Monday 24 November 2014

बुखारी के बेख़ौफ़ अनर्गल बयानों व अपराधों से सत्ताखोरों, नौकरशाही,जजशाही को बुखार आ जाता है...



बुखारी के बेख़ौफ़ अनर्गल बयानों व अपराधों से सत्ताखोरों, नौकरशाही,जजशाही को बुखार आ जाता है... 
एक बाबा अब आर्म्स एक्ट मे फंसा ....
एक बाबा को पकड़ने में १ गैर जमानती वारंट में, १ व्यक्ती के ह्त्या के आरोप में हाजिर न रहने से ४० करोड़ का खर्च..., ३ दिन मीडिया ने टी आर पी की धूम..., लेकिन ज्यादा TRP कमाने के चक्कर में, पुलिस बल के भीतर, जबरदस्ती जाने पर, डंडे खाने पर अपने को संविधान का मसीहा कह, संसद मी गूंजी आवाज...
हमारे संविधान में.., हिन्दू धर्म को छोड़कर , अन्य, धर्मों के विशेष क़ानून बने है...लेकिन संविधान में धर्मों के अपराध में अल्पसंख्यक (जो आज की आबादी से यह शब्द लागू नहीं होता है) को आज के सत्ताखोरों ने विशेषाधिकार देकर... जजशाही भी.., इनको बाबा रामपाल की तरह फरमान सुनाने से डरती है...ताकि जजशाही के पेट में लात लगाने से वे भी,सत्ताखोरों के दलाल से गुलाम हो गयी है...
याद रहे हाल में मुज्जफरनगर में मस्जिदों में जमा हथियारों से १० हजार के सेना बल पर गोली बारी को एक छोटी खबर बता कर..., दो समुदाय का झगडा बताकर दबा दिया...,
मैकाले की औलादे , पश्चिम मिशनरिओं के गुलामी तले, विदेशी धन के चाटुकार, विदेशों में रहने वाले, समाचार चैनलों के मालिकों ने..., देश का “४२० वां स्तम्भ” बनकर देश को लूटा..., देश के कठपुतली पधानमंत्री मनमोहन की डोर इन ४२० लोगों के हाथ थी..., “लूट में छूट” का अधिकार इनके ही इशारों पर होता था...ईसाई धर्म मिसनरियों द्वारा गरीब आदिवासियों के बलात धर्म परिवर्तन से राष्ट्र परिवर्तन की इस भूमिका में मुर्दे बनके धन की बरसात पा रहें थे..

साध्वी प्रज्ञा सिंग को आज भी आरोप सिद्ध न होने के बावजूद मरणासन्न स्तिथी में रख सुप्रीम कोर्ट ने सत्ताखोरों को लताड़ लगाते हुए कहा..., क्या तुम साध्वी को ज़िंदा नहीं देखना चाहते हो... जेल में ही मारना चाहते हो...
कसाब का हिसाब .. आतंकवादी आका कहते थे ..., आप जितने हिन्दुस्तानीयों को मारोगे तो जन्नत में जाओगे.., लेकिन केंद्र व महाराष्ट्र की जीते जी आतंकवादी आकाओं का आंकलन को कसाब को आर्थेर रोड जेल में देकर...एक राष्ट्रवादी मच्छर ने डेंगू के विषाणु दान कर विदा किया

