Friday 28 November 2014

ये बोलीवुड प्रशंसक,प्रियंका चोपड़ा ..., एक बड़े शक के साथ, देश के भक्षक हैं...,देश को जगाने वालों.., देशवासियों को अफीमी फ़िल्मी अदाओं के नारों से सुलाकर..लूटों...,जब भारतीय फिल्म अभिनेत्री, गायक और 2000 की मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की विजेता.


ये बोलीवुड प्रशंसक..., एक बड़े शक के साथ, देश के भक्षक हैं...,देश को जगाने वालों.., देशवासियों को अफीमी फ़िल्मी अदाओं के नारों से सुलाकर..लूटों...,जब भारतीय फिल्म अभिनेत्री, गायक और 2000 की मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की विजेता...
जब साल २०१० में देश की सैयानीं, सरकरा की प्रिय एक्का बनकर.., देश की सयानी बनकर. करें आयकर विभाग का प्रचार..
जानें, एक और दिलचस्प बात यह है कि एक समय प्रियंका चोपड़ा आयकर विभाग की ब्रैंड एम्बेसेडर भी रह चुकी हैं, तब वह लोगों से ईमानदारी पूर्वक अपना टैक्स चुकाने की बात कहती नजर आती थीं, पर शायद लोगों को अपना फर्ज याद दिलाते दिलाते प्रियंका खुद ही अपना फर्ज भूल गईं और सरकारी खजाने को चूना लगा दिया.
उसी तरह से मुम्बई हमले की घटना से ४ साल पहिले, जोरों शोरों से अखबार व टी.वी. में विज्ञापन आता था , इमानदारी से सर्वीस टैक्स भरें , देश की तरक्की में अपना धन दें..., आपका धन जनता की शिक्षा, सुरक्षा,स्वास्थ्य योजना में खर्च किया जाएगा...,
इस टैक्स से देश में १ लाख करोड़ का धन जमा होने के बावजूद एक भी A.K . - ४७ रायफल तो दूर की कौड़ी , बुलेट प्रूफ जैकेट में भी घोटाला कर , २०० से अधिक देशवासियों की ह्त्या कर दी ...
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को आयकर चुकाने में गड़बड़ी करना भारी पड़ गया और उनके हाथ में एक बड़ा सम्मान आते आते रह गया। दरअसल २०११ में भारत सरकार की तरफ से दिए जाने वाले पद्म पुरस्का रों की लिस्ट में प्रियंका का नाम भी मौजूद था। खबर है कि पद्म अवार्ड की जो पहली लिस्ट बनाई गई थी उसमें कुल 1033 नाम थे, जिनमें से एक नाम प्रियंका चोपड़ा का भी था। बाद में अलग अलग पैमाने पर जांच करने के बाद लिस्ट में 350 नाम बचे।
सूत्रों का कहना है कि इनमें भी प्रियंका का नाम मौजूद था। लेकिन अवार्ड्स की फाइनल लिस्ट तैयार करने से पहले ही आयकर विभाग ने प्रियंका का नाम को हरी झंडी नहीं दी। और इस तरह उनके हाथ से देश का सबसे बड़ा सम्मान फिसल गया।
आयकर विभाग ने २३ जनवरी २०११ को कैटरीना कैफ और प्रियंका चोपड़ा के घर छापा मारा था। आयकर विभाग के मुताबिक इन दोनों अभिनेत्रियों ने आयकर रिटर्न फाइल करने में गड़बड़ी की है। प्रियंका चोपड़ा के घर अगले दिन भी छापे पड़ जिसके बाद करीब 6 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली। प्रियंका के पास कथित रूप से शहर में आठ फ्लैट हैं, जिसमें मुंबई के बांद्रा उपनगर में राज क्लासिक बिल्डिंग में पांच फ्लैट शामिल हैं। इस सिलसिले में विभाग ने गुरूवार को उनकी मां मधु चोपड़ा से भी पूछताछ की। हालांकि प्रियंका के प्रवक्ता ने कहा, ‘मीडिया में कुछ अज्ञात सूत्रों के आधार पर फैलाई जा रही अफवाहों का हम खंडन करते हैं।

दरअसल आयकर विभाग को काफी पहले से यह शक था कि प्रियंका टैक्स की चोरी कर रही हैं। यही वजह है कि पद्म अवार्ड के लिए विभाग ने उनके नाम को क्लीयरेंस नहीं दी।

अब, दूसरी..., पैसे की भूख की खबर
...प्रियंका की बहन की TOPLESS खबर
बॉलीवुड की देशी गर्ल प्रियंका चोपड़ा की एक और बहन बॉलीवुड में एंट्री कर रही हैं. वो अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘जिद’ से डेब्यू कर रही हैं. बार्बी हांडा ने इसके लिए अपना नाम तक बदल दिया है. उन्होंने अपना नया नाम ‘मनारा’ रखा है. 'जिद' का नया पोस्टर लॉन्च किया गया है जिसमें मनारा टॉपलेस नजर आ रही हैं. 'जिद' के पोस्टर से बार्बी ने बॉलीवुड में सनसनी मचा दी है. आपको बता दें कि बार्बी से पहले भी प्रियंका की दो बहनें मीरा चोपड़ा और परिणीति चोपड़ा बॉलीवुड में डेब्यू कर चुकी हैं. हालांकि अभी तक इन तीनों बहनों ने अपने डेब्यू फिल्म के लिए इतने बोल्ड फोटोशूट्स नहीं किए थे.

