुक व वेबस्थल की पुरानी पोस्ट
र्स्स्सी जल गई बल नहीं गया..., कभी आरक्षण के भक्षण से,कभी शिवाजी की प्रतिमा के झांसे से प्रदेश जीतने का हौवा खडा कर. महाभ्रष्ट प्रदेश के काले कौवों के संगठित दलों की कविता है....

पहले मिलाप व आलाप की..., यह देश के ६७ सालों की राजनीती से भ्रष्टाचार की ROCK-NITI, चट्टानी नीती के प्रतिस्पर्धा से देश को लूटने की कहानी है...,
 

इस आड़ में सभी थाली के चट्टे ..., बट्टे , देश के पट्टे (खान खदान,ईमान
 ) बेचकर , देश की साख को बट्टा लगाने की कसाईपना की कोई कसर नहीं छोड़ रहें है...,

अब आदर्श मंजिला महाघोटालों के अपने आदर्शों से छत्रपति शिवाजी महाराज की दुनिया में सबसे ऊंची मूर्ती १०  हजार करोड़ रूपये से अधिक खर्च कर बनायेंगे.. क्योंकि नरेंद मोदी ने ६ माह पहले इस तरह की घोषणा की थी कि 
मैं,गुजरात में, देश के जवानों व किसानों की माटी के लोहे से एफिल टावर से ऊंची व मजबूत सरदार पटेल की मूर्ती बनवाऊंगा .

दोस्तों.., इस छत्रपति शिवाजी के पुतले के पीछे २१ शताब्दी के महा भ्रष्टाचार का पुतला छुपा है...

देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पुस्तक भारत एक खोज से..., साईकिल घोटाले की खोज हुई थी,
प्रधानमंत्री ने तो डॉक्टर बनकर ..., नेहरू की पुस्तक को पढ़ाकर व अनुसंधान करवाकर, इसे अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार की नयी नयी खोजों में परिवर्त्तीत कर अपने विधार्थीयों को देश की अर्थी बनाने की कल्पनाएं दी ...

इस २१वी सदी के महाभ्रष्ट पुतले ने शिवाजी के विचारों को क्षीर्ण कर दिया है..

आज महाराष्ट्र देश का महाभ्रष्ट राज्य की सूची में अव्वल है......, नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में सरदार पटेलके पुतले बनाने की क्या घोषणा कर दी ..

महाराष्ट्र के आदर्श भ्रष्टाचारी नेता , भ्रष्टाचार के तिल में समाते.., तिलमिलाये गए, और अब भ्रष्टाचार को आपस में गले लगाकर, ताल और ताली ठोककर , अपने गालों की लाली से, भारत निर्माण के नारों से नारों से अब पुतले निर्माण के आड़ में , मराठा आरक्षण के पराठे से ७२% की सीमा लांघ दी है..., इनका वश चले तो ये १००% की आरक्षण नीती से देश को बर्बादी में झोंकने में भी कसर नहीं रखेंगें 

जागो मित्रों.., अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक की कहर के बलि न चढ़ जायें..
एक प्रतिज्ञा लें
आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खादसे भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं
Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.

 भ्रष्टाचारीयों के महाकुंभ की महान-डायरी



Sunday 30 October 2016

HAPPY DIWALI TO ALL OUR BRAVE HEARTED SOLDIER



HAPPY DIWALI TO ALL OUR BRAVE HEARTED SOLDIER

जय जवान.., हमारे देश की शान.., जहाँ नहीं आरक्षण का निशान , एक देश, एक खून, एक जूनून, राष्ट्रवाद से विशुद्ध गंगोत्री का सम्मान   १९६२ की वही दिवाली थी जब भारतीय सेना की चीनी दुश्मनों द्वारा बलि ली जा रही थी ...

२०१६ में आज देश के जवान अपने बलिदान से १० गुना पाकिस्तानी सेना की बलि  लेकर देशवासियों को दिवाली का जश्न मनाने से ओत प्रोत कर रही है क्योंकि हमारे सेना के जवानों को आक्रमण की खुली छूट मिली है ..,जो १९६५ में पाकिस्तान से युद्ध जीतने का लाल बहादुर शास्त्री का महामंत्र था ..

१९४७ में सत्ता परिवर्तन को आजादी के झांसे से देशवासियों को बरगलाकर , “आराम हराम है” के नारे से दिन के २५ हजार रूपये के खर्च से अय्याशी की आड़ में में नेहरू स्वंयभू भारत रत्न घोषित कर,  गांधी को  अंग्रेजों के काल में ३ बार नोबल पुरूस्कार के नामांकन को अपने नाम से हासिल करने के  ख्वाब से सेना को नो-बल कर, शांती के छद्म छलावा से चीन के साथ “पंचशील समझौता” कर हमारे आयुध कारखानों में चूड़ी बनाने का उद्योग शुरू किया..

१९६२ में चीन के आक्रमण के समय नेहरू श्रीलंका जाते समय मद्रास एअरपोर्ट पर उन्हें समाचार मिला कि चीन ने हिन्दुस्तान पार आक्रमण कर दिया है.., उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा कि “यह बकवास है..”
श्रीलंका पहुँचने पर इस खबर की दुबारा पुष्टि होने पर उन्होंने सेना के जवानों को आदेश दिया कि  चीन सेनाओं को ठोक दो तब सेना के जनरल ने कहा .., सेना के पास ठण्ड से बचने के लिए जूते तक नहीं है.., इसके बावजूद हमारे जवानों से चीन से लोहा लिया.., थल सेना ने नेहरू से कहा की हमें वायु सेना की मदद चाहिए तब नेहरू ने थल सेना को वायु सेना की मदद देने से इनकार कर दिया यों कहें हमारी थल सेनाओं के हाथ पाँव बाँध दिए .., और हमें करारी हार का सामना करना पड़ा..