१. एक आतंकवादी को “अति विशेष अतिथी” बनाकर १०० करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च.....
२. इंग्लैण्ड के कोहिनूर हिरे की रखवाली से जादा सुरक्षा .......
३. उम्र जानने के लिए दांतों की जांच.......
४. छीक आने पर नशेड़ी नेताओं को बुखार.......
५. गाली देने पर विशेष चिकन बिरयानी.......
६. तबियत व सुविधा की कमी जानने के लिए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आ. ,पाटिल व भा.ज.पा के विपक्षी नेता एकनाथ खडसे की सद्भावना मुलाक़ात.......
७. मुम्बई के सरकारी... जे.जे अस्पताल में लाखों रूपये खर्च कर विशेष अतिथी के रूप में, ईलाज के लिए अलग कमरे का निर्माण , लेकिन कसाब का वहाँ नही हुआ पदार्पण.......
८. कसाब को कोहिनूर हीरा मानकर , अमेरिका को बाप मानकर लगाई बड़ी गुहार , पाकिस्तान द्वारा अपने देश का नागरिक न होने की कहकर... , हिन्दुस्तान को दी दुत्कार...
९. टी.आर.पी. से प्रिंट व मीडिया बना मालामाल.......
१०. कसाब बना अन्तराष्ट्रीय चमक वाला हीरा.......
११. आर्थर रोड जेल के कैदियों को मलाल , हमारे एक ओराप की नाही है , क़द्र ...???. और ३०० से ज्यादा हत्या करने वाला अपराधी कसाब है.... भद्र ....????????????? .......
१२. पुलिस द्वारा कसाब की शारीरिक क्षमता जांचने पर.... कसाब १० से भी ज्यादा पुलिस वालो.पर पडा भारी... पुलिस बल भी हक्का बक्का....????? .......
१३. सुनवाई में कसाब के लिए विशेष , मीडिया व्यवसायी की, व समाचार वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक जाम , रोड पर चलने वाली जनता परेशान.......
१४. आरोप पत्रों के कागजो का वजन , कसाब से दुगना ... और वकिल जजों , मीडिया की कमाई १०० गुना.......
१५. कसाब के खर्च का हिसाब... राज्य सरकार के दिवालिया होने के बाद में ... केंद्र सरकार द्वारा पैसे देने में आनाकानी.......
१६. इतनी VVVVV.... IIIIII..... PPPPP.... अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा के सुरक्षा से... कसाब के सुरक्षा का कवच भारी.......
१७. करोड़ों के अंडा सेल में उसने देश की कितनी मुर्गी मारी ...इसका कोई हिसाब नहीं है...??????????? .......
दोस्तों यह सब देखकर, “अति विशेष अतिथी” फांसी की कतार में रहकर ....आजीवन मुर्गीया न खाता रहे ... तब...., एक राष्ट्रवादी मछर को बहुत गुस्सा आ रहा था , वह देश की मुर्गीयों (खजानों) को ही न खाली कर रहे है ... व इसके आड़ में, सत्ताधारी सत्ता के नशे की शराब से, देश के बड़े घोटालों व सीमा पर जवानों की सुरक्षा व अन्य समस्याओं को वे मीडिया चैनलों के कोट से ढक रहे है.
१८ इसी की आड़ में बुलेट प्रूफ से हत्यारों की खरीद में घोटाला , ऐक-४७ के ४७ से.., ज्यादा बार खरीद के नाम से योजनायें बनाना
१९, केद्र सकार द्वार , हत्यार देनेकी बात पर राज्य सरकारों का इनकार करना,विदेशी प्रशिक्षको द्वारा कमांडों ट्रेनिग से पुलिस दल का, ट्रेनिग से भागना , शेष मिले हत्यारों, स्पीड बोटों व अन्य का जंग से खराब होना
२० महाराष्ट्र के गृहमंत्री का स्काटलैंड पुलिस से शहर की सुरक्षा के नाम से विदेशी दौरा कर , सी.सी.टी.वी.लगाने की कीमत बार बार बढाए जाने पर भी . कैमरे की योजना से जनता को बहक्लाना
२१ कसाब के स्वागत की प्रेरणा से आतंकवादियों द्वारा, धमाके से अपना कर्म के चुपचाप निकल जाना
२२. हेमत करकरे व अन्य की मौत पर , आतंकवादी से ज्यादा आरोप... पार्टीयो के अंदरूनी आरोपों से सत्ता हांक रहे थे

तब एक राष्ट्रवादी मच्छर , गुस्से से लाल पीला होकर, देश के महाडॉन का रक्त चूसकर , डेंगू के बीज का महादान कर, अपने जज्बे से कसाब का हिसाब कर, उसे हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया ...
जय हो.... मच्छरों के महाबली , आपने तो अपने डंक से.... अंडा सेल को भेदकर (जिसे सता के नशेड़ी..अभेद, बुलेट प्रूफ , बम प्रूफ कहते थे)... सच में आपके बहादुरी के सामने , भारत को रत्न समझक्र लूटने वाले नेताओं का नशा उतारने की एक मशाल हो....युवाओं को प्रेरणा की एक मिशाल हो... मच्छरों में बेमिसाल हो.... देश आपका ऋण कभी नहीं चुका सकता है....तुम्हे कोटि –कोटि प्रणाम ....क्योकि इसकी भनक तो प्रधानमंत्री को भी नहीं लगी....????
अनेक उदाहरण है... रिजाज भटकल , टुंडा...अंडरवर्ल्ड के गुर्गे...जो बेरोकटोक हमारे देश में घुमते रहें है...,विस्फोटक /आतंकवादी भूमिका निभाकर..., कर पुन: अपने गढ़ चले जाते थे...जबकि बाटला हाउस काण्ड के जाबांज दिल्ली के पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की वीरता की दुर्गती दिखाकर,,,, भोले लोगों की ह्त्या का आरोप आतंकवादियों के हौसले बुलंद कर रहें है... बटला हाउस मुठभेड की तस्वीरे देखकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रो पड़ने संबन्धी केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद .से सहानूभूति के वोट बैंक से देश को बर्बादी के कगार में खड़े करने का खेल , खेल रहें है...


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