Wednesday 26 November 2014

२६/११ के हमले के ६ साल, विदेशी कसाब बना था, सत्ताखोरों की देशी शराब,



२६/११ के हमले के ६ साल, विदेशी कसाब बना था, सत्ताखोरों की देशी शराब, दुनिया का एक मात्र कैदी जो जीते जी जन्नत की जिंदगी जी कर, एक राष्ट्रवादी मच्छर ने, जो सत्ताखोरों के खेल में, गुस्स्से से लाल-पीला हो गया था , तब उसने प्रतिशोध में डेंगू के विषाणु से, इस सत्ता के दुलारे कसाब को, अल्ला को प्यारा किया..., सत्ताखोर इस मच्छर के खेल से भौंचके रह गए... सत्ता चमकाने के लिए, यह श्रेय अपने नाम करने के लिए, इसे, अपना धेय्य कहकर..., आनन् –फानन में कसाब के फांसी की घोषणा कर दी गई...
इसी आड़ में आज १०० करोड़ के खर्च व १०० करोड़ से ज्यादा के सुरक्षा के नाम से खरीदी गई स्पीड बोट आज कबाड़ में पड़े है... क्योंकि इसमें डीजल के खर्च व पुलिस कर्मचारियों को ट्रेंनिंग के खर्च का बजट ख़त्म हो गया है...CC TV बंद होकर धुल फांक रहें हैं...
२६/११ के कसाब का हिसाब ..जय हो.., राष्ट्रवादी मच्छर, सच में तुम तो हो ज्ञान के सागर ...
कसाब का हिसाब
१. एक आतंकवादी को “अति विशेष अतिथी” बनाकर १०० करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च.....
२. इंग्लैण्ड के कोहिनूर हिरे की रखवाली से जादा सुरक्षा .......
३. उम्र जानने के लिए दांतों की जांच.......
४. छीक आने पर नशेड़ी नेताओं को बुखार.......
५. गाली देने पर विशेष चिकन बिरयानी.......
६. तबियत व सुविधा की कमी जानने के लिए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आ. ,पाटिल व भा.ज.पा के विपक्षी नेता एकनाथ खडसे की सद्भावना मुलाक़ात.......
७. मुम्बई के सरकारी... जे.जे अस्पताल में लाखों रूपये खर्च कर विशेष अतिथी के रूप में, ईलाज के लिए अलग कमरे का निर्माण , लेकिन कसाब का वहाँ नही हुआ पदार्पण.......
८. कसाब को कोहिनूर हीरा मानकर , अमेरिका को बाप मानकर लगाई बड़ी गुहार , पाकिस्तान द्वारा अपने देश का नागरिक न होने की कहकर... , हिन्दुस्तान को दी दुत्कार...
९. टी.आर.पी. से प्रिंट व मीडिया बना मालामाल.......
१०. कसाब बना अन्तराष्ट्रीय चमक वाला हीरा.......
११. आर्थर रोड जेल के कैदियों को मलाल , हमारे एक अपराध की नही है , क़द्र ...???. और ३०० से ज्यादा हत्या करने वाला अपराधी कसाब है.... भद्र ....????????????? .......
१२. पुलिस द्वारा कसाब की शारीरिक क्षमता जांचने पर.... कसाब १० से भी ज्यादा पुलिस वालो.पर पडा भारी... पुलिस बल भी हक्का बक्का....????? .......
१३. सुनवाई में कसाब के लिए विशेष , मीडिया व्यवसायी की, व समाचार वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक जाम , रोड पर चलने वाली जनता परेशान.......
१४. आरोप पत्रों के कागजो का वजन , कसाब से दुगना ... और वकिल जजों , मीडिया की कमाई १०० गुना.......
१५. कसाब के खर्च का हिसाब... राज्य सरकार के दिवालिया होने के बाद में ... केंद्र सरकार द्वारा पैसे देने में आनाकानी.......
१६. इतनी VVVVV.... IIIIII..... PPPPP.... अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा के सुरक्षा से... कसाब के सुरक्षा का कवच भारी.......
१७. करोड़ों के अंडा सेल में उसने देश की कितनी मुर्गी मारी ...इसका कोई हिसाब नहीं है...??????????? .......
दोस्तों यह सब देखकर, “अति विशेष अतिथी” फांसी की कतार में रहकर ....आजीवन मुर्गीया न खाता रहे ... तब...., एक राष्ट्रवादी मछर को बहुत गुस्सा आ रहा था , वह देश की मुर्गीयों (खजानों) को ही न खाली कर रहे है ... व इसके आड़ में, सत्ताधारी सत्ता के नशे की शराब से, देश के बड़े घोटालों व सीमा पर जवानों की सुरक्षा व अन्य समस्याओं को वे मीडिया चैनलों के कोट से ढक रहे है.
१८ इसी की आड़ में बुलेट प्रूफ से हत्यारों की खरीद में घोटाला , ऐक-४७ के ४७ से.., ज्यादा बार खरीद के नाम से योजनायें बनाना
१९, केद्र सकार द्वार , हत्यार देने की बात पर महाराष्ट्र राज्य सरकार का हथियार मिलने का इनकार करना, आखिर यह हथियार किसके हाथ लगे..., इसका नहीं किया विचार
२०.विदेशी प्रशिक्षको द्वारा कमांडों ट्रेनिग से पुलिस दल का, ट्रेनिग से भागना , शेष मिले हत्यारों, स्पीड बोटों व अन्य का जंग से खराब होना
२१ महाराष्ट्र के गृहमंत्री का स्काटलैंड पुलिस से शहर की सुरक्षा के नाम से, देश के करोड़ों रूपये फूंककर, विदेशी दौरा कर , सी.सी.टी.वी.लगाने की कीमत बार बार बढाए जाने पर भी . कैमरे की योजना से जनता को बहक्लाना
२२ कसाब के स्वागत की प्रेरणा से आतंकवादियों द्वारा, देश के विभिन्न क्षेत्रों में. धमाके से अपना कर्म करके के राजनैतिक आकाओं के वोट बैंक की बहार से चुपचाप निकल जाना
२३ . हेमत करकरे व अन्य की मौत पर , आतंकवादी से ज्यादा आरोप... पार्टीयो के अंदरूनी आरोपों से सत्ता हांक रहे थे

तब एक राष्ट्रवादी मच्छर , गुस्से से लाल पीला होकर, देश के महाडॉन का रक्त चूसकर , डेंगू के बीज का महादान कर, अपने जज्बे से कसाब का हिसाब कर, उसे हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया ...
जय हो.... मच्छरों के महाबली , आपने तो अपने डंक से.... अंडा सेल को भेदकर (जिसे सता के नशेड़ी..अभेद, बुलेट प्रूफ , बम प्रूफ कहते थे)... सच में आपके बहादुरी के सामने , भारत को रत्न समझक्र लूटने वाले नेताओं का नशा उतारने की एक मशाल हो....युवाओं को प्रेरणा की एक मिशाल हो... मच्छरों में बेमिसाल हो.... देश आपका ऋण कभी नहीं चुका सकता है....तुम्हे कोटि –कोटि प्रणाम ....क्योकि इसकी भनक तो प्रधानमंत्री को भी नहीं लगी....????
हे राष्ट्रवादी मच्छर .., मुझे तुम्हारे जज्बे के बाद ..., एक दुःख जरूर है कि , देश के गृहमंत्री ने इसका श्रेय आपको न देकर कसाब को फांसी से लटकाने की घोषणा कर...खिसयानी चेहरे से अपने को देश का चहेता गृहमंत्री बनाने का खेल , खेलने का घिनौना काम में भी लज्जा को सत्ता का साजोसज्जा बनाया 

Monday 24 November 2014

क्या..??, अब इसके पीछे आजम खान,कहीं मुलायम सिंग को पटखनी देकर, अपने को बारात का नया दूल्हा बनाने के चक्कर में यह खेल, खेल तो नहीं रहें है... जानें उतारू प्रदेश का हाल...