पोलियो दिवस- भले ही २ बूँद से २०१२ में देश से पोलियो निर्मूलन हुआ.., यदि देश के सत्ताखोर, अब भी एक बूँद राष्ट्रवाद की पी ले तो देश की जनता जातिवाद भाषावाद अलगाववाद व घुसपैठ के वोट बैंक से मुक्त होकर खुशहाली से देश सुजलाम बनकर.., देश में विश्वगुरू के जूनून से एक नए अध्याय की शुरूवात होगी.
जागो मित्रों.., अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक की कहर के बलि न चढ़ जायें..
एक प्रतिज्ञा लें
आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खादसे भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं

Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.

Wednesday 26 October 2016

Magistrate – Magical Straight - Mucous stage देश का बलगम मंच से देश का बेलगाम मंच, जो बिना दाम के बिना नहीं मानता ..,



Video loading trouble will be executed soon




Pl Must read.., Magistrate – Magical Straight - Mucous stage देश का बलगम मंच से देश का  बेलगाम  मंच, जो बिना दाम के बिना नहीं मानता .., (2 Video post after deleting 8 Video)
यह प्रधानमंत्री को खुला ख़त नही आम आदमी पर खुला खतरा की गुहार है... (कृपया फेस बुक या वेबस्थल  की इसी कोर्ट के सन्दर्भ / बारे में  June 28 की विस्तारित पोस्ट अवश्य पढ़ें )

कही  देश के क़ानून के समक्ष देश के लिए  भर्ती होने से पाहिले ही  जय-जवान  बूढ़े न हो जाएँ ..

आज मैं जीवन में पहली बार मुम्बई की जिला अदालत में.., वकीलों की फ़ौज के सौदागर बार कौंसिल के उस्मानी ने मुझे गिरफ्तार करने अनुरोध से आज ४.४५ मिनट पर पेश किया .., आरोप था कि कोर्ट के परिसर में विडिओ निकालने का....

क़ानून के काले  कव्वों ने उस्मानी के उस क़ानून के सुनहरे आसमान को देखकर.., एक सुर में कव्वाली करते हुए कहा  .., यह व्यक्ती हमारी खाने पीने की वस्तु में सेंध लगानें का आरोप में,  REMAND में लेने की कर रहा था DEMAND..,

जी हाँ कुर्ला कोर्ट के बार काउन्सिल के मुखिया वकील उस्मानी के कुल्ला करते हुए वक्त उसके दाँतों की चमक को   मैंने VIDEOGRALHY करते हुए उनसे पूछा की कि स्टाम्प पेपर लेने पर २ घंटे बाद भी कतार क्यों नहीं हिलती है... लोगों को बिना टिकेट का बैरंग लिफाफा का दंड (समय की हानि) लेकर अपने जीवन को काटता ही रहता

इस वीडियोग्राफी के बाद वह कोर्ट के कमारा नंबर ६६१ के पास जाने का बहाना बनाकर मुझे कोर्ट रूप के अन्दर पुलिस कर्मियों को इशारा कर कहने लगा.., इसने कोर्ट की VIDEOGRALHY की  है इसे जेल में डालो...

मैं पुलिस की निगरानी में कोर्ट में था .., पुलिस ने मोबाइल की विडियो DELETE का आदेश दिया ..,  एक घंटे बाद चल रही सुनवाई के बाद मेरा नंबर आया ..

उस्मानी मजिस्ट्रेट से बहस कर रहें थे इसे गिरफ्तार करो.., दलील ख़त्म मैं निहत्था विना वकील से था .., मजिस्ट्रेट ने  मझ से पूछा “तुम कौन हो.” तब मैंने कहा “साधारण  आदमी”  “जब एक वकील मुझे हिरासत में रखने की ताकत रखता है.., यदि आप सहमत हो तो आप मुझे जेल में डाल सकते हो.., मैं जेल जाने में कोई आपत्ती नहीं है.., “ “लेकिन मैं इतना ही कहना चाहता हूँ की इस देश में जन्म लेने का मैं ही दोषी हूँ..”

इस पर मजिस्ट्रेट आग बबूला हो गया और कहने लगा हमारी कानूनशाही विश्व में महान है.., आपको मोबाइल विडियो डिलीट DELETE करने के बाद एक मौक़ा और दे रहा हूँ और पुलिस कर्मियों को आदेश दिया कि इस शख्स पर निगरानी राखी जाए.., तब मैंने मजिस्ट्रेट से कहा आप मेरा मोबाइल नंबर . लें और इसकी कॉल रिकॉर्डिंग देश की  सुरक्षा अधिकारीयों अधिकारियों को निगरानी का आदेश दें
मेरे समर्थन में इस कतार में खड़े ३ लोग गवाह बने.., उनमें से एक तो लघु संखा के बहाने कोर्ट से गायब हो गया .., दूसरा एक १८ वर्षीय के आसपास के उम्र का युवक कुछ कहता एक तीसरा युवक जो ३० की उम्र का होगा बड़ी जाबांजी से इस दुखड़े की तस्वीर बयाँ कर कहा कि क्या लोग अपनी जिन्दगी की कतार इसी  चक्कर में गवां रहें हैं..

जब मजिस्ट्रेट के आदेश व उक्ति का बयान सुनकर मैं हक्का बक्का रहा गया कि वह भी इस हुक्का पानी का भागीदार है..., यह बयान इस युवक के प्रतिउत्तर में था ...

