Sunday 28 June 2015

मोदीजी..., A – Z जी घोटालेबाजों के खोलों द्वार, करों देश का उद्धार.., खत्म करो विश्व बैंक का उधार.. , इस सुरंग में .., देश का ७२ लाख करोड़ से कही ज्यादा के काले धन की तिजोरी की.., “यह चाबी है..”, इसमें. देश के धन की चब-चब कर, राशी कैद है.

१.  चेतो मोदी सरकार..., देश को  NATIONALIST-INSTITUTE- ORGANISATION. (NIO).  बनाओ..,
२.  मफियाओं को BREAD – BUTTER का जीवन व आम जनता को गटरी जीवन..., एक देश, एक क़ानून से “मेरा देश महान के  भारत निर्माण  से देश वासी “स्मार्ट” बनकर, देशवासियों के जज्बे व मेहनत  से गाँव ही नही, शहर से देश स्मार्ट होकर देशवासियों के “विश्वास” के “सांस” से ...  विश्वगुरू कहलाएगा ..,  “आम जनता” का जीवन यौवान्वित होकर, चंद  दिनों में “चंगे से, अच्छे दिन” आयेंगें.  
३.  देश के, माफियाओं के आसन से..,  देश की ऐहसानटता   के “अहम्” की झूठी शान के,  से  देश ग्रसित है.., “उखाड़ फेंकों, इन  बेड़ीयाँ को...”  
४.   देश के CHEATER बने हैं..., “EATER” से “LEADER”, से देश पर बनें “LOADER” से, निडर से, आम  जनता को भार – रत  बनाकर, “मेरा भारत महान”, “भारत निर्माण” के माफियाओं के भार के बहार से , गुलजार है , देश का निवासी.., गुलामी के JAR में कैद होकर माफियाओं के पेड़ों के रोप से, आरोप मुक्त होकर,अपने  फूलों की महक से, चहरे पर ललक की चमक है .
५.  हर सख्श परेशान है..,  टैक्स देने के बावजूद, नकली भोजन,दवा,क़ानून से सीने में जलन व आँखों में आंसू है.
६.  राजनैतिक  प्रदूषण से गली मुहल्लों के “खर-दूषण” के तांडव से जनता के  फेफड़ें ख़राब हो चुकें हैं.
७.  देश से, राष्ट्रवाद की हवा गायब हो चुकी है.., देश वासियों को सदमे से दमा होने से, वह बोलने की बजाय “हांफने लगा है ..., अब राजनीती जनता को हांकने से भ्रष्टाचार से फांसने का खेल खेला जा रहा है
८.   चेतों मोदी सरकार.., देश के राष्ट्रवाद नीती से, कोई भी सत्ता का चेहारा, राष्ट्र से सर्वोपरी नहीं हो सकता है...., उखाड़ फेंकों.., ऐसे भ्रष्ट, “वजीरी व जी हजूरीमोहरों को.
९.   (IPL) - INDIAN PROSTITUTION  LAEAUGE,   बना TUTION से काले धन का  POSS INSTITUTION. यह ,  मेरा   “भ्रष्टाचारी देश महान”, यहाँ हर चीज फिक्स होती है  ABL. (ABOVE BHRASTACHAR LAEAUGE, )..,IPL. (INDIAN पियक्कड़ LAEAUGE)..,  से  ZPL ( ZHOOTHA POVERTY LAEAUGE), B.C.C.I बनाम (B). बदनाम  (C). छी: (C). छी: (I). आई,यहाँ  माफियाओं का KING बनकर फसल लह्लाहराई है.., देश फिसल रहा है.., आम  जनता का जीवन फेल होकर,  दुख:दायी है. यह PRESSTITUES  के  “TRP”  का  INSTITUTES है...,  
१०.     IPL की यह किर्ती.., बनी, वेश्यावृती.., विश्व के माफियाओं की कीर्ती बन गई है.., देश विदेश के माफियाओं से दाऊद भी इनका मझा हुआ दूत बनकर “मजबूत” हुआ है .., जनता अपने को “लाचार” समझ रही है, इसलिए देश में “भ्रष्टाचार का अचार”..,  एक उन्नत आचार बन गया है  