विदेशी ७५ लाख की बग्गी में, ७५ हजार करोड़ रूपये से कही अधिक घोटालों के देशी लकड़बग्गे..., उतारू प्रदेश, यू .पी. का अब भ्रष्टाचार से U TURN लेने का अब बना नया खेल..., रामपुर को भ्रष्टाचार से ROAM –PUR से.., टहलने का खेल, व इंग्लैंड के ट्रेफ्लर स्क्वायर से भ्रष्टाचार के ट्रैफिक के स्क्वायर (चार दिवारी) की ट्रोफी का खेल ...
मुलायम सिंह यादव के लिए, लंदन से लाई गई ७५ लाख की इस बग्धी में ऐसे घूम रहे हैं, जैसे रामपुर में नहीं लंदन के ट्रैफलगर स्कावयर में घूम रहे हैं।
मुलायम सिंह यादव ७५ वी साल गिरह पर देश को ७५ करोड़ से कहीं अधिक, चुना लगाकर..., चुनाव जीतने का खेल..., ७५ लाख के DIAMOND JUBILEE से माफियाओं को DARE मन से JUBILANT (आनंद /उल्लसित बनाकर, पुलिस प्रसाशन को भ्रष्टाचार के सर्कस से देश का उपहास किया जा रहा है....
क्या..??, अब इसके पीछे आजम खान,कहीं मुलायम सिंग को पटखनी देकर, अपने को बारात का नया दूल्हा बनाने के चक्कर में यह खेल, खेल तो नहीं रहें है...
जानें उतारू प्रदेश का हाल...
अखिलेश की हर योजना से, फैला... पूरे उत्तर प्रदेश (अखिल) मे क्लेश...???? अखिलेश की हर योजना से फैला उत्तर प्रदेश मे क्लेश। दसवी पास मुस्लिम लड़कियो को 30000 रु का अनुदान व अन्य धर्मो की लड़कियो का नहीं है, कोई नामों निशान।
देशवासियों को टॉप का अंग ढकने के लिए कपड़े व गरीबो के शिशु से वयस्को के लिए दवाइया नही है।
राम मनोहर लोहिया की औलादे बनी देश की जल्लादे....?????, “ समाजवाद” शब्द को आज “लूट की खाद” से भरण पोषण कर , देश बर्बाद हो रहा है। लोहिया वह व्यक्ति थे... जिनसे समाजवाद शब्द भी गर्वित था। मरते दम तक, कोई घर नहीं था, और लोहिया की दहाड़ से प्रधानमंत्री नेहरू का पैजामा गीला हो जाता था।
उत्तर प्रदेश अब बना उतारू प्रदेश .., आजमगढ़ को आतंकगढ़ से बना अपने भ्रष्टाचार छुपाकर ,केंद्र को समर्थन देकर सी.बी.आई .के ६०हजार करोड़ से अधिक के अन्न घोटाले को हजम प्रदेश व मुजफ्फरपुर के वोट बैंक से दंगे को आमन्त्रण देकर, सत्ता को मौजपुर नगर बनाकर , प्रदेश के सभी मुद्दे गायब है...,
याद रहें.. अभी हाल ही में सुप्रीप कोर्ट ने कहा था मुजफ्फरपुर दंगे में उत्तरप्रदेश की सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है....,
मीडिया वर्ग ने इस मुद्दे को गायब कर,सुप्रीम कोर्ट द्वारा मोदी को निर्दोष मानने के बावजूद , अभी भी अलगाववादियों के बयान को टूल देकर “गुजरात के दंगे से ” मोदी को दोषी बता रहा है , मुजफ्फरपुर दंगे में १० हजार सेना की तैनाती ,इस भयावता की पुष्टी करती है..., इतनी संख्या में सेना में नए संकट होने पर सीमा पर जवानों की तैनाती होती है .
इन दंगो से पुलिस और सेना के जवान खा रहे है, गोलिंया .... और सत्ताधारी, जनता की हत्याओं के खून से तल रही हैं, वोट बैंक की पुरिया...???
देश के विभिन्न धमाको के संदर्भ, पश्चिम उत्तरप्रदेश मे, जो बंगलादेशी आतंकवादियो का गढ है, हमारे खुफिया विभाग द्वारा आतंकवादियो को पकड़ने पर राजनेताओ के शह पर उन्हे छोड़ दिया गया। आज खूफिया विभाग भी अपने रोजी रोटी के डर से आँखें बंद कर बैठी है।इसका परिणाम आज दिख रहा है। मस्जिदों मे एके 47 का जखीरा, एक सुनयोजित ढंग का दंगा सामने आया है। मीडिया भी एक उद्योग के रू[प मे राडिया (RADIA=RA+N+DIA) बनकर.... इसे 2 सम्प्रदायो का झगड़ा कह कर, लीपा पोती में लगी हुई है। यह गुजरात के हिन्दू-मुस्लिम के दंगो से भी भयंकरता का प्रतीक है। इस घटना मे हिन्दुओ के बड़ी संख्या के मारे जाने से सत्ता और विपक्ष भी मुंह पर पट्टी बांध कर चुप है।
देशवासियों..., याद रहे मुंबई के आजाद मैदान मे घुसपैठीयो के दलों ने शहीद स्मारक तोड़ कर , महिला पुलिसों तक को पीटकर व मीडिया की गाड़ी जलाकर , एक खुले चुनौती देते हुए कहा ... रोक सके... तो रोको ...??????, और सत्ता के व विपक्षी दलाल भी, इसे अपनी सत्ता हलाल होने के डर से चुप बैठें है..
यदि, आज देश के हर धर्म का नागरिक राष्ट्रवादी होता, तो, देशवासियों के साथ देश का सीना भी बुलेटप्रूफ होता।
याद रहे मुलायम सिंह ने 12 साल पहले पश्चिम उत्तरप्रदेश मे चुनावों के समय, “वोट बैंक” की राजनीति करते हुए कहा था, “मुस्लिम लोगो आप मुझे वोट दोगे..., तो मैं इस प्रदेश को, मुस्लिम प्रदेश घोषित करूंगा। ” शायद इसी झाँसे मे मुस्लिम लोगो ने, पश्चिम उत्तरप्रदेश को मुस्लिम प्रदेश बनाने के लिए बंगलादेशी मुस्लिम लोगो के घुसपैठीयो के गढ के साथ –साथ, इसे आईएसआई का अड्डा भी बना दिया... अब यह देश के लिए चिंताजनक गड्ढा बन गया है।
10 साल पहिले, पश्चिम उत्तरप्रदेश मे, एक मदरसे का अनुदान के मामले मे, इलाहाबाद के एक सदस्यीय हाइकोर्ट के जज ने अपना फैसला सुनते हुए कहा “आपके शहर मे 60% मुस्लिम आबादी है, तो अल्पसंख्यक... शब्द, लागू ही नहीं होता है, और इस अनुदान के आदेश को निरस्त कर दिया जा रहा है।“ इस आदेश के बाद मुस्लिमो की बौखलाहट से, राजनेताओ के शह से, उस जज को बर्खास्त कर दिया गया और एक नये 2 सदस्यीय, हाईकोर्ट के बेंच का गठन कर , इस अनुदान को सही ठहराया।. जागो देशवासियों राष्ट्रवाद की धारा मे आओ और डूबते देश को बचाओं॥ सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो...
वाह रे आजम, तेरी बग्गी से, हमारा भ्रष्टाचार का धन हजम के, हम लकड़बग्गों के के खेल पर पर्दा पड़ गया है.., ऐसा सम्मान मेरी जिंदगी में आज तक नहीं मिला है...
मेरी ब्यूटी क्वीन भी इसके साथ फ्री दे रहा हूं 

बुखारी के बेख़ौफ़ अनर्गल बयानों व अपराधों से सत्ताखोरों, नौकरशाही,जजशाही को बुखार आ जाता है...



बुखारी के बेख़ौफ़ अनर्गल बयानों व अपराधों से सत्ताखोरों, नौकरशाही,जजशाही को बुखार आ जाता है... 
एक बाबा अब आर्म्स एक्ट मे फंसा ....
एक बाबा को पकड़ने में १ गैर जमानती वारंट में, १ व्यक्ती के ह्त्या के आरोप में हाजिर न रहने से ४० करोड़ का खर्च..., ३ दिन मीडिया ने टी आर पी की धूम..., लेकिन ज्यादा TRP कमाने के चक्कर में, पुलिस बल के भीतर, जबरदस्ती जाने पर, डंडे खाने पर अपने को संविधान का मसीहा कह, संसद मी गूंजी आवाज...
हमारे संविधान में.., हिन्दू धर्म को छोड़कर , अन्य, धर्मों के विशेष क़ानून बने है...लेकिन संविधान में धर्मों के अपराध में अल्पसंख्यक (जो आज की आबादी से यह शब्द लागू नहीं होता है) को आज के सत्ताखोरों ने विशेषाधिकार देकर... जजशाही भी.., इनको बाबा रामपाल की तरह फरमान सुनाने से डरती है...ताकि जजशाही के पेट में लात लगाने से वे भी,सत्ताखोरों के दलाल से गुलाम हो गयी है...
याद रहे हाल में मुज्जफरनगर में मस्जिदों में जमा हथियारों से १० हजार के सेना बल पर गोली बारी को एक छोटी खबर बता कर..., दो समुदाय का झगडा बताकर दबा दिया...,
मैकाले की औलादे , पश्चिम मिशनरिओं के गुलामी तले, विदेशी धन के चाटुकार, विदेशों में रहने वाले, समाचार चैनलों के मालिकों ने..., देश का “४२० वां स्तम्भ” बनकर देश को लूटा..., देश के कठपुतली पधानमंत्री मनमोहन की डोर इन ४२० लोगों के हाथ थी..., “लूट में छूट” का अधिकार इनके ही इशारों पर होता था...ईसाई धर्म मिसनरियों द्वारा गरीब आदिवासियों के बलात धर्म परिवर्तन से राष्ट्र परिवर्तन की इस भूमिका में मुर्दे बनके धन की बरसात पा रहें थे..

साध्वी प्रज्ञा सिंग को आज भी आरोप सिद्ध न होने के बावजूद मरणासन्न स्तिथी में रख सुप्रीम कोर्ट ने सत्ताखोरों को लताड़ लगाते हुए कहा..., क्या तुम साध्वी को ज़िंदा नहीं देखना चाहते हो... जेल में ही मारना चाहते हो...
कसाब का हिसाब .. आतंकवादी आका कहते थे ..., आप जितने हिन्दुस्तानीयों को मारोगे तो जन्नत में जाओगे.., लेकिन केंद्र व महाराष्ट्र की जीते जी आतंकवादी आकाओं का आंकलन को कसाब को आर्थेर रोड जेल में देकर...एक राष्ट्रवादी मच्छर ने डेंगू के विषाणु दान कर विदा किया