यदि आप रेल के आरक्षित डब्बे में यात्रा करते है .., आगे कोई यात्री स्टेशन में आपसे दरवाजा खोलने के लिए कहता है तो आप दरवाजा खोलकर  अपना आरक्षण  का अधिकार उसे दे सकते हैं..., उसी प्रकार से STAMP PAPER खरीदने का वकीलों का पहिला अधिकार है..., अभिप्राय यही है..., क़ानून के सामने जनता को सिर्फ जूता खाने का आधार है .


June 28 • 2016 की इस पुराने संघर्ष की पोस्ट

प्रधानमंत्री को खुला पत्र देश के अशोक स्तम्भ के शेरों को लूला लंगडा बनाकर, एक क़ानून का वकील/नोटरी नोट की गठरी बनकर भेडिया की आवाज में मुझे रोजगार देने की धमकी दे रहा है .

मेरे देश में ऐसे लाखों लोग है जो ऐसे ही घटनाओं को देश के दर्द का मर्ज दूर करने के बजाय इसे अपना दर्द बनाकर पसीज कर तीखा घुट पी जातें हैं. बजाय क़ानून तंत्र के तांत्रिकों से लड़ने के ..,क्योंकि इनमें इतनी ताकत है क़ानून की तांत्रिक विद्या से जनता कब बलि का बकराबन जाये .

आज की ताजा घटना व १७ जून का दम घुटने का संस्मरण. व घुटने न टेकने का संकल्प :

आज संध्या के चार बजे मुंबई की भारी बरसात में सड़को की छोटी छोटी छूती नदियों को चीरते मुम्बई, मैं कुर्ला के अपराधिक कोर्ट में १०० रूपये के गुणाकों के ५००रूपये को कानूनी रूप देने के लिए नोटरी V.K.SINGH” से मिला. स्टाम्प पेपर पर ठप्पा मारने के बाद मैंने पूंछा कितने पैसे लगेंगे.., जब उसने कहा ५०० रूपये तो मैंने दंग होकर कहा इसके पहिले भी मैं यहां आया हूँ आपके बगल मे बैठा नोटरी ८० रूपये लेता वह व्यस्त है इसलिए मैंने आपको पेपर दिया .., “ फिर उसने मुझसे पूछा तुम क्या करते हो.., मैंने कहा, बेरोजगार हूँ.., और ठप्पा मारने के बाद १०० रूपये का नोट मेज पर रखे तो V.K.SINGH ने सही करने से मना कर धमकी दी कि इस स्टाम्प पेपर का नोटरी कैंसल करता हूँ .., तब मैंने भी उसे चुनौती दे डाली कैंसिल करो..,

तब उसने वह पेपर गीली जमीन में फेक कर धमकी दी अब ज्यादा कुछ बोला तो तुम्हें रोजगार दिलाऊंगा.., तन मैंने भी भारी आवाज में चुनौती दी व नोटरी कक्ष के अन्य लोगों ने मामला शांत कराने के बाद मैंने बगल के नोटरी से कहा आप इसे ८० रूपये में कर दो.., तब जवाब में उसने कहा तुम पहिले मेरे पास आते तो यह काम मैं कर देता , अब मैं भी इसके ५००रूपये लूंगा...

तब खिन्नता से इसकी चर्चा मैं बार रूममें बैठी वकीलों की फ़ौज से की सभी ने कहा हमारे बार कौंसिल के मुखिया उस्मानी से मिलकर शिकायत करों..,” मुखिया ने मेरी शिकायत सुनकर कहा मैं कुछ नहीं कर सकता यह उनका नीजी अधिकार है ..,

मैंने कहा मैं हाईकोर्ट में याचिका दायर करूंगा तब उन्होंने कहा, तुम्हे वकील रखना पडेगा .., मैंने कहा, मैं आम नागरिक की हैसियत से स्वंय लडूंगा .., तब उनका जवाब सुनकर मैं दंग रह गया कि संविधान को हाथ में लोगो तो जेल में सड़ जाओगे.
अब सवाल यह है कि इसके काले कोट से , जनता की जेब साफ़ कर, धुलाई का कितना धन जमा है..!!!. क्या काले कोट की जेबें और भी लंबी होते जायेंगी


२. दूसरी घटना- १७ जून को मुम्बई, कुर्ला के ही अपराधिक कोर्ट में ५०० रूपये के स्टाम्प पेपर लेने गया .., १० लोगों की भीड़ में मुझे स्टाम्प पेपर लेने में ३ घंटे लग गए.., हाल यह था कि खिड़की के बाहर खड़े लोगों को छोड़कर, स्टाम्प पेपर के कमरे में वकीलों की फ़ौज के एक एक वकील दस से अधिक पेपर लेकर क़ानून के अन्दर की बातसे कतार में खड़े, खिड़की के बाहर लोगों को परेशान कर रहे थे,
अंतिम स्थान में खड़े रहने पर मैंने खिड़की पर जाकर कहा कि बाहर खड़े लोगों के समय की कीमत नहीं है, क्या.., 1 घंटे से कतार नहीं हिल रही है..,” तब उस क्लर्क ने जवाब दिया कि यहां ,कोर्ट के वकीलों को स्टाम्प पेपर देने का पहिला अधिकार है .., तब मैंने प्रतियूत्तर में जवाब दिया कि आप वकीलों के बार रूम में एक नया विक्रय फलक क्यों नहीं खोलते हो.., तब उस क्लर्क ने कहा यह बात, आप कोर्ट में जाकर कहो.., तब मैंने गुस्से में आकर कहा, आप वापस कहें मैं तुम्हारी विडियो रिकार्डिंग करता हूँ.., “तब उसने मुस्कराते हुए निर्लज्जता से कहा.., करो.., करों .., मीडिया में मैं भी प्रसिद्धी पा लूंगा .. ,
कमरे के सभी वकील, मुझसे दो-दो हाथ करने के मूड में अपनी कमर में हाथ रखकर, मुझे घुर-घुर कर देख रहें थे .., इसका फल इतना जरूर निकला, चुप भीड़ बुदबुदाते मुझे सराह रही थी कि अब उस क्लर्क ने खिड़की के बाहर एक व्यक्ती व एक वकील को स्टाम्प पेपर देकर..., मैं तो भीड़ से निपट गया. लेकिन मेरे पीछे लगी अपार भीड़ को देख कर मन ही मन सोचता रहा यह भारत नहीं जनता के लिए भार रत देश है..., जीने से मरने तक कतार, जीवन के एक समय का प्रमुख अंग है