११.     अभी ताजा खबर आई है,ललित  मोदी ने बयान  दिया कि देश के २ व वेस्ट इंडीज  के एक खिलाड़ी को मुम्बई में फ्लैट व धन दिया दिया है .., उनसे इनका नाम पूछने से कहा.., यह सब जानकारी BCCI और ICI को भी मालूम है “आप उन्ही से पूछो..
१२.   यह भ्रष्टाचार का सुराग ही नहीं, सुरंग है ..., देश इससे बदरंग हो  गया है .., इसे खोलो तो देश की अंधियारी गुफा में  “भ्रष्टाचारियों के सप्त रंग” के दर्शन होंगें..., मीडिया-माफिया- कार पेटी –सत्ताखोरों की मिली भगत से, देश के माफिया भक्तों के बाबाओं की कुण्डली से देश के अजगरों की सत्ता से, जनता को दबोचने कर निगलने का पर्दाफास होगा..,
१३.    मोदीजी..., A – Z जी के खोलों द्वार, करों देश का उद्धार.., खत्म करो विश्व बैंक का उधार.. ,  इस सुरंग  में .., देश का ७२ लाख करोड़ से कही ज्यादा  के  काले  धन की तिजोरी की..,  “यह चाबी है..”, इसमें. देश के धन की  चब-चब कर, राशी कैद है.
१४.    “बापू” को पैरों तले, रौंद कर.., अब, माफियाओं की फ़ौज  १००० नम्बरी से, देश के “बाप” बनें हैं .., माफियाओं के अकड़न के दंड से.., देश का बापू विदेशी बैंकों में कैद से,  रो रहा है.., नकली बापू के नोटों के प्रसार से माफिया खुशहाल है .., जनता बेहाल है.
१५.     याद रहे..,  क्रिकेट के राष्ट्रीय धर्म के आगे, क्रिकेट के भगवान के महानभक्त श्री... श्री... श्री... 1008 के महान संत के आगे न्याय का भगवान भी झुक गया है..??? मकोका..???
१६.     तिहाड़ जेल में पुलिस की गाड़ी से “श्री संत” ने पुलिस अधिकारीयों को अपनी ऊंगली से “लूल्ली ” दिखाकर.., उपहास किया .., क्या उखाड़ोगे, मेरा.., उखाड़ सके तो उखाड़ों ..
१७.    इस महान संत के लिए, बना, यह मजे का कोका कोला, जेल मे अति विशिष्ठ मेहमान का स्वागत... , अतिथी.., तुम आये और तिहाड जेल की शान बढाई..??
१८.    धन्य है..... तिहाड जेल जो तेरे कदमों से पवित्र हुआ ... जय.. जय..???, श्री... श्री... श्री... 1008 के महान संत....??? गद्दे , पंखे, व आधुनिक सुविधाए, कलमाडी की तरह... अब न्याय के भगवान कलम की आड (क़लमाडी= कलम+आडी) मे न्याय का तराजू , कानून के किताबो के साथ ही गायब हो गया है... 
१९.    कलमाडी से A – Z राजा क़ानून को ठेगा ठेंगा दिखाकर खुले आम  घूम रहें हैं .., व श्री संत, फ़िल्मी हीरों बनने की आस पूरी कर चुके हैं ..
२०.    इस, श्री संत के भ्रष्टाचार के  कर्मों को  तो राजनैतिक माफियाओं ने  दलबंदी कर कह रहें हैं , साध्वी प्रज्ञा सिंग के गुनाह इससे  लाखो गुना गंभीर है....??? जब, साध्वी के सामने नार्को व झूट पकडने वाली मशीन भी फेल हो गई...????
 अदालतों  ने तो, राजनेताओ के बंधक पुंलिस अधिकारियों से कहा ... क्या आप प्रज्ञा साध्वी को जिन्दा देखना चाहते हो.... प्रज्ञा साध्वी ने  मकोका को ... “मौत से  अकेला झेला”..., सभी राजनैतिक दल, अब भी  धर्मनिरपेक्षता की कमीज 

Thursday 25 June 2015

यदि,काले धन को राष्ट्रीय सम्पत्ती घोषित होकर, विशेष कानून नहीं बनेगा .., अब ये, भ्रष्टाचार के बरगदी पेड़ के, देश के पत्ते बनकर.., अब, गरीबों को चाय की पत्ती से भी मुंहताज रखेंगें ..