१. एक आतंकवादी को “अति विशेष अतिथी” बनाकर १०० करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च.....
२. इंग्लैण्ड के कोहिनूर हिरे की रखवाली से जादा सुरक्षा .......
३. उम्र जानने के लिए दांतों की जांच.......
४. छीक आने पर नशेड़ी नेताओं को बुखार.......
५. गाली देने पर विशेष चिकन बिरयानी.......
६. तबियत व सुविधा की कमी जानने के लिए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आ. ,पाटिल व भा.ज.पा के विपक्षी नेता एकनाथ खडसे की सद्भावना मुलाक़ात.......
७. मुम्बई के सरकारी... जे.जे अस्पताल में लाखों रूपये खर्च कर विशेष अतिथी के रूप में, ईलाज के लिए अलग कमरे का निर्माण , लेकिन कसाब का वहाँ नही हुआ पदार्पण.......
८. कसाब को कोहिनूर हीरा मानकर , अमेरिका को बाप मानकर लगाई बड़ी गुहार , पाकिस्तान द्वारा अपने देश का नागरिक न होने की कहकर... , हिन्दुस्तान को दी दुत्कार...
९. टी.आर.पी. से प्रिंट व मीडिया बना मालामाल.......
१०. कसाब बना अन्तराष्ट्रीय चमक वाला हीरा.......
११. आर्थर रोड जेल के कैदियों को मलाल , हमारे एक ओराप की नाही है , क़द्र ...???. और ३०० से ज्यादा हत्या करने वाला अपराधी कसाब है.... भद्र ....????????????? .......
१२. पुलिस द्वारा कसाब की शारीरिक क्षमता जांचने पर.... कसाब १० से भी ज्यादा पुलिस वालो.पर पडा भारी... पुलिस बल भी हक्का बक्का....????? .......
१३. सुनवाई में कसाब के लिए विशेष , मीडिया व्यवसायी की, व समाचार वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक जाम , रोड पर चलने वाली जनता परेशान.......
१४. आरोप पत्रों के कागजो का वजन , कसाब से दुगना ... और वकिल जजों , मीडिया की कमाई १०० गुना.......
१५. कसाब के खर्च का हिसाब... राज्य सरकार के दिवालिया होने के बाद में ... केंद्र सरकार द्वारा पैसे देने में आनाकानी.......
१६. इतनी VVVVV.... IIIIII..... PPPPP.... अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा के सुरक्षा से... कसाब के सुरक्षा का कवच भारी.......
१७. करोड़ों के अंडा सेल में उसने देश की कितनी मुर्गी मारी ...इसका कोई हिसाब नहीं है...??????????? .......
दोस्तों यह सब देखकर, “अति विशेष अतिथी” फांसी की कतार में रहकर ....आजीवन मुर्गीया न खाता रहे ... तब...., एक राष्ट्रवादी मछर को बहुत गुस्सा आ रहा था , वह देश की मुर्गीयों (खजानों) को ही न खाली कर रहे है ... व इसके आड़ में, सत्ताधारी सत्ता के नशे की शराब से, देश के बड़े घोटालों व सीमा पर जवानों की सुरक्षा व अन्य समस्याओं को वे मीडिया चैनलों के कोट से ढक रहे है.
१८ इसी की आड़ में बुलेट प्रूफ से हत्यारों की खरीद में घोटाला , ऐक-४७ के ४७ से.., ज्यादा बार खरीद के नाम से योजनायें बनाना
१९, केद्र सकार द्वार , हत्यार देनेकी बात पर राज्य सरकारों का इनकार करना,विदेशी प्रशिक्षको द्वारा कमांडों ट्रेनिग से पुलिस दल का, ट्रेनिग से भागना , शेष मिले हत्यारों, स्पीड बोटों व अन्य का जंग से खराब होना
२० महाराष्ट्र के गृहमंत्री का स्काटलैंड पुलिस से शहर की सुरक्षा के नाम से विदेशी दौरा कर , सी.सी.टी.वी.लगाने की कीमत बार बार बढाए जाने पर भी . कैमरे की योजना से जनता को बहक्लाना
२१ कसाब के स्वागत की प्रेरणा से आतंकवादियों द्वारा, धमाके से अपना कर्म के चुपचाप निकल जाना
२२. हेमत करकरे व अन्य की मौत पर , आतंकवादी से ज्यादा आरोप... पार्टीयो के अंदरूनी आरोपों से सत्ता हांक रहे थे

तब एक राष्ट्रवादी मच्छर , गुस्से से लाल पीला होकर, देश के महाडॉन का रक्त चूसकर , डेंगू के बीज का महादान कर, अपने जज्बे से कसाब का हिसाब कर, उसे हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया ...
जय हो.... मच्छरों के महाबली , आपने तो अपने डंक से.... अंडा सेल को भेदकर (जिसे सता के नशेड़ी..अभेद, बुलेट प्रूफ , बम प्रूफ कहते थे)... सच में आपके बहादुरी के सामने , भारत को रत्न समझक्र लूटने वाले नेताओं का नशा उतारने की एक मशाल हो....युवाओं को प्रेरणा की एक मिशाल हो... मच्छरों में बेमिसाल हो.... देश आपका ऋण कभी नहीं चुका सकता है....तुम्हे कोटि –कोटि प्रणाम ....क्योकि इसकी भनक तो प्रधानमंत्री को भी नहीं लगी....????
अनेक उदाहरण है... रिजाज भटकल , टुंडा...अंडरवर्ल्ड के गुर्गे...जो बेरोकटोक हमारे देश में घुमते रहें है...,विस्फोटक /आतंकवादी भूमिका निभाकर..., कर पुन: अपने गढ़ चले जाते थे...जबकि बाटला हाउस काण्ड के जाबांज दिल्ली के पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की वीरता की दुर्गती दिखाकर,,,, भोले लोगों की ह्त्या का आरोप आतंकवादियों के हौसले बुलंद कर रहें है... बटला हाउस मुठभेड की तस्वीरे देखकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रो पड़ने संबन्धी केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद .से सहानूभूति के वोट बैंक से देश को बर्बादी के कगार में खड़े करने का खेल , खेल रहें है...


Thursday 20 November 2014



(IPL) – INDIAN PROSTITUTION LEAUGE – अब बना काले धन का POSS- INSTITUTION
यदि कानून मे एक प्रावधान बन जाय कि गुनाह करने वाले से बडा, गुनाह करवाने वाला है…??? तो अपराधी तो, साफ हो ही जाएगे ..??? साथ ही साथ देश के 50 से 80% पुलिस थाने भी खाली हो जाएगें…????
मुद्गल कमिटी ने मामला मुद्दल कर, आरोपिओं को बरी कर दिया और मफिया, मीडिया, कॉर्पोरेट ने २ लाख करोड़ का काला धन डकार लिया,
हाल के कुछ ताजा खेल:
१.कोयले घोटाले में बैंकों का ५ लाख करोड़ के कर्ज का डूबा..., और बैंकों के पेट का पानी भी हिला, देश इस व अन्य घोटालों से डूबा
२. उद्योगपति अडानी ६६ हजार करोड़ रूपये कर्ज का DEFAULTER, लेकिन उसे DIGNIFIED (प्रतिष्ठित) मानकर ६ हजार करोड़ का अतरिक्त कर्ज.

३. बैंक कर्मचारिओं को ढेरसारी छुट्टीयां व भरपूर पगार , अभी सरकारी कर्मचारिओं ने लगाई गुहार बढ़ाओं और पगार, कर दी एक दिन की हड़ताल, और धमकी दे रहें है , नहीं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाएंगे..
४. आम आदमी का हाथ, इंडिया शाईनिग व भारत निर्माण की सरकारों के दरम्यान.., माफियाओं..के साथ दरिया दिली दिखा, NON PERFORMING ASSETS (गैर निष्पादित परिसंपत्तियों) से बैंकों को २०लाख करोड़ का चू ना
५. वही COMMODITY EXHCANGE में कृत्रिम तेजी से जनता से COMEDY, मजाक का देश का २०लाख करोड़ के काले धन की उतपत्ती से बनाई देश के उत्पातियो ने बढाई अपनी शान ..और शेयर बाजार ने तो मध्यमवर्गो के कपडे उतार दिये