“UNSIGNED” नोटरी के नोट की गठरीका खेल..
“UNSUNG STORY OF JURIDIC”
दोस्तों आवाज उठाओं.., देश भ्रष्टाचार के दस्त से बीमार है.., देश तो इस दंश के काले नाग.. , देश के जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद, अलगाववाद के वोट बैंक से जकड़ी, बिखरी जनता को बिफर विफर कर..., चुन-चुन कर मारेगी.., अकेला मैं क्या कर सकता हूँ .., देश के लिए यह भावना निकाल दो...
PMO व मोदीजी को इस सन्देश को भेजकर , जवाब का इन्तजार है...,





Monday 24 October 2016

जागो मित्रों.., अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक के कहर की बलि न चढ़ जायें..


पोलियो दिवस- भले ही २ बूँद से २०१२ में देश से पोलियो निर्मूलन हुआ..,  यदि देश के सत्ताखोर,  अब भी  एक बूँद राष्ट्रवाद की पी ले तो देश की जनता जातिवाद भाषावाद अलगाववाद व घुसपैठ के  वोट बैंक से मुक्त होकर खुशहाली से देश सुजलाम बनकर..,  देश m.में विश्वगुरू के जूनून से एक नए अध्याय की शुरूवात होगी.

जागो मित्रों.., अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक के  कहर kee बलि न चढ़ जायें..

एक प्रतिज्ञा लें

आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खादसे भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं

Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.


Thursday 20 October 2016

जागो मित्रों.., अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक की कहर के बलि न चढ़ जायें..


पुरानी चुनावी खुमारी से अब, आने वालों चुनावों में  कागजों की फूलों की सुगंध शुरू हो गई है.., देश के लोकतंत्र की एक पुरानी बीमारी.., बयान बाजी से खूब मारामारी.., अब तो..!!!, जवानो के खूनों की बरसात की बिसात पर वोट बैंक की फसल लहराने की तैय्यारी है...

जवानों के जज्बों ने फिर एक बार १९६५ के जय जवान की  धमनी के खूनों से देश की धमकी देनी वालों को करारा जवाब की TRAILER (झलकी) दिखा दी है.., और सेना ने आने वाली  फिल्म की रूप रेखा बना ली है.., अब शत्रु को दिखाना बाकी है..,

लेकिन हमारे ही सत्ता के रखवाले कहने वाले TRAITOR (देशद्रोही) बनकर हमारे दुश्मनों में हमें खिल्ली का पात्र बनाकार एक नया गुल्ली डंडा के खेल से देश का उपहास का खेल रहें हैं..

जागो मित्रों..,  अब यह राष्ट्रवाद की लहर.., कहीं वोट बैंक की कहर के बलि न चढ़ जायें..
 एक प्रतिज्ञा लें ..

आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खादसे भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं

Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.

Saturday 15 October 2016

BRICS नही विश्व के आतकवादियों की BRICKS को तोड़ना जरूरी है



मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., २०१४ से आपकी नीती काम आई, समय के साथ राजनीती से कूटनीती से विश्व को कैसे  पांवों तले रौदा जा सकता है .., सुपरपावर को समय से पावर से पावडर बनाकर.., उन्हें ही उनके पावडर लगाकर एक कृत्रिम चहरे को चमकार , उनके सत्कार से देश की रक्षा का चमत्कार हो सकता है .., भले भी चीन आज आपकी आतंकवाद विरोधी नीती से गर्दन  झुकाकर सहमती न देकर अपना दाँव खेल रहा है.., लेकिन वह दिन दूर  नहीं.., जब  आपके ५ साल के शासनकाल में घुटने टेकते हुए मिलेगा...
  
July 19, 2014 की पुरानी सार्थक पोस्ट
जरूर पढ़े..,मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., भले ही फ़ुटबाल में हमारा नम्बर १५० देशों के बाद है.., पिछले १० सालों में हम आतंकवाद को रोकने में फिसड्डी देशों में शामिल हों.., आतंकवादी हमारे यहाँ कबड्डी के कबाड़े का खेल खेलकर, वापस चलें जाते है..
लेकिन नयें नवेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्राजील के ब्रिक देशों के समूह में गोल मारकर, अपने स्वाभिमानी गर्जना से सात समुंदरी देशों के सुप्रीमों से विश्व के देशों में हमारी ताकत की झलक दिखा कर, दुनिया में हलचल मचाकर, महाबली देशों के, लूट के खेल बंद होने की आहट से आहत होने से खलबली मची है... 
भले ही मानसूनी बादलों की देश भर में गर्जना नहीं हुई है...,लेकिन मोदीजी की गर्जना से विदेशी ताकतों की पेंट पैंट गीली हो गयी है..,अभी दो दिन पहले लद्दाख में हमने चीनी सेना की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है...