१.       मोदीजी तुस्सी ग्रेट है. लेकिन REGRET  के साथ, दिल की बात से कहना पड़ रहा है.., शायद..,  यह जनता के दिल का दर्द भी हो सकता है .. देश के राष्ट्रवाद नीती से, कोई भी सत्ता का चेहारा, राष्ट्र से सर्वोपरी नहीं हो सकता है...., उखाड़ फेंकों..,  ऐसे भ्रष्ट, “वजीरी व जी हजूरी” मोहरों को.
२.        आपकी पार्टी के लोग,अब  कांग्रेस व अन्य  दलों की तरह भ्रष्टाचार से RE – GREAT बनने की होड़ में, दौड़ लगा रहें है..
३.       राजीव गांधी की तरह मिस्टर CLEAN के झांसे से भ्रष्टाचार के गुर्गों को CLEAR – IN की नीती से, “मेरा भारत महान” से  सभी बेईमान “महान” हो गए थे.
४.        आपके कर्म योग को आज भी आपकी पार्टी ही नहीं, देश के नेता, सत्ता को “भोग-योग” मान  रहें हैं .
५.       आपके, तीन “स” , सुषमा , स्मृती, सिंधिया से  विपक्ष का बवाल है, जनता काले धन के इन्तजार में बेहाल है..
६.       अभी महाराष्ट्र में एक नयी देवी अवतरित हो गई है.., जो पहिले तो, महाराष्ट्र सरकार को डगमगाने में बयान दे रही थी.., पंकजा मुंडे ने तो,  मुख्यमंती पर शिकंजा डालकर उनका मुंड मांगते हुए कह  रही थी..,  जनता उन्हें, स्वर्गीय  पिता गोपीनाथ मुंडे की आत्मा कह, “मुख्यमंत्री” के रूप में देख रही है.., और उसके, इस मंत्र से डरकर, मुख्यमंती ने उन्हें बाल-विकास का पद देकर.., लूट में खुली छूट का अधिकार दे दिया..,   देखते ही देखते,  २२० करोड़ का घोटाला कर ..,गरीबों के मुंड काटने के खेल के बावजूद .., अब भी, ताल ठोक कर, भ्रष्टाचार के तालाब से माल कमा रही है.., मुख्यमंत्री फडणवीस भी, कहीं पार्टी, दो गुटों में  बंट कर उनका बंटाधार न कर दे , इस हेतु से सेतु बनाने आपसे मिलें है.
७.      मुख्यमंत्री.., फड़नवीस ने भुजाएं फड़फडाने के बजाय, मंत्रालय के भ्रष्ट  नौकरशाही को  भ्रष्टाचारी कबूतर बनाकर,  दाना डालकर, दावत देकर बगावत ने करें , भ्रष्टाचार के इस दावानल से  सत्ता के रंग में भंग न पड़े.., इस हेतु...,   महाराष्ट्र के नौकरशाही के कालेधन के १० हजार करोड़ की  वसूली का मुकदमा चलाने का “भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते” को लताड़ लगाकर, इसे ख़ारिज कर .., उन्हें “ताड़ के पेड़” की ऊंचाई पर पहुंचा दिया है
८.      देश में, फर्जी मंत्री, अपनी भाग्य की जंत्री से.., मैं, तुम,आप पार्टी से “खाप पार्टी” बनकर.., जनता इस “पाप  का श्राप” भोग रही है.., मंत्री, अब देश के तंत्री बनकर “सम्मोहन विद्या” से अपने को  “सरस्वती” से महान ज्ञानी समझ रहें है.
९.       व्यापम के शिक्षा घोटालों व नक़ल में अक्कल से, मीडिया-माफिया-सत्ताशाही से देश के युवकों की प्रतिभा को माफिया कछुवे.., खरगोश की खाल पहनकर..,  आगोश से, मदहोश  घोंघा चाल से, देश को चला कर प्रतिभाओं का भक्षण कर रहें हैं.
१०.  आप तो कह रहें हैं.., पिछली सरकारों पर प्रतिशोध की राजनीती नहीं कर.., क्या..?,  देश के राजनैतिक-कॉर्पोरेट –मीडिया  माफियाओं के २५ सालों के  २०० लाख करोड़ से अधिक घोटालों को दफ़न कर.., देश के करोड़ों लोगों के भुखमरी के कफ़न का हिसाब नहीं मांगेंगे
११.  यदि,काले धन को राष्ट्रीय सम्पत्ती घोषित होकर, विशेष कानून नहीं बनेगा .., अब ये, भ्रष्टाचार के बरगदी पेड़ के,  देश के पत्ते बनकर.., अब, गरीबों को चाय की पत्ती से भी मुंहताज रखेंगें ..
१२.  आज देशवासी  नकली भोजन, नकली दावा विदेशी हाथ,विदेशी साथ, विचार संस्कार से, देश के दवा व खाद्य अधिकारियों  व माफियाओं की मिलीभगत से  ५० साल की उम्र  में बूढा होकर.., तनाव व अवसाद से ग्रसित है...
१३.   देशवासी  आतुरता से, १३ महीने से आपके ५६ इंच के सीने को देख रहें है.., “अच्छे दिनों” की आस में.., जनता भी असमंजस में है, लेकिन असमझदार नहीं.., देश की राष्ट्रवाद नीती से आतुरता की प्रतीक्षा कर..,  कही, सब्र का बांध तोड़कर,  एक नए बिगुल से देश के छद्म भक्त बगुलों के बंगले का हिसाब न ले  लें.