६. याद रहे.., काले धन के IPL के काले धन के IPL-7 क़ॆ इस सटटे बाजी की रेल मे इंजन तो बी.सी.सी.आई. का है..??? , लेंकिन डिब्बे सट्टे बाजो के थे , जिसमे वे बिना टिकट के आनन्द कर रहे थे, इंजन के ईधन का पूरा खर्च, काले धन के रूप मे हवाला के जरिए, विदेशो मे निर्यात हो रहा है…,
७. पिछले 7 सालो से , इंजन के अंत मे ग़ार्ड का डब्बा न होने से , बी.सी.सी.आई.का रेल मे इंजन, हर मैच हे स्टेशन मे लूट की कमाई कर, अति वेग से दौड़कर..., देश को लूट रहा था..????
८. यह तो दिल्ली पुलिस का अहसान ही मानिये कि इंजन के सामने अवरोध होने से इंजन रूक गया, सुप्रीम कोर्ट मे इंजन को जब्त करने की अर्जी देने के बावजूद , सुप्रीम कोर्ट ने अवरोध दूर करने का आदेश देकर , इंजन को अपने गंत्वय स्थान मे पहुँचने का आदेश दे दिया….
इस बार के IPL-7 2 लाख करोड रूपये से भी ज्यादा, देश को कालेधन की चपत लग गई है…????.
८. आप सोच सकते है , पिछ्ले 6 IPL मे देश को कितना चूना लगा होगा…विदेशी निवशको को हम व्यसायिकरण के नाम से देश मे बुला रहे है, और देश के धन का इस सट्टे से वेश्याकरण होकर विदेशों मे जा रहा है…माफिया, विदेशी आतंकवादी, इसी धन से देश मे आतंकवाद की फसल लहलहरा रहे है…???
९.नकली नोटों की बडी खेप भेज रहे है..???
यह मैच आर.बी.आई की निगरानी मे खेला जा रहा है, खुफिया तंत्र भी इसी यंत्र के तले दबा दिख रहा है….???
१० हर पार्टी का नेता भी, देश के प्रांतों मे क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष बनकर, अपने अधिकार के वर्चस्व से, इसे, देश की राजनिति से, इस पद को महत्वपूर्ण समझता है…???
इसके पीछे का खेल की सच्चाई का, जब तक पर्दाफाश होकर बडी मछ्लियो को गंभीर सजा नही होती है…??? ,
तब तक इस देश मे लूट मे छूट की हरियाली बनी रहेग़ी…
११. जागो दोस्तो.. क्रिकेट देखना छोडो, देश की समस्याओ से नाता जोडों…??? क्या आप चाहते है, काले चोरो के भ्रष्टाचार से देश को डूबते हुए…. जागो… जागो… जागो… ????????, अभी भी देर नही हुई है ……

मेरे लिए आज तक कोई हथकड़ी नहीं बनी है,,,
बिंदु और मयप्पन..., तुम्हारा कम नहीं होने दूंगा बड़प्पन... 

Monday 17 November 2014



नथूराम गोडसे की पुण्य तिथी पर..,
नथूराम गोडसे, एक राष्ट्रवादी योद्धा, जिसने अपने प्राणों की आहुती से ..., गांधी को , देश के साथ खिलवाड़ से.., देश के टुकड़े करने के बाद भी, देश की तुष्टी करण की नीती से, देश को असहाय बनाने के बाद, आगे के खेल से, देश को पंगु बनाने का, अंजाम न दे सके , इस ह्त्या का उद्देश्य बताया, 

याद रहे, नथूराम गोड़से ने स्वंय अपना मुकदमा लड़ते हुए , गांधी की ह्त्या करने के १५० कारण गिनाये थे...,तब अदालत में बैठे दर्शकों की आँखे, आंसू लबालब भरकर, जमीन में गिरकर नाथूराम गोड़से को सलाम कर रही थी ...
१. गांधी ह्त्या के पहिले नथूराम गोडसे ने गांधी को प्रणाम किया, बाद में गोली मारी.

२. नथूराम ने अदालत में कहा , मैंने गांधी को गोली मारने में इतनी सावधानी से, इतने, पास से गोली मारी ताकि उनके बगल में दो युवतियां, जो हमेशा उनके साथ रहती थी.., उन्हें गोली के छर्रे लगने से, मैं बदनाम न हो जाऊं (याद रहे, गांधी उन युवतियों के साथ नग्न सोकर, ब्रह्मचर्य /सत्य के प्रयोग में इस्तेमाल करते थे)

३. नथूराम ने कहा, ह्त्या के समय गांधी के मुख से “आह” की आवाज निकली, “हे राम” शब्द नहीं ...,
जिसे कांग्रेस ने हेराल्ड अखबार के प्रचार से “हे राम” शब्द से देशवासियों को भरमाया..

न्यायाधीश खोसला ने, अपने सेवा निर्वत्ती के बाद कहा था , यदि मुझे न्याय के लिए स्वतंत्र विचार दिया जाता तो मैं, नथूराम गोड़से को निर्दोषी मानता , मैं तो कानून का गुलाम था, इसलिए मुझे नाथूराम गोड़से व उसके अन्य साथियों को मृत्यु दंड सुनाना पड़ा

नथूराम गोड़से व उनके साथी, ‘भारतमाता की गोद में’ सोने के लिए इतने आतुर थे कि उन्होंने उच्च न्यायालय में अपनी सजा को चुनौती नहीं दी और न ही क्षमा याचना की अपील राष्ट्रपति से की ...

यह शांती का दूत..????, कपूत निकला.., याद रहे, इस अनशन की खाल में बापू ने .., दो विश्व युध्ह में २ लाख हिंदुस्थानी सैनिकों की अकारण बलि देकर, जो कुत्ते की मौत मारे गए थे .. व १९४७ में देश का अंग भंग कर ५ लाख हिन्दुस्थानियो की बलि लेकर..., इस अहिसा के परदे में खूनी खेल खेलकर, आज तक शांती दूत का चेहरा दिखाया है...

गाँधी वध के पश्चात जब सावरकर जी को न्यायलय ने सम्मान बरी किया तो जज का, वीर सावरकर के लिए यह
वक्तव्य था ..., “सावरकर ने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया, लेकिन ऐसे तुच्छ कार्य में उन्हें घसीटना बहुत ही निंदनीय है, इस बात की जांच की जानी चाहिए की ऐसे महान व्यक्ति का नाम इस कार्य में क्यों घसीटा गया”
जबकि स्वयं नथूराम गोडसे ने गाँधी वध में सावरकरजी की संलिप्तता को सिरे से नकार दिया,

धर्मनिरपेक्षता के झूठे आडम्बर में फंसे तथाकथित सेकुलर उस दिन सूर्य के सामान जुगनू से प्रतीत हो रहे थे, जो की सूर्य को अपनी मद्दम रौशनी दिखा कर उसे निचा दिखाने की कोशिश कर रहे है,

वीर सावरकर के क्रातिकारी के जज्बे को सलाम करने के के लिए, 13 मार्च 1910 मे जहाज से कूदकर,पानी मे अंग्रज सैनिको की पीछे से गोली गोलियो की बौछर का सामना करते हुए , फ्रांस के मार्सेल तट पर पहुँचे, इस साहसिक घटना को जीवित कर , प्रेरित करने के लिए, घटना की 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मे एक भव्य स्मारक बनाने के लिए भारत सरकार को सूचित किया , और भारत सरकार ने वीर सावरकर को देश्द्रोही कहकर आपत्ति उठाने से वह प्रकल्प बंद करवा दिया..

दोस्तों अब गांधी जयंती के आयोजन में झूठे दिखावे के आचरण से, देश को, सरकारी अवकाश व विज्ञापनों व अन्य खर्चों से १० हजार करोड़ का चूना लगाने वाला है...

गांधी की गंदी राजनीती व जवाहर लाल नेहरू के जहर से देश ६८ साल के सत्ता परिवर्तन के शासन में कंगाल हो गया है..., आज सभी पार्टीयाँ विदेशों में विदेशी हाथ माँगने जा रहें हैं...

सत्ता तो मद से भरी.., मदारियों का समूह १९४७ से सत्ता परिवर्तन को आजादी के झांसे से बन्दर बांट से देश को लूट रहा है...
राजधर्म तो जातिवाद, भाषावाद,अलगाववाद, धर्मवाद व घुसपैठीयों से राजनीती में गहरी पैठ से जनता को गरीबी से तडफा-तड़फा कर..., हलाल कर ..., आज अपने को देश का लाल बनाकर., २ अक्टूबर से १४ नवम्बर से सालों - साल तक इनके पुतले..,बिना नहलाए पूजे जा रहें है...और तो और ६८ सालों से देश में गरीबी की वजह से गांधी का चष्मा चुरा लिया जाता है..., २ अक्टूबर तक सत्ताखोर बदहवासी में रहता है... 