पिछले १० सालों में हमारे प्रधानमंत्री से राजनयिकों ने, जो वार्ता के बहाने पिकनिक- पर्यटन (PICNIC) मनाने गए थे..., और देशवासियों में (PANIC) दहशत से आतंकवादियों को सत्कार से चिकन बिरयानी खिलाकर मीडिया व विदेशी ताकतों से वाहवाही पाते रहे...
देशवासियों के अच्छे दिन तो आने वाले हैं लेकिन विदेशी ताकतों के बुरे दिन आ गए हैं...


Deshdoooba Community
21 March 2014 की पोस्ट के अंश यह है कांग्रेस के घोटाले का महापुरूष , चाटुकार, सोनिया गांधी को भारतमाता कहने वाले सलमान खान के कांग्रेस के मीठे प्रवचन ... जो सोनिया को भ्रष्टाचार से अपनी सता को सलामत मान (सलमान) कर खुशी की ईद (खुर्शीद) मना रहा है... अभी मनाओं जश्न... ६० दिन से भी कम का समय है.... कौन भ्रष्टाचार से नपुंसक बनता है ... जनता अपनी वोट की जादुई छड़ी से जबाब देगी , जो तुम बार बार कह कर ..कहे..कहे.. लगाकर जनता का उपहास करते थे ... तुम्हारे पुतले प्रधानमंत्री ने तो १५ अगस्त को लाल किले से जनता का उपहास उड़ाते हुए , कहा था हमारे पास जादुई छडी नहीं है .. कि महंगाई दूर हो जायेगी , असल में आपने यह जादुई छड़ी देश व विदेश के माफियाओं कों .., जनता को मारने के लिए दे दी है... अब जनता इसका हिसाब मांगेगी 


वाह रे विकलांग , मना खुशी का आलम , 
क्या अब चीन जाकर क्या देश को और भी विकलांग बनायेगा..??? देश के विकलांगो की लूट मे छूट की वीरता से ... तू विदेश मंत्री बना... अब चीनी दुश्मनों को...???, अब तो लूट मे छूट की वार्ता मे चीन जा रहा है...??? यह पब्लिक है सब जानती है, अंदर कितना खाया है..?? बाहर कितना विकास का दिखावा है... और देश का कितना भट्टा बिठाया है... दोस्तों क्या ये भ्रष्टाचार के विकास के नाम पर आम आदमी का नाश...??? या मेरा देश डूबा..??? 


Deshdoooba Community
February 5, 2014 की पोस्ट के अंश 
देश के, चीन से हाल ही के गुप्त समझौते से...????, चीन से लौटे विदेश मंत्री विकलांग खुर्शीद सलमानजो देश के विकलांगो की लूट मे छूट की वीरता से विदेश मंत्री बनाने देश की अस्मिता को ताक में रखकर चीन की भव्यता को देखकर , चीनी सरकार को अपना बाप मानकर बयान दिया …., “...यदि मुझे चीन की नागरिकता मिले तो, मैं चीन में ही रहना पसंद करूंगा मैं चीन के विकास से बहुत ही प्रभावित हुआ हूँ ....


अब सोनिया गांधी को भारतमाता कहकर …, अब , “खुशी का आलमबनकर, जवानों को घटिया खाने के घोटाले बनें..., भ्रष्टाचारियों के मयखाने से...., विदेशीयों के लिए तोहफे खानों का उपहार से अब, ये कर रहा है दुश्मनों का उपकार ..!!!


जागो देशवासियों , डूबते देश को बचाओ... वह दिन दूर नहीं... कहीं हम दूसरी बेड़ी में न जकड़ जाएँ....?????, दोस्तों क्या ये भ्रष्टाचार के विकास के नाम पर भारत निर्माणके नारे से आम आदमी का विनाश…??? यामेरा देश डूबा..??? 


Tuesday 11 October 2016

मोदीजी आपका विश्व में जलवा है, महंगाई से देश के जवानों व किसानों के हाथ से तलवा में जलन है .., आपके जलवा के बावजूद माफिया का जीवन “हलवा”और पुरी से सम्पूर्ण पूरी है.. देश में ही ५०० लाख से अधिक का काला धन है..


मोदीजी आपका विश्व में जलवा है, महंगाई से देश के जवानों व किसानों के हाथ से तलवा में जलन है .., आपके जलवा के बावजूद माफिया का जीवन हलवाऔर पुरी से सम्पूर्ण पूरी है.. देश में ही ५०० लाख करोड़ से अधिक का काला धन है..

इस गठबंधन से देश में विदेशी इशारों से धर्म परिवर्तन, घुसपैठियों की आड़ में वोट बैंक की तिजोरी राष्ट्र परिवर्तन की चाबी है...

किसान की फसल को देश के माफिया रूपये में खरीद कर डॉलर में बेच कर, माल से एक नए ताल से अच्छे दिनका उपहास कर देश के गरीब उपवासी जीवन से आपको ३० महीने के आधे शासन के बाद टुकुर टुकुर कर आस लगाये बैठें हैं कि अब तो काले धन की वसूली से देश के अच्छे दिन आयेंगें ..

SURGICAL STRIKE से भूखे पेट वालों का भी सीना भी देश के लड़ने वालों का ५६ इंच का हो गया है...

लेकिन काले धन वालों की कॉलर सफ़ेद करने वालों की आपकी नीती से भूखा नंगा हिन्दुस्तान अब भी असमंजस से, देश का मजाक खेलने से भ्रमित है...