१४.   आपके चुनावी वादों व देश  के चौकीदार से ११ महीने में दागी मंत्री से संतरी को विशेष क़ानून बनाकर, सत्ता से बाहर करने का कानून बनाने का दावा किया था.., अब भी सत्ताखोर इसे अमृती दवा समझकर ऐश कर रहें हैं.     

Tuesday 23 June 2015

अब सवाल है कि लालबहादुर शास्त्री की ह्त्या का खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?लेकिन डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ह्त्या की जांच से.., क्या देश के नेताओं के आपसी आंच में सम्बन्ध खराब होने से, जाँच को, चूल्हे की आंच में डाल दिया



वीर सावरकर की दो अचूक.., सार्थक भविश्यवाणीयाँ ...
१.  श्यामा प्रसादजी आपकी देश को बहुत जरूरत है. आप कश्मीर मत जाओं .., आप जिन्दा नहीं लौटेंगें.
२.  ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकर ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है , रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओ, यदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे.. और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..
================
१.    सन १९५३ में, हिन्दु महासभा, राम राज्य परिषद् व जनसंघ ने  कश्मीर का  हिन्दुस्थान में सम्पूर्ण विलय के लिए के लिये संयुक्त सत्याग्रह किया. कश्मीर के मुख्यमंती शेख अब्दुल्ला  ने सरकारी अनुमति के बिना ,बाहर के लोगों को प्रदेश  में “प्रवेश बंदी” लगी  थी..,  तब डॉ श्यामा प्रसाद मुखजी मुख़र्जी ने  घोषणा कर की “मैं इस प्रवेश  बंदी के विरोध के बावजूद कशमीर जाऊंगा – तब  वीर सावरकर ने उनसे  कहा ...,  “श्यामा प्रसादजी आपकी देश को बहुत जरूरत है. आप कश्मीर मत जाओं .., आप जिन्दा नहीं लौटेंगें..”
२.    कश्मीर में प्रवेश करते ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल, ह्त्या  कर आकस्मिक मौत कह दिया

३.    डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की माता ने , प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग व मिलाने का अनुरोध  को ठुकरा दिया, और कहा  वे बीमारी से मरे थे.., आज तक पूर्व से वर्तमान  सत्ताधारियों ने इस पर जांच करने की भी सोच नहीं की