Sunday 16 November 2014


पुलिस ने भी संविधान के ४० चोर बनकर, ४० बच्चों को बिनाजांच. बिना कारवाई कर, सम्मान पूर्वक छोड दिया, एक छोटी खबर, देश के भविष्य की बड़ी हानी.., क्योंकि संविधान को मान रहें हैं.., अपनी मनमानी...,

देश का क़ानून, (कान+ऊन)..कान में ऊन डालकर, देश के धनाड्य वर्गों के धन के, अफीमी अड्डों के माफिया (माफ़-किया) का क़ानून लागू होता है.., पुलिसिया कार्यवाही होने पर, धनाड्य, राजनैतिक माफियाओं द्वारा, पुलिस की वर्दी उतर जाती है..., इससे बेहतर है कि सिस्टम के साथ चलकर.., देश के स्तम्भ बनकर..., राष्ट्रीय पुरूस्कार जीतो...
मुम्बई की कुछ ख़ास घटनाए.., फिर भी पुलिसों की नौकरी में बहाली और बाद में उन्नती....

१. पुलिस की गाडी में नशे का सामान ठिकाने पर पहुंचाने का साधन...
२. नारकोटिस दिवस पर , २०० लडके-लड़कियों की रेव पार्टी में, नारकोटिस विभाग के.., महाराष्ट्र के पुलिस अध्यक्ष की देख - रेख में स्वंय ड्रग की आपूर्ती में पकड़े जाकर बहाल हो जाना
३. पुलिस द्वारा अंडर वर्ल्ड माफियाओं के पार्टियों में शराब के सेवन से डांस... सस्पेंड होकर,एक नये तोहफे की , नयी पेंट से बहाली
४. अम्बुलेस में हत्यार से शराब का व्यापार...
५. शराब व देह अड्डे का संरक्षण ...,
६. अवैध निर्माण की भागीदारी में एक दिन में २०० से ज्यादा लोगों की मौत से बने..., देश के यमदूत ..ऐसे सैकड़ों उदाहरण हैं...

बाल दिवस- जब..,लड़कियो के जेब में हो कंडोम, तो देश के साथ शिक्षा भी हो गयी कंडम (रद्दी माल, आवारा बच्चा, लावारिस बच्चा, अपव्ययी.....)

दोस्तों शिक्षा से संस्कृति का पतन कर , सत्ताखोर व माफिया... भ्रष्टाचार की पतंगे उड़ा कर मजा कर रहे है.. शिक्षक तो गुरू घंटाल बनकर शिक्षा का पंडाल (कोचिंग क्लास) से मुन्ना भाई की फौजों से रिश्वत लेकर , M.B.A. (महा भ्रष्ट्र अस्सोसियेषन ) व M.B.B.S (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) से महान शिक्षा पुत्रों को डिग्रीयां बांट रहा है ......

आज का धनाढय वर्ग का स्कूली बच्चा अपने झोले में..., अपने इन्डियन माँ,बापों की शराब की बोतल व बन्दूक से.... झगड़ने पर, अपने सहपाठी की हत्या कर देता है.....
शिक्षक द्वारा पिटाई करने पर माँ,बाप से मानव अधिकार आयोग भी, एक महाअभियोग लगाकर, शिक्षक की रोजी रोटी छीन लेता है....

४ साल पहिले कर्नाटक में बीजेपी के सरकार के समय...., पब में अश्लील नृत्य करने वाले जोड़ो पर श्री राम सेना द्वारा कार्यवाही करने पर मानव अधिकार ने भी इस कार्यवाही का विरोध किया , तथा कांग्रेसी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने भी समर्थन करते हुए कहा यह लोकतंत्र की आजादी है... और अब तो यह कह रही है , लडकियों को कैसे कपड़े पहनने है .... किससे सम्बन्ध बनाने है, वह उनका नीजी मामला है .....
याद रहे.....???????,
मुम्बई में पुलिस कमिश्नर ढोबले ने, वीडियो ग्राफी कर सैकडॉ बीयर बारों व पब में, अश्लील नृत्य करने वाली बार बला व पब में कोकीन व अन्य मादक पदार्थों का सेवन करते युवक युवतियों को पकड़ा और जगह पर पीटाई भी की , व गिरफ्तार कर उनके मूत्र व खून के नमूने में जांच पकड़ी , लेकिन इस कार्यवाही की सजा अमीरों के औलादों को न मिलकर , कमिश्नर के अधिकार को छीनकर, उनका तबादला कर दिया गया.....;

आज युवा अमीर वर्गों के बच्चे कोकीन व अन्य नशे में लिप्त है, पुलिस द्वारा पकडे जाने पर. उनके धन के नशेणी माँ -बाप कहते है , हमारे बच्चे तो मासूम है…यह कहकर क़ानून को चुनौती देकर , देश को चूना लगा रहे है …अब आप ही समझिये...???, इनके माँ बाप को धन का कितना नशा है कि ... वे क़ानून को भी खरीद लेते है ....

ये है चाचा नेहरू के अंग्रेजी संस्कृति के जन्म दिन पर अग्रेजी संस्कारों वाले लडके लडकियों की खबरें, “यह बलात्कार नहीं.. अंग्रेजी संस्कृति का प्रबल सत्कार...” मानवाधिकार संस्था का अधिक अधिकार के नाम से उज्जवल है सरकार, फेस बुक, फन बुक बनकर, कोबरा नाग की तरह अपने फन से हिन्दुस्तानी संस्कृति और इंटरनेट लडके लडकियों को आपस में व्यभिचार से आपस में कनेक्ट कर रहा है विष का विशेष प्याला पिला रहा है 


Saturday 15 November 2014



बाल दिवस- जब..,लड़कियो के जेब में हो कंडोम, तो देश के साथ शिक्षा भी हो गयी कंडम (रद्दी माल, आवारा बच्चा, लावारिस बच्चा, अपव्ययी.....)

ये है चाचा नेहरू के अंग्रेजी संस्कृति के जन्म दिन पर अग्रेजी संस्कारों वाले लडके लडकियों की खबरें, “यह बलात्कार नहीं.. अंग्रेजी संस्कृति का प्रबल सत्कार...” मानवाधिकार संस्था का अधिक अधिकार के नाम से उज्जवल है सरकार, फेस बुक, फन बुक बनकर, कोबरा नाग की तरह अपने फन से हिन्दुस्तानी संस्कृति और इंटरनेट लडके लडकियों को आपस में व्यभिचार से आपस में कनेक्ट कर रहा है विष का विशेष प्याला पिला रहा है

दोस्तों शिक्षा से संस्कृति का पतन कर , सत्ताखोर व माफिया... भ्रष्टाचार की पतंगे उड़ा कर मजा कर रहे है.. शिक्षक तो गुरू घंटाल बनकर शिक्षा का पंडाल (कोचिंग क्लास) से मुन्ना भाई की फौजों से रिश्वत लेकर , M.B.A. (महा भ्रष्ट्र अस्सोसियेषन ) व M.B.B.S (महान भारत भ्रष्टतम सेवा) से महान शिक्षा पुत्रों को डिग्रीयां बांट रहा है ......

आज का धनाढय वर्ग का स्कूली बच्चा अपने झोले में..., अपने इन्डियन माँ,बापों की शराब की बोतल व बन्दूक से.... झगड़ने पर उसकी हत्या कर देता है.....शिक्षक द्वारा पिटाई करने पर माँ,बाप से मानव अधिकार आयोग भी, एक महाअभियोग लगाकर, शिक्षक की रोजी रोटी छीन लेता है....

४ साल पहिले कर्नाटक में बीजेपी के सरकार के समय...., पब में अश्लील नृत्य करने वाले जोड़ो पर श्री राम सेना द्वारा कार्यवाही करने पर मानव अधिकार ने भी इस कार्यवाही का विरोध किया , तथा कांग्रेसी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने भी समर्थन करते हुए कहा यह लोकतंत्र की आजादी है... और अब तो यह कह रही है , लडकियों को कैसे कपड़े पहनने है .... किससे सम्बन्ध बनाने है, वह उनका नीजी मामला है .....
याद रहे.....???????, मुम्बई में पुलिस कमिश्नर ढोबले ने वीडियो ग्राफी कर सैकडॉ बीयर बारों व पब में, अश्लील नृत्य करने वाली बार बला व पब में कोकीन व अन्य मादक पदार्थों का सेवन करते युवक युवतियों को पकड़ा और जगह पर पीटाई भी की , व गिरफ्तार कर उनके मूत्र व खून के नमूने में जांच पकड़ी , लेकिन इस कार्यवाही की सजा अमीरों के औलादों को न मिलकर , कमिश्नर के अधिकार को छीनकर, उनका तबादला कर दिया गया.....; आज युवा अमीर वर्गों के बच्चे कोकीन व अन्य नशे में लिप्त है, पुलिस द्वारा पकडे जाने पर. उनके धन के नशेणी माँ -बाप कहते है , हमारे बच्चे तो मासूम है…यह कहकर क़ानून को चुनौती देकर , देश को चूना लगा रहे है …अब आप ही समझिये...???, इनके माँ बाप को धन का कितना नशा है कि ... वे क़ानून को भी खरीद लेते है .... 