आपकी लखनऊ यात्रा में रावण के पुतले दहन के व्याख्यान से व्यय के व्याखान से जनता जवाब मांगती है .., माफिया पर कार्यवाही भी राजनेताओं की लीपापोती से देश की मट्टी पलीद हो रही है

याद रहे.., देश के काले धन के घोड़ों के व्यापारी हसन अली पर, विश्व के व्योपार से देश के ६० हजार के टैक्स चोरी पर, जो विश्व के आतंकी अदनान खशोगी जो लिट्टे को हथियार बेचता था. उनसे अली ने जो डील कराई, से हथियारों की मिली यह पैसा उसी का रिवॉर्ड था. इसी मिली भगत से ५ साल पहिले देश की खुफिया द्वारा रेड कार्नर नोटिस जारी करने के बाद प्रत्यपर्ण से देश की अदालतों ने क़ानून को लात मारकर नौकरशाही-जजशाही की मिलीभगत ने ही २४ घंटे में जमानत देकर देश की अमानत से भूरी-भूरी प्रशंसा की.., अब वह धन स्विस बैंक से गायब हो चुका है..., और 
विभिषण ने राम से कहा कहा था आप रावण के दस सर काटों तो २० सर पैदा होंगें आप रावण के नाभी में अमृत की चाबी है .., उसको निशाना लगाए बिना युद्ध लड़ना व्यर्थ है .

आज यही अमृत देश की नौकरशाही-जजशाही-नौकरशाही-मीडियाशाही की शह पर सुरक्षित है.. अब नाभि की नीचे अंगों की नसबंदी जरूरी है ताकि ऐसे नस्ल की पीढी का जन्म न हो 
आज देश का काला धन छुपाने के लिए REAL ESTATE व शेयर बाजार व सोने की ईट एक सुरक्षित पनाहगार है.., जिससे २००४ में १० लाख के कीमत के घरों की कीमत, आज काले धन को सफ़ेद करने के लिए आज १ करोड़ से ज्यादा हो गई है. और इमानदारी से धन कमाने वाला शहरों में घर खरीदना एक सपना बन रहा है.


आज ही नहीं मुन्ना मौन मोहन के कार्यकाल में भी खुफिया तंत्र द्वारा RBI को बार बार चेताया गया था..., शेयर बाजार काले धन को सफ़ेद धन करने का अड्डा है..

शेयर बाजार जब तक देश के जवानों व किसानों के मुट्ठी बल से ऊंचाई पायेगा तो उस ऊंचाई को विश्व की कोई ताकत ढहा नहीं सकती ...

दोस्तों लिखने के लिए काफी मसाला है ताकि देश की एक नई मशाल से देश की एक मिशाल बने 

अंत में एक ही वाक्य लिखना चाहता हूँ आजादी की भ्रामकता से सत्ता परिवर्तन के बाद साइकिल घोटाले, साइकिल जो हिन्दुस्तानियों का जहाज कहलाता था, , साइकिल के पहिये तो दूर की बात लेकिन लेकिन उसको मजबूत करने वाली तिल्लयों की कीमत भी वसूली नहीं की गई थी .., उसका ही परिणाम है कि आज तक ७० सालों के घोटालों की रकम कैसे वसूली जायेगी.., क्योंकि एक चोर के बाद महाचोर आरोप लगाकर अपने गले में फंदा लगाना नहीं चाहेगा.

मोदीजी आपका विश्व में जलवा हैमहंगाई से देश के जवानों व किसानों के हाथ से तलवा में जलन है ..आपके जलवा के बावजूद माफिया का जीवन हलवाऔर पुरी से सम्पूर्ण पूरी है.. देश में ही ५०० लाख से अधिक का काला धन है..
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सरजी STRIKE असफल है काले धन के माफियाओ को माफी नहीं STERILIZATION से जीवाणु नाशन (नसबंदी ) से नई पीढी की फसल असफल हो भ्रष्टाचार मुक्त भारत हो... 

www.meradeshdoooba.com (a mirror of india) स्थापना २६ दिसम्बर २०११ कृपया वेबसाइट की ५७८ प्रवाष्ठियों की यात्रा करें व E MAIL द्वारा नई पोस्ट के लिए SUBSCRIBE करें - भ्रष्टाचारीयों के महाकुंभ की महान-डायरी

Saturday 8 October 2016

एक देश, एक खून, एक जूनून, एक क़ानून... जय जवान , जय किसान, जय विज्ञान..पैदा होंगे हर घर में कलाम.., देश को वोट बैंक की राजनीती नहीं “राष्ट्रवाद की रणनीती “ चाहिए....



एक देश, एक खून, एक जूनून, एक क़ानून...
जय जवान , जय किसान, जय विज्ञान..पैदा होंगे हर घर में कलाम.., देश को वोट बैंक की राजनीती नहीं “राष्ट्रवाद की रणनीती “ चाहिए....   

क्या मोदी करेंगे देश के, वोट बैंक के लुटेरों का संहार..,जो बने गरीबों के माल से मालामाल.., इतना धन की ७० सालों से इसे महामंत्र बनाकर, देश के गरीबों को  लहूलूहान कर देश के लहू को देश ही नहीं विदेशों में गुप्त रूप से रखकर, देश की सीमाओं को खोलकर विदेशी घुसपैठ से गरीबी को वोट बैंक की तिजोरी बनाकर.., इस मंगलराज देश को जंगलराज बनाकर अब भी राज कर रहें हैं..
अब नई पीढी तो मीडिया-माफिया- सत्तातंत्र के तांत्रिको से भारत तेरी बर्बादी से टुकड़े होंगें से  लूटतंत्र को लोकतंत्र का नारा कह.., दुनिया में ढिंढोरा कर विदेशी मीडिया से अपनी बानगी से बागी बनकर ..,
अब तो हमारे दुश्मनों की विश्व में तारीफ करते नहीं थकते..
देश की सीमा पर कांग्रेस के १० साल के शासन काल में जवानों के हाथ पाँव बांधकर.., हथियारों के घोटालों का निर्माण कर “भारत निर्माण” से हम भीरू –कायरों देश की जमात में शामिल थे..
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ३० महीनों  में देश के सुरक्षा के शस्त्रों से लैस कर कूटनीती से सीमा ही नहीं दुनिया अचंभित है.., जवानों को खुले प्रहार का आदेश देकर एक बार फिर से “लाल बहादुर शास्त्री के जय जवान का खून प्रवाहित हो गया है..,