=======================
१.    ताशकंद जाने से पहले वीर सावरकर ने लालबहादुर शास्त्री को चेताया और कहा शास्त्रीजी हम जीते हुए राष्ट्र है , रूस के प्रधान्मत्री को हमारे देश मे बुलाओ, यदि आप ताशकंद जाओगे तो वापस नही आओगे.. और हमारे द्वारा जीता भाग भी लुटा आओगे..,.
२.    ९ जनवरी १९६६ की रात लालबहादुर शास्त्री ने ताशकंद से अपनी पत्नी ललिता शास्त्री को फोन कर कहा मैं हिन्दुस्तान आना चाहता हूँ, यहां, मुझ पर हस्ताक्षर करने के लिए दवाब डाल रहें है..., मुझे यहां घुटन हो रही है...
देश के सत्ता की राजनयिक फौजे बार-बार, शास्त्रीजी से कह रही थी..., भले हम युद्ध जीत गये हैं, यदि आप हस्ताक्षर नहीं करोगे तो आगे अन्तराष्ट्रीय बिरादरी एकजुट होकर देश की आर्थिक स्तिथी बिगाड़ देगी...

३.  इसके बाद उनके कड़े मंसूबे, हमारे देश के सत्ता की राजनयिक फौजे तोड़ने में कामयाब हो गयी.., १० जनवरी १९६६ के शाम ४.३० बजे , शास्त्रीजी ने जीती हुई जमीन वापस लौटाने व शांती समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, उनके पुत्र अनिल शास्त्री को कहा गया ..., वे देश के प्रधानमंत्री हैं, उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें विशेष आवास में अकेले में सुरक्षित रखना होगा.
३.    प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद समझौते के बाद ८ घंटे के बाद , ११ जनवरी तड़के १ बजे,पाकिस्तानी रसोईये द्वारा रात को दूध पीने के बाद उनकी मौत हो गई, मौत के समय उनके कमरे मे टेलिफोन नही था, जबकि, उनके बगल के कमरे के राजनयिकों के कमरों मे टेलिफोन था, उनकी मौत की पुष्टी होने पर राजनयिकों की फौज दिल्ली मे फोन लगा कर चर्चा कर रहे थे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?

४. अंत तक ललिता शास्त्री गुहार लगाती रही, मेरे पति की मौत की जाँच हो, आज तक सभी सरकारों द्वारा, कोइ कारवाई नही हुई?, 

५. इस रहस्य को जानने के लिये, आर.टी.आई. कार्यकर्ता अनुज धर ने एडी चोटी का जोर लगाने के बाद, सरकार की तरफ से जवाब मिला कि यदि हम इस बात का खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?
४.  दोस्तों अब सवाल है कि लालबहादुर शास्त्री की ह्त्या का  खुलासा करेगें तो हमारे संबध दूसरे देशों से खराब हो जायेगें ?लेकिन  डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के  ह्त्या की जांच से  क्या देश के नेताओं के आपसी  आंच  में सम्बन्ध खराब होने से, जाँच को चूल्हे की आंच में डाल दिया  

५.  मानवता के उपासक प्रखर राष्ट्रवादी 
महान शिक्षाविद व भारतीय जनसंघ के संस्थापक
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हे व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को  
भावभीनी श्रद्धांजलि

Saturday 20 June 2015

आजादी के मसीहा कहकर, पुतलों व सडकों के नाम देखकर.., आज भी भारतमाता “आह” भर रही है.., मेरे १२५ करोड़ बेटों को किस तरह जाति, भाषा व धर्मपरिवर्तन से आपस में, लड़ाकर, पुन: मुझे विदेशी जंजीरों से बांधने का प्रयास किया जा रहा है..



अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रथम दिवस की शुभ वेला पर.., वीर सावरकर के इन सात सूत्रों के मंत्र को...,  यदि देशवासी, इसका समाज में  “योग” करे तो..,  देश में ही नहीं, दुनिया से जातिवाद मिट जाएगा...,

 

१.  100 साल पहिले  कही गई भविष्यवाणी को, हिन्दुस्तान के समाज के संकीर्ण लोगों से, सत्ता के चटखोरों ने “हिंदुत्व के बंधुत्व” के तत्व में जातिवाद का जहर डालकर..,इस हिन्दुस्थान को सिकुड़ने का ही योगदान दिया

२.   सत्तापरिवर्तन से आज तक की सभी सरकारों ने वीर सावरकर की कीर्ती को आगे नहीं आने दिया..!!!, राष्ट्रीय  स्तर के कार्यक्रम तो दूर की कौड़ी.., आज भी इन्हें देशद्रोही की श्रेणी में रखा है..,

३.  आशा करता हूं..., वर्तमान सरकार, आगामी २६ फरवरी २०१६ को वीर सावरकर की “५० वीं  पूण्य तिथी” पर इस महापूण्य आत्मा की कीर्ती को जगा कर राष्ट्रीय समारोह के आयोजन से,  देश में राष्ट्रवादी जोश से एक नयी ऊर्जा का संचार करेगी ..,                                                                                          

 

सावरकर का जीवन परिचय:

१.   बाल्यकाल के सातवें वर्ष से ही.., ब्रिटिश सत्ता को उखाड़  फेकने का जूनून..