Friday 14 November 2014

बाल-दिवस... या भूखमरी से बालकों का, बलि दिवस... देश में सालाना ३ करोड़ बालकों की.., कुपोषण ईलाज के अभाव से सरकारी योजनाओं को भोजनायें बनाकर, मृत्यु ...


क्या..??, एक अय्याश व्यक्ती के नाम “बाल-दिवस” मनाना उचित है.., देश का बाल दिवस तो हिन्दू संस्कृति के अनुसार “गुड़ी पाडवा” के दिन , नूतन दिवस में, नई किरणों से “बाल निर्माण” के साथ “राष्ट्र निर्माण” की अलख से, हो, तो..., देश एक नए उजाले की ओर अग्रसर होगा.., और देश के २०० सालों की गुलामी से उपजी.., ६८ सालों की अंग्रेजीयत की बीमारी दूर होगी... 
देश के धनाड्य वर्गों के, अंग्रेजी संस्कृति का बखान करने वालों को, यह देश का १२५ वां WELL-IN-TIME और CHILDREN DAY- CHILD-MOTHER, RUN DAY के अनुयायिओं को समर्पित...

बाल-दिवस... या भूखमरी से बालकों का, बलि दिवस... देश में सालाना ३ करोड़ बालकों की.., कुपोषण ईलाज के अभाव से सरकारी योजनाओं को भोजनायें बनाकर, मृत्यु ...

यूरोपीय देशों में अवैध रूप से रोपे गए बच्चे.., उनकी सरकार गोद ले लेती हैं..., व उनके लालन-पानन की व्यवस्था की जिम्मेदारी सुचारू रूप से चलाती है...
लेकिन मेरे देश में गरीबी रेखा व उसके नीचे वैध बच्चे , माफियाओं द्वारा चुराकर, भीख मांगने व वेश्या वृति व्यवसाय में धकेल दिए जातें हैं..., देश में पुलिस के नाक के तले , निठारी काण्ड से बच्चे, , मानव भक्षियों के शिकार होकर, पुलोस थाने के सामने नालों में फेंक दियें जाते है...

सत्ताखोर व पुलिस भी इसे माफियाओं का आम खेल मानकर, रिश्वत की रूई से अपने, आँख- कान बंद कर लेते है..., गरीबी लोग रोते –बिलखते इन अपने मासूम बच्चों की तड़फ से अपनी नारकीय जिन्दगी गुजार देतें है...,

अभी २ दिन पाहिले ही, सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को लताड़ लगाते हुए, पूछा..., देश के करोड़ों.., लापता मासूम बच्चों के बारे में क्या कारवाई की है...

याद रहे.., अन्ना आन्दोलन के चरम सीमा में पहुँचने के पहिले, जब उन्होंने रामलीला मैदान में रैली के लिए अनुमति मानी, तो मनमोहन सरकार ने उन्हें इस रैली की जगह, जयप्रकाश नारायण पार्क में रैली की अनुमती दी.., वह भी शर्तों से.. कि रैली में ५००० से ज्यादा की भीड़ नहीं होगी, व ५० से ज्यादा कारों व स्कूटर की पार्किंग नहीं दी जायेगी.., जैसे यह अन्ना का शादी समारोह हो..

उसी समय यूरोपीय देशों में नारी का पुरूषों से, समाधिकार की आवाज में , महिलाओं ने तर्क के साथ कहा कि यदि पुरूष बिना ऊपरी वस्त्र के सडकों पर चल सकते हैं तो महिलाएं क्यों नहीं ...,

इसी विरोध में, उन्होंने ऊपरी वस्त्र खोलकर सडकों में SLEDGE –SHOW का प्रदशन प्रदर्शन किया ..., तब हमारे देश की INDIAN व अंग्रेजी से पेट भरने वाली धनाढ्य महिलाओं ने इस आन्दोलन के समर्थन में गुहार लगाई तो, देश का महिला अधिकार आयोग भी इस की मुखालत करते आगे आया तो.., उनके मनानुसार उन्हें , जंतर मंतर से संसद भवन तक SLEDGE –SHOW की अनुमती मिली ...,

अभी तो, खुले रास्ते में “चुम्बन दिन” मना कर इंडियन वर्ग अपने को अभिमानीत कह, गर्व मना रहा है...,

विदेशी धन , विदेशी संस्कृति के निवाले..., को देश की जनता पर थोपने का अधिकार...

क्या यह अंग्रेजी आवरण के छुपे खेल में भारतीय संस्कृति पर पर प्रहार नहीं है...!!!!

यह मोतीलाल नेहरू का योग या संयोग, कहा जाए, जो १४ फरवरी के ठीक ९ महीने बाद, १४ नवम्बर को जवाहरलाल नेहरू को जन्म दिया...!!!!,

यह मोतीलाल नेहरू का योग या संयोग, कहा जाए, जो १४ फरवरी के ठीक ९ महीने बाद, १४ नवम्बर को जवाहरलाल नेहरू को जन्म दिया...!!!!, 
याद रहे..., मोतीलाल नेहरू राजा-महाराजाओं के विवादों के वकालत से अपने बेशुमार आय से, अधिक व्यय-भिचार से हिंदु संस्कृति को भ्रष्ट करने की वजह से काश्मीरी हिन्दुओं ने उन्हें अपने समाज से निकाल फेंका था...
और इसी क्रिया को उनके पुत्र जवाहरलाल नेहरू ने बरकरार रखते हुए..,सत्तालोलुप बनकर, सत्ता परिवर्तन (१९४७) के बाद कहा था

नेहरु का हिन्दू-विरोधी वक्तव्य था... जवाहर लाल नेहरु, बहुत बार कहा करते थे कि ..., “मैं जन्म के संयोग से हिन्दू हूँ, संस्कृति से मुसलमान और शिक्षा से अंग्रेज हूँ.” उन्हें हिन्दुओ की भावना की रत्ती भर भी परवाह नहीं होती थी,जिनके वोटो के बल पर उन्होंने सत्ता प्राप्त की थी.

वही हाल, एक तरफ तो पंडित नेहरु के नाती, राजीव गाँधी का हिन्दू-विरोधी वक्तव्य दिया.., राजीव गांधी ने हिन्दुस्थान का प्रधानमंत्री होते हुए भी सन्डे टाइम लन्दन को एक साक्षात्कार में नि:संकोच कहा की ‘मेरे नाना जवाहरलाल नेहरु एक नास्तिक (एग्नास्टिक) थे. मेरे पिता पारसी (गैर हिंदू) थे, मेरी पत्नी इसाई है, और मैं किसी धर्म में विश्वास नहीं करता.’

क्या..??, एक अय्याश व्यक्ती के नाम “बाल-दिवस” मनाना उचित है..,
देश का बाल दिवस तो हिन्दू संस्कृति के अनुसार “गुड़ी पाडवा” के दिन , नूतन दिवस में, नई किरणों से “बाल निर्माण” के साथ “राष्ट्र निर्माण” की अलख से, हो, तो..., देश एक नए उजाले की ओर अग्रसर होगा.., और देश के २०० सालों की गुलामी से उपजी.., ६८ सालों की अंग्रेजीयत की बीमारी दूर होगी...

देश के धनाड्य वर्गों के, अंग्रेजी संस्कृति का बखान करने वालों को, यह देश का १२५ वां WELL-IN-TIME और CHILDREN DAY- CHILD-MOTHER, RUN DAY के अनुयायिओं को समर्पित...

बाल दिवस या भूखमरी से बालकों का, बलि दिवस... देश में सालाना ३ करोड़ बालकों की.., कुपोषण ईलाज के अभाव से सरकारी योजनाओं को भोजनायें बनाकर, मृत्यु ...