अब विपक्षी दल इसे भी सरकार पर  वोट बैंक से जवानों की खून की दलाली का आरोप लगाकर.., अपनी गुर्दुल्ली नीती से देश को नीचा दिखाने की होड़ से पकिस्तान मीडिया में हमारे देश में एक नया  वोट बैंक बनाने के लिए TRP में नंबर १ के कुर्ता फाड़कर दौड़ लगा रहें हैं 

Sunday 2 October 2016

२ अक्टूबर का जन्म दिवस, देश के भाग्य विधाता लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिन ह्त्या दिवस से शोकांकित हो गया गांधी जवाहर के जहर, जिन्नाह के जिन्न व गांधी की गंदी राजनीति से देश खंडित हुआ


शास्त्रीजी..आप रूस मत जाओ..हम जीते हुए राष्ट्र हैविदेशी राष्ट्राध्यक्षों को हमारे देश बुलाओं आप रूस जाओगे तो वापस नहीं आओगें और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..

२ अक्टूबर का जन्म दिवस,  देश के भाग्य विधाता लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिन ह्त्या दिवस से शोकांकित हो गया गांधी जवाहर के जहरजिन्नाह के जिन्न व गांधी की गंदी राजनीति से देश खंडित हुआ था , मात्र १८  महिने में नेहरू की दुर्बल शाही की अय्यासी चीन से हार व  नेहरू के सोच की  शौच को साफकर व  देश के जवानों व किसानो की जय की राष्ट्रवादी सोच से देश की काया पलट कर देश विश्व गुरु की दहलीज में पहुँच कर अमेरिका के TIME पत्रिका ने भी शास्त्री का लोहा माना 
१. ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकर ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओयदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे.. और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..
उनकी यह भविष्यवाणी सच हुई,
२. ९ जनवरी १९६६ की रात लालबहादुर शास्त्री ने ताशकंद से अपनी पत्नी ललिता शास्त्री को फोन कर कहा मैं हिन्दुस्तान आना चाहता हूँयहांमुझ पर हस्ताक्षर करने के लिए दवाब डाल रहें है...मुझे यहां घुटन हो रही है...
देश के सत्ता की राजनयिक फौजे बार-बारशास्त्रीजी से कह रही थी...भले हम युद्ध जीत गये हैंयदि आप हस्ताक्षर नहीं करोगे तो आगे अन्तराष्ट्रीय बिरादरी एकजुट होकर देश की आर्थिक स्तिथी बिगाड़ देगी...
३. इसके बाद उनके कड़े मंसूबेहमारे देश के सत्ता की राजनयिक फौजे तोड़ने में कामयाब हो गयी..१० जनवरी १९६६ के शाम ४.३० बजे शास्त्रीजी ने जीती हुई जमीन वापस लौटाने व शांती समझौते पर हस्ताक्षर करने के बादउनके पुत्र अनिल शास्त्री को कहा गया ...वे देश के प्रधानमंत्री हैंउनकी सुरक्षा के लिए उन्हें विशेष आवास में अकेले में सुरक्षित रखना होगा प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद समझौते के बाद ८ घंटे के बाद ११ जनवरी तड़के १ बजे,पाकिस्तानी रसोईये द्वारा रात को दूध पीने के बाद उनकी मौत हो गईमौत के समय उनके कमरे मे टेलिफोन नही थाजबकिउनके बगल के कमरे के राजनयिकों के कमरों मे टेलिफोन थाउनकी मौत की पुष्टी होने पर राजनयिकों की फौज दिल्ली मे फोन लगा कर चर्चा कर रहे थे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?
४. अंत तक ललिता शास्त्री गुहार लगाती रहीमेरे पति की मौत की जाँच होआज तक सभी सरकारों द्वाराकोइ कारवाई नही हुई?,
५. इस रहस्य को जानने के लियेआर.टी.आई. कार्यकर्ता अनुज धर ने एडी चोटी का जोर लगाने के बादसरकार की तरफ से जवाब मिला कि यदि हम इस बात का खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?
६. और एक राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री बेमौतमौत् का शिकार हो गया.और…..? अपने परिवार के पीछे छोड गया……, सिर्फ और सिर्फ……?????, कर्ज का बोझ?.
७. देश का एक लाललाल बहादुर शास्त्रीजब प्रधानमंत्री बनेतब देश मे विकट परिस्थीतिया थीदेश भुखमरी के कगार मे पहुँच रहा थासीमा पर दुशमनो की तोपें आग उगलने की तैयारी मे थी. जिन्होने जय जवान – जय किसान” के नारे से दुश्मनों को सबक सीखाकर देश मे हरित क्रति के साथ-साथ श्वेत क्रांति कीप्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 19 महिने के प्रधानमंत्री के कार्यकाल की कामयाबी से नेहरू द्वारा किया गया भ्रष्टाचार का शौच साफ कर दिया था…., नेहरू के चमचे नेताओ की अय्याशी खत्म करउन्हे आम नेता बना दिया था…???
८. देश की जनता उनकी कायल थीउनके आवाहन को जनतासर आँखो मे रखकर उन्हें देश का भाग्य – विधाता मानती थी,