२.   १६ साल की आयु में,  भवानी माता के मंदिर में, छत्रपति शिवाजी महाराज की तरह  प्रतिज्ञा लेकर, मौत से न डरने वाले वीर सावरकर.., अन्तत: अपने कार्यों में सफल रहे.

३.   वीर सावरकर का  सम्पूर्ण  जीवन,व्यभिचार मुक्त  100% शुद्ध  रहा .., गुलाम भारत के समय, इंग्लैंड में  उन्होंने अपनी विदेशी मित्र महिला साथियों द्वारा प्यार का इजहार करने पर  कहा था..,  मैं सिर्फ भारतमाता से प्यार करता हूं.., विवाह के बाद, मैं  अपनी  पत्नी से प्यार करूंगा..

४.   अपनी जवानी के   १३ मार्च १९१० से लेकर १० मई १९३७ तक २७ वर्षो की अमानवीय पीडा भोग कर उच्च मनोबल, ज्ञान और शक्ति साथ
वह जेल से बाहर निकले जैसे अंधेरा चीर कर सूर्य निकलता है.

५.   दुनिया में एकमात्र वीर सावरकर. जिन्होंने अपने परिवार को देश के बलिदान में झोंक दिया, अपना सम्पूर्ण जीवन, सम्पती.., 100% ज्ञान राष्ट्र के लिए समर्पीत करने के बावजूद, कभी सत्तालोलुप नहीं रहें..

६.  १९६० में देश की लुंज-पुंज स्तिथी देखकर.., वीर सावरकर ने, प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को चुनौती देते हुए कहा था.., “मैं सत्तालोलुप नहीं हूं..., यदि आप मुझे २ साल के लिए सत्ता दें. तो मैं देशवासियों के राष्ट्रबल से देश को बलशाली  बनाऊंगा, ताकि कोई दुश्मन हमारी तरफ आँख उठाकर न देखें...”

७.   दोस्तों, वीर सावरकर का कितना भी बखान किया जाय कम हैं , वे तो, गुणों के खान थे..., देश के प्रति राष्ट्रभक्ति आज राष्ट्र ऋणी है..,

 


८.   आजादी के मसीहा कहकर, पुतलों व सडकों के नाम देखकर.., आज भी भारतमाता “आह” भर रही है.., मेरे १२५ करोड़ बेटों को किस तरह जाति, भाषा व धर्मपरिवर्तन से  आपस में, लड़ाकर, पुन: मुझे विदेशी जंजीरों से बांधने का प्रयास किया जा रहा है..  

Friday 19 June 2015

१९४७ से आज तक के भ्रष्टाचारियों द्वारा जो रकम वसूली गयी वह उनके खाने के अनुपात से उनके दांतों में फंसे भोजन के बराबर भी नहीं है...