यूरोपीय देशों में अवैध रूप से रोपे गए बच्चे.., उनकी सरकार गोद ले लेती हैं..., व उनके लालन-पानन की व्यवस्था की जिम्मेदारी सुचारू रूप से चलाती है...
लेकिन मेरे देश में गरीबी रेखा व उसके नीचे वैध बच्चे,जो बुढ़ापे में सहारा होते हैं.. , माफियाओं द्वारा चुराकर, भीख मांगने व वेश्या वृति व्यवसाय में धकेल दिए जातें हैं...,
देश में पुलिस के नाक के तले , निठारी काण्ड से बच्चे, , मानव भक्षियों के शिकार होकर, पुलीस थाने के सामने नालों में फेंक दियें जाते है...

सत्ताखोर व पुलिस भी इसे माफियाओं का आम खेल मानकर.., रिश्वत की रूई से अपने, आँख- कान बंद कर लेते है..., गरीबी लोग रोते –बिलखते इन अपने मासूम बच्चों की तड़फ से अपनी नारकीय जिन्दगी गुजार देतें है...,

अभी २ दिन पाहिले ही, सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को लताड़ लगाते हुए, पूछा..., देश के करोड़ों.., लापता मासूम बच्चों के बारे में क्या कारवाई की है...

याद रहे.., अन्ना आन्दोलन के चरम सीमा में पहुँचने के पहिले, जब उन्होंने रामलीला मैदान में रैली के लिए अनुमति मानी, तो मनमोहन सरकार ने उन्हें इस रैली की जगह, जयप्रकाश नारायण पार्क में रैली की अनुमती दी.., वह भी शर्तों से.. कि रैली में ५००० से ज्यादा की भीड़ नहीं होगी, व ५० से ज्यादा कारों व स्कूटर की पार्किंग नहीं दी जायेगी.., जैसे यह अन्ना का शादी समारोह हो..

उसी समय यूरोपीय देशों में नारी का पुरूषों से, समाधिकार की आवाज में , महिलाओं ने तर्क के साथ कहा कि यदि पुरूष बिना ऊपरी वस्त्र के सडकों पर चल सकते हैं तो महिलाएं क्यों नहीं ...,

इसी विरोध में, उन्होंने ऊपरी वस्त्र खोलकर सडकों में SLEDGE –SHOW का प्रदशन प्रदर्शन किया ..., तब हमारे देश की INDIAN व अंग्रेजी से पेट भरने वाली धनाढ्य महिलाओं ने इस आन्दोलन के समर्थन में गुहार लगाई तो, देश का महिला अधिकार आयोग भी इस की मुखालत करते आगे आया तो.., उनके मनानुसार उन्हें , जंतर मंतर से संसद भवन तक SLEDGE –SHOW की अनुमती मिली ...,

अभी तो, खुले रास्ते में “चुम्बन दिन” मना कर इंडियन वर्ग अपने को अभिमानीत कह, गर्व मना रहा है...,

विदेशी धन , विदेशी संस्कृति के निवाले..., को देश की जनता पर थोपने का अधिकार...

क्या यह अंग्रेजी आवरण के छुपे खेल में भारतीय संस्कृति पर पर प्रहार नहीं है...!!!!

Sunday 2 November 2014



बाल-दिवस... या भूखमरी से बलि दिवस... देश में सालाना ३ करोड़ बालकों की.., कुपोषण से मृत्यु ...

उफ्फ.. 'कंडोम' का पैसा भी खा गयी यूपीए की मनमोहन सरकार, एडस (aids-सहायता) भी भ्रष्टाचारियों के लिए एक सहायकता का सार्थक बन कर घोटालों की बलि चढ़ गया और प्रधान मंत्री ने भी इस कंडोम घोटाले की निंदा (condemn) करते हुए अपना पल्ला झाड लिया.

दोस्तों .., हर घोटाले से लेकर आतंकवादी, भुखमरी व किसान आत्महत्या से जवान हत्या तक सिर्फ निंदा (condemn) का मलहम लगाकर देश का ईलाज किया जा रहा है...????,

बाल दिवस से बचने के लिए..,
अभी ३ दिन पाहिले..., छत्तीसगढ़ की ताजा घटना में.., कंडोम के बदते भाव व बदतर गुणवत्ता.., से बचने के लिए गरीब महिलाओं ने नसबंदी का रूख अपनाया, छत्तीसगढ़ सरकार ने उनकी बलि लेकर ... भष्टाचार के ६ X ६= ३६, ६ छक्के लगाकर..., भष्टाचार के नकली इंजेक्शन के एक्शन से ३६ X २ =७२ महिलाओं की अर्ध-बलि लेकर..., देश के माफिया सत्ताखोरों के गठजोड़ से, भ्रष्टाचार के favorate से flowrate के प्रवाह से favicol का मजबूत गठजोड़ से UNO (सयुक्त राष्ट्र महासंघ) भी भौचक्का रह गया है कि भारत में यह चक्का कितनी तेजी से दौड़ रहा है...
UNO ने तो भारत सरकार से इस बारे में..., रिपोर्ट भी माँगी है...

आज, प्रधान पति, सत्ता पति, उद्योग पति, पति उद्योग, घुसपैठीये ये पंचशील (गुण) इस देश को डूबाने के हत्यार हैं..

सरकार ने एड्स जैसे भयानक संक्रमित रोग की रोकथाम के लिए देश भर में 22 हजार कॉन्डम वेंडिंग मशीनों लगाने के लिए 21 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इनमें से 10 हजार मशीनें गायब हैं और करीब 1,100 मशीनें काम नहीं कर रही हैं।

यह घोटाला २१ करोड़ का जरूर है... लेकिन इस घोटाले की आड़ में जो जनसख्या बेतहासा बढ़ी है, उसकी भयावहता देखें तो राष्ट्र की जिम्मेदारी की खर्च की राशी, अगले २० साल में १०० गुना बढ़कर २१ लाख करोड़ तक हो जाएगा...

देश के डूबने का कारण “पति उद्योग” , “उद्योग पति” , वोट बैंक की आड़ में “घुसपैठीयों का योग” ...
आज सीमा पार से ६०० रूपये प्रति व्यक्ति की औसत दर से “घुसपैठीयों” का आयात हो रहा है , जबकि देश में प्रति व्यक्ती पर ६० हजार का कर्ज है,,, यदि यह खेल बेरोकटोक चलता रहे तो...., अब आने वाले पांच सालों में यह कर्ज राशी प्रति व्यक्ती पर १ लाख से भी ज्यादा हो जायेगी.

कहते हैं , ब्याज, मूल धन को खा जाता है..., हमारी सरकार विश्व बैंक व विदेशों से कर्ज लेकर , योजनाओं को भोजनाए बनाकर एक सुनियोजित ढंग से माफियाओं के डकार कर उनकी बड़ी बढ़ी तोंद को “भारत निर्माण “ के नारों से जनता को भरमा रही है..., और देश कर्ज के गर्त में डूब रहा है ..


हिंदुत्व का शेर.., अब बेनकाब...,
सत्ता के छोले में , छोड़ा अपना चोला ,
चचेरे भाइयों के चांदी के चम्मच, के चेहरे की आपसी खन-खन से अनबन..
बी.जे.पी से लड़ने बनाया अपना मन ...
विपक्षी भी गिद्ध दृष्टी से, शिकारी बन...,
सत्ता की कुर्सी को जोड़कर बना रहें थे अपना मन ..

देश में हुद – हुद का तूफ़ान..,
विरोधी करें फरमान.. ,
मोदी क्यों संभाले हैं.., हमारे लिए तीर कमान..,
क्यों नहीं सीमा पर खडें हो रहें..., निशाना तान...
देश के गद्दीदार कहें..,उन्हें गद्दार..,
मोदी ने अब कर दिया उनका नशा उतार,
मोदी की दहाड़ .., दुश्मनो को पछाड़ ..,
दुश्मन व विदेशी ताकतें अब गए उड़..

मोदी की ललकार..,.
जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद,अलगाववाद,घुसपैठीयों के वोट बैंक पर कहर...
जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद,अलगाववाद,घुसपैठीयों के वोट बैंक के राज को लगी ठोकर..,
इसे कहते है मोदी लहर..

अब बी.जे.पी. की सत्ता के एक नई पत्ती.,
बुझा दी विपक्षीयों की बत्ती..
अब लगा रहें हैं अपनी “मृत्य कुर्सीयों” पर अगरबत्ती...
सत्ता के उद्भव के के खेल में लगी ठोकर..,