९. उनकी साफ सुथरी छवि के कारण ही उन्हें 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने अपने प्रथम संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि उनकी शीर्ष प्राथमिकता खाद्यान्न मूल्यों को बढ़ने से रोकना है और वे ऐसा करने में सफल भी रहे। उनके क्रियाकलाप सैद्धान्तिक न होकर पूर्णत: व्यावहारिक और जनता की आवश्यकताओं के अनुरूप थे।
१०. निष्पक्ष रूप से यदि देखा जाये तो शास्त्रीजी का शासन काल बेहद कठिन रहा। पूँजीपति देश पर हावी होना चाहते थे और दुश्मन देश हम पर आक्रमण करने की फिराक में थे।
1965 
में अचानक पाकिस्तान ने भारत पर सायं 7.30 बजे हवाई हमला कर दिया। परम्परानुसार राष्ट्रपति ने आपात बैठक बुला ली जिसमें तीनों रक्षा अंगों के प्रमुख व मन्त्रिमण्डल के सदस्य शामिल थे। संयोग से प्रधानमन्त्री उस बैठक में कुछ देर से पहुँचे। उनके आते ही विचार-विमर्श प्रारम्भ हुआ। तीनों प्रमुखों ने उनसे सारी वस्तुस्थिति समझाते हुए पूछा: "सर! क्या हुक्म है?" शास्त्रीजी ने एक वाक्य में तत्काल उत्तर दिया: "आप देश की रक्षा कीजिये और मुझे बताइये कि हमें क्या करना है?"
११. शास्त्रीजी ने इस युद्ध में नेहरू के मुकाबले राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और जय जवान-जय किसान का नारा दिया। इससे भारत की जनता का मनोबल बढ़ा और सारा देश एकजुट हो गया। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी।
१२. लाल बहादुर शास्त्री के आगे प्रधानमंत्री पद पर रहनादुनिया के देशों को इतना डर नही था..जितना इंडियन काग्रेसीयों कोवे इस डर को पचा नही पा रहे थेउन्हे डर था कि राजनीती अब नेताओ की मजदूरी हो जायेगीसादगी की वजह से उनकी अगली पीढी भी मजदूर बनना पसंद नही करेगीऔर वंशवाद खत्म हो जायेगा. और उन्होने इंदिरा गाधी को ब्रिटेन मे भारत का उच्चायुक्त बनाने का संकेत दे दिया था.
१३. आखिरकार रूस और अमरिका की मिलीभगत से शास्त्रीजी पर जोर डाला गया। उन्हें एक सोची समझी साजिश के तहत रूस बुलवाया गया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लियाहमेशा उनके साथ जाने वाली उनकी पत्नी ललिता शास्त्री को बहला फुसलाकर इस बात के लिये मनाया गया कि वे शास्त्रीजी के साथ रूस की राजधानी ताशकन्द न जायें और वे भी मान गयींअपनी इस भूल का श्रीमती ललिता शास्त्री को मृत्युपर्यन्त पछतावा रहा.
१४. जब समझौता वार्ता चली तो शास्त्रीजी की एक ही जिद थी कि उन्हें बाकी सब शर्तें मंजूर हैं परन्तु जीती हुई जमीन पाकिस्तान को लौटाना हरगिज़ मंजूर नहीं. काफी जद्दोजहेद के बाद शास्त्रीजी पर अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बनाकर ताशकन्द समझौते के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करा लिये गये.
उन्होंने यह कहते हुए हस्ताक्षर किये थे कि वे हस्ताक्षर जरूर कर रहे हैं पर यह जमीन कोई दूसरा प्रधान मन्त्री ही लौटायेगावे नहीं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्धविराम के समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ घण्टे बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही उनकी मृत्यु हो गयी। यह आज तक रहस्य बना हुआ है कि क्या वाकई शास्त्रीजी की मौत हृदयाघात के कारण हुई थीकई लोग उनकी मौत की वजह जहर को ही मानते हैं।
१५. प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद समझौते के बाद रात को दूध पीने के बाद उनकी मौत हो गइमौत के समय उनके कमरे मे टेलिफोन नही थाजबकिउनके बगल के कमरे के राजनयिकों के कमरों मे टेलिफोन थाउनकी मौत की पुष्टी होने पर राजनयिकों की फौज दिल्ली मे फोन लगा कर चर्चा कर रहे थे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?
यही हाल वीर सावरकर के जीवन के साथ भीलालबहादुर शास्त्री के मौत के सदमे के बाद,वीर सावरकर बिमार होते गये ,उन्होने कहा अब देश गर्त मे चला गयाअब मुझे इस देश मे जीना नही है” वीर सावरकर ने दवा लेने से इंकार कर दियाएक बार डाक्टर ने उन्हे चाय मे दवा मिला कर दीतो वीर सावरकर को पता चलने पर उन्होने चाय पीना भी बंद कर दिया और एक राष्ट्र का महानायक इच्छा मृत्यु (कहे तो आत्महत्या) से चला गया.
वीर सावरकर की यह भविष्यवाणी भी सही निकली ……?????
शास्त्रीजी को उनकी सादगीदेशभक्ति और ईमानदारी के लिये आज भी पूरा भारत श्रद्धापूर्वक याद करता है
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आओ शास्त्रीजीताशकंद में तुम्हारी विजय पताका को ताश के महल के पत्तों की तरह ढ़हा करतुम्हारा काम तमाम करता हूं...
मेरे पति का शरीर जहर से नीला पड़ गया है..इनके शव-विच्छेदन से जांच की जाए...