Sunday 11 January 2015



सिक्खों के लोह
ड़ी त्योंहार के दिन.., सावरकर के कार्यों की लहर...,
१.दुश्मन के घर (इंग्लैंड) में, गुरु गोविन्द सिंग.... का महोत्सव मनाने वाले.., 
२. इंग्लैंड में, सिक्खों का इतिहास लिखने वाले वीर सावरकर.... 
३. सावरकर पहले हिन्दु , जिनका सम्मान स्वर्ण मंदिर गुरुद्वारा प्रबंधक समिती ने किया, और तब के अध्यक्ष मास्टर तारा सिंग ने उन्हें चांदी के मुठ की तलवार भेट की
३. अखबारों के लेखों को झुठलाकर चुनौती देते हुए .., इंग्लैंड में “१८५७.., एक स्वतन्त्रता संग्राम” को सच बतलाकर, ५०वी जयंती का जज्बे पूर्वक आयोजन करने वाले एकमात्र वीर सावरकर
४. इंग्लैंड में हिन्दुस्तान के सभी धर्मों (हिंदु,मुस्लिम,सिख,ईसाई) को एकजुट कर दशहरा समारोह करने पर, गांधी द्वारा आश्चर्य व्यक्त कर , इस कार्य का अभिनन्दन करने वाले मोहनदास करम चंद गांधी द्वारा सराहना
तुम्हारे “अप्रतिम शौर्य” व “सिक्खों के इतिहास” कृति के लिए वीर सावरकरजी, यह सम्मान ग्रहण करें
मित्रों २६ फरवरी को उनकी ४९ पूण्य तिथी तक ५० से अधिक स्वयं निर्मित कार्टूनों की श्रदान्जली स्वरुप, समर्पित कर रहा हूँ .

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