दोस्तों.., प्रदेश के साथ, यह देश को डूबोनें  की बड़ी मार्मिक तस्वीर..,
१.    महाराष्ट्र ही नहीं देश के घोटालेबाजों के नंगेपने के चित्र दिखने पर वे जनता को खुलेआम कहतें  हैं कि  यह बदले की कार्यवाही है..,और छाती ठोककर कहतें हैं कि अपने को निर्दोष साबित करेंगें..., हर पार्टी, दूसरी दूसरी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर, देश के समय की बर्बादी कर जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद कर रही है..,  और कानून के रक्षकों की लुंज पुंज व मिली भगत नीती से, वे १०-१५ सालों में निर्दोर्ष साबित हो जातें हैं...
२.  २६ जुलाई २००५, इसी तरह के बाढ़ के विकराल रूप से, मुम्बई में १ हजार से ज्यादा मौतों व सरकार की कुम्भकरणी नीद से मुम्बई को १० हजार करोड़ का नुकसान होने के बावजूद अभी भी प्रशासन भ्रष्टाचार में लिप्त है...
३.    सत्ताखोरों के लिए देश में,बाढ़ और सूखा.., भ्रष्टाचार की योजनाओं की  सौगात ले आता है.
४.    आज सरकार के चपरासी से सुप्रीमों व धनाड्य वर्गों को भी अति- आत्मविश्वास हो चुका हैं कि अग्रेजों के गुलाम काल का संविधान सत्ता के चटखोरों की रक्षा के लिए ही लिए ही बना है..,
५.    देश का  चपरासी जो अधिकारी का द्वारपाल होता है..., वह भी चप-चप कर करोड़ों की राशी जमा कर रहा है.., तो अधिकारी तो मन- मौजी जीवन से अकूत दौलत की मिल्कीयत बना लेता है..
६.    मुम्बई व देश में  २० रूपये पानी की बोतल, लेकिन, गरीबी से जीवन यापन करने वालों को  दस रूपये की हाथ भट्टी की शराब , जिसमे ५ रूपये से अधिक  की सत्ताशाही की दलाली से फ़िलहाल ५५ लोगों ने जान गंवाई है..., यह आकडा 100 से कही ज्यादा जा सकता है..,
७.    कहते हैं एक की मौत पर समाज से करोड़ों लोग आंसूं  बहाते हैं .., लेकिन, एक गरीब,जो अपने आय के सीमित होने से  यह सस्ती शराब पीकर,व अन्य कारणों से  मरने वालों के मौत पर  कोई  आसूं बहाने वाला नहीं होता,उसका जीते जी जीवन कीड़े –मकोड़े की तरह होता.., पेट भरने के लिए, वह अपराध में धकेल देने पर, कोड़े के दंड के साथ,कोई सुनवाई न होने से  वर्षों तक वह जेल में सड़ते रहता है.
८.     बता दें.., इस शराब की हाथ भट्टी के बारे में, स्थानीय निवासियों ने , पुलिस प्रशासन से, शिकायत करने के बावजूद.., माफियाओं की मिलीभगत से,पुलिस  एक मोटी कमाई का जरिया बनाकर रिश्वत से मौज मना रही थी.
९.     इन पुलिसकर्मीयो पर ह्त्या का मुकदमा दर्ज करने के बजाय, सरकारी विभाग के अधिकारी SUSPEND होकर, कुछ महीने बाद ये  पुन: सरकारी पैंट पहनकर अपने पद पर आसीन होकर देश के आस्तीन का सांप बन रहें है..,
१०.                      भ्रष्टाचार से तबादला होने की सरकार की तबेले की चाल से,दूसरे तबेले के अधिकारी आकर वही खेल खेलकर तीसरे तबेले में जाकर .., भ्रष्टाचार के तबले बजाकर..,जनता में हाहाकार मचा रहें हैं.
११.                   दोस्तों.., १९४७ से आज तक के भ्रष्टाचारियों द्वारा जो रकम वसूली गयी वह उनके खाने के अनुपात से उनके दांतों में फंसे भोजन के बराबर भी नहीं है...
१२.                   प्रधानमंत्री आज योग के मंत्र से देश व विश्व को गर्वीत कर रहें हैं लेकिन उनके व अन्य पार्टी के चटखोरे तो रोज भ्रष्टाचार के  योग (+) से देश का धन डकारकर, क़ानून को ढेंगा दिखाकर  अबाध गति से उन्नत जीवन जीकर, देश को खोखला कर..., यूं कहें देशवासी की ऊर्जा  को पस्त कर , देश को कर्ज से इतने गहरे डुबोते जा रहें  हैं कि देश की जनता अवसाद से अपना देश प्रेम खो दे...,
१३.                   आज किसी भी पार्टी से आस न करे.., जब तक देशवासियों में राष्ट्रवाद का बल नहीं जागेगा.., तब तक देश में सत्ताखोरों-माफिया-नौकरशाही के गठ जोड़ से देशवासी जकड़ते ही रहेगा और देश में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो जायेंगी की इसे उखाड़ना भी   मुश्किल हो जायेगा  ... आओं संकल्प लें...,  
Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold.....